RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-23
गतान्क से आगे.......
सीन चेंज (शान आंड सोना).
जेसा कि शान को मजबूरन सोना की हां मे हां मिलानी पड़ी और इस तरहा शान की
रात भर की सेक्स से भरी एंजाय्मेंट के बाद ऐक बुरे दिन का अगाज़ हुआ कि
वो आज ऑफीस भी नही जा सका था. अब सुबह क 11 बज रहे थे लैकेन सोना थी कि
उठ ही नही रही थी. शान ने सोना को उठाने की कोशिस की मगर सोना ने यह कह
दिया कि जानू सोने दो ना रात भर सोने नही दिया अब तो सोने दो और दोबारा
सो गयी.
शान अब बोर होना शुरू होगया था. सो शान उठा और रूम से बाहर निकल गया. रूम
से बाहर जाते हुए शान सोना की मोम के रूम के पास से गुज़रा, डोर ऐसे ही
थोड़ा ओपन था शान ने थोड़ा आगे हो के दैखा तो आंटी ओर वो लड़का दोनो बेड
पे नंगे लेटे गहरी नींद सो रहे थे. और साइड टेबल पे शराब की खाली
बोतटेल्स और यूज़्ड सिगरेतटेस पड़े हुए थे. शान अभी यही दैख रहा था कि
शान को ऐक आवाज़ ने चौंका दिया.
शान ने पीछे मूड के दैखा तो तकरीबन 30 साल की ऐक औरत खड़ी थी. साहब जी,
कहने से शान को यकीन हो गया था कि वो इस घर की नौकरानी है. शान को बहोत
शरम आइ कि नोकरानि ने उसको इस हालत मे दैखा जब वो उसकी मालिकिन के कमरे
मे झाँक रहा था और उसकी नंगी मलिकान को दैख रहा था. शान कुछ नही बोला और
बाहर लॉंग्ज मे जा के न्यूसपेपर पढ़ने लगा.
वो नौकरानी शान के पीछे चलती चलती शान के करीब आ के खड़ी हो गयी. शान ने
पूछा क्या बात है?
नौकरानी: साहब नाश्ता लगा दूं?
शान: सोना उठा जाए तो इकट्ठे कर लेंगे.
नौकरानी: साहब जी वो तो 12 या 12:30 से पहले नही उठेंगी. और वो उठ के
नाश्ता नही करती सिर्फ़ जूस पीती हैं.
शान:ओके ठीक लगा दो नाश्ता. और सामने पड़े टीवी रिमोट से टीवी ऑन कर लिया
और न्यूज़ देखने लगा.
थोड़ी देर मे शान को घर मे इधर उधर लोग नज़र आना शुरू होगये, माली बाहर
पानी लगा रहा था लॉन मे, ऐक काम वाली डस्टिंग कर रही थी, ऐक बंदा बाहर
खड़ी गाडियो को वॉश कर रहा था. शान ने डाइनिंग टेबल की तरफ़ दैखा तो वहाँ
उस औरत के साथ ऐक एज्ड बंदा भी था जो उस कि साथ टेबल पे नाश्ता लगाने मे
हेल्प कर रहा था.
इन सब को दैख कर शान के दिमाग़ मे फ़ौरन यह ख़याल आया कि यह सब आ गये हैं
और ऊपेर सोना का मोम का रूम का दरवाज़ा ओपन है जहाँ वो दोनो नंगे लेटे
हैं. कितनी बेशर्मी है यहाँ. और पता नही कितनी दफ़ा आते जाते यह नोकर
इनको इस हालत मे देखते हों गे. नोकर भी क्या सोचते हों गे? घर के तमाम
लोगों की क्या इज़्ज़त होगी नोकरों की नज़र मे?
शान के जहन मे ऐक दम से कयी ख़यालात ने जनम ले लिया. शान अभी यही सोच रहा
था कि शान के कान मे उस एज्ड आदमी की आवाज़ आइ. साहब जी नाश्ता लग गया है
आप नाश्ता कर लो
शान उठा और जा के नाश्ते की टेबल पे जा के बैठ गया. टेबल पे तरहा तरहा की
चीज़े अवेलबल थी. नाश्ता इतना कुछ तैयार हुआ पड़ा था जो कि घर के तमाम
लोग और यह तमाम नोकर भी खा ले तो तब भी कुछ ना कुछ बच जाए.
शान ने उस एज्ड आदमी को आवाज़ लगाई वो एज्ड आदमी दौड़ता हुआ आया जी साहब जी.
शान: आअप का नाम क्या है?
नोकर: जी मन्नू नाम है जी मेरा.
शान: अछा यह इतना ज़यादा नाश्ता क्यो बना दिया? खाने वाला तो सिर्फ़ मैं हूँ अकेला?
मन्नू: बस जी यह सब अमीरों के स्टाइल्स हैं. ऊपेर वाला उन्हे दोनो हाथों
से दे रहा है और वो उसी स्पीड से खर्च भी कर रहे हैं.
शान: मन्नू आप यहाँ बैठो मुझे आप से ऐक बात पूछनी है.
मन्नू: जी पूछिये साहब और मन्नू नीचे ज़मीन पे बैठ गया.
शान: अरे नही भाई यहाँ ऊपेर बैठो चेर पे मेरे साथ.
मन्नू: नही साहब यह जगह तो मालिक लोगों की है. हम नोकरों की जगह तो यहाँ नीचे है.
शान: गुस्से से मैं ने कहा ना कि यहाँ बैठो ऊपेर.
मन्नू डर सा गया और ऊपेर आ के बैठ गया.
शान: हां यह हुई ना बात. अछा यह बताओ कि यह लड़का कॉन है जो रात मेडम के
साथ आया था?
मन्नू: जी हमे नही पता. मेडम के साथ पहले भी ऐक दो दफ़ा आया था. अब हम
लोगो की इतनी जुरत कहाँ कि हम इन से पूछे कि यह कोन है.
शान: ओके. अछा तुम्हारे एलॉवा और कितने लोग इस घर मे काम करते हैं?
मन्नू अभी कुछ बोलने ही वाला था कि दूसरी तरफ़ से सोना किसी शेरनी की
तरहा चीखती हुई आइ.
मन्नू हाउ डेर यू टू सिट बिसाइड शान? तुम्हे पता नही कि तुम्हारी जगह
वहाँ नीचे है? गेट लॉस्ट फ्रॉम हियर. मन्नू डरते डरते उठा और शान की तरफ
इस नज़र से दैखा जेसे कह रहा हो कि मैं ने कहा नही था कि मेरी जगह वहाँ
नीचे ही है और किचन मे चला गया.
सोना फिर शान की तरफ़ मूडी और बोली तुम से थोड़ी देर सबर नही होसकता था.
मैरा वेट तो कर लेते, इकट्ठे नाश्ता करते.
शान पहले कहने ही लगा था कि वो उस नौकरानी ने कहा था कि तुम 12 या 12:30
से पहले नही जागो गी लैकेन फिर मन्नू की हालत दैख कर सारी बात अपने ऊपेर
ही डाल ली और बोला.
आक्च्युयली पूरी रात तुम्हारे साथ सेक्स मे मेहनत की ना तो पेट खाली हो
गया था. सो मुझे सख़्त भूक लग रही थी. और तुम्हे डिस्टर्ब करना मुनासिब
नही समझा.
शान की इस बात से सोना का टेम्परेचर थोड़ा डाउन हुआ और शान के साथ आ के बैठ गये.
सोना: यार तुम इन नोकरों को प्ल्ज़ इतना फ्री मत करो. इन्हे इनकी औक़त मे रहने दो.
शान: सोना मैं ने उसे कहा था कि ऊपेर बैठो वो तो बेचारा नीचे ही बैठा था.
सोना: कोई ज़रूरत नही है हमदर्दी करने की इन के साथ. साले काम के ना काज
के दुश्मन अनाज के.
शान को सोना के इस बिहेवियर के ऊपेर बहोत अफ़सोस हुआ. सोना का यह रूप शान
ने आज पहली दफ़ा दैखा था. खैर सोना ने फिर जूस का ग्लास लिया और शान को
यह कह कर चली गयी कि वो रेडी हो कर आती है देन वो कहीं निकलेंगे घूमने
फिरने. शान ने हां मे हां मिला दी और खामोशी से नाश्ता करने लगा और सोना
के बिहेवियर, मन्नू की बाते, आंटी का नेकेड हो के ऐसे ही बेफिकर हो के
सोना, इन के बारे मे सोचने लगा.
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सीन चेंज (नैना आंड आंटी)
इधर आंटी ने गाड़ी कार पार्किंग मे पार्क की और दोनो गाड़ी से उतार के
बिल्डिंग मे दाखिल होने लगी. नैना ने नीचे उतरते ही सनग्लास लगा लिये थे.
नैना ने आज बहोत फिटिंग मे ड्रेस पहना हुआ था. हेर्स शोल्डर्स तक रोल हो
के आ रहे थे. शर्ट का गला थोड़ा डीप था कि सामने से चेस्ट दिख रही थी.
ब्रा भी शायद आज थोड़ी टाइट थी कि ब्रेस्ट्स 90 डिग्री आंगल पे स्ट्रेट
हुए पड़े थे. और कुर्ते के नीचे टाइट ट्राउज़र मे थिएस और हिप्स तो ऐक आग
बरसा रहे थे. ओवरॉल नैना बिल्कुल ऐक ड्रीम गर्ल लग रही थी.
दोनो जैसे ही बिल्डिंग मे दाखिल हुए. सेक्यूरिटी गार्ड ने आंटी को सल्यूट
किया और फिर नैना की तरफ़ दैखा कुछ सेकेंड्स तक.
बिल्डिंग के अंदर सब लोगों की नज़र नैना पे ही थी. चलते चलते आंटी ने
नैना को बोला. नैना आइ आम गेटिंग जेलौस पहले यह सब मुझे दैखा करते थे और
आज यह सब तुम्हे दैख रहे हैं. और चलते चलते दोनो लिफ्ट मे चली गयीं.
4थ फ्लोर पे जा के लिफ्ट रुक गयी और दोनो लिफ्ट से बाहर आ गयीं.
आंटी: वो रहा सामने हमारा ऑफीस. आर्यन कनसल्टिंग. यह पूरा फ्लोर हमारे पास है.
दोनो बाते करती करती आगे चलने लगी. आंटी जहाँ जहाँ से गुज़रती स्टाफ खड़ा
हो जाता और हेलो बोलता. और नैना को ऐक नज़र ऊपेर से नीचे तक देखता.
नैना को यह सब क्लियर फील हो रहा था कि हर कोई उस के जिस्म को दैख रहा
है. चलते चलते आंटी बोली कि आज पूरा दिन कोई काम नही करे गा.
नैना: वो क्यो?
आंटी: आज यह सब सिर्फ़ बाते करेंगे .
नैना: बाते वो क्यो?
आंटी: अरे पगली आज तुम जो आइ हो ऑफीस मे. देखो केसे सब के मूँह खुले हुए
हैं. हाहहाहा और यह कहते हुए आंटी सामने Cएओ के रूम मे चली गईं और नैना
भी फॉलो करते हुए रूम मे दाखिल हो गयी.
नैना ने ऑफीस देखा तो हैरान हो गयी. बहुत ही फिट किसम का ऑफीस था सारा.
आंटी: केसा लगा ऑफीस?
नैना: इट्स अवेसम. बहुत खूबसूरत ऑफीस है बिल्कुल आप की तरहा. हहहे. दिल
करता है कि मैं इधर ही जॉब कर लूँ.
आंटी: व्हाट??????????????????? दोबारा बोलो क्या कहा?
नैना: यही कि इधर जॉब कर लूँ.
आंटी: अरे वाह तुम ने तो मैरे मूँह की बात छीन ली. मैं भी यही कहने वाली
थी कि घर मे अकेली बोर होती रहती हो वाइ डोंट यू जाय्न माइ ऑफीस?
नैना: नही आंटी जी वो तो मैं ने बस ऐसे ही मज़ाक मे कहा था. आइ नो शान
कभी भी राज़ी नही हों गे मेरी जॉब पे.
आंटी: तुम हो इंट्रेस्टेड कि नही?
नैना: जी इतनेरेस्टेड तो हूँ.
आंटी: तो बस तुम जॉब कर लो. शान कोन सा तुम्हारा ख़याल करता है. दो दिन
से घर नही आया और ना उस ने सुबह से तुम्हे फोन किया कि तुम कहा हो. उसे
क्या फिकर है तुम्हारी? बस अगर वो आता है घर तो उसे कह देना कि तुम ने
मैरे ऑफीस मे जॉब कर ली है. अगर कुछ बोले तो मुझे बता देना मैं हॅंडल कर
लूँ गी सब.
नैना ने आंटी की यह बाते सुनी तो नैना को कॉन्फिडेन्स आ गया और स्माइल कर
के हां कर दी.
अभी दोनो ऐसे ही बाते कर रहे थे कि कंपनी के फाइनान्स एग्ज़िक्युटिव राजा
साहब रूम मे दाखिल हुए और आंटी और नैना को है बोला. आंटी ने उन्हे सीट पे
बैठने का कहा और रिपोर्ट्स देखने लगी.
नैना सामने पड़े मॅग्ज़िन को देखने लगी और साथ साथ टी पेने लगी. नैना ने
फील किया कि राजा साहब उसे दैख रहे हैं. नैना ने हल्की सी नज़र घुमा के
दैखा तो राजा साहब की नज़र नैना के ब्रेस्ट्स पे थी. नैना को दिल ही दिल
मे अछा लगा कि ऐक एज्ड बंदे भी उसके फिगर को दैख के देखते ही रह जाते
हैं. फिर नैना ने नज़र आंटी पे डाली जिनका का चेहरा रिपोर्ट पढ़ के लाल
हो रहा था. इस से पहले नैना वापिस मॅग्ज़िन की तरफ़ जाती आंटी ने बोलना
शुरू किया.
आंटी: राजा साहब व्हाट दा हेल ईज़ दिस? क्या है यह? अगर आप ही ऐसी
ग़लतियाँ करेंगे तो जूनियर स्टाफ का क्या कसूर? यह देखो आप ने यहाँ
10,000 के बिजय वन मिलियन लिख दिया है. हू विल बी रेस्पॉन्सिबल ऑफ
रिमेनिंग 0.99 मिलियन रुपीज़? आप को ज़रा भी आइडिया है कि यह रिपोर्ट भेज
के क्या असर पड़ेगा इस बिज़्नेस पे?
यह कह के आंटी ने फाइल राजा साहब की तरफ़ उठा के फैंकी और राजा साहब कुछ
कहने ही वाले थे कि आंटी ने उन्हे कहा कि इसे दोबारा चेक करे और आइ डोंट
वॉंट टू सी एनी एरर इन युवर साइंड रिपोर्ट. अंडरस्टॅंड? राजा साहब हां मे
सिर हिलाते मूँह नीचे कर के रूम से बाहर निकल गये.
क्रमशः..........
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