RE: Hawas ki Kahani हवस की रंगीन दुनियाँ
मेरे सरताज़, बस अब लगा दो पूरा जोर, मुझे कुतिया बना कर चोद दो और कुत्ते की तरह लण्ड गाण्ड में फ़ंसा दो, बरबाद कर दो मुझे, रण्डी से भी गई गुजरी कर दो हाय रे, मेरे चोदू रण्डवे, ऐसा चोदना कि गाण्ड और चूत में कोई फ़रक करना मुश्किल हो जाये !"
असल में ये मेरे दिल की भड़ास थी जो में अनिल के सामने निकलती,मेने मोका देखकर कहा भोसड़ी वाले बारबारअपने दोस्तों की धमकी देता हें किसी को लाकर तो मेरी चूत फ़दवा मेरी गांड का बाजा बजवा ,अनिल कहने लगा बोलमादर चोदनी बोल किसका लोडा खाएगी उसी को बुला कर तेरी चूत का पानी निकलवा दू\
मेने कहा मुझे क्या पता की तेरा कोनसा दोस्त मर्द हें तू ही किसी को कह दे पर धयान रखना वो तेरी तरह जनखा नहीं हो \
में अपनी बाते सुन कर ही बहुत गरम हो चली थी में अपने चूतड जोर जोर से हिला रही थी और अपने पति की लोड़ी को अपनी चूत में टिकने की कोशिश कर रही थी ,लेकिन थोड़ी देर में ही अनिल ढेर हो गया और में प्यासी की प्यासी रह गयी\
अब मेरी नजर अनिल के दोस्तों पर टिक गयी की में किसको अपनी चूत फाड़ने का मोका दू ,असल में नशे में तो अनिल सब बाते कर लेता लेकिन होश में तो वो मेरे मुंह से सेक्स की बात सुनकर ही बोखला जाता\मेने अब नशे में ही अनिल का फायदा उठाने की सोची\अनिल अब जब भी पीकर आता में उसे मेरे शरीर से खेलने का पूरा मोका देती,वो भोसड़ी का मुझे चोद तो नहीं पाता था लेकिन गरम जरुर कर देता था\
एक दिन जब वो नशे में ता मेने कहा तुम्हारा कोई दोस्त तो होगा जो मेरे पर मरता होगा जो कहता होगा की तेरी बीबी को चोदुंगा ,अनिल ने नशे में कहा कोई दोस्त तो नहीं कहता लेकिन कालोनी का एक गुंडा मुन्ना रोजाना मुझसे कहता हें तेरी बीबी की चूत मर्वाले,में मुन्ना का नाम सुनकर सन्न रह गयी,मेने कोलोनी की कई औरतो से सुना था की इस हरामी ने मोहल्ले की कई औरतो को निबटाया हें इसका लोडा घोड़े जेसा हें जो औरत इसका लोडा खा लेती ही वो इसके गुण गाती रहती हें\मेने मुन्ना को आज से पाहिले इस नजर से नहीं देखा था लेकिन अनिल ने जब उसका नाम लिया तो मेने ठान ली की में इस मुन्ना को टेस्ट जरुर करुँगी\
अब अनिल जब भी नशे में मेरी चुदाई करते में मुन्ना का नाम जरुर लेती उसका नाम सुनते ही अनिल को जोश चढ़ जाता और वो मेरे बोबो को मसलते हुए कहता मादर चोदनी मुन्ना की याद आ रही हें ,बुलवाऊ उसको फद्वाएगी अपनी चूत मरवाएगी अपनी गांड खाएगी उसका लोडा\में भी कहती बुला तो सही भाडू फिर देखना तेरी बीबी कितनी बड़ी चुदाऊ हें\
अब मेने रस्ते में आते जाते मुन्ना को देखना शुरू किया ,था तो वो लम्बा पूरा ,मेने मन ही मन उसके लोडे की कल्पना भी कर ली ,पर एक मन ये भी कहता की ये हरामी अगर चुदाई करने पर आया तो फाड़ के रख देगा ,लेकिन दूसरा मन ये भी कहता तू २ साल से लोड़ी खा रही हें अब लोडा खाने का दिन आया हें तो तेरी फट क्यों रही हें \
अब मुझे मुन्ना से प्लानिंग से चुदवाना था,चूत भी चुद जाये और अनिल को पाता भी नहीं चले,अब मुझे उस मोके का इंतजार था जब अनिल नशे में हो में उसी से मुन्ना को बुल्वों चुदाई करू और इस भाडू को अंदाजा भी नहीं हो\रविवार के दिन मेने अनिल से कहा तुम हमेशा बहार से पीकर आते हो आज तुम घर पर ही पियो में तुम्हारे सलाद का इंतजाम करती हु \अनिल को तो मोका चाहिए था वो शुरू हो गया जब वो हाफ सेज्यादा रम पि चूका और नशा उसके सर चड़कर बोलने लगा ,तो मेने कहा राजा एसे तो रोज कहते हो की तुझे लोडा खिलाऊंगा आज खिलाओ तो मानू,अनिल नशे में तो था ही उसने कहा में अभी मुन्ना को बुलाता हूँ और उसने तुरंत मुन्ना को फोने लगा दिया और उसे घर पर बुला लिया\
मेरी चूत ने तो मुन्ना का नाम सुनते ही पानी छोड दिया में तुरंत कमरे में चली गयी मेने नयी ब्रा पहनी नयी पेंटी पहनी और नया सलवार सूट पहन लिया में आज मुन्ना को एसा रिझाना चाहती थी की हमेशा मेरी चूत का दीवाना हो जाये \
थोड़ी देर में काल्ल्बेल्ल बजी में समझ गयी की मुन्ना आ गया ,में कमरे में रही में साँस रोक कर इंतजार करती रही की अनिल कब मुझे बुलाते हें और मुन्ना को केसे मुझे चोदने के लिया कहते हें \थोड़ी देर में अनिल ने आवाज लगाई,में बहार निकली मुन्ना अनिल के सामने बेठा था ,अनिल ने मुझे आँख मारतेहुए कहा तुम कमर में दर्द बता रही थी न,ये मालिश कर सारा दर्द दूर कर देते हें \
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