RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
अगले दिन जब उठा तो तबीयत ठीक थी नाश्ता किया ओर कालेज चला गया आज भी दिल
तो कर रहा था की बंक करके घर वापिस आ जाउन ओर मोम की चुदाई देखु पर आज एसा
नही कर सकता था आज कालेज जाना ज़रूरी था क्यूकी आज नोट्स सब्मित करवाने थे
इसलिए छुट्टी होने तक कालेज मे ही बोर होता रहा ,,जब छुट्टी हुई तो सोनिया को
लेके घर आ रहा था तभी सोनिया ने बोला भाई मुझे कविता के घर छोड़ देना मुझे
कुछ काम है,,,,मैने उसको कविता के घर छोड़ा ओर खुद घर की तरफ चल पड़ा,,,
घर पहुँच कर खाना खाया ओर अपने रूम मे चला गया तभी कॉफी पीने का दिल किया
सोचा की मों को बोलता हूँ कॉफी बनाने के लिए जैसे ही नीचे गया तो देखा मों अपने
रूम मे नही थी जब मैं किचन की तरफ गया तो देखा की मों ओर मामा दोनो बाँहों
मे बाँहे डाल कर किस कर रहे थे पहले तो मैने सोचा की अंदर चला जाउन पर
मेरी हिम्मत नही हुई,,फिर मैं पीछे मूड गया ओर वापिस सीडियूं के पास जाके आवाज़
लगाई,,,,,मों मुझे एक कप कॉफी बना दो प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ आवाज़ लगाने के बाद ही जल्दी से
मामा किचन से बाहर आ गया,,,ओर पीछे-2 मों भी,,,,अरे मेरे बेटे को कॉफी पीनी
है,,मुझे तो लगा था तुम खाना ख़ाके सो गये हो,,,,हाँ यही लगा होगा तुझे तभी
तो किचन मे भी रंग रलिया मानने मे बिज़ी थी,,,,,,,,नही मों नींद नही आई आज
इसीलिए कॉफी पीने का दिल किया ठीक है बेटा तुम बैठो मैं अभी कॉफी बना देती
हूँ..मों ने कॉफी दी मुझे ओर मैं कॉफी लेके उपर रूम मे चला गया कॉफी पीते
हुए मैं सोचने लगा की मों को कैसे चोदा जाए,,,मामा ने एसा क्या किया था की भाई
को राज़ी कर लिया था अपनी ही मों को चोदने के लिए ओर मामा ने मों को कैसे चोदा होगा
पहली बार,,कॉफी ख़तम हो गई ओर मैने वापिस गेम खेलना शुरू कर दिया,,,,मुझे
गर्मी का एहसास हुआ ओर शावर लेने का दिल किया,,,जब मैं बाथरूम मे गया तो मुझे
याद आया की साथ वाले बाथरूम मे कोई चूत मे उंगली करता है बुआ या शोभा दीदी
ये नही पता,,,,मैने सोचा की मों को तो नंगी देख चुका हूँ क्यू ना शोभा दीदी ओर
बुआ को भी देखा जाए,,मैं कोई तरीका खोजने लगा साथ वाले बाथरूम मे देखने का
पर दीवार मे कोई होल नही था कोई तरीका नही था उधर देखने का,,तभी मैने
देखा की देवार पे एक लकड़ी का बॉक्स था जिसमे ब्रश,,शॅमपू ,,साबुन पड़ा होता है,,
उस बॉक्स के पीछे की दीवार भी लकड़ी की थी वहाँ कोई ब्रिक ओर सेमेंट की दीवार नही
थी,,,मैं बाहर रूम मे गया ओर स्क्रूड्राइवर ले आया ओर बॉक्स की दीवार मे होल करने की
कोशिश करने लगा,,,,बॉक्स दीवार पे फिट नही किया हुआ था बल्कि दीवार मे जगह बना
कर दीवार के अंदर फिट किया हुआ था,,करीब 15-20 मिनिट की कोशिश के बाद मैं एक
छोटा सा होल बनाने मे सफल हो गया,,मैने उसमे से देखा तो मुझे बुआ के बाथरूम
का कुछ हिस्सा नज़र आने लगा मैं खुश हो गया पर मुझे डर भी था कहीं सोनिया या
क़िस्सी ओर को इसके बारे मे पता नही चल जाए इसलिए मैने वहाँ पर एक काग़ज़ का
छोटा सा पीस फसा दिया ओर उसपे लकड़ी जैसा पैंट कर दिया ताकि क़िस्सी को पता नही
चले ओर उसके सामने शॅमपू की बॉटल रख दी,,वो मेरा शॅमपू था इसलिए मुझे पता
था सोनिया इसको नही उठा सकती वैसे भी उसका शॅमपू बॉक्स की नीचे वाली शेल्व पे
रखा हुआ था,,अब मैं रात का वेट करने लगा जब कोई इस बाथरूम मे आएगा ओर अपनी
चूत मे उंगली करेगा,,बाहर निकल कर मैं दोस्तो क पास चला गया ओर डिन्नर टाइम
पे घर आ गया आब रोज रोज मेरा दिल भी नही करता डेड से गाली खाने को, सबके
साथ डिन्नर करके मैं अपने रूम मे चला गया अभी 9:30 हुए थे तो मैं गेम खेलने
लगा तभी सोनिया अंदर आई ओर बेड पे लेट गयी,,गेम खेलते-2 10:30 हो गये अब मुझे
लगा की बाथरूम मे चलना चाहिए क्यूकी 2 रातों से मैं इसी टाइम बाथरूम मे जाता
था तब कोई ना कोई बुआ के बाथरूम मे होता था,,मैने बाथरूम मे जाके कपड़े उतरे
ओर शावर आन कर दिया फिर मैने लाइट ऑफ करके बॉक्स को खोला लाइट इसलिए ऑफ की
ताकि बुआ के बाथरूम मे क़िस्सी को मेरे बाथरूम से आने वाली लाइट से होल का पता
चल सकता था,,,,,लाइट ऑफ करके मैने बॉक्स खोला ओर उस कागज के टुकड़े को होल मे
से निकाला ओर बुआ के बाथरूम मे देखने लगा मेरी टाइमिंग बिल्कुल ठीक थी,,बुआ शावर
ले रही थी,,बुआ को देख कर मैं बहुत खुश हुआ क्यूकी बुआ का नंगा जिस्म बहुत अच्छा
लग रहा था,,बड़े बड़े बूब्स लेकिन मों से ज़्यादा बड़े नही थे,,लेकिन बुआ का
फिगर बहुत मस्त था,,,38 28 40,,,,,क्या मस्त फिगर था ओर कमाल की बॉडी मेरा बुरा
हाल हो गया,,बुआ ने शावर बंद किया ओर साबुन उठा कर बॉडी पे लगाना शुरू किया.
पहले गर्दन पे फिर गर्दन से होते हुए बूब्स पे फिर पेट पर ओर फिर बुआ ने अपनी
एक तंग उठा कर टाय्लेट सीट पे रखी ओर हल्का सा झुक कर टाँग पे साबुन लगाने
लगी मेरा तो हाल बुरा था ,पहले एक टांग पर फिर दूसरी पर क्या बताउन इस टाइम बुआ
कैसे लग रही थी एक दम सुसमिता सेन बस रंग सांवला था पर बुआ पे सांवला रंग ही
सूट करता था क्यूकी उनके नैन नक्श बहुत अच्छे थे ,,फिर बुआ ने शावर आन किया
ओर साबुन को बॉडी से हटाने लगी ओर पूरी बॉडी पे हाथ फेरने लगी,,हाथ फेरते हुए
बुआ अपने बूब्स को बड़े प्यार से सहला रही थी तभी बुआ ने अपना एक हाथ अपनी
चूत पे रख दिया ओर चूत को सहलाने लगी बुआ एक हाथ से चूत सहला रही थी ओर
दूसरे हाथ से बूब्स को मसल रही थी आहह उऊहह
आआआआआअहह मैं समझ गया की रोज इस टाइम बुआ बाथरूम मे आती
है ओर चूत मे उंगली करती है,,,तभी तो 2 दिन से इसी टाइम मुझे बाथरूम से एसी
आवाज़ आती थी,,,,
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