RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
अपने दोस्तो से लंड चूत फुद्दि ये शब्द तो साहिल पहले ही सुन चुका था…और वक़्त के साथ-2 उसका इंटेरस्ट इन चीज़ों मे और बढ़ता जा रहा था. धीरे साहिल के दिमाग़ मे पिछली यादें कम होती चली जा रही थी. वो अक्सर अपनी चाची पायल को वंश को दूध पिलाते हुए देखता तो, उसकी नज़र चाची पायल के मम्मो पर ही रहती….जैसे कि आप जानते हैं कि, पायल पढ़ी लिखी और बहुत ही तेज तरार औरत थी……उसकी नज़रे साहिल की नज़रों को पकड़ लेती…..पर कहती कुछ नही बस उसकी तरफ देख कर मुस्करा देती….जैसे कि आप जानते है कि, सरकारी स्कूल का हाल कैसा होता है, खास तोर पर गाओं के सरकारी स्कूल मे होता है……
जब साहिल को घर इस घर मे पहली बार लाया गया था….तब उससे मिलने पायल के मायके से सभी लोग आए थे…इस लिए पायल की छोटी बेहन गीता साहिल को जानती थी..वो हाफ टाइम मे अक्सर साहिल से आकर अपनी बेहन पायल और वंश के बारे मे पूछती थी…दोनो मे काफ़ी जमने लगी थी… साहिल उमर मे गीता से 4 साल छोटा था…..जबकि गीता 11थ मे पढ़ रही थी…..और साहिल 7थ क्लास मे था……
स्कूल के कुल मिलाकर 200 के करीब बच्चे थे…बड़ी क्लासो के बच्चे तो अक्सर ख़ासतोर पर लड़के हाफटाइम मे ही बंक मार कर चले जाते थे. स्कूल एरिया वाइज़ बहुत बड़ा था…..एक दिन गीता साहिल को हाफटाइम मे ढूँढ रही थी…..पर साहिल अपनी क्लास मे नही था….वो उसको ढूँढते हुए, ग्राउंड मे आ गये…..पर वहाँ भी साहिल उसे नही मिला…
गीता: ये साहिल का बच्चा आख़िर गया कहाँ……शायद ऊपेर स्कूल की छत पर होगा….(ये सोचते हुए, गीता सीडयों से स्कूल की छत पर चली गई. छत भी सुन सान थी…”ये साहिल आज कहा मर गया” गीता ने खीजते हुए मन ही मन मे कहा, और पलट कर नीचे आने लगी. तभी उसे कुछ सरसराहट सी सुनाई दी….गीता के कान तुरंत खड़े हो गये…वो आवाज़ पानी की टंकी के पीछे से आ रही थी…..
गीता दबे पाँव पानी की टंकी की तरफ बढ़ने लगे…..इतना धीरे कि उसके कदमो की आवाज़ किसी को ना सुनाई ना दे….धीरे-2 गीता पानी की टंकी के पास पहुच गयी….और पानी की टंकी की ओट मे छुप कर अपना चेहरा बाहर निकालते हुए देखने लगी….जैसे ही उसकी नज़र पीछे छुप कर बैठे साहिल पर पड़ी….उसका मूह हैरत से खुला का खुला रह गया…
साहिल पानी की टंकी से पीठ टिका कर बैठा हुआ था….उसके हाथ मे एक किताब थी….जिसमे बहुत सी ट्रिपल ऐक्स फोटो छपी हुई थी…जिस पिक्चर को साहिल देख रहा था..उसमे एक 30-32 साल की औरत एक दम नंगी बेड पर अपनी टाँगों को ऊपेर उठाए हुए थी….जिससे उसकी चूत सॉफ दिख रही थी…….ये देख गीता के पाँव वही जम गये….उसके हाथ पैर काँपने लगी….
पर अगले ही पल गीता टंकी के पीछे से निकल कर साहिल के सामने आ गयी. और साहिल को घूरते हुए देखने लगी…..जब साहिल को इस बात का अहसास हुआ, साहिल एक दम से घबरा गया, और खड़ा होते हुए, उस बुक को अपने पीछे छुपाने लगा….”मौसी आप”
गीता: हां मैं, तुम यहाँ क्या कर रहे हो वो भी अकेले….
साहिल: मैं वो वो मैं……
गीता: (अपनी आँखें निकाल कर साहिल को देखते हुए) क्या मैं मैं लगा रखी है दिखा पीछे क्या छुपा रहा है….
साहिल: कु कुछ भी तो नही….
गीता: दिखाता है या नही….
ये कहते हुए, गीता ने साहिल की कमर के पीछे हाथ ले जाकर, उससे बुक छीनने की कॉसिश करने लगी….और साहिल उससे बुक्स को बचाने की, इस दौरान दोनो आपस मे सॅट गये….जिससे साहिल और गीता का बॅलेन्स बिगड़ गया, और साहिल और गीता दोनो नीचे गिर पड़े…..साहिल के हाथ से वो बुक निकल कर दूर जा गिरी….साहिल अब गीता के ऊपेर था….उसका लंड जो थोड़ा ढीला पड़ चुका था….गीता के सलवार के ऊपेर से उसकी चूत की गरमी पा कर अकड़ने लगा….साहिल का लंड तो आप जानते ही है, करीब साढ़े 4 इंच लंबा था….
|