RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-29
गतान्क से आगे.......
उधर आंटी ने करवट ली तो आंटी के कान मे यह आवाज़े सुनाईं दी. पहले तो
आंटी ने समझा कि टीवी लगा है लैकेन फिर आवाज़ का आइडिया लिया तो पता चला
कि नैना के रूम से आवाज़ आ रही है जहाँ पे टीवी नही है. तो फ़ौरन उठी और
आहिस्ता आहिस्ता नैना के रूम की तरफ़ चल दी.
डोर पहले से ही हल्का सा ओपन था. आंटी ने दैखा तो जिम्मी और नैना पागलों
की तरहा चुदाई मे मसरूफ़ थे. आंटी दोनो को दैख के मुस्कुराइ और जा के
वापिस अपने बेड पे लेट गयीं.
इधर जिम्मी के लंड के आखरी झटके के साथ ही ऐक नैना 4थ टाइम झाड़ गयी और
जिम्मी ने लंड बाहर निकाल कर सारी के सारी मनी नैना के पेट पे गिरा दी और
साइड मे गिर गया.
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दोस्तो कहते हैं कि जेसा मर्द हो औरत भी वेसी ही हो जाती है. और ऐक
होम्ली औरत कभी भी अपनी इज़्ज़त को अपने हज़्बेंड के एलॉवा किसी के हवाले
नही करती अगर उसका हज़्बेंड उसका पूरा ख़याल रखे और उसकी सेक्षुयल और
लाइफ की दूसरी नीड्स को भी पूरा करे.
सेम कंडीशन शान और नैना के केस मे चल रही थी. शान उधर सोना और उसकी बड़ी
सिस की चूत के मज़े ले रहा था और इधर नैना अपनी सेक्स की आग जिम्मी के
थ्रू दूर कर रही थी. नैना की लाइफ मे बहोत कुछ बदल चुका था. वो अपना
पास्ट हर नये दिन भूलती जा रही थी. पेरेंट्स थे नही, शान वेसे ही उस की
परवाह नही करता था और शान के पेरेंट्स भी ना होने के बराबर थे. नैना के
लिये अब उस की पूरी दुनिया सिर्फ़ आंटी और जिम्मी का परिवार था.
नैना आज जो कुछ भी थी वो आंटी की ही वजा से थी. ऐक हॅपी लाइफ, अच्छी जॉब,
आंटी की हर स्टेप पे गाइडेन्स और बोनस मे जिम्मी का प्यार.
जिम्मी और नैना का सेक्स अब रुटीन बन गया था और आंटी भी इंटेरफारे नही
करती थी बल्कि नैना को अप्रीश्षेट करती थी कि तुम्हारी वजा से कम आज़ कम
जिम्मी ग़लत लड़कियो मे तो नही जा फँसे गा. बस उसे अपने से दूर ना होने
देना, इस के बदले मे नैना को जो चाहिये था वो आंटी देने को तैयार थी.
आंटी के लिये उन की सब से बड़ी दौलत उनका बेटा जिम्मी ही था, जिस के लिये
वो सब कुछ कुर्बान करने को रेडी थी.
उधर शान सोना और दीदी के जाल मे बहोत बुरा फँस गया था और उसे दो दो चूत
ऐक साथ मे खाने को मिल रही थी. उसे नही मालूम था कि सोना जानती है कि वो
शान उसकी दीदी को भी चोद्ता है. शान को यह मालूम नही था कि यह तो सोना और
दीदी का कंबाइंड प्लान है.
आज टूर का तीसरा दिन था शान, सोना और दीदी बीच से और डिन्नर कर के वापिस
अपने होटेल पहुचे. सोना आते साथ ही बाथरूम मे फ्रेश होने चली गयी और बाहर
सिर्फ़ दीदी और शान रह गये. सोना के बातरूम जाते ही शान ने दीदी को आ के
अपनी बाँहों मे भर लिया और किस्सिंग करने लगा. शान को सोना से ज़यादा अब
दीदी पे प्यार आना शुरू हो गया था.
दीदी: ना करो ना जी.
शान: क्या ना करूँ मुहााआआआआ.
दीदी: यही, उफफफफफफफफफ्फ़ आहिस्ता प्रेस करो ना, इतने सॉफ्ट सॉफ्ट
ब्रेस्ट्स पे कितना ज़ुल्म कर रहे हो.
शान: अरे इन पे जितना भी ज़ुल्म किया जाए कम है. और अपने हाथों मे ले के
प्रेस करने लगा. आज पता नही आप का साथ मिले गा कि नही. आज तो सोना भी
डिमॅंडिंग है काफ़ी. उसे भी मेरा प्यार चाहिये. बट मुझे तो आप भी चाहे तो
आज की रात. मुहााआआआआआ.
दीदी: अच्छा तो यह बात है? रूको ज़रा बताती हूँ नैना को तुम्हारी हरकतों
के बारे मे.
शान: दीदी की बॅक पे आ के अपने लंड को हिप्स मे दबाते हुए. कोई तरीका करो
ना कि आप का प्यार भी मिल जाए और सोना को मेरा प्यार भी.
दीदी: रूको सोचने दो. और वेट करो यहाँ ही. यह कह कर वो बाथरूम मे चली गयी
जहाँ पहले से सोना मौजूद थी.
दीदी ने जाते ही सोना को बता दिया कि प्लान ऐक दम फिट जा रहा है. जेसा
उन्हों ने सोचा था बिल्कुल वेसा ही हो रहा है. और फर्दर प्लान का बता
दिया. शान तो बेचारा बाहर बैठ के यही सोच रहा था कि दीदी उस के लिये इतनी
मेहनत कर रही है. और समझदार दीदी कुछ ना कुछ रास्ता निकाल ले गी और आज की
रात दीदी की चूत का मज़ा दोबारा मिल जाए गा. शान अभी यही सोच रहा था कि
दीदी बाहर आ गयीं और बोली कि बहोत मुश्किल है. सोना तो बहोत गर्म हुई
पड़ी है आज तो पूरी रात तुम्हे उसे ही चोदना पड़े गा. यह सुन के शान का
चेहरा लटक गया. दीदी यह कह के टीवी जा के देखने लगी.
शान का लंड ऐक दम सिर झुका के अंदर की तरफ़ मूड गया और इतने मे उसे
बाथरूम से सोना की आवाज़ आइ. शान आवाज़ सुन के बाथरूम गया तो सोना बोली
कि जानू आओ ना आइ आम गेटिंग बोर्ड, सोना इस वक़्त बाथरूम के टब मे
बिल्कुल नंगी लेटी हुई थी. शान ने सोचा चलो अब दीदी की चूत तो मिलने से
रही सोना की ही चूत मार ली जाए वो भी इसी टब मे. यह कह के शान ने अपने
कपड़े उतारे और बाथ टब मे उतर गया.
सोना: जानू आज मुझे तुम अपने हाथों से नहलाओ ना.
शान: ओके जानू. मुहााआआआअ. और सोना के लिप्स पे सॉफ्ट किस कर के सोना की
बॉडी पे स्लोली स्लोली साबुन लगाने लगा.
सोना: जानू आज कितना प्यार दो गे मुझे?
शान: बहुत ज़यादा. मुहााआअ.
सोना: जानू बताओ ना केसे करो गे प्यार मुझे आज?
शान: सोना के ब्रेस्ट्स पे साबुन लगाते हुए. जेसे हर दफ़ा करता हूँ वेसे ही.
सोना: नही ना जानू बताओ ना डीटेल मे फुल्ली सेक्सी हो के. मुहााआआआआअ
शान: ओके जानू, सब से पहले अपनी जान को ढेर सारी लीप किस्सिंग करूँ गा,
फिर पूरी बॉडी पे ढेर सारी किस्सिंग और लिकिंग करूँ गा. काफ़ी देर तक
तुम्हारे निपल्स सक करूँ गा.
सोना: गहरी साँस लेते हुए. आहह और्र्र्र्ररर जानू?
शान: फिर अपनी जानू को चूत लिक्क करूँ गा. और बहोत ज़यादा गर्म कर के
उसकी आग को अपने लंड के पानी से भुजा दूँ गा.
सोना: आहह जानू. आइ आम युवर्ज़ लगा दो ना आग जानू.
शान: नाउ युवर टर्न अब तुम बताओ कि केसे करो गी प्यार.
सोना जेसे ही बताने वाली थी कि बाथरूम का दरवाज़ा नॉक हुआ, दीदी बोली कि
मुझे बहोत ज़ोरे की लगी है और वॉशरूम ऐक ही है प्ल्ज़ मुझे यूज़ करना है,
कॅन आइ कम इन?
शान को तो कोई ऐतराज़ नही था इस पे लैकेन बस सोना को दिखाने के लिये सोना
की तरफ़ सवालिया नज़रों से देखने लगा जेसे पूछ रहा हो कि व्हाट टू डू?
कॉज़ दोनो इस वक़्त बिल्कुल नेकेड थे और बाथरूम टब मे थे.
सोना ने खुद ही बोल दिया आ जाओ दीदी. दीदी यह सुन कर बाथरूम मे आ गयी.
दीदी कपड़े चेंज कर के आइ थी और सिर्फ़ नाइटी मे थी, विदाउट ब्रा. दीदी
ने दोनो की तरफ़ देखा मुस्कराई और जा के सीट पे बैठ गयीं.
दीदी इस वक़्त ऑलमोस्ट हाफ नेकेड थी क्योंकि सीट पे बैठते हुए उन्हों ने
अपनी नाइटी ऊपेर कर ली थी और हिप्स से पैरों तक बिल्कुल नंगी थी. शान ने
थोड़ी देर दीदी को दैखा और फिर सोना की तरफ़ देखने लगा.
सोना अच्छा तो तुम क्या पूछ रहे थे जानू?
शान: आँखों ही आँखों मे कुछ कहने लगा.
सोना फ़ौरन समझ गयी कि शान दीदी के जाने का वेट कर रहा है. शान की इस बात
को इग्नोर करते हुए बोली. पूछो ना. और शान के फेस पे किस कर दी.
शान कुछ ना बोला तो सोना खुद ही दीदी को बोली. दीदी देखो केसे शर्मा रहा
है? अभी थोड़ी देर पहले सेक्सी बाते कर रहा था और अब आप को देखते ही साँप
सूंघ गया. हालाँकि जितने आप सेक्सी हैं और जितनी आप इस वक़्त नेकेड हैं
इस हालत मे आप को देख के तो सेक्स का जानूं और ज़यादा तेज़ हो जाना
चाहिये शान का? क्यो शान?
शान की कुछ समझ मे नही आ रहा था कि यह हो क्या रहा है. सोना अपनी दीदी के
सामने उसे मजबूर कर रही थी कि वो उसे कहे कि आज वो केसे चुदवाये गी मुझ
से. यही सोच रहा था कि दीदी की आवाज़ आइ.
हेलो शान कहाँ खो गये? हमारी छोटी बहना को रोज़ क्या ऐसे ही तरसाते हो?
शान: नही मैं तो बस ऐसे ही.
दीदी: ऐसे ही क्या चलो पूछो उस से, ज़रा मैं भी तो सुनू कि हमारी छोटी
बहना का आज क्या मूड है?
शान: दीदी की बात सुन के कॉन्फिडेंट हो गया कि कुछ गड़ बाड़ नही है अगर
वो पूछ ले गा और सोना से पूछा ओके बताओ केसे करो गी प्यार?
सोना: यह क्या इतना रूखा हो के बोल रहे हो? ऐसे ही बोलो ना जानू जेसे
पहले बोल रहे थे और उठ के शान की लेग्स पे बैठ गयी और बोली बोलो ना जानू.
शान ने अब कुछ देखे सुने बिना ही सोना को बोल दिया. जानू बताओ ना आज केसे
चुदवाओ गी मुझ से? मुहााआआआआआआआआअ.
सोना: आज दिल कर रहा है कि ऐसे तरीक़े से प्यार करो जेसे पहले कभी ना
किया हो. मुहााआआआआआअ.
शान: केसे जानू? मुहााआआआआआआआआआ.
सोना: आज दिल कर रहा है कि मुझे हर तरफ़ से प्यार मिले. जिस्म बहोत गर्म
हो रहा हे. आज दिल कर रहा कि मैरे सामने कोई सेक्स करे और जब मैं बहोत
गर्म हो जाऊ तो वो बंदा पहले वाला सेक्स छोड़ के सीधा मेरी चूत मे लंड
डाल दे.
शान को सोना की बाते अजीब ही लग रही थी. आज से पहले सोना ने ऐसी ख्वाइश
कभी नही की थी.
शान: बट जानू यहाँ तो सिर्फ़ मैं और तुम ही हैं और हम दोनो आपस मे सेक्स
कर सकते हैं. मुहााआआआआआआआ तो केसे देखूँगी ? लव यू मुहााआआआअ.
सोना: आहह मुझे नही पता. और शान को पागलों की तरहा किस्सिंग करने लगी.
क्रमशः..........
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