Hindi Porn Kahani सियासत और साजिश
09-18-2018, 12:10 PM,
#22
RE: Hindi Porn Kahani सियासत और साजिश
गुरमीत: (जैसे ही लकी ने अपने होंठो को हटाया ) लकी में बता नही सकती मुझ कितना अच्छा लग रहा है दिल चाहता है कि तुम हमेशा मेरे होंठो को यूँ ही चूस्ते रहो जब तुम मेरे होंठो को चूसना बंद कर देते हो तो मेरे होंठो मे सरसराहट होने लगती मन करता है एक बार फिर तुम इन्हे चूसो ओह्ह लकी तुमने मुझे क्या बना दिया है लकी मेरे होंठो के प्यास क्यों नही बुझती इन्हे और चूसो इतना कि ये एक दम बेजान पड़ जाए 

लकी ने एक बार फिर से गुरमीत के होंठो को अपने होंठो मे ले लिया और पूरे जोश और मस्ती से चूसने लगा गुरमीत अपनी कमर को नीचे से ऊपेर की तरह उचाकने लगी गुरमीत के हाथ तेज़ी से लकी की पीठ को सहला रहे थे दोनो तरफ आग बराबर लगी हुई थी लकी अब बीच -2 मे गुरमीत के होंठो को काटने लगा जिसे गुरमीत को दर्द का अहसास होने लगा और उसके मुँह से सीईईईईईई की आवाज़ निकल गयी 

लकी: क्या हुआ ज़्यादा ज़ोर से काट गया 

गुरमीत ने लकी की आँखों मे देखा गुरमीत की आँखों मे वासना और कामुकता की लहरे हिलोरे ले रही थी मस्ती का नशा उसकी आँखों मे भरा हुआ था गुरमीत ने ना मे सर को हिला दिया और लकी के फेस को पकड़ कर अपने होंठो को फिर से लकी के होंठो के पास ले जाने लगी

गुरमीत: लकी मैने कहा ना ये गुरमीत पूरी की पूरी तुम्हारी है 

और दोनो पागलों की तरहा एक दूसरे के होंठो को चूसने लगे लकी एक हाथ ऊपेर ले जाकर गुरमीत की चुचियों को मसलने लगा अब लकी के अपने धक्कों की रफ़्तार तेज होने लगी थी लंड फॅक-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा गुरमीत भी लकी का लंड अपनी गान्ड उछाल-2 कर ले रही थी दोनो की जाँघो के आपस मे टकरा कर हॅप-2 की आवाज़ कर रही थी 

गुरमीत: अहह ओह लकी अहह अहह उंह अहह बहुत्त्त्त मजा एयाया रहा हाईईईई अहह अहह सीईईईईईईईईईई उंगगगगगगगगग अहह मे अब एकक पलल्ल्ल्ल क्ीई लईईए तुम्हारे बिना नही रह पाउन्गी ओह लकी और जोर्र्र्ररर सीईई चोदो ओह्ह्ह लकी मेरी फुदीई मैिईन्न्न्न् पाणिीई आनीई वाला है ओह्ह्ह्ह हाई ओह मररर देताआआ अहह 

और गुरमीत की चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया लकी ने भी अपने धक्कों की रफ़्तार बढ़ा दी गुरमीत का बदन एक दम से ऐंठ गया था लकी भी झड़ने के बिकुल करीब पहुँच गया था और उसके लंड ने वीर्य की बोछार करके गुरमीत की चूत की दीवारों को भीगोना चालू कर दिया वीर्य की हर पिचकारी के साथ गुरमीत की चूत की दीवारें सिकुड और फेल रही थी लकी गुरमीत के ऊपेर निढाल हो कर गिर गया गुरमीत ने लकी के बालों को सहलाते हुए उसके होंठो को चूमना चालू कर दिया गुरमीत के फेस एक्सप्रेशन उसकी संतुष्टि को बयान कर रही थी.. दोनो एक दम नंगे बेड पर एक दूसरे से लिपटे लेटे रहे…

लकी गुरमीत के ऊपेर निढाल हो कर गिर गया गुरमीत ने लकी के बालों को सहलाते हुए उसके होंठो को चूमना चालू कर दिया गुरमीत के फेस एक्सप्रेशन उसकी संतुष्टि को बयान कर रहे थे.. दोनो एक दम नंगे बेड पर एक दूसरे से लिपटे लेटे रहे…

गुरमीत: लकी एक बात बताओ मैं क्यों अब एक पल के लिए भी तुम्हारे बिना नही रह पाती हर वक़्त तुम्हें ही याद करती हूँ 

लकी: (हंसते हुए) मुझे या मेरे लंड को 

गुरमीत: (लकी की चेस्ट पर हाथ मारते हुए) तुम भी ना 

लकी: ओके ओके पर मुझे नही पता मैं भी तो दिन रात तुम्हारे ही ख़यालों मे खोाया रहता हूँ 

गुरमीत: झूठ 

लकी: नही सच मे सारा टाइम तुम्हारे बारे मे सोचता रहता हूँ 

गुरमीत; ओह्ह लकी आइ रीयली लव यू 

और लकी गुरमीत के होंठो को अपने होंठो मे ले लेता है और चूसने लगता है लकी ने अपना एक हाथ गुरमीत की छूट के क्लिट पर लगा कर उसे अपने अंगूठे से मसलना चालू कर दिया गुरमीत फिर से मस्त होने लगी 

गुरमीत: ऑश लकी वहाँ नही नही मुझ कुछ होता है 

लकी: क्या होता है 

गुरमीत: आह मुझ नही पता लकी ओह्ह ओह्ह्ह्ह नही लकी बस करो आहह 

लकी ने थोड़ा सा नीचे होकर गुरमीत के एक निपल को मुँह मे ले लिया और चूसने लगा गुरमीत मस्ती मे आकर अपने हाथों के नाख़ून से लकी की पीठ को कुरदेने लगी लकी को अपनी पीठ पर कुछ जलन सी महसूस हुई पर दोनो वासना के समुंदर मे इस कदर डूबे हुए थे उन्हे किसी बात की परवाह नही थी लकी बारी-2 दोनो निपल्स को चूस रहा था गुरमीत के निपल्स एक दम तन चुके थे…

गुरमीत: अहह ह अहह लकईयीयैआइ वहाँ से हाथ हटा लू ओह्ह्ह्ह नही लकी आह अह्ह्ह्ह हाए रब्बा ऑश ओह 

गुरमीत की चूत मे पानी आने लगा उसकी चूत की खुजली एक बार फिर से बढ़ चुकी थी लकी गुरमीत की चुचियों को नीचे की तरफ होने लगा वो गुरमीत के पेट को चूमता हुआ नीचे आने लगा और अपनी जीभ से गुरमीत की गहरी नाभि को चाटने लगा गुरमीत एक दम मचल उठी उसकी सिसकारियाँ पूरे कमरे मे गूँज रही थी…थोड़ी देर गुरमीत की नाभि को चूमने के बाद लकी और नीचे की तरफ जाने लगा…गुरमीत का दिल आज से पहले इतनी तेज़ी से कभी नही धड़का था….लकी ने गुरमीत की जाँघो को फैला कर घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठा दिया गुरमीत की चूत का छेद लकी की आँखों समें खुल सा गया…जो गुरमीत के काम रस से एक दम भीगा हुआ था…लकी ने अपने हाथों के अंगूठों से गुरमीत की चूत की फांकों को फैला दिया….

गुरमीत: अह्ह्ह्ह अहह लकी क्या कर रहे हो ऐसे ना देखो मुझ शरम आती है…
और गुरमीत अपने दोनो हाथों से अपनी चूत को छुपाने की कॉसिश करने लगी..पर लकी ने गुरमीत के हाथों को हटा दिया …गुरमीत की चूत का छेद लकी की आँखों के सामने सिकुड और फेल रहा था…लकी ने झुक कर अपने होंठो को गुरमीत की चूत की फांकों के बीच मे लगा दिया जैसे ही लकी के होन्ट गुरमीत की चूत के छेद पर लगे तो गुरमीत एक दम से सिहर उठी उसका बदन ऐंठ गया…और उसकी गान्ड गद्दे से 4 इंच ऊपेर हवा मे उठ गयी उसने अपने हाथों से अपने बालों को नोचना शुरू कर दिया… गुरमीत अपने आप काबू ना रखी सकी और ज़ोर ज़ोर से सिसकारिया उसके मुँह से निकलने लगी

गुरमीत: ओह्ह्ह लकी नही नही आह आह अहह ईए लड़काअ आह मुझीए पागल्ल्ल कार्क्ीई अहह अहह अहह नहियीई ओह ओह लकी नही ओह्ह्ह्ह नहिी ओह ओह उंघ उंघह 

गुरमीत ने अपने होंठो को अपने दाँतों मे भींच लिया उसकी कमर हवा मे उठी हुई झटके खा रही थी जिससे उसकी चूत का छेद लकी के होंठो पर रगड़ खाने लगा गुरमीत के चूत से पानी आने लगा…पर लकी ने अपने होंठो को वहाँ से नही हटाया …
और थोड़ी देर बाद उसने गुरमीत की चूत की क्लिट को अपने होंठो मे ले लिया और चूसने लगा…गुरमीत से बर्दाश्त करना मुस्किल हो रहा था वो बेड पर छटपटा रही थी उसकी कमर झटके खा रही थी…पर लकी किसी बात पर ध्यान दिए बगैर गुरमीत की चूत की क्लिट को चाट रहा था….गुरमीत इस दौरान एक बार झड चुकी थी…और दुबारा गरम हो चुकी थी …. लकी ने अपने होंठो को उसकी चूत से हटाया और उसकी जाँघो को घुटनो से पकड़ कर अपने लंड के सुपाडे को उसकी चूत के छेद पर टिका दिया… और झुक कर उसके निपल को होंठो मे ले लिया और चूसने लगा…गुरमीत ने अपने होंठो को दाँतों मे भींचे अपनी चूत को ऊपेर की तरफ उछाला लंड चूत के दीवारों को फैलाता हुआ एक ही बार मे अंदर घुस गया…और सीधा गुरमीत की बच्चे दानी के मुँह से जा टकराया गुरमीत के मुँह से आहह निकल गयी वो आह जो किसी प्यासी की प्यास बुझाने के बाद उसके मुँह से निकलती है…गुरमीत ने अपनी बाहें लकी की पीठ पर कस ली…लकी बिना हिले गुरमीत के दोनो निपल्स को बारी-2 चूस रहा था…बाकी काम गुरमीत खुद नीचे लेटे कर रही थी गुरमीत अपनी चूत को ऊपेर की तरफ उछल कर लकी के लंड को अपने चूत मे अंदर बाहर कर रही थी………..
Reply


Messages In This Thread
RE: Hindi Porn Kahani सियासत और साजिश - by sexstories - 09-18-2018, 12:10 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 13,086 06-26-2024, 01:31 PM
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 9,508 06-26-2024, 01:04 PM
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 19,411 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 9,274 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 6,400 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,766,341 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 578,681 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,348,237 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,032,445 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,812,025 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 3 Guest(s)