Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
इंट्रोडक्शन:-----
विजय सिंह अभी गुजर चुके है हीरो के पापा।
माता -- कौशल्या देवी उम्र 47 वर्ष
बहन--- रीटा सिंह उम्र 29 वर्ष तलाक सुधा अपने पति से अलग होकर हीरो के घर पर ही रहती है। बहुत सुंदर और एक मस्त लड़की है। मस्त फिगर लिए हुए जो देखे घायल हो जाये।
मंझली बहन--- उम्र 22 वर्ष किरण , एक मदमस्त अल्हड़ कुँवारी लड़की को जो पूरा दिन घर मे रहकर घर को संभालती है।
छोटी बहन-- रानी 17 वर्ष 6 महीने दसवीं कक्षा की छात्रा। पूरे परिवार की जान लाडली । अभी अभी जवान हुई तितली सी घूमती रहती है पूरा दिन।
घर मे एक ड्राइवर रोशन 45 वर्षीय और उनकी वाइफ रोशनी 37 वर्षीय (मस्त औरत रंग थोड़ा काला लेकिन मस्त औरत है सेक्स की भूखी)भी रहती हैं जोकि खाना साफ सफाई करती है घर मे।
हीरो--- संजय सिंह उम्र 20 वर्ष ।
विजय लड़कियों की ज्यादा पढ़ाई लिखाई पर तवज्जो नही देते थे इसलिए रीटा और किरण दसवीं तक पढ़ कर पढ़ाई छोड़ दी अपनी मर्जी से।
एक दबंग युवक जिसका पढ़ाई में मन नही लगता। पूरा दिन कॉलेज से बाहर मटर गस्ती करना । बीऐ पहली साल में है जैसे तैसे 12 क्लास पास की है इसने।
पापा विजय सिंह पिछले वर्ष गुजर गए कार एक्सीडेंट में । वो भी एक दबंग इंसान थे । इनकी गांव में 50 एकड़ जमीन है जिनकी बदौलत इनके पास अछि दौलत जमा कर रखी है। शहर में काफी प्लाट और दुकाने है जिनसे अछि रकम किराये के रूप में आती है।
शहर से थोड़ा बाहर एक पाश कॉलोनी में विजय ने अपना तीन मंजिल मकान बनाया है। निचली मंजिल पर पांच कमरे है रसोई स्टोर और बाहर गार्डन । मकान के पिछले हिस्से में नोकरो के लिए दो रूम सेट है। जिसमे रोशन और रोशनी रहती है। ऊपर तीन कमरे और स्टोर और उसके उप्पर दो कमरे । तीनो मंजिल पर बाथरूम और टॉयलेट बनवा रखा है। एक सीढ़ी पीछे से सर्वेंट क्वाटर के पास से उतरती है जिसपर दरवाजा लगा है । विजय ने नीचे बेसमेंट में भी कुछ रूम बना रखे है लेकिन वहा नीचे जाने वाली सीढ़ियों पर लॉक लगा था। जिसकी चाभी विजय के गुजरने के बाद कहा है किसी को नही मालूम।
पापा की मौत के बाद संजय ने सब प्रोपर्टी को संभाल लिया था और थोड़ा अपने परिवार की तरफ भी सतर्क हो गया।
संजय ने कॉलेज छोड़ दिया और कोर्स पोंडेंस से पढ़ाई शुरू कर दी।
शहर से बाहर अपने एक खाली घर को उसने अपने मौज मस्ती के लिए तैयार करवा लिया।
शहर में अपनी दुकान में खुद का व्यापार शुरू कर लिया जिसमे घरेलू जरूरत और गारमेंट का काम था। दुकान पर काम करने के लिए दो लड़के( संपत और राजन) और तीन लडकिया (मोना, मंजू, सुमन) रख ली।
कहानी आगे संजू की जुबानी आगे बढ़ेगी। कुछ जगह पर थर्ड वौइस् में।
बेसिकली कहानी इन्सेस्ट ही रहेगी कुछ जगह पर adultry रहेगी।.
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