Hindi Porn Stories कंचन -बेटी बहन से बहू तक का सफ़र
08-13-2017, 12:48 PM,
#33
RE: Hindi Porn Stories कंचन -बेटी बहन से बहू तक का सफ़र
गतान्क से आगे ......

“ जिस दिन तेरे जीजाजी गये उसके अगले दिन मैं तेरे और सुधीर के बीच सब बातें सुन चुकी हूँ. क्या क्या बता रहा था तू सुधीर को?” अब तो विकी के माथे पे पसीना आ गया. वो हकलाता हुआ बोला,

“ आपने सब सुन लिया? मैने ऐसा वैसा तो कुच्छ नहीं कहा.”

“ हाया…न… ऐसा वैसा कुच्छ नहीं कहा, सिर्फ़ विस्तार से अपनी बेहन की चुदाई का आँखों देखा हाल सुधीर को सुना दिया. जीजाजी तो काम कला में अनाड़ी हैं ना? तू बड़ा माहिर है ? और अब तो तेरे लंड को भी तेरी दीदी की चूत नसीब हो गयी है. अंधेरे का फ़ायदा उठा के तूने भी अपनी बेहन को ही चोद दिया.”

“ नहीं दीदी ये तो अंजाने में अंडर घुस गया.”

“ विकी सच सच बोल. दीदी को चोदने का मन करता है?”

“ हां दीदी बहुत करता है.”

“ क्यों?”

“ आप हो ही इतनी सेक्सी. जब से जवान हुआ हूँ आपके लिए तरस रहा हूँ.”

“ अच्छा अगर तुझे किसी और लड़की की दिला दूं तो?”

“ नहीं दीदी मुझे किसी और लड़की की नहीं चाहिए, मुझे तो सिर्फ़ आपकी…….”

“ हाँ हां बोल क्या बोल रहा है?”

“ दीदी मुझे तो सिर्फ़ आपकी ही चाहिए.एक बात और बोलूं तो आप बुरा तो नहीं मानोगी?”

“नहीं मानूँगी, बोल.”

“ आधा लंड तो आपकी चूत में घुस ही चुका है. अब पूरा भी अंडर चला जाए तो क्या फरक पड़ेगा? सिर्फ़ आज चोद लेने दो प्लीज़! आज के बाद फिर ऐसी ग़लती नहीं करूँगा.” विकी शरमाता हुआ बोला.

“ ये क्या कह रहा है विकी? एक भाई का अपनी सग़ी बहन को चोदना ठीक बात नहीं है.ये पाप है.”

“ किसी को पता नहीं लगेगा. आप कितनी अच्छी हो दीदी. मैने आज तक किसी लड़की को नहीं चोदा है.” विकी गिड़गिडता हुआ बोला.

“ देख विकी ये बात अच्छी तो नहीं है लेकिन अब तू मुझे आधा तो चोद ही चुका है, इसलिए मैं तुझे सिर्फ़ आज एक बार चोदने दूँगी. आज के बाद फिर कभी इस बारे में सोचना भी मत.”

“ सच दीदी ! आप कितनी अच्छी हो. लेकिन मैं तो चुदाई की कला में अनाड़ी हूँ, आपको सीखाना पड़ेगा. ” ये कहते हुए वो मेरी चूचियाँ मसल्ने लगा. मेरी चूत बुरी तरह से गीली हो गयी थी. मैं उसके विशाल लंड और बॉल्स को सहलाने लगी.

“ ठीक है सिखा दूँगी.”

“ लेकिन दीदी आप अपना गाउन तो उतार लो.”

“ क्यों गाउन उतारने की क्या ज़रूरत है?”

“ सिर्फ़ एक ही बार तो चोदना है, पूरी नंगी कर के चोदुन्गा.” ये कह कर विकी ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर खींच लिया और मुझे उठा के खड़ा कर दिया. फिर उसने मेरा गाउन उतार दिया और अपनी लूँगी को जो उसके पैरों में फँसी हुई थी निकाल फेंका. अब हम दोनो बिल्कुल नंगे थे. मैने पहली बार विकी का तना हुआ लंड इतने करीब से देखा और मेरी तो चीख ही निकल गयी.

“ ऊई मा ये क्या है?”

“ लंड है दीदी. आपने मेरा लंड पहले कभी नहीं देखा?”

“ तूने सब्को अपनी तरह समझ रखा है क्या ? मैं तेरी तरह तान्क झाँक नहीं करती.”

“ तो हाथ लगा के देखो ना.”

मैं उसके विशाल लंड को हाथ में ले कर सहलाती हुई बोली,

“ हाई राम! विकी तुझे पता है तेरा लंड कितना लंबा और मोटा है? इतना बड़ा लंड आदमियो का तो होता नहीं, ऐसा लंड तो घोड़े का होता है.”

“ हां दीदी एक दिन नापा था. एक फुट लंबा है और गोलाई में 8 इंच है.”

“ बाप रे! लंड है या बिजली का खुम्बा? पता नहीं मैं इसे झेल भी पाउन्गि या नहीं. ”

“ क्यों दीदी जीजाजी का भी तो ख़ासा मोटा है. उनका लंड तो आपकी चूत में बड़ी आसानी से जा रहा था.”

“ उनका लंड तो आदमी का लंड है ना घोड़े का तो है नहीं और ना ही मैं घोड़ी हूँ जो इस लंड को झेल सकूँ.” मैं प्यार से विकी के विशाल लंड पे आगे पीछे हाथ फेरने लगी. मेरी उंगलिओ के घेरे में तो उसका लंड आ नहीं रहा था. आज मेरा बरसों का सपना साकार होने जा रहा था लेकिन डर भी लग रहा था की कहीं मेरी चूत फॅट ना जाए. विकी ने मुझे बाहों में भर लिया और मेरे होंठों को चूमने लगा. एक हाथ उसने मेरी टाँगों के बीच डाल दिया और मेरी चूत को अपनी मुट्ही में भर लिया. धीरे धीरे वो मेरी लंबी लंबी झांतों में हाथ फेर रहा था और कभी कभी चूत की दोनो फांकों के बीच उंगली रगड़ देता. फिर उसने दोनो हाथों से मेरे विशाल चूतरो को सहलाना शुरू कर दिया और उसका लंड मेरी चूत से टकराने लगा. मैने पंजों के बल ऊपर हो कर उसके लंड को अपनी टाँगों के बीच में ले लिया. ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी पेड़ की मोटी टहनी पे टाँगें दोनो तरफ किए लटक रही थी. विकी का उतावलापन बढ़ता जा रहा था. मेरे चूतरो को मसलता हुआ बोला,दीदी आपके चूतेर भी बहुत सेक्सी हैं.” मैं वासना की आग में बुरी तरह जल रही थी. विकी फिर बोला,

“ अब चोदु दीदी?”

“ हुउँ, चोद ले”. विकी ने मुझे अपनी बाहों में उठा के बिस्तेर पर चित लिटा दिया. उसने मेरी टाँगों को चौड़ा किया और मोड़ के मेरी छाति से लगा दिया. इस मुद्रा में मेरी फूली हुई चूत और भी ज़्यादा उभर आई और उसका मुँह ऐसे खुल गया जैसे बरसों से लंड की प्यासी हो. विकी गौर से मेरी चूत के खुले हुए छेद को देख रहा था. फिर अचानक उसने मेरी टाँगों के बीच मुँह डाल दिया. वो जीभ से मेरी चूत के खुले हुए होंठों को चाटने लगा.
Reply


Messages In This Thread
RE: Hindi Porn Stories कंचन -बेटी बहन से बहू तक का सफ़र - by sexstories - 08-13-2017, 12:48 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,711,915 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 570,363 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,323,401 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,006,726 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,775,551 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,182,622 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,127,611 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,648,942 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,221,236 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 305,383 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 6 Guest(s)