RE: Hindi Sex Story मासूम ननद
अब अक्सर में उसे घर में टाइट कुरती ऑर लेग्गी ही पहनाती थी. जिस में उसका जिस्म ऑर भी खिल उठ ता था. उसका खूबसूरत ऑर सुडोल जिस्म बहुत ज़्यादा पेरॉमिनेंट हो जाता था. नीचे उसकी थाइस ऑर हिप्स चिपकी हुई लेग्गी में मानो नंगे ही नज़र आ रहे होते ऑर ऊपर से उसकी कुरती में फँसे हुए उसके बूब्स भी बहुत ही खूबसूरत लगते थे. आहिस्ता आहिस्ता मेरी तरह ही उस ने भी घर मे दुपट्टा लेना छोड़ दिया था. इस तरह के टाइट ड्रेस में अपनी बहन को देख कर तो राज की ऐश हो जाती थी ऑर उसकी नज़रें अपनी बहन के जिस्म पर से हट ती ही नही थीं. मुझे महसूस होने लगा था कि आहिस्ता आहिस्ता पायल को भी पता चल रहा है कि उसका भाई उसके जिस्म को देखता है लेकिन कोई ऐतराज़ नही करता तो उसे भी काफ़ी हद तक रिलॅक्स फील होता ऑर वो भी कोई ऐतराज़ ना करती कि भाई देख रहा है तो क्यों. मैने ये भी महसूस किया था कि राज अपनी बहन के नीचे झुकने का मुंतज़ीर रहता था चाहे वो उसके आगे को हो या पीछे से. क्योंकि उसे इस तरह थोड़ी बहुत अपनी बहन के बूब्स की झलक भी नज़र आ जाती थी.
एक रोज़ ऐसा हुआ कि कॉलेज से आकर पायल ने एक वाइट कुरती ऑर स्किन कलर की लेगिंग पहन ली. राज अभी तक नही आया हुआ था. मौसम कुछ खराब लग रहा था ऑर इसी लिए पायल कॉलेज से खुद ही पहले ही आ गई थी. मैने राज को भी कॉल कर दी थी कि पायल घर आ गई हुई है तो वो भी आए तो सीधा ही घर आजा ड्यूटी से ऑफ कर के. पायल ने जो वाइट कुरती पहनी उस के नीचे उस ने ब्लॅक कलर की ब्रस्सिएर पहन ली. गर्मी का मौसम होने की वजह से कुरती भी बहुत ही पतले कपड़े की थी. लेकिन उस में से जिस्म वाज़ेह तोर पर नज़र नही आता था बस हल्की सी झलक ही दिखती थी कि नीचे का बदन कैसा गोरा है. उसकी बॅक ऑर फ्रंट पर उसकी ब्लॅक ब्रस्सिएर के स्ट्रॅप्स भी हल्के हल्के नज़र आते थे. उसकी कुरती की लेंग्थ भी ज़्यादा नही थी हस्ब ए मामूल सिर्फ़ उसकी हाफ थाइस तक ही थी. नीचे स्किन कलर की लेग्गी में उसकी खूबसूरत टाँगे और थाइस बहुत ही प्यारी लग रही थीं ऑर सेक्सी भी.
अपना ड्रेस चेंज कर के आकर पायल हस्ब ए मामूल मेरे साथ किचन में लग गई. अब में उस से ज़्यादा ड्रेसिंग के बारे में बात नही करती होती थी ताकि वो ईज़ी फील करे ओर किसी पेड्स्ज़्यूर या ज़बरदस्ती की वजह से कोई भी काम ना करे. यही वजह थी कि कॉलेज के महॉल ऑर मेरी सपोर्ट की वजह से वो काफ़ी हद तक खुल चुकी थी.
सुबह सब के जाने के बाद मैने कपड़े धो कर बाहर सहन में सूखने के लिए लटका दिए थे. बारिश का मौसम हो रहा था मुझे ख़याल आया कि में कपड़े उतार लाऊ कहीं ऑर ना भीग जाए. जैसे ही में पायल को बाहर से कपड़े उतार कर लाने का कहने लगी तो एकदम एक शैतानी ख़याल मेरे दिमाग़ में कूदा ऑर में होल से मुस्करा कर चुप कर खामोश ही रह गई.
वोही हुआ कि थोड़ी देर में बारिश शुरू हो गई. लेकिन पायल को नही पता था कि बाहर कपड़े लटक रहे हैं इस लिए उसे उनको उतारने का ख़याल नही था. बारिश थी भी काफ़ी तेज. थोड़ी देर में ही बेल हुई तो मैने फॉरन ही जा कर गेट खोला ऑर राज अंदर आ गया अपनी बाइक खड़ी की . बारिश की वजह से राज पूरी तरह से भीग चुका हुआ था. उसकी जीन्स ऑर शर्ट भीग चुके थे. बोला आज तो बारिश ने भिगो ही दिया है. में भी मुस्कराई ऑर हम दोनो अंदर आगये.
राज ने अपनी शर्ट उतारी ऑर एक तरफ रख दी ऑर कुर्सी पर बैठ गया. अब मैने पायल को आवाज़ दी कि पानी लाओ अपने भैया के लिए. वो फॉरन ही किचन से पानी का ग्लास भर कर ले आई. जैसे ही राज की नज़र अपनी बहन के सेक्सी ड्रेस पर पड़ी तो एक लम्हे के लिए तो वो शोक्ड ही हो गया. लेकिन फिर उस ने खुद को संम्भाला ऑर फटा फट पानी का ग्लास पायल से पकड़ कर पीने लगा. पायल वापिस किचन की तरफ बढ़ा तो पानी पीते हुए राज की नज़रें अपनी बहन के हिप्स ऑर थाइस पर ही थीं. में होले होले मुस्करा रही थी.
जैसे ही पायल किचन में जाने लगी तो मैने उसे आवाज़ दे कर रोका ऑर बोली, पायल मुझे याद आया मैने तो कपड़े धो कर बाहर डाले हुए हैं जल्दी से जाना इनको उतार लाओ सारे के सारे भीग गये होंगे. जी भाभी कह कर पायल बाहर सहन की तरफ चली गई ऑर अब में अपनी स्कीम के मुताबिक़ हो रहे ड्रामे के अगले हिस्से की मुंतज़ीर थी. बाहर तेज बारिश हो रही थी गर्मी के मौसम की और मेरी ननद पायल अपनी पतली सी कुरती ऑर लेग्गी पहने बाहर से कपड़े उतार रही थी ऑर उसका भाई अंदर बैठा हुआ था ऑर शायद वो भी मुंतज़ीर था कि अब क्या सीन सामने आने वाला है उसके.
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