RE: Hindi Porn Kahani सियासत और साजिश
टीना: भाई लगता है….सुमन दीदी आई हैं….
और टीना भागते हुए अंदर चली गयी….अंदर हाल मे राज और टीना सोफे पर बैठे हुए थी….उनके साथ अजीत शर्मा, बैठा हुआ था…और वीना अंदर किचिन मे थी…सुमन को देखते ही…टीना उसकी तरफ तेज़ी से बढ़ी….और सुमन भी सोफे से खड़ी हो गयी….दोनो बहनें एक दूसरे के गले लगी…टीना की आँखों मे आँसू झलक आए…
सुमन: अर्रे पागल हो क्या, क्यों रो रही हो….
टीना: (मुस्कुरा कर अपने आँसू सॉफ करते हुए) दीदी आपके जाने के बाद ये घर एक दम सूना सा हो गया है…आप की बहुत याद आती है…..
सुमन: मुझ भी आप सब की बहुत याद आती है.
ये कहते हुए सुमन की आँखों मे भी आँसू आ गये….अमित वहाँ दूर खड़ा सब देख रहा था…जब राज ने उसे इस तरहा से देखा तो…उसने अमित से पूछा.
राज : कैसे हो अमित.
अमित: ठीक हूँ…
ये कह कर वो सीधा अपने रूम मे चला गया…..टीना सुमन को साथ लेकर अपने रूम मे आ गयी, और उससे बातें करने लगी….उधर अमित अपने रूम मे तेज़ी से इधर उधर टहल रहा था…उसे कुछ समझ मे नही आ रहा था, कि वो क्या करे …अब बहुत देर हो चुकी थी….और बिना सोचे समझे कुछ भी करना ठीक नही था…तभी उसे टीना के रूम से सुमन और टीना के हँसने की आवाज़ आई….वो सीधा टीना के रूम मे चला गया…
जैसे ही अमित रूम मे आया, तो सुमन खड़ी हो गयी…और अपने भाई के गले लग कर उससे उसका हाल चाल पुन्छने लगी….
सुमन: क्या बात है अमित….मुझसे बात किए बिना ही अंदर चला आया…अपनी दीदी से बात नही करेगा….
अमित: (होंठो पर झूठी मुस्कान लाते हुए) नही दीदी ऐसे बात नही है…दरअसल मेरी तबीयत कुछ ठीक नही थी आज…..आप कैसे हो…
सुमन: मे ठीक हूँ….
अमित: दीदी आप वहाँ खुश तो है ना ?
सुमन: हां मे खुस हूँ….बहुत खुस….
अमित: दीदी मुझ आपसे कुछ बात करनी थी….
सुमन: हां बोल ना क्या बात है…
अमित: दीदी अकले मे….
सुमन: ऐसी क्या बात है जनाब…
अमित: दीदी प्लीज़…
सुमन: अच्छा-2 चल तेरे रूम मे चल कर बात करते हैं….
दोनो अमित के रूम मे आ गये….
सुमन: बेड पर बैठते हुए) हाँ अब बोल क्या बात है.
अमित: वो बात ऐसी है वो मे…
सुमन: ये वाउ ओ क्या कर रहा है….सही से बोल ना क्या कहना चाहता है….
अमित की आँखों मे आँसू आ गये….सुमन जल्दी से खड़ी हुई, और अमित के झुके फेस को अपने हाथों मे भरते हुए, ऊपेर उठा कर उसके आँसुओं को सॉफ किया….
सुमन: पागल लड़कियों की तराहा क्यों रो रहा है…
अमित: मुझ माफ़ कर दो दीदी मुझ से बहुत बड़ी ग़लती हो गयी है….
सुमन: तू बता तो सही क्या कहना चाहता है…
अमित ने अपने आँसुओं को सॉफ किया, और सुमन को सारी बात बता दी….सुमन के पैरो तले से ज़मीन खिसक गयी….उसकी आँखे खुली की खुली रह गयी….उसे यकीन नही हो रहा था, कि अमित ने जो कहा वो सच है…..अमित की बात सुन कर सुमन की आँखे भी आँसू से भर गये….
अमित: दीदी मुझ लगता है…हमे ये बात मम्मी पापा को बता देनी चाहिए….
सुमन: (जल्दी से अपने आँसुओं को सॉफ करते हुए) नही अमित..ये ठीक नही होगा…वो तो पहले से बहुत दुखी हैं…ऐसे मे अगर उन्हे ये बात पता चली, उनके दिल पर नज़ाने क्या बीते गे….और वैसे भी अब बहुत देर हो चुकी है…तुम ये बात किसी को नही कहोगे…अब यही मेरी जिंदगी की नीयती है…प्लीज़ मम्मी पापा से कुछ ना बोलना…
अमित: पर दीदी ?
सुमन: तुम्हे मेरी कसम अमित. प्लीज़ तुम ये बात किसी को नही बताओगे…
तभी अजीत शर्मा अमित के रूम मे आ गया…..
अजीत शर्मा: अब दोनो भाई बेहन बातें ही करते रहोगे..चलो नीचे नाश्ता तैयार है कर लो….मे टीना को बोल कर आता हूँ…
सुमन बुझी हुई सी नीचे आ गयी….अमित वहीं अपने रूम मे बैठा , अपनी किस्मत को कोस रहा था….अब वो चाह कर भी कुछ नही कर सकता था….भले ही राज का सुमन को पाने का रास्ता ग़लत था….पर उसने सुमन से शादी की थी….वहाँ से चलने के बाद जब राज और सुमन हवेली की ओर जा रहे थे…..तब सुमन का फेस एक दम उतरा हुआ सा था…उसकी तो एक ही पल मे सारी खुशियाँ छीन ली गयी थी…उसे पति तो मिला. पर दौलत के नशे मे उसके पति की आँखे बंद थी….
आज राज की शादी को तीन महीने हो चुके थी….जून का मंथ शुरू ही हुआ था, और साहिल की सम्मर वकेशन स्टार्ट हो चुकी थी….जैसे ही साहिल घर वापिस आया, तो वो डॉली से गाँव जाने की ज़िद्द करने लगा….और आख़िर डॉली ने साहिल की बात मानते हुए, गाँव जाने का फैंसला कर लिया….अगले ही दिन साहिल डॉली और रवि तीनो गाँव पहुँच गये…..राज अपनी बेहन और भानजे को देख कर बहुत खुश हुआ,….
दोस्तो मे आप को यहाँ पर ये बता देना चाहता हूँ, कि ये उस समय की बात है जब मोबाइल फोन की शुरुआत भी नही हुई थी.….और अगर किसी का हाल चाल जानना होता तो लॅंड लाइन के सहारे रहने पड़ता था…जिस दिन डॉली साहिल और रवि गाँव पहुँचे , तो अजीत शर्मा (डॉली का ससुर) गाँव हवेली मे फोन करना भूल गया था, कि डॉली और साहिल ठीक से पहुँचे है कि नही…..
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