Desi Sex Kahani होता है जो वो हो जाने दो
10-09-2018, 03:34 PM,
#62
RE: Desi Sex Kahani होता है जो वो हो जाने दो
राहुल का लंड का सुपाड़ा जैसे ही उसकी मां की बुर में
हल्का सा प्रवेश किया वैसे ही अलका की चीख निकल गई साथ ही उसकी गरम सिसकारी भी फूट पड़ी इतने से ही अलका समझ गई कि उसके बेटे का लंड उसकी बुर में गदर मचा देगा। अलका तड़प रही थी लंड को अपनी बुर में घुसवाने के लिए, लेकिन बाथरूम में नहीं इसलिए वह राहुल आगे बढ़ता इससे पहले ही बोली।

बेटा इधर नहीं चल कमरे में चलते हैं। ( अलका कामुक स्वर में बोली' राहुल भी अपनी मां की बात मानते हुए अपने लंड को वापस बुर के ऊपर से हटा लिया लेकिन गरम बुर के ऊपर से लंड हटते ही उत्तेजना के मारे ऊपर नीचे होकर ठुनकी ले रहा था। जिस पर नजर पड़ते ही अलका के चेहरे पर कामुक मुस्कान बिखर गई और अपने बेटे के लंड की ठुनकी को देख कर उसकी बुर पसीजने लगी। राहुल तो अपना लंड बुर में डालने के लिए बेताब था लेकिन उसकी मां ने उसे कमरे में चलने की बात कहकर रोक दी थी वरना उसने तो अपना काम कर ही चुका था। 
कमरे में जाने के लिए प्यासी अलका मचल रही थी क्योंकि वह जानती थी कि कमरे में जाकर इत्मीनान से अपनी प्यास बुझा सकेगी' इसलिए वह बाथरुम में टँगी टावल को लेकर अपने बदन पर लपेटने चली ही थी कि
राहुल ने अपनी मां के हांथ से टावल लेकर नीचे फेकं दिया। राहुल के इस हरकत पर हैरान होते हुए वह उसे देखने लगी तो राहुल बोला।

मम्मी इतनी रात को यहां कौन देखने वाला है सोनू भी अपने कमरे में सो रहा है।( राहुल की बात अलका समझ नहीं पा रही थी कि वह क्या कहना चाह रहा है। वह आश्चर्य से अपने बेटे की तरफ देखते हुए बोली।)

मतलब....


मम्मी.....( इतना कहते ही राहुल अपनी मां की नंगे बदन को ऊपर से नीचे की तरफ देखते हुए) ऐसे ही चलो ना बिल्कुल नंगी यहां कौन देखने वाला है। 
( राहुल की बात सुनकर अलका को शर्म सी महसूस होने लगी लेकिन फिर भी बोली।) 

अगर सोनू जाग गया तो। ( राहुल की बात सुनकर अलका का भी मन मचलने लगा था नंगी जाने के लिए वह भी कमरे में नंगे घूमने का आनंद लेना चाहती थी इसलिए थोड़ा सा एतराज जताते हुए बोली थी।)

कोई नहीं देखेगा मम्मी और सोनू तो कमरे में घोड़े बेच कर सो रहा है अगर जग ना होता तो बादलों की गड़गड़ाहट सुनकर ना जाने कब से जाग गया होता। 

( इतना कहने के साथ ही दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे दोनों इस पल का भरपूर आनंद उठाना चाहते थे। बाथरूम में इस समय दोनों मां-बेटे संपूर्णता नग्नावस्था में थे उनके बदन पर कपड़ा नाम भर का भी नहीं था। अलका की चुचीयां इस उम्र में भी तनकर खड़ी थी उनमे जरा भी लचक नहीं था। दोनों एक दूसरे के नंगे बदन को निहार रहे थे। 
तभी अलका बिना कुछ बोले बाथरूम के दरवाजे की तरफ बढ़ने लगी और राहुल अपनी मां को जाते हुए देख रहा था खास करके उसकी नजर इसकी मां की बड़ी-बड़ी भरावदार गांड पर ही टिकी हुई थी। राहुल अपनी मां की मटकती हुई गांड को देखने का लुफ्त ओर ज्यादा उठा पाता इससे पहले ही अलका बाथरूम का दरवाजा खोलकर बाहर जाते जाते अपने चेहरे पर कामुक मुस्कान बिखेरते हुए वह राहुल की तरफ नजरें घुमा कर देखी और आंखों से इशारा करके उसे अपने पीछे आने को कहीं, राहुल भवरे की तरह पीछे-पीछे हो लिया। गजब का नजारा था। राहुल की मां बिल्कुल नंगी होकर एकदम बेशर्म औरत की तरह अपनी गांड को कुछ ज्यादा ही मटकाते हुए चल रही थी और रह रहकर वह पीछे मुड़कर अपने बेटे को भी देख ले रही थी राहुल को वह पूरी तरह से उकसा रही थी। इतनी ज्यादा रंगीनियां तो वह शादी की पहली रात को अपने पति के सामने भी नहीं बिखेरी थी जितनी रंगीनियां वह अपने बेटे के सामने बिखेर रही थी। अपनी मां को नंगी चलते हुए देखकर राहुल का लंड और ज्यादा कड़क हो गया मौसम बारिश की वजह से एकदम ठंडा हो गया था लेकिन फिर भी राहुल और अलका के बदन में वासना की गर्मी मौसम की ठंडी को पछाड़ दे रही थी। अभी भी बारिश अपने जोर पर ही थी बादलों की गड़गड़ाहट बीजली की चमक' वातावरण को और ज्यादा रंगीन बना रही थी। राहुल का लंड बार-बार अपनी मां की गांड को देखकर उछाल मार रहा था। अलका के बदन में कामुक्ता का सुरूर चढ़ा हुआ था वह अपने हाथों से बालों को खोल दी थी जिससे उसके लंबे बाल उसकी कमर तक लहलहा रहे थे। गीले बालों में अलका की खूबसूरती और ज्यादा बढ़ चुकी थी इस समय अलका काम की देवी लग रही थी। मां बेटे दोनों संपूर्ण नग्नावस्था में चहलकदमी करते हुए कमरे की तरफ बढ़ रहे थे। अलका की भरावदार गांड की फांक चलते समय इधर उधर फैल रही थी। सब कुछ मिलाकर बहुत ही कामोत्तेजक नजारा था। थोड़ी ही देर में अलका अपने कमरे का दरवाजा खोलकर अंदर प्रवेश कर गई और पीछे-पीछे राहुल अपनी मां के नंगे बदन को देखकर उत्तेजित होता हुआ लंड हिलाते हुए वह भी कमरे में प्रवेश कर गया। जैसे ही राहुल कमरे में प्रवेश किया वैसे ही उसके कानों में उसकी मम्मी की आवाज आई।

दरवाजा बंद कर दो राहुल( राहुल देखा तो उसकी मम्मी कमरे में जाते हैं एक टावल अपने बदन से लपेट ली थी,
और दीवार की तरफ मुंह करे खड़ी थी, कुछ देर पहले अपने बेटे के सामने अपने बदन की नुमाइश कर रही अलका को इस समय शर्म महसूस हो रही थी।
राहुल टॉवल में अपने बदन को छुपाती अपनी मां को देखते हुए दरवाजे को बंद कर दिया। 
कमरे में खामोशी छाई हुई थी। कुछ भी हो रह रहे कर दोनों के बीच में शर्म और मर्यादा का एहसास हो ही जा रहा था। अलका कुछ देर पहले यही सोचकर कमरे में आई थी थी वह खुल कर जी भर के अपने बेटे के साथ अपने बदन की प्यास बुझाएगी लेकिन इस समय शर्म सी महसूस कर रही थी। 
राहुल भी कमरे का दरवाजा बंद कर के दरवाजे पर ही खड़ा था उसे भी शर्म महसूस हो रही थी उसके लंड का तनाव कुछ कम होने लगा था। अलका वही खड़े खड़े फिर सोचने लगी अपने आप से बातें करने लगी।
यह क्या कर रही है अलका ऐसे तो हाथ में आया हुआ यह सुनहरा मौका चला जाएगा जब तक शर्म के बादल रहेंगे तब तक तेरी प्यास नहीं बुझने वाली। शर्मा और मर्यादा में रहकर ही तू अपने अंदर दबाए रखी प्यास को अपने अंदर दबाए रखी, वरना आज तेरी भी सूखी हुई जमीन हरी भरी होती। बेशर्म बन जा , यूं ही शर्म की चादर ओढ़े हुए कब तक अपनी जिंदगी तड़प तड़प कर बितााएगी। आज मौका है पर यह मौका हाथ से मत जाने दे तेरा लड़का भी पूरी तरह से तैयार है तेरे को चोदने के लिए शर्म मत कर आगे बढ़ वरना तेरी तरह तेरा बेटा भी शर्मा कर रह जाएगा आगे बढ़ अलका । तोड़ दे इस रिश्ते और मर्यादाओं की दीवार को और बुझा ले अपने बदन की प्यास को। 
अलका के अंतर आत्मा से आवाज आ रही थी जिसको सुनकर अलका ने भी मन में ठान ली, और उसने तुरंत अपने बदन पर से टावल निकाल कर बिस्तर पर फेंक दें और फिर से नंगी हो गई। राहुल यह देख कर मन ही मन प्रसन्न होने लगा और वह भी अपनी मां की तरफ बढ़़ा।
अलका घूम कर अपने बेटे की तरफ देखने लगी जोंकि उसकी तरफ ही बढ़ रहा था। दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे राहुल अपनी मां के बिल्कुल करीब पहुंच चुका था । इतना करीब कि उसका खड़ा लंड उसकी मां के पेट पर फिर से रगड़ खाने लगा। अपने पेट पर खास करके नाभि के बीचो-बीच लंड के सुपाड़े का स्पर्श पाकर अलका फिर से मस्त हो गई। उसके बदन में वापस कामोत्तेजना की लहर दौड़ ने लगी। अलका से रहा नहीं गया और वह अपना हाथ आगे बढ़ा कर अपने बेटे के लँड को थाम ली। अपना खड़ा लंड अपनी मां के हाथ में आते ही राहुल भी उत्तेजना से सराबोर हो गया और तुरंत अपने होठों को फिर से अपनी मां के होठ पर रखकर उसे चूसना शुरू कर दिया। दोनों एक बार फिर से वासना के सागर में गोते लगाते हुए एक दूसरे को चूमने चाटने लगे। 
राहुल अपनी मां के होठों का रसपान करते हुए उसे अपनी बाहों में दबोच लिया राहुल के दोनों हाथ उसकी मां की नंगी पीठ से होते हुए कमर और कमर से नीचे उभरे हुए नितंब पर फिरने लगे , राहुल अपनी मां के चिकने बदन से और ज्यादा उत्तेजित हो रहा था वह अपनी मां की गांड को दोनों हथेलियों में भर भर कर दबा रहा था। अपनी मां की गांड को दबाते हुए वह इतना ज्यादा उत्तेजित हो रहा था कि ऐसा लग रहा था कि आज वो अपनी मां की गांड को खींच कर खा जाएगा। राहुल और अलका दोनों मां बेटे एक दूसरे को बेतहासा चुमे चाटे जा रहे थे। राहुल रह रह कर अपनी मां की गुदाज गांड को दोनों हथेलियों से आमने सामने की तरफ खींचता जिससे उसे तो मजा आ ही रहा था अलका भी एक दम मस्त हो जा रही थी। एक हाथ से अलका अपने बेटे का लंड पकड़ कर धीरे धीरे मुठीयाये जा रही थी . अलका के बदन में चुदवाने की ललक बढ़ती जा रही थी। अलका भी एक हाथ अपने बेटे के पीठ पर ले जाकर उसे अपनी बाहों में भरने लगी जिससे उसकी बड़ी बड़ी चूचियां राहुल के सीने पर लगने लगे उत्तेजना के मारे चुचियों की निप्पल इतनी ज्यादा कड़क हो चुकी थी की राहुल के सीने में सुइयों की तरह चुभ रही थी। वह जब जब अपने बेटे को की एक हाथ से ही बाहों में भर कर अपने सीने पर दबाती तो उसकी बड़ी बड़ी चूचियां एेसे ही दब जा रही थी। 
अलका को बहुत मजा आ रहा था। अलका को और भी ज्यादा खुल कर मजा लेना था इसलिए वह धीरे धीरे अपने बेटे को लिए हुए ही अपने कदम को पीछे की तरफ बढ़ाते हुए बिस्तर की तरफ जाने लगी। राहुल अपनी मां को चूमते हुए उसकी जान को दबाते हुए धीरे-धीरे वह भी अपनी मां के साथ खिसकने लगा। दोनों की सांसे इतनी तीव्र गति से चल रही थी कि कमरे में ऊन दोनों की सांस की आवाज भी सुनाई दे रही थी। बारिश की आवाज कमरे के वातावरण को संगीतमय बना रही थी। तभी अलका के पैर उसके बिस्तर से टकराए तो वह जानबूझकर अपने बेटे को अपने बदन से चिपकाए हुए ही धम्म से बिस्तर पर गिरी। अलका नीचे और राहुल उसके ऊपर था। अपनी मां के हरकत पर राहुल और ज्यादा उत्तेजित हो चुका था और उसने तुरंत अपनी मां के दोनों पके हुए आम को अपनी हथेलियों में भर लिया और उसकी नजर अपनी मां की नजरों से टकराई तो अपनी मां की आंखों में शुरुर से झांकते हुए
अपने होठों पर अपनी जीभ फीराते हुए कस के चुचियों को दबाने लगा और जैसे ही राहुल ने अपनी मां की चुचियों को दबाया उसकीे मां के मुंह से हल्की सी सिसकारी भरी चीख निकल गई। 

स्ससहहहहहहहह....राहुल क्या कर रहा है रे मुझे ना जाने क्या हो रहा है। ऊफ्फफ्फ..... मुझसे रहा नहीं जा रहा है।( उत्तेजना के मारे अलका के मुंह से आवाज अटक अटक के नीकल रही थी। उसका मुंह खुला का खुला रह गया था राहुल को तो खेलने के लिए जैसे खिलौना मिल गया था वह जोर-जोर से गोलाईयों को दबा दबा कर मजा ले रहा था। ईस चूची मर्दन में अलका को भी बेहद आनंद की अनुभूति हो रही थी ऐसा आनंद कि जिसके बारे में शायद बयान कर पाना बड़ा मुश्किल है। थोड़ी ही देर में चूची मर्दन की वजह से चूचीयो का रंग कश्मीरी सेब की तरह लाल हो गया। अलका अपने बेटे के ईस चुची मर्दन से बेहद प्रसन्न नजर आ रही थी।
आज सब कुछ वर्षों के बाद ही हो रहा था जिस तरह से उसका बेटा अपनी मां की चुचियों को दबा रहा था अलका मन में यही सोच रही थी कि इस तरह से तो उसकी चूचियों को दबाकर उसके पति ने भी इतना आनंद नहीं दिया था जितना आनंद उसका बेटा उसे दे रहा था। शर्म और मर्यादा की दीवार टूट चुकी थी इस समय राहुल अपनी मां के ऊपर लेटा हुआ था और उसकी बड़ी बड़ी तनी हुई गोल चूचियों को दबाने का सुख प्राप्त कर रहा था। राहुल का तना हुआ लंड अलका की जांघो के बीच रगड़ खाते हुए उसकी बुर के अंदर गदर मचाए हुए था अलका की बुर अंदर से पसीज पसीज कर पानी पानी हो रही थी। राहुल अपनी मां की चुचियों को दबा दबा कर मस्त हुए जा रहा था अपनी मां की चुचियों की गोलाई देखकर उससे सब्र करना मुश्किल हुए जा रहा था। अलका सिसक रही थी। उसके मुंह से लगातार सिसकारी फूट रही थी वह उत्तेजना के मारे अपने सिर को पटक रही थी। 

स्स्स्स्स्हहहहहहहह......आहहहहहहहहह...... राहुल गजब कर रहा है रे तू .....।मेरे बदन मे चीटिया रेंग रही है।
( अपनी मां की गरम सिस्कारियों को सुनकर राहुल अच्छी तरह से जानता था कि वह एकदम गरम हो चुकी है वह इन गरम सिसकारीयों से वाकिफ था। इसी तरह की उत्तेजनात्मक सिसकारियां वह विनीत की भाभी और नीलू के मुंह से सुन चुका था और वह यह अच्छी तरह से जानता था कि ऐसी सिस्कारियों के बाद उन दोनों को चुदवाने की इच्छा प्रबल हो गई थी। इसका मतलब साफ था कि राहुल यही समझ रहा था कि उसकी मां भी अब उसके लंड को अपनी बुर में डलवाने के लिए तड़प रही है। लेकिन राहुल अभी अपने लंड को अपनी मां की बुर में डालकर चोदने वाला नहीं था, आज इस रात को और ज्यादा मदहोश बनाने की सोच रहा था। वह आज रात अपनी मां को पूरी तरह से संतुष्ट करना चाहता था उसे जी भर कर प्यार करना चाहता था इसलिए वह दोनों हाथों से चूचियों को दबाते हुए झट से एक चूची पर अपना मुंह लगा दिया और उसकी कड़क निप्पल को मुंह में भरकर पके हुए आम की तरह चूसना शुरू कर दिया। अपने बेटे को इस तरह से अपनी चूची पीते हुए देखकर अलका मस्त हो गई और उसके मुंह से गर्म सिसकारियां निकलना शुरू हो गई। राहुल तो जैसे पागल सा हो गया था वह कभी ईस चूची को दबाते हुए पीता तो कभी दूसरी चुची को मुंह में लगाता जितना हो सकता था ऊतना मुंह में भर भर कर चूची को पीने का मजा लूट रहा था । बादलों की गड़गड़ाहट के साथ साथ वह दोनों के मुंह से गर्म सिस्कारियों की आवाज भी लगातार आ रही थी। 
अलका पूरी तरह से कामातूर हो चुकी थी वह यह नहीं जानती थी कि का बेटा इस तरह से उसकी चूचियों को पिएगा दबाएगा मसलेगा, अलका को उसकी जवानी के दिन याद आने लगे थे जब उसका पति ऐसे ही उसकी चूचियों को दबाता था लेकिन कभी भी उसे मुंह में भरकर चूसते हुए इतना प्यार नहीं दिया था जितना कि राहुल दे रहा था। 
अलका मस्त लग रही थी ठंडे मौसम में भी उसके बदन से पसीने छूट रहे थे। वह अपने दोनों हाथ को राहुल के सिर पर रख कर अपनी ऊंगलीयों को उसके बालों में ऊलझाते हुए कस के भींचते हुए उसको अपनी चूचियों पर दबा रही थी ताकि वह और जोर-जोर से उसकी निप्पल को मुंह से खींचते हुए पी सके। और राहुल अपनी मां की उम्मीदों पर खरा उतर रहा था उसके सोचने के विरुद्ध ही वह और तेजी से पागलों की तरह निप्पलों को पिए जा रहा था। उसका यू पागलों की तरह राहुल का प्यार करना उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा था उसकी बुर लंड के लिए और ज्यादा तड़पने लगी थी। 
इसीलिए एक हाथ को वह नीचे की तरफ ले जाकर अपने बेटे के लंड को पकड़ ली और उसे अपनी बुर पर रगड़ते हुए स्तनपान का मजा लेने लगी। 
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Sex Kahani होता है जो वो हो जाने दो - by sexstories - 10-09-2018, 03:34 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 4,398 11 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 3,191 Yesterday, 01:04 PM
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 16,286 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 7,803 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 5,331 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,760,422 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 577,964 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,345,415 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,029,691 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,807,856 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 24 Guest(s)