RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
कुछ देर बाद मैने देखा कि पूजा बेड पर ऐसे लेट गई जिस से उसका सर मेरे ऑर मनीषा के करीब बेड के
एक दम बीचो बीच था ऑर टाँगे ज़मीन पर थी वो करण को नीचे जाने को बोल रही थी लेकिन करण समझ नही
पा रहा था,,,,,साला पहली चुदाई मे मैं भी इतना परेशान नही हुआ था जितना करण हो रहा था,,,,करण को
समझाने के लिए मैने भी मनीषा की ठीक वैसे ही लेटा दिया ऑर उसके सर को पूजा के सर के पास करके उसकी
टाँगों को ज़मीन पर बेड से नीचे कर दिया ऑर खुद भी बेड से नीचे की ओर गया ऑर मनीषा के उपर झुक कर उसकी
चूत मे लंड डाल दिया,,,अब करण ने मुझे देखा ऑर ऐसा ही करते हुए पूजा के उपर झुक गया ऑर लंड को
पूजा की चूत मे घुसा कर खुद चुदाई करने लगा लेकिन अभी उसकी स्पीड स्लो थी तभी पूजा ने अपनी टाँगों
को उसकी कमर पर कस दिया ऑर हाथों से उसकी पीठ को पकड़ कर उसके नीचे अपनी तरफ खींच लिया ऑर उसकी
गान्ड पर अपने हाथ रखकर उसको तेज़ी से उपर नीचे करने लगी करण ने भी पूजा की बात सुनते हुए अपने स्पीड
तेज करदी ऑर कुछ ही पल मे वो भी तेज़ी से पूजा की चूत को चोदने लगा,,,पूजा और मनीषा का सर एक दूसरे के
करीब था जबकि मैं ऑर कारण ज़मीन पर खड़े हुए थे ऑर उन्दोनो पर झुके हुए उनकी चूत को चोद रहे
थे,,,करण भी कुछ हद तक सीधा खड़ा हो गया था ऑर तेज़ी से पूजा को चोदने लगा था,,,,अब पूजा को
मज़ा आने लगा था ऑर बहुत ज़्यादा मज़ा आने लगा था उसकी सिसकियों से ये पता चला रहा था लेकिन तभी मनीषा
की सिसकियाँ भी शुरू हो गई,...........
आआआआआहह उूुुुुुुउऊहह ीसस्सीए हहिि त्टीज्जजििीइ ससीईए म्मीरीइ
कच्छूटतत कक्कूव छ्छूओड़दूव क्कररान्ण ऊओरर त्टीजज ,,,,कख़ूब्ब ंमज़्जाअ ल्लूओ मईरीइइ चुत क्काअ ऊरर
म्मूउज़्ज्झहहीए बभिि ंमाज़्जाअ द्दूऊव आआहह उूुुउऊहह ऊओरर त्टीज्जज क्काररू क्कारराँ
आहह प्पूउर्र्राा उउन्नड़दीर्रर ग्घहुउस्साअ द्दूव आपपंनीई ल्लुउउन्न्ञदड़ ककूऊ ऊरर टीज्जिि सस्ससी
क्कार्र्रूऊ ऊरर त्तीएज्जीइ ससीई,,,,,,,कारण भी पूजा की सिसकियाँ सुनता हुआ उसके चेहरे की तरफ़ देख रहा था ऑर
शायद पूजा की सिसकियों से वो भी मस्ती मे आ गया था उसने स्पीड ऑर तेज करदी थी ,,,,,,,,,,,इधर मनीषा का भी
यही हाल था,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ओर्र्र्र्ररर त्तीएज्ज्ज क्कार्र्रूऊ ससुउन्नयययी ऊऊरर त्टीज्जज्ज प्पूउर्राा ल्लुउन्ड्ड़
ग्घूउसाआ द्दूव म्मीरीईइ कक्च्छूवततत म्मईए पफहाआद्द्ड़ ददाआल्लूऊओ म्मीर्ररिईईई कच्छूवततत कककू
आआअहह ऊऊओरर्र्रर ट्टीज़्ज़ज्ज्ज आआहह बभहुत्त्त ंमाज़्ज़जाअ एयेए र्राहहाअ हहाआऐययईईईईई
ससुउउउन्न्ञन्नययययी ऊओरर त्टीज्जज क्काररूव प्पल्ज़्ज़्ज़्ज़ ऊरर तीज्ज क्कार्रूऊ,,,,,,,,,,मैने भी स्पीड तेज करदी ऑर
कमरे मे सिसकियाँ ऑर पच पच की आवाज़ गूंजने लगी थी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,करीब 5-7 मिनिट बाद मैने लंड
को मनीषा की चूत से निकाल लिया ऑर उसको उठा दिया ऑर लंड को उसके मुँह मे घुसा दिया उसने भी मेरे लंड को
चूसना शुरू कर दिया फिर मैने उसकी बेड पर कुतिया की तरह झुका दिया ऑर पीछे से उसकी गान्ड को अपने दोनो
हाथों से खोल कर लंड को गान्ड मे घुसा दिया मेरा लंड उसके थूक से काफ़ी चिकना हो गया था जो पहली बार
मे ही आधा अंदर चला गया था वैसे भी अब उसकी चूत पहले से थोड़ी ज़्यादा खुल गई थी ,,लेकिन मेरा मूसल
भी काफ़ी मोटा था इसलिए अंदर जाते ही उसने गान्ड को ओर ज़्यादा खोल दिया जिस से एक हल्का दर्द से होने लगा था
मनीषा के मुँह से बड़ी बड़ी आअहह निकलने लगी थी ,,,,,,तभी मैने देखा कि पूजा गर्दन घुमा
कर हमें देख रही थी ऑर उसने भी जल्दी से उठकर करण के लंड को मुँह मे लिया ऑर कुछ देर चूसने के बाद खुद
कुतिया की तरह बेड पर झुक गई ऑर खुद ही करण के लंड को पकड़ कर अपनी गान्ड के होल पर रखा मैने
करण की तरफ देखा तो वो थोड़ा परेशान लग रहा था लेकिन जल्दी ही उसने खुद को आगे पीछे करना शुरू कर दिया
था ऑर पूजा की सिसकियाँ भी फिर से शुरू हो गई थी,,,,पूजा ऑर मनीषा के फेस एक दूसरे के बेहद करीब थे ऑर
उन दोनो ने एक दूसरे को किस करना शुरू कर दिया था करण झटके लगाते हुए उन दोनो को किस करते देख दंग
रह गया था,,,,,,,,,,बच्चा पहली बार मे कितना कुछ देख रहा था परेशान होना तो लाजमी था,,,,,,,,पूजा ऑर
मनीषा दोनो एक दूसरे को किस करने मे लगी हुई थी ऑर इधर मैं ऑर करण दोनो की गान्ड को जमके चोदने
मे लगे हुए थे,,,,,,,लेकिन करण ज़्यादा देर टिक नही पाया ऑर टाइट गान्ड की लंड पर पकड़ होने से उसका पानी
निकल गया था ओर वो ज़मीन पर ही थक कर लेट गया था,,पूजा ने एक बार पीछे मूड कर देखा ऑर जल्दी से उठके
मेरे पास आ गई ऑर अपने हाथ से अपनी बेहन की चूत को सहलाने लगी जिस से मनीषा का भी पानी निकल गया इतना
टाइम पूजा मुझे किस करती रही,,,,,उसका मकसद यही था कि वो जल्दी से मनीषा को झाड़ दे ऑर खुद मेरे से
चुदाई करवाने लग जाए,,,,क्यूकी उसको पता था मेरा पानी जल्दी नही निकलता,,,,वैसे करण की पहली चुदाई थी
शायद इसलिए उसका काम जल्दी हो गया था ऑर मनीषा की गान्ड मे भी मेरा मूसल अच्छी तरह रगड़ ख़ाता हुआ
अंदर बाहर हो रहा था ऑर साथ मे पूजा का हाथ उसकी चूत को सहला रहा था इसलिए उसका भी पानी जल्दी ही निकल
गया,,,,,
मनीषा के साइड होते ही पूजा खुद उसी जगह कुतिया बन गई ओर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी गान्ड पर
रखा मैने भी जल्दी से लंड को उसकी गान्ड मे घुसा दिया ऑर एक ही बार मे पूरा घुसा दिया उसकी भूखी
गान्ड भी एक ही बार मे मेरे पूरे मूसल को निगल गई थी,,, मेरे हाथ उसकी कमर पर थे ऑर मैं तेज़ी से
उसकी गान्ड को चोदने मे लगा हुआ था,,,आहह ईइससस्स म्मूसााल्ल्ल ससीई आअस्सल्लीइीईई
म्माज्जाअ आय्या हहाइी गगाणन्दड़ च्छुद्दाी काअ आअब पपाटता ल्लाग्गा हहाऐ क्कीिई गाआंन्ंदड़
म्मईए ककुउक्च्छ गग्यया हहाऐईइ ,आआआआहह उुउऊहह हमम्म्मममम
त्तहूड्दाअ त्तीज्ज्ज क्कार्रूऊ न्नाअ ससुउन्नययी म्मीर्रा बाआस्स हहूओंनी हहिईिइ व्वाल्लाअ हहाइईइ
ज्जाल्लदददीई क्काररूव ससुउन्नययी मैने स्पीड ऑर तेज करदी क्यूकी मेरा भी पानी निकलने वाला था ऑर मैं पूजा
के साथ ही झड़ना चाहता था ऑर ऐसे ही हुआ 2-3 मिनिट बाद पूजा ऑर मैने एक साथ तेज़ी से आह भरते हुए
पानी छोड़ दिया ऑर बेड पर गिर गये,,,,,,,,,,,,,,
मज़ा आ गया सन्नी भाई बहुत शुक्रिया आपका जो आपने मुझे पहली बार चूत चोदने का मोका दिया मैं आपका बहुत
शुक्रगुज़ार हूँ कि पहली बार की चुदाई मैं ऐसी खूबसूरत लड़की से कर रहा हूँ,,करण ने पूजा की तरफ इशारा
करते हुए बोला,,,,,,पूजा भी मुस्कुराने लगी,,,
अबे थॅंक्स काहे का भाई मैं तो मस्ती करने आया था तो तेरा ख्याल आ गया ऑर पूजा ने भी हाँ करदी ,,सो मैने तेरे
को यहाँ बुला लिया ,,थॅंक्स बोलना है तो मुझे नही पूजा को बोलो,,,,,,,,,,,,,
थॅंक्स पूजा जी आपने हमें इस क़ाबिल समझा ऑर हमें अपनी मस्त चूत मारने का मोका दिया हम आपका एहसान कैसे
चुका सकते है,,,,,,,,,,,,,
पूजा ने हँसते हुआ जवाब दिया,,,थॅंक्स ही करना है तो एक मोका देती हूँ तुमको आज की पूरी
रात मुझे सोने मत देना,,
,हम सब हँसने लगे तभी कारण का ध्यान मनीषा की तरफ गया,,,,,मैं समझ गया वो
क्या चाहता था ,,,,,,,,,,,,,,,,
सन्नी--क्या हुआ करण भाई ऐसे क्या देख रहे हो,,,,,
करण--,कुछ नही सन्नी भाई मैं सोच रहा था कि अगर एक बार ,,,,,,,,,,,,,,,,
करण की बात को बीच मे टोकते हुए मैने पूजा को आँख मारी ऑर बोला ,,,,नही करण
भाई अभी इतनी जल्दी नही पहले तुम पूजा के साथ ही मस्ती करो बाद मे इसका नंबर आएगा तेरे साथ तब तक इसकी
चूत की ज़िमेदारी हमारी है,,
मेरा साथ देते हुए पूजा भी बोल पड़ी,,,,,,,,हाँ सही बोला सन्नी तुमने मैने इसको
यहाँ बुलाया है तो पहले मैं अपनी चूत की प्यास बुझाउन्गी इसके प्यारे लंड से फिर बाद मे जब मेरा दिल भर
जाएगा तब इसके लंड को मनीषा की चूत का रास्ता दिखाउन्गी,,,पहले तो मैं ही निचोड़ूँगी इस मतवाले लंड का सारा
रस,,,,,,इतना बोलते ही पूजा ने फिर से करण के लंड को हाथ मे लेके मसलना शुरू कर दिया ऑर साथ ही करण के लिप्स
को भी अपने लिप्स मे भर लिया ,,,,
इधर मैने भी मनीषा को अपने पास किया ऑर हल्के से किस करते हुए उसके बूब्स
दबाने लगा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मैने आज एक चीज़ नोट की थी कि अब मनीषा का जिस्म भी पहले से ज़्यादा भारी हो गया
था पहले वो स्लिम थी लेकिन अब पूजा की तरह भरे बदन वाली होने लगी थी शायद ये चुदाई का कमाल था उसके
फेस पर भी एक अजीब सी चमक थी,,बहुत ग्लो था उसके फेस पर जैसा लड़की की शादी एक 2 महीने बाद होता है अपने
पति से लगातार चुदने के बाद,,,,,,तभी तो करण भी मनीषा की चूत मारना चाहता था क्यूकी अब वो भरे
जिस्म वाली मस्त लड़की लगती थी,,,
उस रात करीब या 4 या 5 बार मैने मनीषा की गान्ड मारी ,,मैने उसकी चूत नही मारी उस रात,,,,,,,,,ऑर करण
ने भी इतनी बार ही पूजा की चूत ऑर गान्ड दोनो मारी करण भी मेरी तरह चूत से ज़्यादा पूजा की गान्ड का दीवाना
हो गया था ऑर हर बार उसने पूजा की गान्ड मे ही पानी निकाला था,,,,,,,,,,हम लोग करीब 6 बजे सुबह वहाँ से अपने
अपने घर को चले गये थे,,,,,,,,,करण बार बार मुझे थॅंक्स बोल रहा था उसकी रात रंगीन करने के लिए,,,,,
घर आया तो मामा बाहर ही बैठा हुआ था गेट पर ऑर मुझे आते देखकर हँसने लगा,,,,,,,,,,,,,,कहाँ रहा मेरा
भांजा रात भर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सन्नी--मैं करण के घर था मामा जी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मामा-लेकिन तेरे चेहरे की खुशी तो बता रही है तू करण नही किसी किरण के घर था,,मामा फिर से हँसने लगा,,,,,,,,,
सन्नी--नही मामा जी ऐसी कोई बात नही मैं सच मुच करण के घर था अब आपसे क्या छुपाना कहीं ऑर होता तो सीधी तरह बता देता,,,,,,
मामा--चल ठीक है बेटा नही बताना तो मत बता तेरी मर्ज़ी,,,,,,,,,,,,,,,
सन्नी--,अरे मामा जी सच मे मैं करण के घर ही था नही यकीन तो ये रहा
मोबाइल आप खुद करण से बात कर सकते हो,,,मैने ज़ोर देके ये बात बोली तो मामा मान गया ,,,,,,,,,,,,,,,,
मामा--ठीक है बेटा तू बोलता है तो मान लेता हूँ,,,,,,,,,,,,,
मैने सोचा तू नही भी मानता तो मेरे लंड को ठंड नही थी यही
सोचता हुआ मैं घर के अंदर चला गया,,,,,,,,
अपने रूम मे गया तो सोनिया अभी तक सो ही रही थी ,,,,मैं सीधा बेड पर लेट गया ऑर पता नही कब नेंद आ गई पूरी
रात सोया जो नही था,,,,,,,,,,,
|