RE: Incest Kahani दीदी और बीबी की टक्कर
अंजू फिर से चिपक गयी. अंजू को सीने से चिपकाने मे मुझे बहुत सकून मिल रहा था... नज़ाने अनु मे कैसा खिचाव था कि भले ही अंजू मेरा खून नही थी लेकिन मैने जब अंजू को अपना बेटी मान ही लिया तो अंजू ने मुझे पापा कह ही दी तो फिर बाकी क्या है.
मैं अंजू को जब अलग किया तभी दीदी रूम मे आई.
दीदी- चलिए खाना खा लीजिए
राज- हाँ खाना लगाओ मैं आता हूँ.
हाँ ये अंजू को लेती जाओ तबतक मैं आता हूँ.
तुम जानती हो ये मेरी बेटी है.
इतना बोलकर मैंने दीदी की तरफ आँख मार दिया.
दीदी मुस्कुराते हुए,' चलो बेटा खाना खाने तुम्हारे पापा आरहे है.''
दीदी की बात सुनकर अंजू मेरा मुँह तकने लगी.
मैं अंजू के माथे को चूमते हुए, 'अंजू बेटा आंटी के साथ जाओ तबतक मैं आपकी मम्मी को लेकर आता हूँ.
अंजू मेरे गालो को चूमते हुए मेरी गोदी नीचे उतरी ओर दीदी के साथ चली गयी.
मैने मौसी की ओर देखा वो बिना किसी चिंता फिकर के सो रही थी जैसे जिंदगी मे पहली बार उन्हे सकून आया हो.
मौसी की सांसो के साथ उनकी चुचियाँ उपर नीचे हो रही थी.
पूनम मौसी के दोनो गाल थोड़ा बाहर निकले हुए थे. मैं अपनी कोहनियो के बल झुका ऑर मौसी के एक गाल को होंठो मे भरकर चूसने लगा... थोड़ा-थोड़ा दाँत भी गढ़ाने लगा. पूनम मौसी थोड़ी देर बाद कसमसाई अपनी आँखे खोलते हुए मुझे अलग कर दी, ए बदमास क्या कर रहा था... अपनी मौसी के साथ भी एसा कोई करता है.''
राज- वाह पूनम क्या मीठे गाल है तुम्हारे, चूसने मे मज़ा आ गया.
पूनम- क्या बोला मैं तुम्हारी मौसी हूँ बीवी नही हूँ जो तुम इस तरह बात कर रहे हो.
मैं मौसी के दूसरे गाल को चुसते हुए,' जी नही तुम मेरी मौसी नही हो बल्कि तुम मेरी अंजू बेटी की माँ हो...
पूनम मौसी मेरी बात सुनकर खुश हो गयी. मुझे चित लिटाते हुए मेरे उपर चढ़ कर मेरे पूरे चेहरे को चूमने लगी...
लगभग 5मिनिट्स के बाद मौसी मेरे गालो पे अपने गालो को रगड़ने लगी.
मैंने उनकी आँखो मे देखा
दोनो आँखो मे दो बूँद आँसू थे...
मैं उनके को पकड़ते हुए उनके आँसुओ को पी गया.
राज- ये आँसू कैसे है, मैं कोई ग़लत बात तो नही बोल दिया हूँ....
मौसी अपने गालो को मेरे गालो मे रगड़ते हुए,' नही आप ये क्या कह रहे है आप मेरे बच्चों के बाप है तो मैं भला अपने बच्चों के बाप को कैसे कुच्छ कहूँगी.
मैं ने मौसी को नीचे उतारा मैं भी नीचे उतरा उनके सामने खड़ा हो गया.. मैं मौसी की ओर देखते हुए
राज- क्या बात कहूँ अंजू को मैंने कह दिया है कि वो मेरी बेटी है, तो भूल कर भी अंजू के सामने कभी मौसी वाला नाता नही चलेगा.
मौसी मेरी आँखो मे देखती रही फिर मेरी बाहों में चिपक गयी...
मैंने मौसी को बाहों मे कस लिया मौसी मेरे कंधे पर सर टिका कर चिपक गयी..
मौसी की बड़ी-बड़ी चुचिया मेरे सीने मे धसने लगी. मैं मौसी के पीठ को सहलाते हुए,' पूनम?
मौसी- हूँ
राज- जब अंजू मेरी बेटी हुई तो तुम मेरी क्या हुई..
मौसी- बीवी
इतना बोलते ही मौसी ने शर्म के मारे सीने मे अपना चेहरा छुपा लिया.
मैं मौसी के बालो मे उंगलियो को फेरते हुए,' अरे पूनम तुम तो मेरी शर्मीली बीवी हो.
चलो अब खाना खाने चले नही तो अनिता यहाँ आ जाएगी.
बाद मे बात करेंगे ठीक है.
मौसी धीरे से अपना चेहरा उपर उठाई, थोड़ी देर पहले मुरझाया हुआ चेहरा गुलाब की तरह खिल गया...
मैंने मौसी के दोनो गालो को चूम लिया फिर हम खाना खाने आ गये.
डाइनिंग टेबल पर खाना लग चुका, दीदी ऑर अंजू बैठे हुए थे..
मैं जाकर अपने चेर पर बैठ गया. मौसी भी बैठ गयी. अंजू दीदी के पास से उठी ऑर मेरे पास आकर बैठ गयी..
राज- क्या हुआ अंजू बेटा,
अंजू- पापा मुझे आप खिलाओ ना
मैंने अंजू की बात सुनकर मुस्कुराते हुए, अंजू को अपने गोदी मे बिठाया ऑर अंजू को खिलाने लगा. मैं भी खाने लगा.
मौसी ऑर दीदी दोनो मेरी हरकत देखकर मुस्कुरा रहे थे..
नाश्ता करने के बाद दीदी बर्तन उठाकर किचन मे चली गयी. मैंने मौसी को उनके रूम मे भेज दिया.
अंजू भी मौसी के साथ रूम के अंदर चली गयी.
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