RE: Hindi Kamuk Kahani मेरे पिताजी की मस्तानी �...
अपडेट 7
इस तरह पिताजी और मेरी सास की कहानी शुरू हो गयी
पिताजी तो कोई चान्स नही छोड़ते थे मेरी सास से बात करने का
जब भी मेरी सास अकेली मिलती तो उनकी मीठी मीठी बाते शुरू हो जाती
पर मेरी माँ के सामने बिल्कुल चुप रहते
रात के खाने पर भी पिताजी ने तारीफ के फूल बाँध दिए
जो सब्जी मेरी सास ने बनाई उसकी तारीफ सबसे ज़्यादा हो रही थी
और पिताजी ने बस उसी सब्जी पे हाथ सॉफ किया
मेरे हॅज़्बेंड भी अपने सास ससुर को देख कर खुश लगे
पर उनके कॉलेज मे एग्ज़ॅम चलने से वो थोड़े बिज़ी थे
पिताजी और माँ तो गेस्ट रूम मे सो गये
फिर नेक्स्ट दिन
मैं तो दिन भर काम करने से सोती रही
पर मेरी सास जिनको सुबह सुबह योगा करने की आदत थी तो वो जल्दी उठ कर योगा करने को तैयार हुई
वही मेरे पिताजी को भी सुबह कसरत करना था पर यहाँ मेरे ससुराल मे
एक दिन से ऐसी क्या नुकसान होगा
पर उनको तो मेरी सास को योगा करते हुए देखना था
तो पिताजी भी उठ कर कसरत करने को छत पर चले गये
हम सब तो सोते रहे लेकिन पिताजी इसका पूरा फ़ायदा उठा रहे थे
मेरी सास तो पहले से योगा कर रही थी
जब से रमेश कमाई करने लगा था तो मेरी सास खुद का ध्यान रखती अच्छे से रहती आराम करती लाइफ को अपने
तरह से जी रही थी
मेरी सास तो सलवार कमीज़ पहन कर योगा कर रही थी
जैसे पिताजी छत पर आए तो उनकी आँखो मे चमक आ गयी
मेरी सास को इस तरह नये आसान मे देख कर जैसे पटाखे फूटने लगे
मेरी सास सुर्य नमस्कार कर रही थी जहाँ वो झुक कर अपने पैरो को छु रही थी
इस पोज़ीशन मे मेरी सास के कमीज़ उपर हो गयी तो उनकी गंद का शेप अच्छे से पिताजी को दिख रहा था
पिताजी को इतने अच्छे नज़ारे की उम्मीद नही थी
पर आज की सुबह तो बन गयी
पिताजी वैसे ही मेरी सास को देखने लगे
जब मेरी सास को लगा कि कोई उनके पीछे है तो वो पलट गयी
पिताजी को देख कर नॉर्मल हो गयी
समधन-आप
पिताजी- आप अपना योगा करते रहिए ,
समधन-पर आप यहाँ , इतनी सुबह
पिताजी- आपको बताया था ना ,कि मैं कसरत करता हूँ सुबह उठ कर ,
समधन-सॉरी भूल गयी थी
पिताजी- आज भी मेरी नींद जल्दी खुल गयी तो सोचा ताज़ी हवा का आनद लिया जाए इस लिए छत पर आया तो आप
मिल गयी
समधन-हाँ वो मैं भी ताज़ी हवा मे योगा कर रही थी , आप भी अपनी कसरत कीजिए
पिताजी- यहाँ कहाँ , यहाँ कुछ समान नही है
समधन-तो फिर
पिताजी- आप अपना योगा लीजिए ,, मैं बस टहल लूँगा
समधन-मैं आपके सामने ,,
पिताजी- कोई बात नही , हम तो एक फॅमिली हैना
समधन-पर
पिताजी- चलो आपकी मुश्किल आसान करता हूँ , आप सूर्य नमस्कार कर रही थी ना
समधन-हां
पिताजी- तो मैं भी वही करता हूँ , आपको कंपनी मिल जाएगी , और कोई परेशानी नही होगी
समधन-ठीक है
और मेरी सास ने पिताजी के लिए जगा बना दी
पिताजी ने अपनी शर्ट निकाल दिया और बनियान मे आ गये
इस से तो मेरी सास थोड़ी शरमाने लगी
पर उननो देखा कि पिताजी नॉर्मल थे तो वो भी योगा करने लगे
दोनो साथ साथ योगा करने लगे
पर पिताजी को तो बस मेरी सास को देखना था
मेरी सास के बदन को अपने आँखो मे बंद करना था
लेकिन वो योगा करते हुए भी मेरी सास को ही देख रहे थे
फिर अचानक मेरी सास की कमीज़ उनके गान्ड मे फस गयी
ये देख कर तो पिताजी का लंड खड़ा हो गया
उन्होने अपनी योगा करना बंद कर दिया
और जब मेरी सास नयी पोज़ीशन मे आई जहाँ उनका एक पैर मुड़ा हुआ था और मेरी सास उपर देख रही थी
उस वक्त पिताजी से कंट्रोल नही हुआ और उन्होने मेरे सास के बदन को टच कर दिया
इस से तो मेरी सास शॉक्ड हो गयी और उतने वाली थी कि पिताजी ने उनको रोक दिया
पिताजी समझ गये थे कि उनसे ग़लती हो गयी
पर पिताजी तो उस खेल मे मास्टर थे
उन्होने बात संभाल ली
पिताजी- आप ग़लत कर रही है
समधन-क्या
पिताजी- आपकी कमर को और मुड़ना चाहिए
समधन-मैं जवान नही हूँ जो इतनी झुक जाउ
पिताजी- पर आप कर सकती है , इस से आपके पीट का दर्द ख़तम हो जाएगा
समधन-मुझसे इस से ज़्यादा नही होता
पिताजी- आप वैसे ही रहिए मैं आपकी मदद करता ही
मेरी सास कुछ कर पाती उस से पहले पिताजी ने उनकी कमर अपने हाथो से पकड़ ली
मेरी सास की पतली कमर पकड़ते ही पिताजी तो जैसे खो ही गये
उनके हाथ तो फिसला कर नीचे जाना चाहता था पर पिताजी ने कंट्रोल किया
और मेरे सास को पीछे की तरफ झुकने मे मदद की
मेरी सास को इस से आराम मिला
और जब आसान पूरा हुआ तो मेरी सास को हल्का हल्का लगने लगा
समधन-अब अच्छा लग रहा है
पिताजी- देखा , अब आपको पीठ मे दर्द नही होगा
समधन-बड़ा अच्छा लग रहा है
पिताजी- आप ना सब आसन अच्छे से नही कर रही है जिस से आपको अच्छे रिज़ल्ट जल्दी नही मिल रहे है
समधन-क्या मतलब
पिताजी- देखा कैसे मैं ने आपको एक मिनिट मे अच्छा रिज़ल्ट दिलाया
समधन-पर मुझसे जितना होता है उतना करती हूँ
पिताजी- मैं आपको बताता हूँ ,, अगर आप चाहे तो
समधन-आपको बहुत कुछ पता है , मुझे बताइए ताकि आगे जाकर मैं अकेली योगा कर सकूँ
पिताजी- ठीक है , आपके बाकी के आसान तो ठीक है पर जब आप झुकती है तब अच्छे से नही करती
समधन-ठीक ही तो करती हूँ , मेरे हाथ पैरो को टच हो जाते है
पिताजी- उतना ही नही होता इस आसान मे , देखिए मैं दिखाता हूँ
और पिताजी ने आगे झुक कर हाथो से पैरो को पकड़ लिया
फिर पिताजी ने अपने सर को घुटनों से चिपका दिया
ये देख कर मेरी सास देखती रह गयी
इस एज मे भी मेरे पिताजी सारे आसन कितने अच्छे से करते है
पिताजी- देखा , इस आसन मे सर को घुटनों से लगाना पड़ता है
समधन-मुझसे नही होगा
पिताजी- धीरे धीरे करना पड़ता है
समधन-ट्राइ करती हूँ
पिताजी- आप कीजिए मैं मदद करूँगा
और मेरी सास ने आसन ले लिया हाथो से पैरो को पकड़ कर झुक गयी
पर सर घुटनों तक जा नही रहा था
पिताजी ने मेरी सास के सर को थोड़ा दबाया
और वैसे ही मेरे सास के सर को दबा कर छोड़ देते
इस से मेरी सास को अच्छा लगने लगा
फिर मेरे पिताजी मेरी सास के पीछे आ गये
तभी मैं मेरी सास के लिए दूध लेकर उपर आ गयी थी पर सीडियो पर ही रुक कर देखने लगी
पिताजी मेरी सास के पीछे आ गये
और मेरी सास की गंद को देखने लगे
मैं पिताजी को मेरी सास की गंद को घूरते हुए देखने लगी
पिताजी का तो हाथ अपने लंड पर था
मेरी सास अभी भी उसी आसन मे थी
तभी मेरे पिताजी ने कुछ सोचा
पिताजी- अब खड़ी होकर फिर से ट्राइ करना इस बार सर को पहले घुटने को लगाने का ट्राइ करना
समधन-जी
और मेरी सास जब झुकने को तैयार हुई तो मेरे पिताजी एक स्टेप आगे आ गये
जैसे मेरी सास झुक गयी तो पीछे से पिताजी को चिपक गयी
पिताजी का खड़ा लंड रगड़ते हुए मेरी सास की गंद मे फस गया
इस से तो मेरी सास शॉक्ड हो गयी
उनको इस बात की उम्मीद नही थी
वो उठने वाली थी कि पिताजी ने पीछे से उनके सर को दबाए रखा
पिताजी- वैसे ही रहिए
समधन-एक मिनिट ,, मुझे प्राब्लम हो रही है
पिताजी- देखिए बस हो गया
और पिताजी भी मेरी सास के उपर झुक गये
ऐसा करते ही उनका लंड तो अच्छे से मेरी सास की गंद पर रगड़ने लगा
मेरी सास को पिताजी का लंड फील हो रहा था
उनको कुछ समझ नही आ रहा था
पिताजी मेरी सास के उपर झुके हुए थे
पर पिताजी मेरी सास की गंद को फील कर रहे थे
अपने लंड की ताक़त दिखा रहे थे
पर इतनी जल्दबाज़ी अच्छी नही थी
तो पिताजी ने उनको छोड़ दिया
पर मेरी सास सोक्ड थी
उनको समझ मे नही आया कि ये जान बुझ कर हुआ कि अंजाने मे
जब वो खड़ी हुई तो पिताजी से अबखे नही मिला रही थी
पर पिताजी नॉर्मल होकर बात कर रहे थे
पिताजी- देखा , आप तो जल्दी सीख गयी
समधन-ह्म्म्म्मम
पिताजी- क्यूँ क्या हुआ ,
समधन-कुछ नही
पिताजी- अब बताइए कैसा लग रहा है
समधन-अच्छााअ
पिताजी- क्यूँ क्या हुआ , आपकी आवज़ बदल गयी है
समधन-लगता है आज के लिए इतना योगा काफ़ी है
पिताजी- ऐसे करते रहना योगा , देखना बीमारी दूर रहेंगी
मेरी सास ने जवाब नही दिया
और सीडियो की तरफ आ रही थी कि मैं उपर आ गयी
कामिनी- माजी आपका दूध
समधन- रहने दे , मेरे लिए नहाने का पानी डाल
पिताजी- बेटा मुझे दो समधन का दूध , मैं पी लेता हूँ
समधन का दूध
इस बात पर ज़्यादा ही ज़ोर दिया
पर मेरी सास वहाँ से चली गयी
और पिताजी अपनी समधन का दूध पी कर अपनी क्रीम निकालने के लिए नीचे चले गये
मैं तो बस देखती रह गयी
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