RE: Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
मैडम से सीखी चुदाइ---4
गतान्क से आगे......
दोस्तो अब रीता को भी मज़ा आने लगा ओर वो भी साथ देने लगी, वो बी अपने चूतदों को हिला हिला करा धक्के लगाने लगी. पूरा कमरा धप…धप… की आवाज़ों से भर गया था. रीता के मुँह से भी सिसकारियाँ निकलने लगी. उसके मुँह से निकली सिसकारियों की आवाज़ से मेरे अंदर उत्तेजना भर गई और मैं और ज़ोर से धक्के लगाने लगी. उसके चूतदों से जब संजू के अंडा टकराते तो ऐसा लगता जैसे तबले पर ठप पड़ रही हो. अब
संजू ने उसको बिस्तर पर सीधा लिटाया और उसके पैरों को अपने कंधो पर रख कर उसकी गंद में अपना लंड घुसा दिया. ईइइइइई… भैया.. यह क्या किया मररररारा गयी… उयियियीननययय.. पूरा लॉड अंदर गया और फिर तेज़ धक्कों से दाने पर लंड की रगड़ से रीता को मज़ा आने लगा, आहा..ओयॉयोहा. .माँ..माँ.मा.मा. ईसा..स.स.स. की आवाज़ निकल रही थी.अपनी बेहन को चोद डाला मेरे भैया आया आ सी ईइई ईइई ईईइ चोदो राजा
चोदो मुझे आययेयहहा राजा और जोर से फक मी फक मी. शाइयियी रीईई इसमे तो चूत से भी ज़्यादा मज़ा आता है और कस के पेल मेरे राजा शियीयियीयियी रे बहुत मज़ा आ रहा है सीईईईई हीईीईईचूऊओद डूऊ सीईईईईईईई और कस के उईईईई माआ. मज्ज़ज़ज्ज्ज्ज्ज्जा मिल गायययया रे. और रीता नाइस से गंद उठा-उठा करा चुदवाने लगी . संजू का लंड बिना किसी अड़चन के पूरा अंदर घुस गया और धक्के फिर से सुरू हो गये. अब संजू के धक्कों में तेज़ी आती जा रही थी .पूरे कमरे में पका पका की आवाज़ गूँज रही थी.
ढकका ढकका लंड घुसता रहा.रीता का सारा शरीर अकड़ने लगा आईयी,ईईई आययेयहा मे मार आजा गांद को लंड का प्यारा प्यारा मज़ा मिला गया था. अरे ….मे गयी …. निकला …. निकला और वह बोली की मे दुबारा छूटने वाली हूँ, .…." आहा मेरी … रानी… मे गया… मे गया … हा स्सा निकला आ आहा म्म्मा हया राय……."संजू आनंद की चरम सीना पर पहुँच कर उसकी गंद में ही झाड़ गया.
संजू के लंड की बारिस से उसकी बेहन की गांद भी तृप्त हो चुकी थी. और थोड़ी देर में दोनों शांत हो गये. संजू ने अपना लंड उसकी गंद में से निकाला तो पक की आवजा से संजू का लंड
बाहर निकल गया और वीर्य की बूँदें बाहर निकल करा चादर परा गिरने लगी.रीता की गांद भी वीर्य से लथपथ थी …रीता को भी बहुत मज़ा आया गंद चुदवा कर. दोनों भाई-बेहन ने फिर जमकर चुदाई की. रीता अपनी चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट थी.
मेम किसी से कहना नहीं, ये खेल हम रोज खेला करेंगे क्या हम आपके पास रोज़ ट्यूशन पढ़ने आ सकते हैं…?" रीता ने घूम करा प्रसन्नता से पूछा. हा… ज़रूर अगर आज जैसी पढ़ाई करनी हो तो .पढ़ने आ सकते हैं ,घर में मम्मी-पापा को पता लगा गया तो? हम तीनो ही हँस पड़े… रीता किचिन में जा कर चाय नाश्ता ले आई… और आगे का कर्यक्रम बनाने लगे, इस जबरदस्त चुदाई के बाद हमने एकदुसरे को प्यार किया और फिर दोनों अपने घर चले गये घर जाने के बाद
संजू की नज़र उसके पीछे-पीछे थी,उसका टॉप उसकी कमर को पूरा नहीं ढक पा रहा था… उसकी नाभि के कटाव और उसके चुतड़ों में गजब की लरज थी… चलते हुए उसके पीछे की गोलाइयाँ …जब वो दाएँ बाएँ हिलते तो कहर ढा रहे थे. संजू से ये सब सहन नहीं हो रहा था… दोनों की नज़रें जब फिर चार हुई तो वो मुस्करा दी, और उस के कान मे कहा कि -" अभी नहीं रात को ,ज़रा देख तो लो ,मम्मी-पापा सोए कि नहीं? संजू ने कहा " मैं देख आया मम्मी-पापा दोनों सोए हुए हैं .." .
संजू ने उसके होंठो पर किस कर दी, वो सरमा गयी. उसके मुँहा से कामुक सिसकियाँ निकलने लगी ,दोनों पर मस्ती पूरे ज़ोर पर थी. दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को चूमते रहे, चुसते रहे. फिर अचानक उसने उठकर संजू का लंड अपने मुँह में ले लिया. वो शायद और भी गरम करने की कोसिस कर रही थी. संजू ने उसकी योनि पर अपना मूह लगा दिया और ज़ुबान से घुमा घुमा कर चाटने लगा उसकी योनि से निकल रहा था, योनि-रस संजू को और भी कामुक बना रहा था.
तकरीबन 15 मिनट के बाद संजू ने उसे सीधा करके उसके योनि-द्वार पर अपना लॉडा रख दिया अब उसके मुँह से भी कामुक सिसकियाँ निकल रही थी. वो धीरे धीरे उसके कान
में कहने लगी-" अब बस भी करो ! अब बर्दास्त नहीं हो रहा है, अपने लॉड को मेरी योनि में डाल दो ना !"" फिर संजू ने धीरे से अपना लॉडा उसकी योनि में डालना सुरू किया. वो जानता था कि रीता अभी ताज़ा माल है और उसकी योनि अभी टाइट है. उसे बहुत दर्द हो रहा था.
संजू धीरे धीरे अंदर कर रहा था. जब उसका पूरा लॉडा अन्दर चला गया तो उसके मुख से ज़ोर से चीख निकल गयी. उसे काफ़ी दर्द हो रहा था,अभी उसकी चूत के घाव हरे थे. थोड़ी देर बाद में वो साथ देने लगी और संजू धक्कों के साथ साथ उसके उरोजो को भी दबा रहा था. फिर तो दोनों भाई-बेहन स्वर्ग की सैर करने लगे. थोड़ी देर के बाद उसका योनि-रस निकल गया. संजू भी ज़ोर ज़ोर से हांफ रहा था.
रीता के तीसरे सखलन के बाद वो ठंडा पड़ा,और दोनों ने फिर बार बार संभोग किया, संजू ने रीता को सारी रात जम कर चोदा और वो भी आधे आधे घंटे तक. दोनों नंगे ही चिपक कर सो गये. अगले दिन सुबह, जल्दी से नहा कर सुबह 6 बजे उठ कर रीता जल्दी-जल्दी तैयार हुई और पौने सात बजे अपने भाईया को उठाया तो बेहन को काली टॉप और काली लोंग स्कर्ट में देख कर संजू ने रीता को अपनी बाहों का घेरा बना कर अपनी बाहों में ले लिया ," दोनो एक दूसरे की आँखो में आँखें डाल कर प्यार से देख रहे थे.
संजू ने अपनी बेहन की कजरारी आँखों को चूमा …. मौन इशारो इशारो मे स्वीक्रती मिल गयी. रीता. आइ लव यू , और उसके गालो पे किस करने लगा . वो अपना हाथ छुड़ाने लगी और बोली " हे बेशरम पागल तो नहीं हो गये हो ,सारी रात तो लगे रहे, भैया प्लीज़ ! छोड़ो कोई आ जाएगा, मम्मी आने वाली होंगी, प्लीज़ छ्चोड़ो मेरी कलाई. संजू ने उसे खींच कर अपने सीने से चिपका लिया. रीता भी अपने भैया से
लिपट ती ही गयी और बोली" भैया, अगर किसी ने यहा देख लिया तो " ? और अपने जलते होंठ उनके होंठों पर रख दिए,फिर अपनी जीभ उसके मूह में डाल चुकी थी ओहा…मेरे राजा भैया .. मेरी जान ! आहा … इतना मज़ा .. भैया मैं भी आपसे प्यार करने लगी हूँ !" और वो भी अपने सगे भाई के गालो को चूमने लगी.फिर बोली- अब हटो भी ,यहा मम्मी-पापा को मालूम चल गया तो और हम पकड़े ना जाए, प्लीज़ छ्चोड़ो मुझे.
संजू बोला किसी को हमे देखने थोड़े ना आना है! रीता पैंटी उतार कर बोली" भैया, आप बड़े वो हो मेरी चूत तो देखो, कितनी सूज गयी है और मेरा बदन भी आपने तोड़ कर रख दिया है, सारी रात ज़ोर के धक्के और झटके मार मार कर मेरी नाज़ुक कमर में मीठा मीठा दर्द कर दिया है " उसके उभार लिए संगमरमरा की मूरत से तरासे हुए गद्देदार मोटे चूतड़ (गांद) , गोल-गोल गहरी नाभि की महक और सूज़ी हुई मक्खन सी मुलायम और मलमल सी बहुत ही चिकनी चूत देख
कर उसके भैया का लंड एक बार फिर खड़ा हो गया हया भैया! इतना प्यारा लंड , 10 इंच का कड़ा लॉडा देख कर रीता के मूह में फिर पानी आ गया. रीता किचन में ही उठ कर संजू के उपर उसकी तरफ गांद करके 69 की पोजीसन में लेट गयी और उसका लंड अपने मूह में डाल लिया. संजू ने उसकी दोनो गोरी टाँगो को खूब फैला दिया ताकि उसकी गुलाबी चूत संजू के सामने खुल जाए और
संजू को उसकी चूत को चाटने में ज़रा भी कठिनाई ना हुई.पाव रोटी की तरह उभरी हुई उसकी चूत को संजू नीचे से पिछे से ज़बान डाल कर उसका रस चाते जा रहा था .लॅप-लपा कर उसकी सूजी हुई चूत को चाटने से वो अपने मूह से सी…सी…उयुयूइ….अहहहहहहा कर रही थी. और रीता को उसका गुलाबी सूपड़ा बहुत मज़ा दे रहा था. वो बच्चो की तरह उसे चूसे जा रहीं थी. क्योंकि उसको लंड बहुत दिनो बाद नसीब हुआ था.
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