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RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
प्रेरणा ने पहला फोटो दिखाया, जिसमे नायिका ने सफ़ेद साड़ी पहनी थी जो घुटनो के ऊपर तक थी और मुम्मो को ढकते हुए एक कंधे से पीछे जा रही थी। दूसरा कन्धा पूरा नंगा था। वो साड़ी गीली थी और उसमें नायिका के मुम्मे और निप्पल दिखाई दे रहे थे। मुझे थोड़ा बुरा लगा की मिहिर ने पेंटिंग की आड़ में थोड़ा अश्लील फोटो भेज दिया है। मैंने प्रेरणा को अपनी दुविधा बतायी।
पराग: "इस फोटो में तो लड़की के निप्पल दीख रहे हैं, तुम ऐसा पॉज दोगी?"
प्रेरणा: "तुम हमेशा गन्दा ही सोचते हो, कल ही मेरे स्केच में तुम्हे सिर्फ मेरे बुब्स का साइज और निप्पल ही दिखा। यह फेमस पेंटिंग है। पूरी तस्वीर को देख, कितनी खूबसूरत है। यह तस्वीर तुम्हे अश्लील लग रही हैं तो आगे की कैसी लगेगी?" प्रेरणा ने दूसरी तस्वीर दिखाई जिसमे लड़की ने कोई कपड़े नहीं पहने थे और वो लड़की पीछे मुड़कर देख रही है। लड़की की नंगी गाँड साइड से दीख रही हैं और पीछे देखने से उसका एक मुम्मे की मोटाई साइड से दीख रही हैं और उसके लम्बे बाल उसके निप्पल को ढके हुए हैं। तसवीर में लड़की का चेहरा मासूम और खूबसूरत था पर थी तो वो नंगी। इस से तो तो वो पहले वाली तस्वीर ही अच्छी थी जिसमे गीले ही सही पर कपड़े तो पहने थे। प्रेरणा ने अगला फोटो दिखाया जिसमे लड़की एक कपड़े को अपने सीने से चिपकाये खड़ी हैं और वो कपडा उसके दोनों मुम्मो के निप्पल और उसकी चुत को ढके हुए है। तसवीर में लड़की की आँखों में आँसु हैं और बाल बिखरे है। चुत के दोनों तरफ की जाँघे नंगी दीख रही हैं और साथ ही मुम्मो का उभार साफ़ दीख रहा था। लड़की की नंगी कमर भी दोनों तरफ से दीख रही थी।
प्रेरणा ने अगली तस्वीर बतायी जिसमे नायिका नंगी होकर इस तरह बैठ हैं की उसकी चुत उसकी जाँघो के पीछे चुप गयी हैं पर साइड से गाँड का शेप दीख रहा है। नायिका का एक हाथ इस तरह रखा हैं की उसके दोनों निप्पल हाथ के पीछे छूप गए है। नायिका के चेहरे में एक प्यास हैं की उसको प्यार की जरुरत है। अगली तस्वीर में नायिका नंगी लेटी हुई हैं और शारीर पर एक भी कपडा नहीं है। बैकग्राउंड किसी वेश्यालय का था। लड़की के दोनों बुब्स और निप्पल अच्छे से दीख रहे हैं और यहाँ तक की चुत भी दिखाई दे रही हैं और चुत पर उगे हुए कुछ बाल भी बने हुए थे। यह सारी तसवीरे देख मेरा दिमाग घूम गया की एक भी तस्वीर ऐसी नहीं जिसमे लड़की ने पूरे कपड़े पहने हो। मैंने प्रेरणा से पूछा की कोई और फोटो नहीं जिसमे कपड़े पहने हुए पॉज हो। प्रेरणा ने मुझको डाट दिया की तुम फोटो में सिर्फ लड़कियां का बदन ही देख रहे थे की कितनी नंगी है। हर तस्वीर में एक अलग भाव को दिखाया गया है। किसी में दर्द हैं और किसी में प्यार तो किसी में क्रीड़ा(खेल) है।
प्रेरणा: "अच्छा यह बताओ की तुम्हे कौनसी तस्वीर पसंद आयी और तुम मुझे कौन सी तस्वीर में देखना चाहोगे"
पराग: "अगर मैं तस्वीर बना रहा होता तो कुछ भी चलत, मगर तस्वीर तो मिहिर बनाएग। उसके सामने तुम इस तरह कैसे आओगी!"
प्रेरणा: "यह सब बहुत फेमस तसवीरे हैं, मेरी यह सब फेवरेट है। मैं अपनी तस्वीर हमारे बेडरूम में लगाउंगी"
पराग: "हमारे घर वाले कभी आकर देखेंगे तो क्या बोलोगी?"
प्रेरणा: "यह हमारे लिए ही हैं, तुम्हे शर्म आती हैं तो कोई आएगा तब तस्वीर हटा लेंगे"
पराग: "तो तुम ऐसी तसवीरे बनवाने के लिए मिहिर के सामने कपड़े खोल दोगी?"
प्रेरणा: "वो एक आर्टिस्ट हैं, राह चलता कोई आवारा नहीं है। मैं तस्वीर बनवाने के लिए कपड़े निकालुंगि, ना की किसी गलत काम के लिये। नीयत को देखो, कपड़ो को नहीं। प्लीज, मेरी बहुत इच्छा हैं की मैं इनमे से कोई एक आर्टिस्टिक तस्वीर अपनी भी बनवाउं"
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RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
पराग: "यह मिहिर तुम्हारी नंगी तस्वीर क्यों बनाना चाहता हैं, वो अपनी बीवी की ऐसी तस्वीर क्यों नहीं बनता"
प्रेरणा ने मुझे वो तस्वीर फिर दिखाई जिसमे लड़की पूर नंगी लेटी थी और उसके बुब्स और चुत साफ़ दीख रही थी। प्रेरणा ने बताया की ऐसी एक तस्वीर मिहिर ने नैना की भी बनायीं हैं और उनके बेडरूम में लगी हुई हैं। (उस तस्वीर को देखने के बाद ही प्रेरणा के दिमाग में भी अपनी खुद की तस्वीर बनवा कर अपने बेडरूम में लगाने का ख्याल आया था। उसने बताया की वो तस्वीर बहुत क्लासीक लग रही थी और चीप नहीं है।
मै, नैना को आजतक नंगा तो नहीं देख पाया था पर एक बार उसके बेडरूम में जाकर कम से कम उसकी वो नंगी तस्वीर जरूर देखना चाहता था। मगर फिलहाल मेरे सामने बड़ा सवाल खडा था की मैं अपनी बीवी को इस तरह की नंगी तस्वीर बनवाने की इजजत दू या नहीं। मैने प्रेरणा को वो वाली तस्वीर बनवाने को बोल दिया जिसमे लड़की एक कपड़े को पकडे अपने मुम्मे और चुत को ढके हुई है। क्यों की सिर्फ उसी में लड़की के दोनों अंग सबसे ज्यादा ढके हुए थे। प्रेरणा ने मुह बिचका दिया और कहा की उसको वो तस्वीर पसन्द नहीं हैं क्यों की उसमें नायिका रो रही है। वो दर्द के भाव वाली तस्वीर हैं और वो अपनी ऐसी तस्वीर बेडरुम में क्यों लगाएगी? प्रेरणा बोली की अगर मुझको कपड़ो वाली तस्वीर में ही देखना हैं तो वो उस गीली सफ़ेद साड़ी वाली तस्वीर बनवा लेगी। मगर मैंने उसको साफ़ इनकार कर दिया। प्रेरणा नाराज हो गयी और मुझसे रूठ कर बेडरूम में जाकर सो गायी। मैंने उसको मानाने की भी कोशिश की पर उसने मुझे हाथ तक नहीं लगाने दिया। मगर मैं भी झुकने वाला नहीं था। कोई भी पति कैसे इस तरह अपनी बीवी को किसी गैर मर्द के सामने लगभग नंगा होने देगा। मगर अगले दिन भी प्रेरणा का यही हाल था। पूरे २४ घन्टे हो गए थे पर प्रेरणा ने मुझसे बात तक नहीं की थी। अगले दिन भी यही हाल रह। अब उसको नाराज हुए २ दिन हो चुके थे।
शाम को डोर बेल बजी। प्रेरणा तो बेडरूम में थी और मैंने दरवाजा खोला। सामने नैना खड़ी थी एक प्यारी सी मुस्कान लिये। उसको देखते ही मेरा तनाव ग़ायब हो गया और मैंने उसको अंदर लिया। मैने नैना को बताया की प्रेरणा बेडरूम में हैं पर नैना ने बोला की वो मुझसे ही बात करने आयी है। एक ख़ुशी हुई की वो मुझे क्या बात करने वाली हैं। मागर एक आशंका भी थी की शायद प्रेरणा ने नैना को बता दिया होगा की मैंने तस्वीर के लिए परमिशन नहीं दी है नैना ने बटन वाला शर्ट पहने था जिसके एक बटन खुला था और उसका खुला सीना काफी दिखह रहा था। हम दोनों एक सोफ़े पर आस पास बैठ गये। हम दोनों एक दूसरे की तरफ देख रहे थे। उसमे अपनी मक्खन सी नाजुक उंगलियो से अपने दोनों हाथो में मेरे हाथ पकड़ लिये।
नैना: "क्या बात हैं पराग, तुमने प्रेरणा को तस्वीर के लिए परमिशन नहीं दि? कोई कंसर्न हैं तो मुझे बतओ, क्या प्रॉब्लम हैं?"
(मै तो सकपका गया की अब उसको इस बारे में कैसे समझाऊ? कोई लड़का होता तो खुल कर बता भी देता। हालांकि पिछले कविता गाने के सेशन के दौरान हम काफी खुल गए थे पर फिर भी थोड़ी हिचक थी।) मै कुछ बोल ही नहीं पाया तो नैना ने मेरा एक हाथ छोड़ा और वो हाथ मेरे कंधे पर राख दिया। हाथ लंबे होते ही उसके शर्ट के दोनों हिस्से थोड़े खुले और उसके गोर मुम्मो का थोड़ा उभार शर्ट के ऊपर से बाहर दिखने लाग। वो नजारा देख मेरी आँखें चमक उठि। मैं नैना की छाती को घूर रहा था की फिर मुझे नैना की आवाज सुनायी दि।
नैना: "नजरे मत चुराओ पराग, इधर ऊपर मेरी आँखों में देख कर बात करो"
मैने अब उसकी आंख्यों में देख, गहरी भूरी खूबसूरत सी आँखें देख कर किसी को भी प्यार हो जाए। पहली बार इतने क़रीब से इतनी देर तक मैंने नैना की आँखों में देख। बिना पलक झपकाये वो भी मेरी आँखों में देख रही थी। उसके होंठों की झलक भी दीख रही थी और इच्छा हो रही थी उसको यही पकड़ कर चूम लू और उसके होंठों का रस पी लु। फिर एक बार उसकी आवाज आयी।
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RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
नैना: "कुछ तो बताओ पराग, क्या प्रॉब्लम हैं तस्वीर बनवाने में?"
पराग: "इस तरह गैर मर्द के सामने प्रेरणा कपड़े खोले, यह मुझे पसंद नहीं हैं"
नैना ने अब मेरे कंधे पर पड़ा हाथ मेरे गालो के नीचे राख दिया। पहली बार वो मेरे चेहरे को छु रही थी और मुझे कुर्रत सा लाग।
नैना: "पराग, तुम्हारी इतनी छोटी सोच होगी, यह मैंने सोचा भी नहीं थी। बीच पर भी तो लाडक्या बिकिनी में घुमति है। एक्टर लोग भी तो कपड़े उतारते ही हैं"
पराग: "बिकिनी तो बीच पर पहनते हैं वो ठीक है। एक्टर लोगो का पेशा हैं तो वो कपड़े वहाँ खोलते हैं मगर प्रेरणा एक हाउसवाइफ हैं, एक आम औरत है। ऐसे कैसे कोई किसी के सामने अपने कपड़े खोल सकता हैं!"
नैना: "पराग, मैं तुमसे बहुत निराश हुई हू। मैं तुम्हे बहुत खुले विचारों वाला समझती थी पर तुम्हारी सोच तो बहुत दकियानूसी है। सिर्फ एक पेंटिंग बनवाने में तुमको इतनी आपत्ति है। फिर तुम भी तो वहाँ मौजूद रहोगे!"
पराग: "मुझे अच्छा नहीं लगेगा यह देखते हुए की मेरी आँखों के सामने मेरी बीवी वहाँ अकेली नंगी खड़ी होगी और बाकी सब देख रहे होंगे"
नैना: "अगर, प्रेरणा को कोई प्रॉब्लम नहीं हैं तो फिर तुम्हे क्यों हैं? अगर तुम्हे लगता हैं की अकेली प्रेरणा नंगी हैं तो ठीक हैं, मैं भी प्रेरणा की तरह कपड़े खोल दुगी, फिर तो वो अकेली नंगी नहीं होगी। फिर तुम्हे मंजूर हैं?" यह सुनकर मेरी तो ख़ुशी की सीमा नहीं राहि। नैना को मैं नँगा देख पाउंगा। उसके मुम्मो की एक हलकी झलक देखने को कितना तड़प रहा था और यहाँ वो खुद अपने कपड़े खोलने को तैयार थी। मागर नैना को नंगा देखने के चक्कर में मुझे अपनी बीवी को भी तो नंगा करना होग, किसी गैर मर्द के सामने।
पराग: "नहीं वो अकेले नंगे होने की बात नहीं है। मुझे बस यह ठीक नहीं लग रहा है।"
नैना ने अब मेरे दोनों हाथ फिर से पकड़ लिये। उसके नरम हाथ पकडे अच्छा लग रहा था, काश वो हाथ मेरे हाथ में ही रहता।
नैना: "तुम्हे पता हैं प्रेरणा कितना एक्ससिटेड थी अपनी पेंटिंग बनवाने को लेकर! उसके बारे में भी सोचना। आई होप की तुम सही डिसिशन लो। इसमें कुछ भी गलत या बुरा नहीं हैं" नैना ने फिर मेरा हाथ छोड़ा और उठ कर बाहर चली गयी और मैं अपने हाथ ही देखता रह गया और अपने हाथो को चूम लिया।
इतना लम्बा नाराज तो प्रेरणा कभी नहीं हुई थी। मैंने उसको समझाने की कोशिश की की उसकी जिद बेकार हैं, मगर उसने बात तक नहीं की। पहले जब कभी वो नाराज होती तो मैं उसको घुमाने ले जाता और वो मान जाती थी। मैंने यही ट्रिक उसे मानाने की। अगले दिन थर्सडे को मैंने अपने करीबी दोस्त संतोष को बोला की इस संडे घुमने का प्रोग्राम करते हैं क्यों की प्रेरणा नाराज है। संतोष ने बोला की वो फ्राइडे शाम को अपनी वाइफ वीणा के साथ मेरे घर आएगा और घुमने का प्रोग्राम फाइनल करेंगे। शाम को आते वक़्त मैं प्रेरणा के लिए उसकी पसन्द की ड्रेस भी लाया। मैंने प्रेरणा को बताया की मैंने संडे को घुमने का प्रोग्राम बनाए हैं और उसकी सहेली वीणा और हस्बैंड संतोष भी आ रहे हैं। मागर प्रेरणा ने बोल दिया की उसको कही घूमने नहीं जाना हैं और मेरी गिफ्ट की ड्रेस को भी हाथ नहीं लगया। मैंने भी सोचा की कल जब वीणा आकर उसको समझायेगी तो मान ही जाएगी। वइसे भी संडे में अभी ३ दिन बाकी हैं तो तब तक उसका मूड थोड़ा अच्छा हो ही जाएग। फ्राइडे शाम को वीणा और संतोष मेरे घर आए। प्रेरणा रूठ कर बेडरूम में ही बैठी थी। मैंने वीणा को इशारा कर दिया की प्रेरणा बेडरूम में हैं और वो उसको समझाये। वीणा फिर प्रेरणा से मिलने बेडरूम चली गायी।
मैने फिर संतोष को बताया की पूरा मामला क्या है। अपने पडोसी मिहिर और नैना के बारे में भी बताया। संतोष को पता ही था की प्रेरणा पेंटिंग्स के पीछे कितनी दीवानी है। तभी वीणा बेडरूम से बाहर चहकते हुए आयी और उसके हाथ में मेरी वाइफ प्रेरणा का मोबाइल भी था।
वीना: "अब पता चला की पूरा मामला क्या है। यह देखो संतोष, कितनी प्यारी तसवीरे हैं"
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RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
वीना ने अब वो तसवीरे अपने पति संतोष को दिखानी शुरू की और हर तस्वीर को देखने के बाद वो भी वाओ करते हुए तसवीरे अच्छी हैं यह बोलता गया।
वीना: "संतोष, मेरी भी इच्छा हैं की मेरी ऐसी कोई पेंटिंग हो और मैं अपने बेडरूम में लगाउ। कितना अच्छा लगेगा न!"
संतोष: "अच्छा तो लगेग, मगर यह तस्वीर बनवाना कितना महंगा होगा यह पता हैं!"
वीना: "पराग वो पेंटर ज्याद पैसा मांग रहा हैं क्या जो तुम मना कर रहे हो प्रेरणा को। उसकी कितनी इच्छा हैं"
पराग: "वो हमारा पडोसी ही पेंटर हैं, उसकी बीवी प्रेरणा की सहेली हैं तो वो फ्री में बनाएगा, पर"
वीना: "क्या!! फ्री में! ओह माय गोड़। मेरे लिए भी बात करो न,मेरी भी पेंटिंग फ्री में बना दे तो"
संतोष: "अरे वो इनकी अच्छी जान पहचान का पडोसी हैं इसलिए प्रेरणा की तस्वीर फ्री में बना देगा, पर वीणा तुम्हारी तस्वीर क्यों फ्री में बनाएगा वो!"
वीना: "मैं प्रेरणा को पूछती हूं, उसने कौन सी पेंटिंग पसन्द की हैं"
यह कह कर वीणा वापिस बेडरूम में चली गायी। मैंने तो वीणा को हेल्प करने को बुलाय था पर वो तो प्रेरणा को और उत्साहित कर रही थी। संतोष ने मेरे मन की बात पढ़ ली और मेरे कंधे पर हाथ राख कर मुझे समझाने लाग।
संतोष: "मुझे पता हैं तू क्यों दर रहा है। पर यह सोच की वो पेंटर तो कुछ घन्टे ही प्रेरणा को बिना कपड़ो के देखेगा, पर फिर ज़िन्दगी भर तुम वो तस्वीर देख पाओगे। ऊपर से प्रेरणा तुमसे कितनी खुश होगी। बिबी खुश तो हस्बैंड भी खुश रहता है। बनवाने दो एक पेंटिंग, क्या हैं उसमे!"
पराग: "अगर कोई अनजान पेंटर होता तो फिर भी ठीक हैं की फिर कभी उस से नहीं मिलना है। मगर प्रेरणा को एक बार बिना कपड़ो के देखने के बाद फिर वो मिहिर जब भी प्रेरणा को देखेगा तो किस नजर से देखेगा!"
संतोष: "आर्टिस्ट लोगो की नजरे खराब तो नहीं होनी चहिये। पर फ्यूचर में अगर वो देखेगा भी तो प्रेरणा ने तो कपड़े पहने होगे न! तुम प्रेरणा को बोल देना की सीर्फ एक ही पेंटिगं की परमिशन हैं, आगे से ऐसा नहीं होना चाहिए"
पराग: "प्रेरणा कुछ ज्यादा ही सीरियस है। ४ दिन से नाराज है। मुझे भी लगरहा हैं की उसको एक पेंटिंग तो बनवाने की परमिशन देनी ही होगी"
संतोष: "यहि ठीक हैं दोस्त, संडे का पिकनिक का प्रोग्राम कैंसिल करते हैं, तुम पेंटिंग बनवाओ और ज्यादा टेंशन मत लो, कुछ नहीं होगा"
वीना और संतोष के जाने के बाद भी मैं सोचता रहा की संतोष क्या बोल गया। अगर उसकी बीबी नंगी हो रही होती तो उसको पता चलता। मै सोचा थोड़ा टाइम और दे देता हू।
सैटरडे के दिन छुट्टी थी और मैं प्रेरणा को बाहर मूवी दिखाने ले जाना चाहता था पर वो नहीं मानि। रात को मैंने उसको समझाने की कोशिश की और उसको अलग अलग बातें बोल कर डराने की भी कोशिश की पर सब कुछ बेकार रह। आखिरकार संडे की सुबह मैंने हार मानकर प्रेरणा को परमिशन दे दी की वो अपनी पेंटिंग बनवा सकती है। एक बार तो प्रेरणा को यकीन नहीं हुआ। मगर मेरे फिर कहने पर वो मान गयी और बहुत खुश होकर मेरे गले लग रो पडी। तभी डोर बैल बाजी। प्रेरणा दौड़ते हुए दरवाजा खोलने गायी। नैना आयी थि, प्रेरणा ने उसको कस कर गले लगा लिया और गले लगते हुए ही गोल गोल घुमा दिया। फिर वो दोनों अलग हुये।
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RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
फिर नैना उठ कर गयी और थोड़ी देर में अपने हाथ में एक वाइट कपड़े को गीला कर बाहर लायी। मैं सोच रहा था की दो कपड़े होंगे, एक प्रेरणा के लिए तो दूसरा नैना के लिये। मगर मुझे निराशा हाथ लगी। नैना अपना वादा शायद भूल गयी थी की उसको भी प्रेरणा की तरह कपड़े पहनने होंगे। मुझे उसको याद दिलाना था पर ऐसे खुल कर बोलूँगा तो उसको भी लगेगा की मैं उसको नंगा देखना चाहता हू। मुझे उसको याद दिलाने के लिए कोई दूसरी ट्रिक उसे करनी थी।
पराग: "प्रेरणा तुम्हे अकेले इस तरह खड़े शर्म तो नहीं आएगी न?"
यह कहते हुए मैंने नैना की तरफ भी देख। वो मेरी बात सुनते हुए मेरी तरफ ही देख रही थी। फिर वो प्रेरणा की तरफ देखने लागी। प्रेरणा बोलि की वो तो बाकी की तस्वीरो के लिए भी मेंटली पहले से ही रेडी थी। (प्रेरणा अगर थोड़ा भी हिचकिचातीं तो शायद नैना भी उसका साथ देने अपने कपड़े खोल लेती। मगर मेरी ट्रिक ने काम नहीं किया।)
नैना ने वो गीली साड़ी साथ लिए प्रेरणा को अपने बेडरूम में आने को बोली। मुझे याद आया की उसके बेडरूम में तो नैना की वो तस्वीर लगी हैं जिसमे वो पूरी नंगी हैं और उसके मुम्मे और चुत भी दिखेगी। असली में ना सही कम से कम मैं तस्वीर में ही नैना के नंगे बदन को देख उगा। यह सोच कर मैं भी उठ खड़ा हुआ उनके साथ जाने के लिये। मगर प्रेरणा ने मुझको रोक दिया की मैं उसके साथ क्यों आ रहा हूं? उसको तो नैना तैयार कर देगी। अब मैं उसको कैसे बताता की मैं नैना की नंगी तस्वीर देखने आना चाहता था। और दोनों बेडरूम में चली गइ। मिहिर ने मुझको नर्वस देख कर चिंता ना करने की बात काहि। मुझे उस वक़्त मिहिर बहुत किस्मत वाला लग रहा था। उसको नंगी लड़कियों की तस्वीर बनाने का मौका जो मिलता था।
तोड़ि देर बाद नैना और प्रेरणा बाहर आइ। वो सफ़ेद गीला कपडा प्रेरणा के मुम्मो से चिपका हुआ था और प्रेरणा के मुम्मे और निप्पल साफ़ दीख रहे थे। वो कपडा प्रेरणा के नीचे की कमर से भी लिप्त हुआ था और नाभि के नीचे बँधा हुआ था। चुत के ऊपर के हिस्से पर उसकी दोहरी परत थी तो चुत छूप गयी थी। मागर उस गीले कपड़े के शारीर पर चिपके होने से प्रेरणा की गोरी जाँघे दीख रही थी। प्रेरणा अब नैना के कहने पर उसकी तरफ मुडी तो प्रेरणा की गोरी गाँड के दोनों गाल भी सफ़ेद साड़ी में साफ़ दिखाई दिये। वो सफ़ेद कपडा पहने या ना पहने हो ,कोइ फर्क नहीं था, सब अंग तो दीख ही गए थे। मैंने मिहिर को देखा जो बिना पलक झपकाये प्रेरणा की गाँड को ही घूर रहा था। मैने तस्वीर के लिए हां तो बोल दिया था पर अब मैं पछता रहा था। मगर प्रेरणा को यह बात समझ ही नहीं आ रही थी। प्रेरणा फिर हमारी तरफ मुड़ी और मिहिर ने बोला "ब्युटीफूल, बहुत अच्छे"। यह सुनकर प्रेरणा थोड़ा शर्मा गायी। मैंने मौका देखकर फिर पुछ ही लिया की प्रेरणा तुम ऐसे अकेले शर्मा तो नहीं रही न?
प्रेरणा ने बोला की थोड़ी शर्म तो आएगी हि, पर अभी उसको गीले कपड़ो में ज्यादा असुविधा हो रही हैं और थोड़ी ठण्ड भी लग रही है। मै देख सकता था की प्रेरणा के गोर शारीर पर ठण्ड से रोंगटे खड़े हो गए थे। नैना ने भी यह नोट किया और उसने प्रेरणा से पूछा की वो ठीक तो हैं। मिहिर ने याद दिलाया की इस तरह प्रेरणा को २--३ घन्टे खड़े रहना पडेगा। प्रेरणा गीले कपड़ो में अब और भी ज्यादा कापने लगी। नैना बोली की यह नहीं करते हैं, कोई दूसरी तस्वीर तय करते है। प्रेरणा कापते हुए मेरी तरफ परमिशन के लिए देखने लगी। या तो मैं अपनी बीवी को ठण्ड से ठिठुरने दू या फिर तस्वीर बनाने से मना कर दू। मैने मिहिर को पुछ ही लिया की ऐसी कोई तस्वीर नहीं की जिसमे सूखे कपड़े पहने हो और ठण्ड ना लागे। मिहिर बोला की तस्वीर तो हैं पर प्रेरणा ने खुद यह वाला सब्जेक्ट चुना हैं जो की क्लासिक थीम में आता है। तब मेरा माथा ठनका। मुझे लगा था की मिहिर खुद ऐसी नंगी तस्वीर भेज कर मेरी बीवी को फँसा रहा था पर प्रेरणा ने खुद यह सब्जेक्ट चुना था।
NEXT एपिसोड में जानिये क्या प्रेरणा अपनी नंगी तस्वीर बनवायेगी और पराग मानेगा?
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RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
उधर मिहिर ने अपनी ऊँगली के बीच फँसे प्रेरणा के बाल काट दिए, अब प्रेरणा के बूब्स का उभार दिखाई दे रहा था। मेरा हाथ अभी नैना की जाँघ पर नायलोन के बने पलाज़ो के अंदर की नाजुक त्वचा को महसूस कर रहे थे। ग़लती से ही सही पर मेरा हाथ नैना की जाँघो के काफी उपरी भाग पर लगा था, जहा से उसकी चुत ३-४ इंच से ज्यादा दूर नहीं थी। मेरा हाथ तो नैना की चुत की गर्मी को भी जैसे महसूस कर रहा था। प्रेरणा के दोनों बूब्स से बाल काटने के बाद मिहिर पीछे हट कर देख रहा था। मैं देख सकता था की प्रेरणा के मुम्मो के ऊपर उसके रोंगटे खड़े हो गए थे और उसकी त्वचा पर दाने उभर आये थे। प्रेरणा के बड़े साइज के मुम्मे उसके थोड़े से बालो से छूप नहीं पा रहे थे और उसके मुम्मे लगभग पुरे दीख रहे थे। गनीमत थी की उसके तीखे निप्पल छुपे थे पर निप्पल के ऊपर के बाल निप्पल की वजह से थोड़े ऊपर उठे हुए थे। मिहिर ने अब जाकर प्रेरणा के घुटनो पर एक हाथ रखा और दूसरा प्रेरणा के कुल्हो पर रखा ताकि सही पोजीशन में ला पाये।
एक पराये मर्द को अपनी बीबी के नंगे बदन पर हाथ लगाते देख मैंने अपनी हथेलिया बंद करने की कोशिश की। मगर जो हाथ नैना की जाँघ पर रखा था उस हाथ की उंगलियो ने नैना की जाँघ को दबा दिया। नैना भी मेरी हालत समझ गयी थी और उसने मेरा कन्धा थोड़ा जोर से दबा कर मुझे नार्मल करने की कोशिश की। नैना की मक्खन जैसी जाँघो को दबा कर मैं उसके मुम्मे दबाने वाली फीलंग ले रहा था। मिहिर ने थोड़ा पीछे हटने के बाद प्रेरणा के पॉज का जायजा लिया और फिर आगे बढ़कर प्रेरणा के हाथ को थोड़ा पीछे खिसकाय ताकि बूब्स का साइड से पूरा उभार दीखता रहे। फिर मिहिर ने प्रेरणा के आगे वाले बूब्स को नीचे से थोड़ा पकड़ा और मैं पूरा हिल गया और मेरा लंड मेरी पेंट में एकदम खड़ा हो गया। मेरा हाथ हिला और नैना की जाँघ पर थोड़ा और ऊपर खिसका।
अनजाने में यह होने से मेरा निषाना बिगाड़ गया और नैना की चुत की तरफ जाने की बजाय मेरा हाथ उसके कुल्हे की हडडी की तरफ चला गया और मैंने नैना के पलाज़्ज़ो के अंदर पहनी उसकी पेंटी को महसूस किया और मुझे करेंट सा लगा। नैना भी मेरी इस हरकत पर थोड़ा हिल गयी थी पर उसने भी सुकर मनाया होगा की मेरा हाथ उसकी चुत पर नहीं लगा था। मैं अभी भी उसकी तरफ नहीं देख रहा था। नैना ने अब मेरी उस कलाई को पकड़ लिया जो उसकी जाँघ के ऊपर थी। वो शायद अब मेरी हरकत को रोकने की कोहिश कर रही थी, पर मैंने अनजान बने रहना ठीक समझा। जितना नर्वस मैं था, उतनी ही नर्वस प्रेरणा भी थी । मेरे अलावा पहली बार किसी मर्द ने उसके मुम्मो को छुआ था और उसको इसकी उम्मीद नहीं थी।
प्रेरणा के हाथ पैर काँप रहे थे और मिहिर ने उसको रिलैक्स होने को बोला और चेहरे पर स्माइल लाने को बोला जो की अच्छी तस्वीर के लिए जरुरी था। प्रेरणा अपने चेहरे पर एक नकली मुस्कराहट लायी पर सबको पता चल रहा था की वो नर्वस हैं। मिहिर भी उसको वंही छोड़कर थोड़ा दूर हट गया। नैना ने मेरी कलाई पकड़ राखी थी पर अब मैं अपनी उंगलियो से उसके पलाज़्ज़ो को रगड कर अंदर पहनी पैंटी को भी कुरेद रहा था। नैना ने मेरा हाथ पकड़ कर उठा दिया और मैंने उसकी तरफ देख कर उसको सॉरी बोलै जैसे मुझे अब तक क्या हुआ पता ही नहीं था। प्रेरणा अब तक थोड़ी नार्मल हुई तो मिहिर फिर आगे बढा और प्रेरणा की जाँघ को पकड़ कर थोड़ा नीचे किया। मैं भी थोड़ा हिला पर नैना ने अपना हाथ जो मेरे कंधे पर था उसको मेरे पीठ पर राख फेरने लगी। प्रेरणा को मिहिर ने इस तरह घुमाया की अब प्रेरणा की नाभि जाँघो के पीछे से बाहर आ गयी थी और नाभि के नीचे का थोड़ा हिस्सा भी दिखने लगा था। हम तो थोड़ा दूर बैठे थे पर मिहिर तो प्रेरणा के पास ही खड़ा था, उसको तो प्रेरणा की चुत भी दीख ही गयी होगी। फिर मिहिर ने प्रेरणा के पैर को थोड़ा और नीचे खिसकाना चहा पर प्रेरणा का पैर बेँच से फिसल कर जमीन पर गिर गया। शायद प्रेरणा ने अपने बदन को चमकाने के लिए कोई लोशन या आयल इस्तेमाल किया था। मगर पैर फिसलने से प्रेरणा की चुत दीख गयी, जो एकदम सफाचट थी। प्रेरणा ने मुझे कहा था की वक़्त आने पर वो अपनी चुत के बाल साफ़ करेगी और आज शायद वो वक़्त आ गया था।
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