RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-27
गतान्क से आगे.......
नैना को ऐक वीक के लिये अकेला छोड़ के शान सोना और उसकी सिस के साथ
आउटिंग के लिये निकल गया.
आउटिंग पे शान ने फील किया कि सोना की बड़ी सिस उस मे बहोत इंटेरेस्ट ले
रही है. और शान के सामने सेक्सी ड्रेसेस पहन के आती जिस से उस के भरे हुए
38 साइज़ के बूब्स शान के आँखो के सामने आ जाते और शान बस देखता रह जाता.
शान का बहोत दिल करता कि वो सोना की सिस की चूत का मज़ा ले बट सोना की
वजा से आगे ना बढ़ पाता.
आज टूर का 3र्ड डे था. ओर तीनो बीच पे सैर करने गए और वहाँ से नाइट क्लब.
सोना अपनी सिस के सामने ही शान को किस करती कभी शान के लंड को हाथ लगाती
और सेक्सी नज़रो से शान को देखती. जब कि शान और सोना को दैख कर सोना की
सिस मुस्कुरा देती और शान को बहोत सेक्सी अंदाज़ से देखती.
नाइट क्लब मे ऐक तरफ़ कुछ कपल्स डॅन्स कर रहे थे और साथ साथ किस्सिंग भी.
शान का भी डॅन्स का दिल करने लगा ओर उस ने सोना को डॅन्स का कहा मगर सोना
ने ड्रिंक का कह के इनकार कर दिया और बोली कि दीदी से पूछ लो अगर वो करती
हैं डॅन्स तो उन के साथ कर लो.
शान को अपने कानो पे यकीन नही हो रहा था कि सोना खुद कह रही है डॅन्स का
वो भी अपनी दीदी के साथ. शान ने झट देर ना की और सीधा दीदी के पास गया और
बोला लेट्स डॅन्स.
दीदी ने सोना की तरफ़ देखा, मुस्कुराइ जेसे कह रही हो कि एवेरितिंग ईज़
गोयिंग वेल एज पर प्लान. और दोनो डॅन्स फ्लोर पे चले गए.
डॅन्स करते करते शान ने अपने हाथों को दीदी के पूरे जिस्म की सैर करवाई,
कभी कमर तो कभी हिप्स, कभी पेट तो कभी ब्रेस्ट्स. दीदी भी खूब साथ दे रही
थी शान का. और दोनो म्यूज़िक के साथ साथ झूम रहे थे.
उधर सोना की हालत ज़यादा ड्रिंक करने की वजा से आउट ऑफ कंट्रोल हो गई और
कुछ ड्रंक लड़के उस के करीब आ गये. शान और दीदी ने फ़ौरन डॅन्स छोड़ा और
सोना को ले के गाड़ी मे आ गए. सोना फुल तून थी शराब के नशे मे. टाइम भी
रात के 1 बज रहे थे सो दोनो ने वापिस जाने का फ़ैसला किया और 2 बजे वो
होटेल पहॉंच गए जहाँ तीनो ने स्टे किया हुआ था.
सोना को दोनो सहारा दे कर रूम तक ले आए ओर आते ही सोना बेड पे गिर गई और
5मिनट मे गहरी नेंद सो गई.
शान अपनी किस्मत पे रोने लगा कि अछा ख़ासा डॅन्स चल रहा था और किस्सिंग
भी हो जाती मगर ये तून हो गई.
शान अभी यही सोच रहा था कि दीदी की सॉफ्ट सी आवाज़ आइ.
दीदी: अब ये कल दिन से पहले नही जागे गी. सो कम हियर उसे सोने दो.
शान ने लाइट ऑफ की और दूसरी तरफ़ चला गया. वहाँ दीदी ने कॉफी रेडी की हुई
थी. कॉफी पीते हुए दीदी ने बात स्टार्ट की
दीदी: कितना नाइस डॅन्स चल रहा था ना?
शान: यप बट सोना.
दीदी: हां सोना, सारा टेम्पो तोड़ दिया.:-(
शान: यॅ सेम फीलिंग्स हियर.:-(
दीदी: वैसे तुम्हारे हाथ बहोत तेज़ी से मूव करते हैं.
शान: घबरा सा गयाऔर बोला व्हाट?
दीदी: इतने मासूम मत बनो. डॅन्स के वक़्त तो कोई जगा नही छोड़ी तुम ने
जहाँ तुम्हारा ये शैतान हाथ ना गया हो. हहहे
शान: समझ गया कि दीदी मूड मे है और बोला कि आप हैं ही ऐसी कि खुद बखुद
शैतानी करने का दिल करता है.
दीदी: अछा जी? तो क्या क्या दिल करता है जनाब का?
शान: आगे बढ़ते हुए दीदी के करीब आ गया और बोला कि दिल करता है क....
दीदी: क्या दिल करता है? इस दफ़ा आवाज़ थोड़ी रोमॅंटिक थी.
शान: दिल करता है कि ये हाथ ऐसे ही शैतानी करता रहे आप के साथ.
दीदी: अगर दिल करता है तो अभी हाथ को क्या होगया है? शैतानी क्यो नही कर
रहा? अब तो सोना भी सो चुकी है.
शान के लिये ये ओपन ऑफर थी. और शान ने बिना देर किये अपने होन्ट दीदी के
होन्ट पे रख दिये. दीदी सोना की निसबत हेल्ती थी. भरा हुआ जिस्म, बड़े
बड़े बूब्स, हेवी थिएस और गोल गोल मोटे उभरे हुए हिप्स और जिस्म फोम की
तरहा सॉफ्ट था.
दीदी भी शान का वेट कर रही थी और शान की किस्सिंग का भरपूर जवाब देने लगी.
दीदी ने उठ के हल्का सा मुज़िक ऑन कर दिया और बोली कि वहाँ से ही शुरू
करो जहाँ से सिलसिला टूटा था.
शान ने आगे बढ़ के दीदी को अपनी बाँहो मे थाम लिया और मुज़िक पे झूमने
लगा. शान के हाथ अब सिर्फ़ हिप्स और ब्रेस्ट्स पे ही मूव कर रहे थे और
डीप किसिंग भी जारी थी.
दीदी सोना से ज़यादा एक्सपीरियेन्स्ड और मेच्यूर थी इस लिये बहोत प्यार
के साथ और आराम आराम से प्यार का मज़ा ले रही थी. शान की किस्सिंग लिप्स
से बढ़ के गर्दन तक चली गई थी और दीदी की साँसे तेज़ होने लगी थी. शान भी
हॉट हो चुका था और दोनो को पसीना भी आना शुरू हो गया था.
शान ने आहिस्ता आहिस्ता दीदी का टॉप उतारना शुरू किया और अगले मिनट मे
दीदी सिर्फ़ ब्रा मे शान के सामने थी.
इधर दीदी ने भी फ़ौरन शान की शर्ट उतार दी और दोनो लिपट के डॅन्स करने लगे.
शान की तो जेसे लॉटरी लग गई थी कि सोना के साथ साथ उसकी सिस का जिस्म भी
आज उसके सामने खुल गया था. उफ्फ क्या जिस्म था दीदी का. पिंक ब्रा मे
बड़े बड़े 38 साइज़ के ब्रेस्ट्स बाहर आने के लिये तरस रहे थे और उन से
ज़यादा शान प्यासा हो रहा था उन्हे नंगा कर के मुँह मे लेन के लिये.
दीदी भी फ़ौरन समझ गई और आहिस्ता से पीछे हो के ब्रा उतार दी और जा के
बेड पे लेट गई.
शान भूके शेर की तरहा दीदी के उपेर चढ़ गया और बड़े बड़े ब्रेस्ट्स को सक करने लगा.
शान भी अब काफ़ी एक्सपीरियेन्स्ड हो चुका था फ़ौरन समझ गया कि नीचे चूत
मे आग लग चुकी है और आग को और ज़्यादा भड़काने के लिये उस ने अपनी ऐक
फिंगर चूत मे डाल दी जिस से दीदी की आआआः निकल गई.
मेरे उरोजों पे रेंगते तेरे होंठ, मुझे मदहोश किये जाते हैं
कुछ करो हम तेरे आगोश में बिन पिए बहक से जाते हैं
शान अब कभी दीदी के लिप्स सक कर रहा था तो कभी निपल्स मगर उसकी फिंगर
कंटिन्युवस दीदी की चूत को चोद रही थी. दीदी मुकामल तौर पे डूब गई थी
प्यार मे अया अया की आवाज़ के साथ हिप्स उठा उठा के जवाब दे रही चूत मे
डाली फिंगर का.
शान आहिस्ता आहिस्ता किसिंग करता हुआ दीदी के पेट और फिर चूत के करीब आ
गया. दीदी की चूत सोना की चूत से बड़ी थी और फूली हुई थी. दीदी की चूत
सोना की चूत से ज़यादा वाइट थी. और इस वक़्त मुकामल तौर पे वेट हो रही
थी. शान ने टिश्यू के साथ पूरी चूत को सॉफ किया और फिर अपने होन्ट चूत पे
रख दिये.
दीदी तो पागल सी होगई और ऊँची ऊँची आवाज़ मे आह आह करने लगी.
फिर शान को आइडिया होगया दीदी अब एंड पे है तो शान ने अपना लंड चूत मे
डाल दिया और दीदी को ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. पूरे कमरे मे ठप ठप की
आवाज़ गूंजने लगी और आह आह का मुज़िक भी बज रहा था. अगले 5मिनट यौं ही
चुदाई का सिलसिला जारी रहा ओर फिर शान के लंड से निकली पिचकारी ने चुदाई
के सीन को रोक दिया और दीदी के उपेर गिर गया.
शान को और क्या चाहिये था बाइ 1 गेट 1 फ्री वाला सीन हो चुका था. सोना के
प्यार के साथ साथ दीदी का प्यार भी मिल गया था. ऐक गैर शादी शुदा चूत के
साथ साथ ऐक शादी शुदा चूत का भी मज़ा मिल गया था. सोना जिस्म मे दुबली थी
और दीदी का जिस्म भरा हुआ था और ज़यादा नरम भी कि चोदने मे मज़ा ही आ
जाए. मज़ा क्यो ना आता दीदी खुद ही इतनी हॉट थी कि शान को कोई कमी ना आने
दी प्यार मे. ळैकेन शान को नही पता था कि यह सब ऐक बहोत बड़ी साज़िश का
हिस्सा है.शान अभी भी इसी तराहा नंगी दीदी के ऊपेर लेटा हुआ था और दीदी
नीचे नंगी लेटी गर्म साँसे ले रही थी. शान दीदी के ऊपेर से अलहदा हुआ तो
दीदी ने वापिस नीचे की तरफ़ खींच लिया जेसे कह रही हो कि आग तो अभी ठंडी
हुई ही नही और शान के फेस को अपने बड़े बड़े ब्रेस्ट्स पे रख के प्रेस कर
दिया. शान ने दीदी की तरफ़ दैखा और दीदी की आँखों मे प्यार की गर्मी को
दैख के दीदी के होंटो पे किस कर दिया. और यौं प्यार का ऐक गर्म सिलसिला
दोबारा शुरू हो गया.
सीन चेंज्ड. (नैना आंड जिम्मी आंड आंटी)
इधर नैना शान के जाने के बाद घर मे बिल्कुल अकेली थी और उसे शान की भी
कोई फिकर ना थी. जिम्मी के साथ उस का सेक्स एनकाउंटर तो वैसे ही हो चुका
था और अब उसे भी अपने अकेले पन को दूर करने के लिये जिम्मी की ज़रूरत
महसूस हो रही थी. लेकिन वो खुद से जिम्मी को कभी भी नही कहने वाली थी यह
बात. उधर आंटी भी पार्टी से वापिस आ चुकी थी और नैना से जिम्मी के साथ
गुज़री हुई रात के बारे मे पूछने लगी.
आंटी: हां नैना केसी रही थी रात? जिम्मी ने तंग तो नही किया?
नैना: नही नही आंटी ही ईज़ वेरी नाइस गाइ और वो बच्चा थोड़ा ही ना है जो
तंग करे गा?
आंटी: अरे मेरे लिये तो वो अभी भी बच्चा है ना. वेसे बताओ ना तंग तो नही
किया? और आँख मार दी.
नैना: अरे केसा तंग करना उस ने. बस लगा रहा अपने कामों मे.
आंटी: अपने कामों मे? सही सही बताओ नैना. और मुस्कुरा दी.
नैना: जी बताया ना लगा रहा अपने कामो मैं.
आंटी: अच्छा अब मुझ से भी छुपाए गी? चल सही सही बता. यह केसे हो सकता है
कि तू और जिम्मी अकेले हों और कुछ हुआ भी ना हो? जब कि जिम्मी तुम्हे
अपनी जान से भी बढ़ के चाहता है. सो कुछ ना कुछ तो हुआ होगा? मेरी भी
पूरी उमर गुज़र गयी हे. मैं सब जानती हूँ.
नैना: अगर आप जानती हैं तो पूछ क्यो रही हैं? हहहे
आंटी: चल अब बाते ना बना, बता कि क्या हुआ?
नैना: वेसे जिम्मी बहोत हॉट है. और उसका तो वो भी काफ़ी टाइट है.
आंटी: क्या? यानी तू रात को जिम्मी से?
नैना: हां ना. क्या करती आप के बेटे से सबर कहाँ हो रहा था. अगर खुद से
ना देती उसे तो ज़बरदस्ती ले लेता वो मेरी. हहेहहे.
आंटी: अच्छा तो यह बात है. आंटी के साथ साथ आंटी के बेटे पे भी हाथ सॉफ
कर लिये. गुड जी. चलो अच्छा है उसे भी तजुर्बा हो जाए गा शादी से पहले
चुदाई का और तुम्हारी सॅटिस्फॅक्षन भी. और मुस्करा दी.
आंटी यही सोच रही थी कि चलो अच्छा है जिम्मी और नैना का सेक्षुयल
रिलेशन्षिप भी शुरू होगया है. वेसे भी दोनो ने शादी तो कर लेनी है. फिर
हँसी खुशी ज़िंदगी गुज़ार लेंगे.
उधर नैना आंटी की सोच को पढ़ चुकी थी कि आंटी के माइंड मे क्या चल रहा
थे. ळैकेन आंटी को यह नही पता था कि जिम्मी और नैना प्रॉमिस कर चुके हैं
कि वो शादी नही करेंगे.
जिम्मी कहीं बाहर काम से गया हुआ था और घर मे सिर्फ़ नैना और आंटी ही थी.
नैना अपने घर की बजाए आंटी के पास ही थी क्योंकि अपने घर मे वो अकैलि ही
थी तो आंटी ने उसे अपने घर ही बुला लिया. शान के जाने के बाद नैना ने
यहाँ ही रहना शुरू कर दिया. रात का डिन्नर कर के आंटी सोने के लिये चली
गयीं और नैना सुबह के लिये अपना ड्रेस प्रेस करने लगी.
जिम्मी अपने रूम मे ऑफीस के कुछ डॉक्युमेंट्स को सेट करने लगा और थोड़ी
देर बाद नैना अपना ड्रेस प्रेस कर के सोने के लिये अपने रूम मे चली गयी.
जाते हुए नैना ने आंटी की तरफ़ भी ऐक नज़र डाली जो कि गहरी नींद सो रही
थी और फिर जिम्मी के रूम की जलती लाइट दैखि और अपने रूम मे चली गयी.
अपने रूम मे जाने के बाद नैना वहाँ ही अपना ड्रेस चेंज करने लगी और नाइट
ड्रेस पहनने लगी. नैना ने रूम लॉक नही किया था. क्योंकि आंटी गहरी नींद
सो रही थी और जिम्मी अपने रूम मे था. नैना ने अपनी शर्ट उतारी और अभी बेड
पे ही रखी थी कि रूम का डोर ओपन हुआ.
नैना ने पीछे मूड के दैखा तो जिम्मी खड़ा था और नैना के खूबसूरत जिस्म को
दैख रहा था.
क्रमशः..........
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