RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-12
गतान्क से आगे.......
यह सब सुनते सुनते नैना को एहसास हुआ कि उस ने आंटी की बातों को बहोत
ज़यादा फील किया है और उस की चूत भी भीग चुकी थी. यह हाल सिर्फ़ नैना का
नही था बल्कि आंटी का भी ऐसा ही हाल था. दोनो की आँखो से सॉफ दिख रहा था
कि वो दोनो झर्र चुकी हैं. दोनो लॅडीस ही थी इस लिये ऐक दूसरे की आँखो को
फ़ौरन पढ़ लिया. और अगले ही लम्हे आंटी ने नैना को जैसे 10,000 वॉट का
झटका लगा दिया.
आंटी: नैना बेटा जेसा इस वक़्त तुम्हारा हाल हो रहा है ना. सेम मेरा भी है.
नैना: जी केसा हाल?
आंटी: चलो चलो अब बात मत बनाओ तुम्हारी आँखे सब बता रही हैं तुम्हारी चूत
का हाल. हाहहहाहा
नैना: शर्मा गयी और बोली कि रोमॅन्स ही इतना हॉट था कि असर सा हो गया.
आंटी: देखो नैना अगर सुन.ने से ऐसा होगया है तो सोचो असल मे मैरे पे क्या
बीती हो गी उस रात. बस अब जब कभी वो रात याद आ जाती है तो मैं ऐसे ही हॉट
हो जाती हूँ और सोचते सोचते नज़ाने कब झर्र जाती हूँ. देखो शलवार भी भीग
गयी.
नैना को यकीन नही आ रहा था वो इतनी ज़यादा ओपन डिस्कशन भी कर सकती है
किसी से. पूरी ज़िंदगी मे कभी भी ऐसा नही हुआ था. होता भी केसे उस की
लाइफ मे उस के करीब उस की अपनी अम्मी थी जिन से वो कभी ऐसी बाते नही करती
थी. सास थी कि बस शुरू क 10 महीने ही पास पास रही लैकेन पिछले 8 माह से
उन का मूड हवा होया हुआ था तो करती भी तो किस करती शेर अपनी लाइफ? नैना
को अब अपना आप काफ़ी स्ट्रॉंग फील हो रहा था. वो अब अपने आप को अकेला फील
नही कर रही थी. उसे लगना शुरू होगया कि कोई है जो उस के दुख शेर कर सकता
है. कोई है जो उसे इन पुरानी घिसी पिटी ऐक जैसी सोचों से बाहर निकाल सकता
है. यही सोच रही थी कि आंटी की आवाज़ आइ. नैना मैं ज़रा वॉशरूम से हो आऊ
वॉश कर के अपने कारनामे को जो अभी अभी किया और तुम भी वॉश कर आओ ताकि कोई
सबूत ना रहे इस वारदात का. और ज़ोरे दार क़हक़ा बुलंद हुआ. हाहहहहहहाहा.
और दोनो वॉशरूम मे चली गयीं.
थोरी ही देर मे दोनो वॉशरूम से वापिस आ गयीं और टीवी ऑन कर के दोबारा
बाते करने लगी.
आंटी: हां तो नैना तो क्या सबक़ सीखा तुम ने?
नैना: हैरान होते हुए सबक केसा सबक?
आंटी: ओहो आइ मीन क्या नया हासिल हुआ आज सेक्स से रिलेटेड?
नैना: ओह अछा. हासिल यह हुआ कि कभी भी किसी से ओपन सेक्स डिस्कशन नही
करनी चाहिये वरना चूत भीग जाती है. हाहहहहाहा.
आंटी: नैना तुम भी ना बहोत बड़ी च्छूपी रुस्तम निकली हो. मुझे नही पता था
कि तुम ऐसी निकलो गी अंदर से.
नैना: (ऐक दम से परेशान हो गयी जेसे उस ने लास्ट जो बात की उस मे उसे चूत
का जिकर नही करना चाहिये था और शायद आंटी को यह बुरा लग गा गया है. यही
सोचते हुए बोली) केसी निकालु गी मतलब?
आंटी: हाहहहाहा तुम भी बहोत ही भोली हो नैना. मैं मज़ाक कर रही थी और तुम
सीरीयस हो गयी. अछा 4 बज रहे हैं लैकेन अभी तक शान नही आया टी के लिये और
जिम्मी ने भी फ्रेंड क पास पहॉंच के कॉल नही की.
नैना: हां मैं भी यही सोच रही थी.
आंटी: क्या जिम्मी की कॉल का? और मुस्करा दी.
नैना: नही शान नही आए अभी तक इस का.
आंटी: ओह अछा. रूको मैं जिम्मी को कॉल करती हूँ और तुम शान से प्लान पूछ लो.
नैना: ओके बेहतर मैं कॉल कर के आती हूँ.
सीन चेंज नैना
कॉल कर के वापिस आ गयी है. ळैकेन आंटी अभी तक फोन पे बात कर रही हैं.
आंटी: अरे जिम्मी बेटा ज़यादा नुक़सान तो नही हुआ ना? अछा ओके. अछा कहाँ
तक पहुचे हो? ठीक. यानी 15मिनट मे पहुच जाओ गे? चलो दट राइट. जल्दी आओ
बेटा हम टी पे वेट कर रहे हैं आप का. ओके बाइ.
नैना खामोशी से सुनती रही आंटी की बाते. फोन बंद होते ही आंटी बोली हां
क्या कहता है शान?
नैना: जी उन का सेल फोन ऑफ जा रहा हे और सॅड सी शकल बना ली.
आंटी: ओहो किसी मीटिंग मैं होगा चलो परेशान ना हो आ जाए गा. जिम्मी भी बस
पहुचता ही होगा नेक्स्ट 15मिनट मे.
नैना: ओके. अछा आंटी और भी बताए ना कोई मज़े की बात?
आंटी: हैं मज़े की बात? केसे मज़े चाहिए. मेरी जान को?
नैना: मुस्कुराते हुए. आंटी आप तो ना बस बात को पकड़ लैति हैं. कोई भी
मज़े की बात सुनाए ना अपनी और अंकल की?
आंटी: हां हां ज़रूर लेकिन किचन मे चल के बताती हूँ. साथ साथ टी बनाते
हैं और साथ साथ बाते करते हैं. यह कहते हुए दोनो किचन की तरफ़ चली गयीं.
नैना: अछा पहली बार अंकल ने आप को कब दैखा था और किस एज मे?
आंटी: म्म्म्ममममममम ठीक से याद नही एज तो आइ थिंक आइ वाज़ 22 जब हम लोग
ऐक पार्टी मे थे और वहाँ आर्यन से मेरा 1स्ट्रीट इंटरॅक्षन हुआ.
नैना: टी वाला बर्तन चूल्हे पे रखते हुए. आअँ हां केसे?
आंटी: सच बताउ या झूट?
नैना: आप की मर्ज़ी, सच बतायेन्गि मैं तब भी मान लूँ गी और झूट बतायेन्गि
तो तब भी क्योंकि मैं ने आप का पास्ट नही दैखा हुआ. सो चाय्स ईज़ युवर्ज़
और अलमारी से प्लेट्स निकालने लगी.
आंटी: अरे तू ऐसी बाते भी करती है? कितनी प्यारी बात की तू ने यक़ीन मानो
दिल खुश होगया. अब तो झूट बोलने का सवाल ही पैदा नही होता. आंड बिलिव मी
यू आर दा फर्स्ट वन जिसे मैं सच्ची बात बताउन्गि कि मेरा और आर्यन का
फर्स्ट इंटरॅक्षन केसे हुआ था.
नैना: पूरी बात सुन के ऐक दम से खामोशी से आंटी की तरफ़ सवालिया नज़रों
से देखने लगी जैसे कोई बहोत ही बड़ा राज़ खुलने वाला है ओर फिर थोड़ी देर
खामोश रहने के बाद साथ ही बोली जी थॅंक्स कि आप ने मुझे इस क़ाबिल समझा
और मुस्करा दी.
आंटी: अरे तुम तो मेरी बेटी हो, सच्ची अगर मेरी भी बेटी तुम्हारी तरहा
होती तो मैं कितनी सुखी होती?
नैना: अरे आंटी आप किस तरफ चली गयीं. पार्टी मे क्या हुआ यह बताओ ना.
आंटी: अछा बताती हूँ ना ऐक तो तुम्हारी चूत को ऐक दम आग लग जाती है. हाहहहहाहा
नैना: आंटी प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ आप फिर शुरू हो गयीं?
आंटी: ओके ओके सॉरी. वेसे केसी हो रही है चूत? हाहहहहहहाहा. ओह ओके. सॉरी
अगेन. तो हुआ कुछ यूँ कि, यार प्ल्ज़ अब की दफ़ा अपनी चूत गीली ना कर
बैठना. हाहहहहाहा.
नैना: आंटी प्ल्ज़ अब आप ने ऐसा कहा ना दोबारा तो किचन मे चाय फिर आप
अकेले ही बनाओगि . मुझे नही पता. और शकल बना ली.
आंटी: क्यो मैं अकेली चाय बनाऊँ गी तो तुम क्या बाहर बैठ के चूत रब करो
गी? हाहहहहहहहहहहाहा. ओके आइ आम सॉरी बस तंग करने का दिल कर रहा था. ओके
लेट मी स्टार्ट. आंटी को आइडिया हो गया था कि अब ये मज़ाक उन्हे महँगा
पड़ सकता है सो बोली.
हुआ कुछ यूँ कि पार्टी अपने टॉप लेवेल पे थी. सब लोग किसी ना किसी तरीक़े
से बिज़ी थे. कोई डॅन्स कर रहा था तो कोई ड्रिंक, कोई टेबल टॉक तो कोई
ड्रिंक हाथ मे ले कर यहाँ वहाँ वॉक. सब कुछ बहोत ही अछा लग रहा था. मैं
और मेरी फ्रेंड जो कि डॅड के फ्रेंड की बेटी थी ऐक जगह बैठ कर बाते कर
रहे थे. मरीया नाम था उसका. पार्टी मे उस वक़्त सब से सेक्सी लड़की वो
थी. हर किसी की नज़र उस पर थी. वो बहोत ही कॉन्फिडेंट थी और हर किसी को
रेस्पॉन्स कर रही थी. उस के सामने बैठ कर तो मुझे अपना आप ऐसा लग रहा था
जैसे फूल के साथ किसी ने काँटा रख दिया हो. ळैकेन पार्टी मे मेरा कोई और
फ्रेंड भी तो नही था सो उसी के साथ बैठ गयी. डॅड अपने बिज़्नेस के लोगों
मे बिज़ी थे और इसी तरह मोम भी उन बिज़्नेस्मेन की वाइफ्स के साथ बिज़ी
थी. पार्टी मे ऐक अजब सरूर था हल्का म्यूज़िक हर कोई अपनी मस्ती मे मगन.
मैं ने पूरे हाल मे नज़र घुमा कर दैखा कि इस वक़्त पार्टी मे सब से
हॅंडसम और खूबसूरत लड़का कॉन है. ळैकेन मुझे कोई खास नही लगा. लड़कियो मे
तो सब से हॉट मरीया ही थी. बट लड़का कोई नही था. मैं ने मरीया से कहा कि
वो दैख कर बताए. उस ने इधर उधर देखा और ऐक लड़के की तरफ़ फिंगर करते हुए
कहा कि वो वाला. मैं ने दैखा तो मुझे तो बिल्कुल ही अछा नही लगा नज़ाने
मरीया को उस मे क्या नज़र आ रहा था.
फोन रिंग हुआ लॅंडलाइन पर
नैना: आंटी वेट मैं फोन सुन के आइ.
नैना: हेलो? जी आप आए नही अभी तक आप का फोन भी बंद जा रहा है और आंटी टी
पे वेट कर रही हैं आप का? अछा लैकेन आप आ जाते तो आंटी को अछा लगता आप
दोपहर को लंच पर भी नही थे............ ळैकेन मैं ने तो ऐसी कोई बात नही
की................... ओके बात तो सुनो, हेलो, हेलो आर यू देर? और फोन रख
दिया. और वहाँ ही बैठ कर रोने लगी. फिर ख़याल आया कि आंटी किचन मे वेट कर
रही हैं तो आँसू सॉफ कर के किचन मे जाने लगी तो सामने आंटी खड़ी थी.
नैना: आंटी आप यहाँ?
आंटी: आइ आम सॉरी वो तुम फोन पे ऊँचा बोल रही थी तो रहा नही गया तो आ
गयी. क्या हुआ बेटी शान नही आ रहे?
नैना: जी वो नही आ रहे. क्या मैं इतनी बुरी हूँ कि मेरा इतना भी ख़याल
नही है उन्हे? और रोने लगी.
आंटी: क्यों क्या होगया?
नैना: मैं ने कभी उन पे शक नही किया कभी तो वो मुझे क्यो कह रहे थे कि
तुम मुझ पे शक कर रही हो कि मेरा नंबर ऑफ था. मैं यहाँ ऑफीस मे काम के
लिये बिज़ी होता हूँ ना कि किसी लड़की के साथ एंजाय कर रहा होता हूँ.
समझी? तुम बीवीयो को तो घर बैठ कर बाते बनानी आती हैं सिर्फ़. आंटी बिलीव
मी मैं ने तो सिर्फ़ इतना कहा था कि आप का सेल बंद था.
आंटी: कोई बात नही बेटा हो जाता है कभी कभी ऐसा. (आंटी ने बात को ज़्यादा
डिसकस करना ज़यादा मुनासिब नही समझा लैकेन वो सारी सूरत.ए.हाल को फ़ौरन
ही समझ गयी थी कि नैना किस तरहा की लाइफ जी रही है लैकेन खामोश रही और
नैना को तसल्ली देते हुए बोली आ जाओ किचन मे चलते है).
नैना: ओके और उठ के किचन की तरफ़ चल पड़ी.
अब आंटी की फर्स्ट इंटरॅक्षन विथ आर्यन वाली बात अधूरी रह गयी थी क्योंकि
नैना का मूड ऐक दम से ऑफ हो गया था. नैना खामोशी से किचन मे काम करने लगी
और थोड़ी देर बाद बोली.
नैना: आइ आम सॉरी आंटी.
आंटी: सॉरी फॉर व्हाट?
नैना: इस सब के लिये जो अभी थोड़ी देर पहले हुआ.
आंटी: अरे नही नही यह तो अब हर घर की कहानी बनती जा रही है कि हज़्बेंड
को दिन मे कोई और खुश कर देता है और बीवी बेचारी रह तक.ती रह जाती है.
नैना: ऐक दम से खुश कर देता है मतलब?
आंटी: ओहो यह हम क्या उल्टी सीधी बाते कर रहे हैं छोड़ो वो पार्टी का बता
रही थी मैं.
नैना: नही आप जो मैं पूछ रही हूँ वो बताओ. इस दफ़ा नैना का लहज़ा थोड़ा सख़्त था.
आंटी: आइ मीन कि कोई भी नयी लड़की का लाइफ मे आना. लाज़मी नही है कि शान
भी ऐसा हो. तुम बस पॉजिटिव ही सोचा करो.
नैना: जी मैं तो आज तक पॉजिटिव ही सोचती आइ हूँ तभी तो आज यह हाल है कि
गेस्ट घर पे हैं और होस्ट घर से बाहर . दोस्तो ये पार्ट यही पर ख़तम करता
इससे आगे की कहानी अगले पार्ट मे आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..........
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