Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
08-26-2018, 09:43 PM,
#41
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
राज अपना हाथ नीचे ले गया और एक झटके मे उसकी पॅंटी और ब्रा को उसके शरीर से अलग कर दिया……..और अपना ब्रीफ भी खोल दिया….राजने उसे खड़ा किया और खुद भी खड़ा हो गया…..वो उसके पूरे शरीर को नापना चाहता था…उसे किसी का डर तो था नही…..राज ने उसे अपने बदन से लगा लिया और उसके होंठो को चूमने लगा…..अनिताने भी अपनी बाँहे फैला ली और उसे अपनी बाजू मे कस लिया.

अनिता अपने हाथ को नीचे ले गयी और उसके लंड को पकड़ लिया…और शरमाते हुए राज को बोला…ये बहुत परेशान कर रहा है…..लगता है काफ़ी भूखा है.

राज: तभी तो वो फुफ्कार मार रहा है….प्लीज़ अपने चूत का पानी पिला दो बेचारे को.

अनिता: उसके लिए आपको शादी करनी होगी…मुझसे

राज: मे तो तैयार हू….तुम बताओ वैसे तुम्हारी ये गांद बहुत मस्त है….मुझे तुम जैसी लड़किया बहुत पसंद है….

अनिता: आपने कितनी लड़कियो को चोदा हो?

राज: तुम्हे मिलाकर 6

अनिता: वो माइ गॉड…..कौन कौन….

राज: अब तुमसे क्या च्छुपाना……वाइफ, रश्मि, स्मृति, तुम, और दो बचपन की दोस्त…..

अनिता: और डॉक्टर. नेहा….???

राज: नही…अ.भी नही…पर शी इन पाइप्लाइन….

अनिता: आप बहुत हॉट हो….ये देखो….भत्ति की तरह गरम हो गया है…

राज: कई दिन से भूखा है…..क्या मे तुमसे कुच्छ पुच्छू….? बुरा तो नही मनोगी.

अनिता: क्या??????और शर्मा कर अपना सिर नीचे कर लिया

राज: तुम कभी चुदी हो….? मेरा मतलब है कोई ब्फ.

अनिता: नही…..इंटरॅक्षन तो बहुत हुई है…पर मेरी जवानी सुरक्षित है…आप ही पहले मर्द हो …जिसके सामने मे नंगी हू…….आपको पता चल जाएगा…जब आप…………………………….और वो बुरी तरह शर्मा गयी….

राज: मेरी जान अब क्यो शर्मा रही हो..और एक झटके मे उसकी पॅंटी को उसके शरीर से अलग कर दिया.

और चूत को अपनी हाथो मे ले लिया…..पर राज चौंक गया…….अरे ये क्या….इतनी बड़ी बड़ी झांट…..? क्या तुम कभी बनाती नही हो???? ये तो बहुत बड़ी बड़ी झांट है…..तभी उसे ख्याल आया…वो पॅंटी मे झांट वाली बात……….फिर सोचा…कही अनिता तो नही राजेश के केस मे सामिल है….पर ये तो अपने आपको कुवारि कह रही है……….फिर वो अनिता से कहा….

अनिता: डार्लिंग….अगर तुम इज़ाज़त दो तो तुम्हारी एक झांट उखाड़ कर मे अपने पास रखना चाहता हू…..यादस्त के लिए…..तुम्हे क्या? तुम्हारी तो शादी हो जाएगी….और अपने ससुराल चली जाओगी….मे कॅम्सेकम इस झांट को देखकर तुम्हारी याद कर लूँगा…

अनिता: शरमाते हुए कहा……तो आपको रोका किसने है…ये सब आप ही की तो है…..आप उखाड़ ले जितना चाहे….और रही बात शेव की….मुझे झांट रखना अच्छा लगता है…..चूत की सुरक्षा रहती है इससे.

और अगर मेरे पति को ऑब्जेक्षन होगा तो शेव कर लूँगी…..

राज: अरे नही तुम कभी भी शेव मत करना…ऐसे ही अच्छी लगती है…पर है बहुत बड़ा…एक झांट को लंबा करते हुए दिखाया…..और एक झटके मे तोड़ दिया…..

अनिता:उईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मर गयी……….ज़रा धीरे धीरे…..घाव हो जाएगा……………….

बस हो गया मेडम, वाकई तुम कमाल हो….

और वो मन मे सोचा…ये चुदी है या अन-चुदी…इसका पता अभी ही लगाना होगा…..अतः…चोद्ना होगा…उसने उसे अपनी बाँहो मे लिया और उसे वही पटक कर उसके उप्पर चढ़ गया और अपने लंड का टोपा उसकी चूत पर लगाया और ज़ोर से पेल दिया……

चूत गीली रहने के वजह से लंड उतरता चला गया……..लंड इतनी आसानी से चला जाएगा ये तो राजने भी नही सोचा था….तो क्या अनिता ही कातिल है….राजेश केस की????

पर अभी समय ये नही है….अभी राज और अनिता के चुदाई का सीन का है…………लंड आखरी जड़ तक आ चुका था…..इस परिवेश मे एक बार भी अनिता को दर्द नही हुआ…..और ना ही राज को दिक्कत हुई….

लंड सीधे बुर मे उतरता चला गया…और करीब 15 मीं बाद वो बुरी तरह झाड़ गया……दोनो स्खलित होकर एक दूसरे मे खो गये……….और हाफने लगे……………………………..

क्रमशः................\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\
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08-26-2018, 09:43 PM,
#42
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही--20

गतान्क से आगे......................

सुबह के करीब 5 बजे. पर रश्मि और इनस्पेक्टर शर्मा पोलीस बल लेकर आ गये. रश्मि ने दरवाजे को ज़ोर से धक्का दिया ….पर दरवाजा नही खुला…..अब इनस्पेक्टर शर्मा ने एक पोलीस वाले से राइफल ली और उसके कुंडे से ज़ोर से मारा….दरवाजा दो हिस्सो मे टूट गया….अंदर का जो नज़ारा था वो बहुत डरावना था…….रश्मि तो मानो बेहोश होते होते बची….उसे चक्कर आने लगा…फर्स पर अनिता बिल्कुल नंगी पड़ी है और उसकी पीठ पर एक मोटा सा चाकू धंसा है…और उसपर राज भी औंधा गिरा हुआ है…पर राज की साँसे अभी भी चल रही थी…..जब रश्मि ज़ोर ज़ोर से रोने लगी तो अपनी आँखे खोली और इनस्पेक्टर से बिन्ती की कि कुच्छ करो….बर्ना मे भी बच नही पाऊँगा…….इनस्पेक्टर शर्मा ने अपने पोलीस बल को हुक्म दिया…..पूरे घर को घेर लो और चेकिंग करो……कातिल यही कही होगा…..और वो राज को उठाने की कोशिश की……उसने फ़ोन कर आंब्युलेन्स भी बुलवा ली….राज के पीठ और कमर पर चाकू के कई बार थे …..वही अनिता के शरीर पर एक ही निशान था…और वो भी बड़े चाकू का….चाकू पूरा का पूरा उसकी पीठ मे घुसा हुआ था….उसके शरीर से काफ़ी खून फर्स पर गिरा हुआ था…….इनस्पेक्टर शर्मा ने मृतक के बॉडी पर एक कपड़ा डाल दिया और पूरे कमरे की तलाशी लेने लगा…….राज को हॉस्पिटल पहुँचाया गया………

इनस्प. शर्मा: मिस्टर. राज…..जब तक मे ना कहु और जब तक ये इन्वेस्टिगेशन ना हो जाए…आप किसी को भी कोई इन्फर्मेशन नही देंगे……..इट्स ओके…???

राज: यस सर……राज भी काफ़ी डरा हुआ दिख रहा था…….वो इस हालत मे नही था कि कुछ बता सके…अभी उसे कैजुअल्ति की ज़रूरत थी…..उसने स्ट्रॅक्चर पर लेटते हुए रश्मि को गौर से देखा और बीनती की……..मुझे बचा लो…मे मरना नही चाहता……….

रश्मि ने उसे भरोशा दिलाया….आपको कुच्छ नही होगा…भगवान पर भरोसा रखो……

इनस्पेक्टर ने अनिता के परिवार वालो को फोन कर दिया……उसके घर मे उसकी माताजी और एक छ्होटा भाई ही था…..शादी तो अभी हुई नही थी…..फिर भी जब फोन गया तो उसका होने वाला पति और ससुराल के लोग आए…पर अनिता की इस हालत को देखकर सब के होश उड़ गये……………………………………………………..

अनिता की डेड-बॉडी को हॉस्पिटल पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया….इनस्पेक्टर शर्मा ने लोगो को बताया…..ये एक मर्डर है…पोलीस पूरी छान-बीन करने के बाद ही स्टेट्मेंट देगी…..ये लोग यान्हा कैसे आए, क्या करना चाह रहे थे..और ये जो कांड हुआ है उसे कौन अंजाम दिया…………………………..

अनिता की मम्मी ने पोलीस को बताया कि रात के 2 बजे पर एक मेसेज आया था अनिता का जिसमे उसने बोला था कि वो किसी सहेली के घर पर है और वो सुबह आ जाएगी…पर मुझे क्या पता था कि यान्हा रंग-रेलिया मना रही थी…..मे तो लूट गयी….मे अब किसी को मुँह भी नही दिखा सकती……उसने राज को भी जी भर कर कोशा………………….और रोते रोते अपना बुरा हाल बना लिया………………………………इनस्पेक्टर शर्मा उसका कॉन्वर्सेशन लेने के बाद वो हॉस्पिटल चला गया…और हॉस्पिटल मे राज का कॉन्वर्सेशन लेने लगा…..राज ने सुरू से अंत-तक सारी बाते पोलीस को बता दी…….कि उसका क्या प्लान था…..कैसे वो इस भंवर मे फस गया……उसने जो बताया ….इससे तो पोलीस की भी नींद गायब हो गयी……इनस्पेक्टर शर्मा भी बुरी तरह चौक गया.

राज: हां सर, मे सही कह रहा हू……राजेश जिंदा है…..और फिर मेने ये भी फील किया है कि कही ना कही राजेश और अनिता मे कोई सरीरिक संबंध हुए होगे तभी पॅंटी मे उसकी चूत के बाल आए है….ये लीजिए ये बाल है…इसका डीएनए टेस्ट करवा ले………हमे ऐसा लगता है कि राजेश के पिछे कोई और भी है जो हमे फसाने की कोशिश कर रहा है……हां ये बात सही है कि मेने और अनिता ने शारीरिक संबंध बनाए…पर ये अनिता के रज़ामंदी से ही हुआ है…आप जाँच कर ले….मेने कोई बलात्कार नही किया है.

इनस्पेक्ट शर्मा: पर मिस्टर. राज……घर मे पत्नी के होते हुए किसी दूसरी लड़की/औरत के साथ सेक्स करना गुनाह है…




007Super memberPosts: 4690Joined: 14 Oct 2014 17:28
Re: प्यास बुझती ही नही

Unread post by 007 » 24 Dec 2014 06:45
राज: मानता हू सर…पर मेरी वाइफ अक्सर बीमार रहती है……मे सेक्स के बगैर नही रह सकता….तभी मेने अनिता के साथ सेक्स किया…..वो भी उसकी मर्ज़ी से.

इनस्पेक्टर शर्मा: वो तो मे बाद मे देखूँगा…फिलहाल तुम्हारा भी डीएनए टेस्ट होगा….तुम्हारे पेनिस पर लगे लावा-पदार्थ और चूतादो पर लगे खून के निशान का…..

राज: सर…आप जो भी टेस्ट करवा ले…पर मे इस खून का अपराधी नही हू…….प्लीज़ मुझपर विश्वास करे.

इनस्पेक्टर शर्मा: राज मे तो सबूतो पर करता हू बिसवास…अगर तुम अपराधी रहे तो तुम्हे कोई नही बचा सकता…और अगर निर्दोष रहे तो फिर मे तुम्हे पूरी कोशिश करूँगा बचाने को.

राज: सर मे भी आपका पूरा का पूरा समर्थन करूँगा…..और हां मेरा एक दोस्त है मिस्टर. कुलकर्णी…पुणे मे प्राइवेट डीटेक्टिव करता है…मे उसे यान्हा बुलाया है…उसकी भी मदद लूँगा और सबूत ढूँढने की पूरी कोशिश करूँगा……सर..

इनस्पेक्टर शर्मा: अगर ऐसा है…तो क़ानून तुम्हे ज़रूर माफ़ करेगा……चलता हू…..तुम अपना इलाज़ करो..और जब तुम्हारा डिसचार्ज होगा तो सबसे पहले मुझसे मिलना.

अनिता की मौत की खबर शहर मे जंगल के आग की तरह फैल गयी…सभी लोग इसका हत्यारा सिर्फ़ राज को मानने लगे…..अनिता की मा का बहुत बुरा हाल था वो बार बार बेहोश हो जाती थी…..और हार बार वो राज को कोष रही थी……….उसके ससुराल वाले तो 2 दिन रहे और फिर वो चले गये…अनिता के ससुराल के लोगो ने कहा कि अच्छा हुआ मेरा बेटा बच गया ……………नही तो हम कही मूह दिखाने के लायक नही रहते. लड़की थी ही कॅरक्ट्रलेस…….ये सारी बाते अनिता की मा को बर्छि की तरह चुभ रही थी…उसका मन कर रहा था कि वो कही जा कर अपनी जान दे दे …पर उसके पास उसका छ्होटा बेटा था जो कि अभी 5 स्ट्ड मे पढ़ता है….और फिर इतनी बड़ी जायदाद को देखना भी था……

राज की अब हालत ठीक हो रही थी….उसकी पीठ पर करीब 10 स्टिच लगे थे…….वो करवट बदल नही सकता था….बार बार उसके मन मे यही सवाल आता था…..कि वो कौन था जिसने कि मेरे पिछे से बार किया…वैसे उस बंदे को हमने अपने बस मे कर ही लिया था….पर एक आदमी ने पिछे से सरीये से बार किया…….निशाना मिस हो गया और सरिया उसकी पीठ पर जा लगा…राज कराह उठा और वही पर गिर गया…फिर कातिल अनिता की तरफ बढ़ किया…………………………………….रात मे जो सख्स कंबल ओढ़े आया था …बार बार उसका ही चेहरा घूम रहा था……पर एक बात और थी…अगर वो कातिल है तो फिर पिछे से कौन आया…..ये और फिर मेन दरवाजा तो बंद था……जिसे अनिता ने खुद ही बंद किया था….तो फिर पिछे से क्यो और कौन आया….?? क्या मकान के पिछे भी रास्ता था………………??? उसका सिर चकरा रहा था…कि तभी रश्मि चाय ले कर कमरे मे आई…..

रश्मि: लो चाय पियो……….अच्छा हुआ तुम्हे होश आ गया……….मे तो परेशान हो गयी पोलीस को जवाब देते देते. सुबह से पोलीस का फोन आ रहा है…..

राज: हमम्म्ममम मे थोड़ा बाथरूम जाना चाहता हू.

रश्मि: बेड पर कर लो……मे अभी यूरिन पॉट लाती हू.

राज: मे चल सकता हू…………बाथरूम तक …तुम सिर्फ़ मुझे सहारा दे दो.. रश्मि: देखो…..घाव अभी हरा है..और फिर 10 12 स्टिच लगे है……रिस्क मत लो..और यही कर लो …अभी लाई…..रश्मि यूरिन पॉट लाई और दरवाजा बंद किया फिर बहुत प्यार से राज के लंड को निकाला और उसके यूरिन पॉट मे फिट किया और फिर राज की आँखो मे देखते हुए बोली…….अब सुरू करो.

राज: मुस्कुराते हुए……बहुत केर कर रही हो…..बेचारे का…
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08-26-2018, 09:43 PM,
#43
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
रश्मि: तुम यान्हा वन्हा मुँह मारते रहते हो.....इसी का नतीजा है कि तुम बेड पर पड़े हो...ये तो भगवान की कृपा है कि बच गये...वरना कातिल तुम्हे ही मार डालते.

राज: ऐसा तो हमे भी लगता है...पर क्या करू ...ये जो लंड है ना...कभी दिल ही नही भरता...हमेशा कुच्छ नया चाहता है.....चूत नयी नयी चाहता है.

रश्मि: तो क्या मन भर गया मेरे से..?

राज: नही डार्लिंग....ऐसा नही है...तुम्हारी चूत का तो दीवाना हू..मे...देखी कैसे लपला रहा है.....और वो ज़ोर से मूतने लगा.....एक तो लंड की मुटाई...और उसपर रश्मि के हाथ का जादू.....लंड यूरिन पॉट से बाहर आ गया और सीधे रश्मि के चेहरे पर गिरने लगा...पेशाब से वो नहा गयी.....कुच्छ बूंदे उसके मुँह मे भी चली गयी.....रश्मि को एक अनोखा आनंद मिल रहा था....तभी उसे ख़याल आया....कि अगर बिस्तेर पेशाब से गीला हो गया तो कोई भी शक कर सकता है...तभी उसने झुक कर राज को गले लगा लिया और बोली...डार्लिंग...ये पिचकारी अब बंद करो...वरना गोली चल जाएगी...और दोनो हस्ने लगे.

दोनो अब एक दूसरे के आगोस मे खो गये...तभी बाहर किसी की दस्तक हुई...दोनो अलग हो गये....रश्मि ने अपने आपको ठीक किया और फिर राज ने भी.....रश्मि ने दरवाजा खोला...सामने कमला थी.....वो बिना कोई सवाल किए अंदर आ गयी...और रश्मि को देखते हुए बोली....तुम्हारी बहन आई है (स्मृति).....जो घर पर है...मे नाश्ता करवा कर आई हू.....रश्मि जी कह कर चल दी............................

आज काफ़ी दिन बाद दोनो बहने मिल रही थी.....रश्मि चहकते हुए उनसे गले लग गयी....और स्मृति ने भी अपनी बाँहे फैला दी.......

स्मृति: कैसी हो??? सॉरी मे नही आ पाई...तुम पे तो पहाड़ टूट पड़ा होगा ना....

रश्मि: कोई बात नही....जो होना था हो गया.....अब रोकर के भी क्या कर सकते है.

पहले सिर्फ़ तुम थी....विडो...अब मे भी हो गयी...पर मुझे विडो होने का गम नही है...अच्छा हुआ मर गया....वरना मे एक दिन मार डालती.

स्मृति: छि.....अपने पति के लिए ऐसा नही बोलते.

रश्मि: पति??? कैसा पति..और किसका पति? वो तो सुरू से करप्ट था.

स्मृति: चाहे जो भी हो...हम औरत है..और हमे अपना मर्यादा नही भूलना चाहिए

रश्मि: छोड़ो इन बातो को...बताओ कैसी हो?

स्मृति: ठीक हू.....मेरी शादी तय कर दी गयी है.

रश्मि: वाउ.....ग्रेट....किससे....???

स्मरती: है एक टीचर.....देहरादून का ही है...उसी ने प्रपोज़ किया था...शादी के लिए...मा पापा का भी पसंद है.......में तुमसे फोन पर राई माँगना चाहती थी...पर तुम्हारा फोन आउट-ऑफ-रिचेबल था...

रश्मि: कोंग्रथस.......ये तो बहुत अच्छा हुआ......तुम्हारा घर बस जाए...यही तो मे भी चाहती थी..........

स्मृति: पर तुम्हरा घर उजड़ गया....ये सोच कर मे दुखी हू......अब तुम्हे भी शादी के लिए सोचना चाहिए.

रश्मि: हां शादी तो करूँगी...अपने जेठ से...पर अभी नही......अभी कुच्छ पोलीस का चक्कर है.....

स्मृति: अरे हां...पोलीस का क्या माजरा है...???मेने काफ़ी सुना है कि वो परेशान कर रही है.

रश्मि: पोलीस कहती है...इट्स ए मर्डर केस.

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स्मृति: क्या अपडेशन है अब तक का

रश्मि: मिस्टर. कुलकर्णी आए है...कोई प्राइवेट डेक्टटिवे है

वही केस को देख रहे है....अच्छा ये बताओ...जब तुम्हे छोड़ कर राजेश निकला था...तो क्या बात हुई थी उस दिन....क्योकि मे तो अपने जेठ जी की बाँहो मे थी..

स्मृति: कोई खास नही....वो जल्द ही बह गये थे....मे भी भिन्ना गयी थी और गुस्से मे उसे "हिजड़ा कहीं का" बोल दी थी.....बाद मे मुझे लगा कि मुझे ऐसा नही कहना चाहिए था...मे माफी भी माँगना चाहती थी..तब तक देर हो चुकी थी...वो घर छोड़ कर जा चुके थे..........और यही वजह थी कि मे तुमसे या तुम्हारे परिवार से नही मिल सकी....कही ना कही मे भी अपने आपको कसुरबार मानती थी......................

रश्मि:ह्म्‍म्म्म तो तुम्हे पहले क्यो नही बताया....मुझे बता देती...शायद मे कुच्छ कर सकती थी.....अब तो ये भी नही पता कि वो जीवित है या मर गया....

पर सबूत ये बताते है कि वो जीवित है......

स्मरीत:अगर ऐसा है तो वो तुमसे मिलने ज़रूर आएगा.

रश्मि: अभी तक तो मुझसे मिला नही......मे तो उससे मिलने को इक्चुक हू...कई सवाल पुच्छने है उससे. बेचारी अनिता का मर्डर हो गया....ये किसने किया कुच्छ पता नही चल पा रहा है......राज भी काफ़ी अपसॅट है...........

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08-26-2018, 09:43 PM,
#44
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
स्मृति: केस कौन हॉल्ड्ल कर रहा है...?

रश्मि: है एक जाँबाज ऑफीसर इनस्पेक्टर राजकुमार शर्मा

स्मृति: ने नोटीस किया कि उसे जाँबाज कहने मे रश्मि ने कुच्छ ज़्यादा ही इच्छा प्रकट की...वो मुस्कुरा दी....क्या बात है...? कुच्छ ज़्यादा ही भाव दे रही हो पोलीस वालो की

रश्मि: क्यो? पोलीस वाले इंसान नही होते क्या?

स्मृति: पोलीस वालो से ना ही दोस्ती अच्छी और ना ही दुस्मनि

रश्मि: वो ऐसा नही है....मेरे एक रिक्वेस्ट पर उसने पोलीस फोर्स भेज दिया...और खुद भी रात के 4 बजे आया......ये उसकी महानता है...वरना कोई और पोलीस वाले होते हैं ऐसे???

स्मृति: ह्म चलो ठीक है.....कुच्छ खिलाओगी नही?

रश्मि: अरे हां....मे तो भूल ही गयी...अभी लाई....बोलो क्या खओगि

स्मृति: पराठे बनाते है.....2 तुम्हारे लिए और 2 मेरे लिए....और उस पर चाय

कैसा रहेगा...

रश्मि : अभी बनाती हू...और दोनो किचन मे चली गयी....

करीब 2 घंटे मे नाश्ता बन कर तैयार हो गया....दोनो नाश्ता कर ही रही थी कि दरवाजे का कॉल वेल बजा.....रश्मि ने दरवाजा खोला......कमला के साथ इनस्पेक्टर शर्मा भी थे...जो कि रश्मि को देखते ही उसके चेहरे पर एक चमक देखी.

रश्मि: आइईए....बहुत अच्छे समय पर आए है.....नाश्ता कर रही थी..

इनस्प. शर्मा: अरे वाह....भाई भूक तो हमे भी लगी है.....और कुच्छ सवाल भी पुच्छना था....चलो नाश्ता करते करते पुच्छ लेंगे.....सुना है आपकी बहन आई है......देहरादून से....

रश्मि: जी....आइए भीतर ...मिलाती हू.

इनस्पेक्टर शर्मा और स्मृति के बीच इंटरॅक्षन हुआ.....इसी दरम्यान अभी ने नाश्ता किया.....कमला अपने कमरे मे चली गयी.....और स्मृति जब अपने कमरे मे जाने लगी तो इनस्पेक्टर शर्मा ने पुछा...

इनस्प. शर्मा: मे आपसे कुच्छ सवाल पुच्छना चाहता हू...आशा है आप सही सही जवाब देंगी.

स्मरती: जी पुछिये...मेरे पास जो भी इन्फो. होगी मे ज़रूर शेर करूँगी.

इनस्प. शर्मा: वेल.....तो स्मृति जी....आप की शादी के कितने साल हो गये है.

स्मृति: मेरी शादी 1998 मे हुई...और 3 साल बाद मेरे पति एक्सपाइर हो गये....फिर मेने जॉब कर ली.....

इनस्प. शर्मा: दूसरी शादी करने का इरादा????

स्मृति: मे उस हालत मे नही थी कि मे दूसरी शादी करने के लिए सोचु. पर अब मे करने जा रही हू......एक रिस्ता आया है.....

इनस्प. शर्मा: ग्रेट....कोंग्रथस...

स्मृति: थॅंक्स.....

इनस्प. शर्मा: स्मृति जी.....क्या आपका राजेश के साथ साड़ीरिक संबंध रहा है?

स्मृति: ये प्रसन पुछ्ते ही दोनो बहने भड़क गयी....

रश्मि: ये क्या मज़ाक है.....? क्या हम लोग ऐसे वैसे है??? आख़िर क्या पुच्छना चाहते है.....???

इनस्पेक्टर शर्मा: मेडम, मेरा मतलब किसी का दिल दुखाने का नही है...और ना ही मेरा इरादा है...पर जो सबूत पोलीस को मिला है.....उस बिहाफ पे तो पुच्छना ही होगा....

स्मृति: छोड़ो...पुच्हिए जो पुच्छना है...

इनस्प. शर्मा: हां तो बताइए.......क्या आपका संबंध.......................

स्मृति: जी....बिल्कुल...हमलोग करीब 7 डेज़ तक एक साथ इसी घर मे रहे, रश्मि भी भली भाँति जानती है.....पर यकीन कीजिए...इस मर्डर से मेरा कोई लेना देना नही है...मे तो मर्डर के 10 डेज़ पहले ही यान्हा से चली गयी थी....
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08-26-2018, 09:44 PM,
#45
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
इनस्प. शर्मा: ने दूसरा बेहूदा सवाल पूछा....क्या आपकी चूत पे झाँत है.....लंबे लंबे.....

पर दोनो बहने भड़क गयी......परंतु स्मृति ने बोला...जी मे अपनी झाँते शेव्ड रखती हू.....शादी से पहले रखती थी...पर जब मेरे पति ने बताया कि उसे झाँत नही पसंद है...तो शेव्ड रखती हू....और जब वो डेत कर गये ...तब मे रखने लगी थी....और जब राजेश से सेक्स किया तो उन्ही के कहने पर मेने दुबारा झांट बनवा ली.....................

पर आप ये सवाल मुझसे क्यो पुच्छना चाह रहे है???

इनस्प. शर्मा : थॅंक्स स्मृति...दरशाल....इसी घर से एक पॅंटी मिली थी जिसपर किसी लड़की के लंबे लंबे झांतो के बाल थे.....ये झांट या तो आपके होंगे...आ अनिता के..जो की मर गयी है......................

स्मृति: मेरा यकीन करो....मेरे राजेश के साथ सरिरिक संबंध ज़रूर थे पर मे किसी के मर्डर के बारे मे सोच भी नही सकती...

तभी इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आ गया.....फोन किसी डॉक्टर का था...

डॉक्टर: इनस्पेक्टर शर्मा.....मिस. अनिता के पोस्टमोरटूम रिपोर्ट आ गयी है और वो पॅंटी पे लगे स्पर्म और बॉल का भी रिपोर्ट आ गया है

इनस्प. शर्मा : उत्सुकता पूर्वक....हां...हल्लो बोलिए डॉक्टर शहाब .....क्या रिपोर्ट है....

डॉक्टर: पॅंटी पे लगे झांट और अनिता के झांतो से मॅच कर गये है.....ये पॅंटी और उसपे झांतो के बाल अनिता के ही हैं......

और स्पर्म किसी मुर्द् का है....इसका भी रिपोर्ट शाम तक दे दूँगा...

इनस्प. शर्मा: थॅंक्स डॉक्टर...आपने बहुत बड़ी खबर सुनई है

...........................................................

राज अब बिल्कुल ठीक हो गया था…उसे आज हॉस्पिटल से छुट्टी होने वाली थी….स्मृति, रश्मि और कमला उसे साथ लेने आए थे…….रश्मि डिसचार्ज स्लिप भर रही थी…और स्मृति बाहर ऑटो देख रही थी….कमला राज को सहारा दे कर उठा रही थी…तभी रूम मे एक साया गुजरा….आँखो पे हरी पट्टी और एक पैर पर प्लास्टर…..वो भटक भटक कर चल रहा था……एक हाथ से अपने कंबल और दूसरे हाथ मे एक मजबूत डंडा था……

कमला की नज़र जैसे ही उस शख्स पर पड़ी उसने उसे पहचान लिया……..

कमला: अरे ये तो……………………………………..और वो ज़ोर ज़ोर से हफने लगी…सुनो जी…ये तो अपना…..

राज: अपना क्या………….??? क्या कहना चाह रही हो…

कमला: अरे वो अपना राजेश है….वो देखो जा रहा है…..राजेश……राजेश…..ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी….इतनी ज़ोर ज़ोर से चिल्लने से वन्हा भीड़ इककट्ठि हो गयी……..वो शख्स बिना सुने….बिना पिछे देखे रूम से निकलने मे सफल हो गया……….जब तक रश्मि वन्हा आई वो बंदा जा चूक्का था….

राज: तुम्हे पूरा यकीन है कि वो राजेश ही था….

कमला: हां…भाई…मेने उसे 100% पहचाना है….उसके हाथ पर पट्टी लगी थी और पैर पर प्लास्टर…..और उसकी एक आँख पे हरी पट्टी……………में बहुत चिल्लाई पर उसने पिछे नही देखा

राज: कही वो कोई और हो…….अगर राजेश होता तो ज़रूर पिछे देखता …..ये तुम्हारा बहम होगा.

कमला: अब मे आपको कैसे यकीन दिलवाऊ…..

रश्मि: मे अभी आई..और वो रिसेप्षन पे चली गयी और जाकर पता किया कि एक आदमी जो ब्लंकेट ओढ़े हुए और पैर पर प्लास्टर और आँखो पे पट्टी लगी है….कौन था…..

रेसेप्तों: सॉरी मेडम,….ऐसा कोई इन्फर्मेशन मेरे पास नही है…ये हॉस्पिटल है और यान्हा इस तरह के पेशेंट आते है……………………..और अगर पता लगाना है तो एंक्वाइरी काउंटर पर जाए……

रश्मि ने एंक्वाइरी काउंटर पर भी बात करी…पर उसे कोई सही इन्फर्मेशन नही मिली….थक हार कर रश्मि ने इनस्पेक्टर शर्मा को फोन किया और सभी कुच्छ बता दिया…….
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08-26-2018, 09:44 PM,
#46
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
रश्मि फोन रखने के बाद राज के पास आ गयी और फिर सारे लोग ऑटो करके घर आ गये.

राज अब ठीक हो चुक्का था…पर अभी भी उसके पीठ पर घाव हरे थे और दर्द कर रहे थे.

राज ने सबसे पहले अपने नौकर छ्होटू को फोन किया और बिज़्नेस का हाल जाना….और फिर वो बोला…अब से रश्मि आया करेगी शॉप पर….तुम लोग अच्छी तरह काम करो…बहुत अच्छे से तुमलोगो ने देखा है सब कुच्छ…और हो सके तो 2-3 स्टाफ और बढ़ा लो……तुम पेपर मे एड निकलवा लो….इंटरव्यू कल का रखो……..छ्होटू….ठीक सर….मे कल ही एड. निकलवा दूँगा…

इनस्पेक्टर शर्मा एक बार फिर रश्मि के घर आ गया अपने पोलीस फोर्स के साथ……और फिर से तहकीकात करने लगा…….रश्मि गौर से देख रही थी कि वो बार बार चोर नज़र से उसे घुरे जा रहा था….रश्मि थी भी काफ़ी खूबसूरत….और आज तो वो कयामत लग रही थी…एक लाइट येल्लो कलर की शिलक की साड़ी वित छ्होटी ब्लाउस उसके पेट और नाभि काफ़ी दिख रहे थे…चुचिया आँचल से बाहर झाँक रही थी…उसके होंठ सुर्ख और रसीले लग रहे थे..जिसे देख कर इनस्पेक्टर शर्मा काफ़ी गरम हो जाता था….उसने किसी तरह अपना काम किया …फिर वो बोला…ओके रश्मि जी…मे चलता हू….कोई इन्फ़ॉर्मेशन. मिलेगी तो बता दूँगा………रश्मि उसे गेट तक छोड़ आई…….जब दरवाजा के पास आए तो इनस्पेक्टर शर्मा ने उसके कान मे बोला…..आप बहुत सेक्सी और सुंदर लग रही है………….रश्मि बुरी तरह शर्मा गयी और दरवाजा बंद कर अंदर आ गयी……….

राज: लगता है ये इनस्पेक्टर तुम-मे काफ़ी रूचि ले रहा है….क्या बात है?

रश्मि: हां…मे भी देख रही हू कई दिन से…..पर मे क्या कर सकती हू

राज:क्यो…? तुम अफेर बढ़ाओ…

रश्मि: मे आप जैसी नही हू…. एक पैर यान्हा और एक पैर वन्हा.

राज: तो क्या हुआ…मज़ा तो आता है?

रश्मि: ऐसा मज़ा किस काम का….अपनी हालत तो देखो?

राज: अरे यार तुम भी ना….अगर केले के छिल्के पर पैर रखोगे तो गिरोगे ही….और अब गिरने के डर से केला ना खाया जाए?????? बताओ….

रश्मि: वाह वाह….क्या लॉजिक दिए हो….शरम नही आती…अपनी बहू को किसी और से रीलेशन जोड़ने को बोल रहे हो????

राज: तुम भी ना…और औरतो की तरह सोचती हो…

रश्मि: मे जो भी सोच रही हू ठीक सोच रही हू….

राज: अरे भाई…..मे तो ये कह रहा था कि अगर थोड़ा इंटरॅक्षन हो भी जाए तो क्या ग़लत है…बंदा अच्छा है….आराम से……………………………..

रश्मि: शॅट अप……………………… फिर कभी ऐसा मत बोलना….तुम सभी को अपने जैसा सोचते हो.

राज: तो तुम भी कौन सी दूध की धूलि हो…अपने हज़्बेंड के रहते हुए मेरे से सेक्स किया…

रश्मि: आप से रीलेशन करना और बात थी….आप मेरे पति के ब्रदर हो…मेरे पति समान हो…और फिर मेने आपको अपना पति माना है……पर तुम किसी और की बाँहो मे क्यो भेज रहे हो.

राज: देखो भाई…मे जैसा हू…..ठीक हू….मे तो तुम्हारी आज़ादी की बात कह रहा था….तुम्हारा हज़्बेंड अब तुम्हारे पास नही आने वाला….मे भी पार्ट टाइम ही रहूँगा…तो कोई तो हो …जिससे तुम अपना सेक्स शेर करो………………..

रश्मि: पर वो मॅरीड है…और 1 बच्चा भी है..

राज: तो क्या हुआ….सेक्स करने को कह रहा हू…..शादी करने को नही….तुम समझती नही हो यार.

तभी स्मृति आ गयी और दोनो चुप हो गये…………………..

क्रमशः................................रश्मि फोन रखने के बाद राज के पास आ गयी और फिर सारे लोग ऑटो करके घर आ गये.


राज अब ठीक हो चुक्का था…पर अभी भी उसके पीठ पर घाव हरे थे और दर्द कर रहे थे.

राज ने सबसे पहले अपने नौकर छ्होटू को फोन किया और बिज़्नेस का हाल जाना….और फिर वो बोला…अब से रश्मि आया करेगी शॉप पर….तुम लोग अच्छी तरह काम करो…बहुत अच्छे से तुमलोगो ने देखा है सब कुच्छ…और हो सके तो 2-3 स्टाफ और बढ़ा लो……तुम पेपर मे एड निकलवा लो….इंटरव्यू कल का रखो……..छ्होटू….ठीक सर….मे कल ही एड. निकलवा दूँगा…

इनस्पेक्टर शर्मा एक बार फिर रश्मि के घर आ गया अपने पोलीस फोर्स के साथ……और फिर से तहकीकात करने लगा…….रश्मि गौर से देख रही थी कि वो बार बार चोर नज़र से उसे घुरे जा रहा था….रश्मि थी भी काफ़ी खूबसूरत….और आज तो वो कयामत लग रही थी…एक लाइट येल्लो कलर की शिलक की साड़ी वित छ्होटी ब्लाउस उसके पेट और नाभि काफ़ी दिख रहे थे…चुचिया आँचल से बाहर झाँक रही थी…उसके होंठ सुर्ख और रसीले लग रहे थे..जिसे देख कर इनस्पेक्टर शर्मा काफ़ी गरम हो जाता था….उसने किसी तरह अपना काम किया …फिर वो बोला…ओके रश्मि जी…मे चलता हू….कोई इन्फ़ॉर्मेशन. मिलेगी तो बता दूँगा………रश्मि उसे गेट तक छोड़ आई…….जब दरवाजा के पास आए तो इनस्पेक्टर शर्मा ने उसके कान मे बोला…..आप बहुत सेक्सी और सुंदर लग रही है………….रश्मि बुरी तरह शर्मा गयी और दरवाजा बंद कर अंदर आ गयी……….

राज: लगता है ये इनस्पेक्टर तुम-मे काफ़ी रूचि ले रहा है….क्या बात है?

रश्मि: हां…मे भी देख रही हू कई दिन से…..पर मे क्या कर सकती हू

राज:क्यो…? तुम अफेर बढ़ाओ…

रश्मि: मे आप जैसी नही हू…. एक पैर यान्हा और एक पैर वन्हा.

राज: तो क्या हुआ…मज़ा तो आता है?

रश्मि: ऐसा मज़ा किस काम का….अपनी हालत तो देखो?

राज: अरे यार तुम भी ना….अगर केले के छिल्के पर पैर रखोगे तो गिरोगे ही….और अब गिरने के डर से केला ना खाया जाए?????? बताओ….

रश्मि: वाह वाह….क्या लॉजिक दिए हो….शरम नही आती…अपनी बहू को किसी और से रीलेशन जोड़ने को बोल रहे हो????

राज: तुम भी ना…और औरतो की तरह सोचती हो…

रश्मि: मे जो भी सोच रही हू ठीक सोच रही हू….

राज: अरे भाई…..मे तो ये कह रहा था कि अगर थोड़ा इंटरॅक्षन हो भी जाए तो क्या ग़लत है…बंदा अच्छा है….आराम से……………………………..

रश्मि: शॅट अप……………………… फिर कभी ऐसा मत बोलना….तुम सभी को अपने जैसा सोचते हो.

राज: तो तुम भी कौन सी दूध की धूलि हो…अपने हज़्बेंड के रहते हुए मेरे से सेक्स किया…

रश्मि: आप से रीलेशन करना और बात थी….आप मेरे पति के ब्रदर हो…मेरे पति समान हो…और फिर मेने आपको अपना पति माना है……पर तुम किसी और की बाँहो मे क्यो भेज रहे हो.

राज: देखो भाई…मे जैसा हू…..ठीक हू….मे तो तुम्हारी आज़ादी की बात कह रहा था….तुम्हारा हज़्बेंड अब तुम्हारे पास नही आने वाला….मे भी पार्ट टाइम ही रहूँगा…तो कोई तो हो …जिससे तुम अपना सेक्स शेर करो………………..

रश्मि: पर वो मॅरीड है…और 1 बच्चा भी है..

राज: तो क्या हुआ….सेक्स करने को कह रहा हू…..शादी करने को नही….तुम समझती नही हो यार.

तभी स्मृति आ गयी और दोनो चुप हो गये…………………..

क्रमशः................................
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08-26-2018, 09:44 PM,
#47
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही--21

गतान्क से आगे..........................

इनस्पेक्टर शर्मा, 32 य्र्स, मॅरीड हॅविंग 1 किड, पर उसकी वाइफ अक्सर अपने मयके मे रहती है और शर्मा अपने सरकारी क्वॉर्टर मे.....कभी कभी छुट्टियो मे अपनी वाइफ के पास चला जाता है और चोद कर चला आता है......पर इन सब से उसकी सेक्स सॅटिस्फॅक्षन नही होती है....उसे चाहिए पार्मेनेंट कोई मिले जो रात को रंगीन कर सके...इधर इनस्पेक्टर शर्मा सेक्स की बुक पढ़ना, इंटरनेटपर राज शर्मा की कामुक कहानियाँ देखना और चुदाई मे काफ़ी इंटेरेस्टे ले रहा था...विशेष कर रश्मि मे...वो रश्मि को हर हाल मे पाना चाहता था...पर वो ये भी चाहता था कि रश्मि उसे चाहे और उसके बिस्तेर की सोभा बने....तभी वो रश्मि को इंप्रेस कर रहा था........उसका लंड 8" लंबा...और ओरल सेक्स मे इंटेरेस्ट भी लेता था.............उसने बेडरूम मे, बाथरूम मे और यान्हा तक के लेट्रीन मे भी रश्मि के फोटो लगा रखी थी....रोज अपने लंड को रश्मि के होंठो पर रखता था और मूठ मार कर सो जाता था....

दूसरी तरह रश्मि भी इनस्पेक्टर शर्मा को अंदर ही अंदर चाहने लगी थी….पर वो अपने मुँह से आक्सेप्ट नही कर रही थी….जब वो इनस्पेक्टर शर्मा के साथ जीप पर बैठ कर जा रही थी तो दो बार वो इनस्पेक्टर शर्मा के बदन को टच किया….वो सिहर गयी थी…..पर उसे उस समय कुच्छ अजीब लगा…. पर आज राज के कुरेदे जाने पर वो टीस फिर जाग उठी………….वो मन ही मन इनस्पेक्टर शर्मा को चाहने लगी……इनस्पेक्टर शर्मा, लंबा कद, चौड़ा सीना, चौड़ी कमर, और हो ना हो उसका लंड भी बड़ा ही होगा…जैसा कि परसोनालिटी से लगता है….उसके मुँह और चूत मे पानी आ गया………ये सोचते ही फिर वो शर्मा गयी…..वैसे वो राज से कई बार चुद चुकी थी …पर फिर भी उसे एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी…..क्योकि इनस्पेक्टर शर्मा बाहर के मर्द थे……………उसने अपने मन से पूछा …क्या ये ठीक रहेगा……किसी गैर मर्द से सेक्स करना कहाँ तक उचित है…..राज तो मर्द है…इसे समाज कुच्छ नही बोलेगा…पर मे तो एक औरत हू…और वो भी विडो….समाज की नज़र मे…………..हेई भगवान ….क्या करू.

उसकी चूत मे चिंतिया चलने लगी…….पॉज़िटिव और नेगेटिव सोचते सोचते वो सो गयी…क्योकि सुबह स्मृति को वापस देहरादून जाना था….

करीब 10 बजे पर इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आया रश्मि के मोबाइल पर.....रश्मि उस समय नहाने जा रही थी....उसके बदन पर सिर्फ़ एक पेटिकोट था जो कि चुचियो को ढँके हुए था......रश्मि भाग कर अपने रूम मे गयी और मोबाइल ऑन कर सुनने लगी......दूसरी तरफ इनस्पेक्टर शर्मा थे.....

इनस्पेक्टर शर्मा: हाई.....हाउ आर यू..?

रसम: ठीक हू.....अओर आप

इनस्प. शर्मा: ठीक ठाक...क्या कर रही हो...

रश्मि: नहाने जा रही थी....

इनस्प. शर्मा: व्हाट्स आ ग्रेट सीन आइ थिंक...

रश्मि: आप पोलीस वाले इतने रोमॅंटिक कब से होने लगे?

इनस्पेक्टर शर्मा: क्यो...? पोलीस वालो की भावनाए नही होती क्या?

रश्मि: ह्म इंट्रेस्टिंग...और बताओ...? क्या चल रहा है

इनस्पेक्टर शर्मा: आज मेरा बर्तडे है और मेने एक पार्टी रखी है सिर्फ़ तुम्हारे लिए....होप सो...कि तुम आओगी....बाकी तुम्हारी मर्ज़ी.

रश्मि: कुच्छ सोचते हुए.....मे वादा तो नही करूँगी पर मे कोशिश ज़रूर करूँगी...पर समय ज़्यादा नही लगना चाहिए...?

इनस्प. शर्मा: बिल्कुल नही...और फिर मे खुद छोड़ दूँगा.....

रश्मि: तब ठीक है...मे अपने जेठ जी से पुच्छ के बताउन्गि...

इनस्प. शर्मा: उनसे क्यो पुच्छना....? तुम खुद डिसिशन ले सकती हो

रश्मि: मिस्टर. मेरे घर मे एक रूल है ....सभी डिसिशन घर के बड़े लोग लेते है ...सही और ग़लत...... और फिर मेरे गार्डियन वही है...मे उनके आदेश के वगैर कुच्छ भी नही करूँगी....

इनस्प. शर्मा: इंट्रेस्टिंग...आइ इंप्रेस्ड....

रश्मि: ह्म...अब मे फोन रखती हू......बाइ...

इनस्पेक्टर शर्मा और भी कुच्छ पुच्छना चाहता था....तब तक फोन काट दिया रश्मि ने.....................................

=============================================================

इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना घर का अड्रेस रश्मि को स्मस कर दिया और स्मस पर ही इन्विटेशन दे दिया.....ये इन्विटेशन तो सभी के लिए था ...पर ज़्यादा ज़ोर रश्मि को दिया गया था....जो कि राज समझ सकता था....पर वो कुच्छ बोला नही...

सिर्फ़ इतना ही कहा.....तुम्हे बुलाया है....तुम जाओ..पर ज़्यादा वक़्त नही लगना चाहिए.

रश्मि: मे जाना तो नही चाहती पर....उसका रिक्वेस्ट आया था और फिर हमारा केस भी उसी के हाथ मे है...

राज: नही तुम जाओ.....

रश्मि: ह्म्‍म्म और वो अपने कमरे मे चली गयी...

शाम को करीब 5 बजे तैयार होकर घर से जैसे ही निकली....सामने इनस्पेक्टर शर्मा एक कार लेकर खड़ा था....

इनस्प. शर्मा: आइए मेडम.....

रश्मि: अरे आप??? और गाड़ी??? क्या बात है...कही नौकरी लग गयी क्या?

इनस्प. शर्मा: नही मेडम....ऐसी हमारी किस्मत कहाँ? किसी दोस्त से ली है आपके लिए...

रश्मि: हूऊ...सो नाइस ऑफ यू......

इनस्प.शर्मा: वेलकम...और कार का गेट खोल दिया...

रश्मि: अरे नही ...मे आपके बगल मे बैठूँगी....नही तो लोग समझेंगे....मालकिन बैठी है और ड्राइवर गाड़ी चला रहा है...

इनस्प. शर्मा: तो क्या हुआ..मे तो हू ही आपका ड्राइवर...

रश्मि: मेरा ड्राइवर...??? ंतलब?

इंस्पक्तॉर शर्मा: बात को सुधारते हुए...मेरा मतलब है इस कार का ड्राइवर...

रश्मि: सब कुच्छ समझती हू.........हल्की सी शर्मा गयी...

करीब 30 मीं के सफ़र के बाद दोनो एक छ्होटे से घर पर रुके.....इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना गेट का ताला खोला और उसे बोला...वेलकम मेडम...

रश्मि : अरे आप अकेले??? कोई और नही है क्या घर मे?

इनस्प. शर्मा: वाइफ मयके गयी है.....अभी 2 मंत से अकेले हू...

रश्मि: आप ने कहा था कि पार्टी है...तो लोग कहाँ है?

इनस्पेक्टर शर्मा: अरे पहले अंदर तो चलो.....रश्मि अंदर आ गयी.....और सोफे पर बैठते हुए कहा.....ह्म्‍म्म काफ़ी सुंदर मकान है आपका....पर जब घर दीवारो पर नज़र दौड़ाई तो वो बुरी तरह शर्मा गयी...क्योकि घर की दीवारो पर न्यूड और अर्ध-न्यूड फोनो टँगे हुए थे...कुच्छ तो बॉलीवुड हेरोयिन के थे कुच्छ पॉर्न-स्टार के थे........आप ने तो घर मे कोठा बना रखा है...

इनस्पेक्टर शर्मा : हां...मुझे ओरल सेक्स अच्छे लगते है.....और नेकेड फोटो भी....सॉरी फॉर दट.....मुझे फोटो उतरवा देना चाहिए......

रश्मि: जब लगाया है तो उतारने की कोई ज़रूरत नही है.....उन्हे वैसे ही रहने दीजिए...और बताए क्या किया जाय...क्या कर सकती हू आपके लिए....

इनस्प. शर्मा: बस कुच्छ नही...मे अभी आया....और वो चला गया...

रश्मि: साला देखने मे तो शरीफ लगता है...पर घर तो रंगीन बना रखा है....क्या इरादा है इसका??? पर वो बेचारा क्या कर सकता है...वाइफ है नही....तो इन फोटो से ही काम चला लेता होगा.......................
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08-26-2018, 09:44 PM,
#48
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
तभी इनस्पेक्टर शर्मा आ गया...उसके हाथ मे एक केक का डब्बा था.....वो उसने सामने एक टेबल पर रख दिया और किचन से कोल्ड ड्रिंक, समोसे और कुच्छ स्वीट्स लाकर रख दिए........और फिर रश्मि के बगल मे बैठ गया....

इनस्पेक्टर शर्मा:मुझे अभी भी यकीन नही हो रहा कि आप आएँगी

शर्मा ने रश्मि को एक पॅकेट देते हुए कहा....

इनस्प. शर्मा: मेडम ये छ्होटा सा गिफ्ट स्वीकार करे मेरी तरफ से...और अगर मुमकीन हो तो इसे पह्न कर इस नाचीज़ की इच्छा का ख़याल करे....वैसे कोई ज़ोर ज़बरदस्ती नही है......

रश्मि: कोई और आनेवाला है या हम ही लोग है...

इनस्पेक्टर शर्मा: और कोई नही आएगा क्योकि मुझे अभी यान्हा आए हुए 6 मंत ही हुए है....कोई विशेष नही जानते लोग...सो आप ही मेरी चीफ गेस्ट है...और होस्ट भी.

रश्मि: थॅंक्स ...और गिफ्ट ले कर जाने लगी...तो फिर पूछा.....ड्रेस कहाँ चेंज करू?

इनस्पेक्टर शर्मा खुस होते हुए...मेरे कमरे मे...चलिए मे बता देता हू.

इनस्पेक्टर शर्मा और रश्मि ने एक रूम मे चले गये....और फिर रश्मि ने दरवाजा अंदर से लगा लिया और स्विच ऑन कर दिया...कमरे मे रोशनी हो गयी...

रश्मि ने जब चारो तरफ देखा तो चौंक गयी...दरवाजे के चारे तरफ नेकेड फोटो लगे हुए थे...जिसे देख कर रश्मि भी सिहर गयी....ओह माइ गॉड....ये आदमी या घनचक्कर...क्या क्या फोटो टांग रखा है.....रश्मि...तुम आज चुद कर जाओगी...ऐसा मुझे लगता है (मन ही मन बुदबुदाई)....फिर वो सोचा....लीव इट... हमे क्या...और वो अपनी साड़ी खोलने लगी...वो बड़ी अदा से अपनी साड़ी खोल रही थी ....कमरे के एक कोने मे एक बड़ा सा मिरर लगा हुआ था...जिसमे उसका सेक्सी सरीर दिख रहा था.....रश्मि उसे देख कर शर्मा गयी...क्योकि मिरर मे उसकी गाड़ और चुचिया काफ़ी उत्तेजक लग रही थी....उसने अपनी चुचियो को और एक्सपोज़ किया और सरारती अंदाज मे कहा....इनस्पेक्टर शहाब...आज मे तुम्हारा सारा रस निकाल दूँगी..

फिर रश्मि ने पॅकेट खोला...उसमे एक सुन्दर सी साड़ी...रेड कलर की...मॅचाबल ब्लाउस, पेटिकोट...पॅंटी आंड ब्रा थी....अरे वाह....इनको तो मेरी चुचियो का साइज़ भी मालूम है...नंबर. देखते हुए बुदबुदाई....तभी रश्मि ने सोचा कि साड़ी पहनने से पहले पेशाब कर लू...वो अटॅच्ड बाथरूम मे चली गयी और अपनी पॅंटी नीचे करके मूतने लगी......जब वो मूत रही थी तो टाय्लेट के दरवाजे पर एक फोटो लग हुआ था...जिसमे एक लड़की अपनी आँखे मिन्चे हुए और लड़का लंड को ज़ोर से पेल रहा था.....लंड और बुर को क्लोज़-अप मे लिया गया था..जिसे देख कर रश्मि भी चुदासी हो गयी...वो लंड के पास अपनी एक उंगली ले गयी और उसे कुरेद दिया....वन्हा का काग़ज़ फॅट गया......और फिर उस लंड पर एक किस दे दी.......पेशाब करने के बाद अपना फेस सॉफ किया और फिर रूम मे आ गयी..

रश्मि ने बहुत अदा के साथ अपने सारे कपड़े उतारे...बट पॅंटी और ब्रा वही पहना.......और फिर जल्दी से नयी साड़ी, ब्लाउस और पेटिकोट पह्न लिया और फिर मुस्कुराते हुए इनस्पेक्टर शर्मा के पास गयी......

रश्मि: जल्दी करो..मुझे जल्दी जाना है.

इनस्पेक्टर शर्मा: ठहरो भाई.....और उसने केक का पेकेट खोल दिया और कॅंडल जलाया...आज वो 32 य्र्स का हो चुका था.....कॅंडल जलाने के बाद उसने केक को काटा और केक का एक टुकरा उसने रश्मि को खिलाया और रश्मि ने भी एक टुकड़ा उसे खिलाया......फिर रश्मि ने गाया.....हॅपी बर्तडे टू यू....डियर.....और उसे विश किया....इनस्पेक्टर शर्मा ने उसे कहा....विश मे ऐसे नही लूँगा.....

रश्मि: तो कैसे..?

इनस्पेक्टर शर्मा: अपने होंठो से एक केक खिलाओ...

रश्मि:शरमाते हुए...धत्त.....आपको शर्म नही आती.

इनस्पेक्टर शर्मा: भाई मे तो बिनती ही कर सकता हू ना...बाकी तुम्हारी मर्ज़ी.

वैसे तुमपर मेरा कोई हक़ तो है नही.....

रश्मि: नही नही ऐसी बात नही है...पर मे समाज से डरती हू....

इनस्प. शर्मा: यान्हा कोई नही आता.....प्लीज़.

रश्मि: रश्मि की साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी....वो सोची कि क्या करे और क्या ना करे.....तभी इनस्पेक्टर शर्मा ने उसका एक हाथ पकड़ लिया और उसे चूमने लगा.रश्मि इसके लिए तैयार नही थी....उसे अजीब लगा....और उसने उसे ज़ोर से धक्का दे दिया.....इनस्प. शर्मा लड़खड़ाते हुए 2 कदम पिछे हो गया.....

इनस्प.शर्मा: सॉरी...मे बहक गया.

रश्मि: मे सब समझती हू....मुझे घर जाना है....चलो

इनस्प. शर्मा: अभी इतनी जल्दी क्या है...अभी तो 8 बजे है.

रश्मि : मुझे डर लग रहा है....चलो....वरना मे ही चली जाती हू.

इनस्पेक्टर शर्मा: पर कुच्छ तो खा के जाओ.

रश्मि: अच्छा लो ये समोसे खा लेती हू....

इनस्प. शर्मा:ने अपने आपको कंट्रोल किया और फिर रश्मि के साथ उसके घर छोड़ दिया....रास्ते मे दोनो के बीच कोई बात-चीत नही हुई.....




007Super memberPosts: 4690Joined: 14 Oct 2014 17:28
Re: प्यास बुझती ही नही

Unread post by 007 » 25 Dec 2014 08:52
घर आकर रश्मि आज के प्रकरण पर सोचने लगी.....वो ये सोच रही थी कि इनस्प. शर्मा के अंदर क्या चल रहा है...वो ऐसा क्यो कर रहे थे.....जबकि मे खुद उसे अपने आपको सौपने वाली थी.....पर ये सोचा कि मर्द होते ही ऐसे है...वो जल्दी ही शिकार को हासिल करना चाहते है...उसने उसकी मर्दाना भावनाओ को समझते हुए उसे माफ़ कर दिया और फिर आँखे मूंद कर सो गयी........

करीब 3 घंटे सोने के बाद रश्मि अचानक जाग गयी……वो उठी और फिर पानी पीने के लिए किचन मे चली गयी….उसने फ्रिड्ज से पानी का बॉटल निकाला और फिर पीने लगी…तभी कुच्छ फुसफुसाहट की आवाज़ आई…वो चौंक गयी….इतनी रात को क्या राज और उसकी दीदी जागे हुए है…वो धीरे धीरे कमरे की खिड़कियो के पास आई….परदा हटाया…और अंदर जो देखा तो वो चौंक गयी. वो सोचने लगी….राज के साथ और कौन हो सकता है….? क्योकि दीदी तो सो रही है…उसके सोने के खर्राटे आ रहे है… रश्मि की धड़कने एक अग्यात डर से धड़कने लगी…उसे समझ मे नही आ रहाथा कि क्या करे और क्या ना करे….कमरे के अंदर एक मद्धिम रोशनी वाला बल्ब जल रहा था..और दो जोड़ी बेड पर चुदाई कर रहे थे….रशमी और गौर से झाँकने लगी…तभी उसे एहसास हुआ….अरे ये तो मीना है…..बगल वाले पड़ोसी की बेटी जो कि शादी के 5 साल तक मयके मे ही रह गयी थी…उसके ससुराल वाले उसे नही ले जा रहे थे…..2-3 बार वो रश्मि के घर आई थी…..जब राज नही रहता था….पर क्या राज की नज़र उसपर भी थी……? ये सोचकर उसका दिमाग़ फटने लगा था………..अब दोनो की साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी…..और आवाज़े बाहर आने लगी……और फिर एक झटका और लगा…और राज झाड़ गया…दोनो एक दूसरे पर ढेर हो गये…..राज मीना को चूम चाट रहा था…..रश्मि ने देखा कि अब खेल ख़तम हो गया है..तो वो अपने कमरे मे जाने लगी…तभी वो किसी चीज़ से टकरा गयी……और वो चीज़ नीचे गिर गयी…जिससे कि एक आवाज़ हुई….दोनो चौंक गये…..मीना अपने आपको बचाने के लिए बाथरूम मे भाग गयी और राज ने एक टवल लप्पेट कर दरवाजा खोला….रश्मि उसे गौर से देख रही थी……

रश्मि: तो ये है आपका असली रूप??? कौन है ये?

राज: कौन??? किसक बारे मे कह रही हो?

रश्मि: वाली….पड़ोसी की बेटी…मीना

राज; अरे वो…..उसे नींद नही आ रही थी…तो मेरे पास आ गयी…उप्पर छत पर सो रही थी.

रश्मि: शर्म करनी चाहिए…अब और कितनो को चोदोगे. आपकी प्यास बुझती नही….

राज: देखो…मेने पहले भी तुमसे कह दिया है….मे एक भँवरा हू…और मे किसी से जोई ज़बरदस्ती नही करता ….उसका मन कर रहा था…तो मेने भी उसकी प्यास बुझा दी…बस…..इसमे कोई बुराई तो नही.

रश्मि: पर आपको भैया कहती है…और आप बहन को ही????

राज: मेडम…..चुदाई मे कोई भाई और बहन नही होता…..मे सिर्फ़ स्त्री और पुरुष को मानता हू…और तुम खुद को देखो…तुम मेरे छ्होटे भाई की बीवी हो पर मेरे से कितनी बार चुदी हो.

रश्मि: आप की बात और है….पर आपके अलावा मे किसी और के साथ नही सोई ना?

राज: तो रोका किसने है…मेने तो कहा था कि उस इनस्पेक्टर के साथ सेक्स कर सकती हो….और वो तैयार भी है…….पर तुम हो कि….

रश्मि: च्चिईीईईई मे तुम जैसी नही हू……

राज: अरे डार्लिंग…अब मान भी जाओ……और वो उसके करीब आ गया और वही पर अपना टवल नीचे कर दिया और रश्मि को अपनी बाँहो मे ले लिया और उसके एक चुचि को ब्लाउस के उप्पर से ही दबाने लगा…रश्मि तो गरम थी ही….जल्दी ही उसके गिरफ़्त मे आ गयी……जब रश्मि अंडर कंट्रोल हो गयी तो उसने मीना को आवाज़ लगाई….मीना डरते हुए रश्मि के करीब आ गयी…दोनो एक दूसरे से चिपके हुए थे.

राज: तुम्हे डरने की ज़रूरत नही है…. मेरी बहूरानी है…और मेरी बीबी भी……हम कई दिनसे सेक्स कर रहे है…..और मज़े भी लिए है….सो डॉन’ट वरी……और उसका एक हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खींच लिया.

मीना: मुझे जाने दीजिए….मे छत पर सो जाती हू…वरना सुबह अगर मे छत से गायब रही तो लोग शक़ करेंगे………..

राज; ठीक है डार्लिंग…पर अब कब अयोगी…..

रश्मि: जब आप कहोगे…वैसे भी जो लड़की एक बार आपसे चुद जाती है…वो तो दुबारा आती ही है..

मीना बुरी तरह शर्मा गयी…और वो वन्हा से भाग गयी…………….रश्मि बोली…आती रहना…

ओरमीना मुस्कुराते हुए वन्हा से चली गयी…………………………….

अब राज ने रश्मि को सारे कपड़े निकाल दिए..और उसे अपनी गोद मे उठा कर मिरर के पास ले गया…..

राज: ये देखो…कितनी सुन्दर हो….ये गाड़ की गोलिया…और ये चूत….वाह….

मुझे समझ मे नही आता कि इनस्प. शहाब नेतुम्हे क्यो छोड़ दिया…मे समझता था कि तुम आज चुद कर आओगी….पर….

रश्मि: सब आपकी तरह चोदु नही है ना…………………………..और हस्ते हुए अपने होंठ राज के होंठो पे लगा लिए और चुदाई मे दोनो लग गये………………………………………………….

रश्मि आज बहुत साथ दे रही थी...कई दिन से उसकी चूत मे कोई लंड नही गया था.....राज भी जम कर उसकी चुदाई करने लगा.....और सेक्स की आग को शांत किया.

रश्मि राज से करीब 30 मीं तक चुद्ति रही.....और फिर दोनो झाड़ कर अलग हो गये.

रश्मि: अब तो शादी कर लो...ऐसे कब तक चलेगा.

राज: कर तो लू पर ये केस ....??? उसका क्या?

रश्मि: ह्म्म्म

राज: डार्लिंग....शादी करू या ना करू..तुम्हारा तो डोस मिल रहा है ना....लंड खाती जा....

रश्मि.....पर ऐसे कब तक चलेगा...कही मे प्रेग्नेंट हो गयी तो?

राज: जब की तब देखी जाएगी...मे हू ना....

रश्मि: पर मे मा बनना चाहती हू...मुझे बच्चा चाहिए....और वो भी तुमसे.

राज: बच्चा मिल जाएगा......बोलो क्या चाहिए...लड़का या लड़की...?

रश्मि: शर्मा गयी.....बोली कुच्छ नही ...फिर सिर उठा कर बोली...मुझे आपका प्यार चाहिए.

राज: डार्लिंग वो तो तुम्हे मिलेगा ही...तुम फ़िक्र मत करो...तुम्हे लड़का ही होगा...और जम कर लंड का प्यार मिलेगा.

रश्मि: धत्त्त...

राज: अब काहे को शरमाती हो.....अच्छा ये बताओ इनस्पेक्टर शर्मा ने क्या क्या किया...?

रश्मि: कुच्छ नही..एक साड़ी दी थी वो पह्न ली उसके बाद केक काटा...वो चाहता था मेरे से सेक्स करने के लिए..पर मेने घास नही डाली.

राज: तुम बहुत उस्ताद हो...

रश्मि: पर हां..उसके पूरे घर मे न्यूड (सेक्सी) फोटो लगी हुई है...यान्हा तक कि लेट्रीन मे भी है.

राज: वो है ही रंगीला.....जैसे मुझे मालूम है.

रश्मि;पर आपसे ज़्यादा नही.

राज: वो कैसे

रश्मि: जिस प्रकार आपने मुझे आज चोदा...कोई दानव ही चोद सकता है....अच्छा...आपने मीना को कैसे पटा लिया.

राज: अरे यार वो छत पर अकेली सो रही थे...उसके बूब्स खुले थे...हमने हिम्मत कर के उसे पकड़ लिया....थोड़ी देर तो वो घबरा गयी....फिर उसने अपने हथियार डाल दिए.....और मे उसे यान्हा ले आया और उसके बाद के सीन तुम जानती हो.

रश्मि:ह्म.... कैसी लगी उसकी बुर

राज: बहुत अच्छा...काफ़ी टाइट थी...चोद्ने मे मुझे पसीना छूट गया...

रश्मि: मुझसे भी अच्छी.....

राज: ह्म्‍म्म्म....वैसे तुम्हारा तो कोई जोड़ नही है...पर वो काफ़ी दिन से नही चुदी थी तो उसकी चूत काफ़ी टाइट थी....

और फिर वो काली कलूटी थी...और तुम ट्यूब-लाइट हो.....उसे छेड़ते हुए.

रश्मि: मस्का मारना और औरत को पटा कर चोद्ना .....कोई तुमसे सीखे.....और दोनो एक बार फिर भिड़ गये.

दोस्तो ये कहानी कैसी चल रही है अपनी राय ज़रूर दे 

क्रमशः.......................................
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08-26-2018, 09:44 PM,
#49
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही--22 end

एक सुबह सभी डिन्निंग टेबल पर बैठकर नाश्ता कर रहे थे….रश्मि, राज & कमला…कमला कुच्छ अस्वस्थ थी….पर वो दूध पी रही थी….तभी इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आया….रश्मि ने फोन उठाया….

रश्मि: हेलो????

इनस्पेक्टर शर्मा: गुड मॉर्निंग मेडम….

रश्मि: गुड मॉर्निंग इन्स्प. शर्मा जी…कैसे है?

इनस्प शर्मा: ठीक हू मेडम…पर आपके लिए एक गुड न्यूज़ है…

रश्मि: अच्छा….गुड…वो क्या….शर्मा जी.

इनस्पेक्टर शर्मा: राजेश और रंभा का पता चल गया है…इस समय दोनो देहरादून मे देखे गये है…..अभी अभी वन्हा से लोकल पोलीस का फोन आया था….हम वही जा रहे है….तो सोचा की आपको खबर कर दू…..

रश्मि: मे भी चलूंगी……और वो राज को खबर सुनाने लगी….

राज ने उसे इज़ाज़त दे दी…..

इनस्प. शर्मा: अभी थोड़ी देर मे चलना है…आप तैयार रहो…..

रश्मि तैयार होने के लिए चली गयी…उसे पता था कि स्मृति की शादी है…वो अगर जिंदा है तो ज़रूर आएगा……तभी वो देहरादून जाने के लिए तैयार हो गई…..रश्मि ने एक सूट और सलवार पह्न लिया और एक छोटे से बॅग मे समान रखा और बाहर इनस्प. शर्मा का वेट करने लगी…तभी इनस्पेक्टर शर्मा एक टाटा सूमो लेकर आ गये…रश्मि उसमे बैठ गयी…तभी पिछे से राज भी आया…..बोला: मे भी चलूँगा…..हो सकता है कोई मुसीबत हो…..? रश्मि खुस हो गयी….चलो…2 से भले 3.

आगे वाली शीट पर इनस्पेक्टर शर्मा, रश्मि और राज बैठे हुए थे…और पिछे 3 पोलीस गार्ड्स. गाड़ी हवा मे बाते कर रही थी….रश्मि के दाई साइड इनस्पेक्टर शर्मा बैठे थे और बाई साइड राज…जो उसका जेठ था…..

करीब 5 घंटे के ड्राइव के बाद देहरादून पहुच गये….रश्मि अपने घर चली गयी स्मृति के पास और इनस्पेक्टर शर्मा और राज पोलीस स्टेशन चला गये…..वन्हा उसने देखा कि एक सख्श एक ब्लॅक कोलूर की ब्लंक्केट पहने हुए लॉक-अप के पिछे खड़ा था…….राज ने गौर से उसे देखा…और बोला…राजेश??

राजेश का नाम लेते ही वो आदमी पिछे की ओर ताका…जिसे देखकर राज बुरी तरह चौंक गया…ये उसका भाई ही था……

राज: ओह..माइ गोद……ये क्या हाल बना रखा है….भाई??????

राजेश: भैया….मे बुरी तरह फस गया हू…और ये देखो चेहरे पर…..और अपना कंबल हटा दिया……राजेश 60% जला हुआ था……..और फिर राजेश ने जो बयान पोलीस और राज को दिया…..उससे सभी सन्न रह गये………………………………

राज: पर रंभा कहाँ है….तुमने उसे क्यो जाने दिया….? और फिर तुमने एक बार भी हमे और रश्मि को फोन करना उचित नही समझा….

राजेश: भैया….मेने कई बार कोसिस की पर मेरे पिछे कुच्छ लोग पड़े थे…..और फिर हम नही चाहते थे कि कोई आपलोगो को कष्ट दे.

राज; रश्मि भी आई है पर वो तुम्हारी ससुराल गयी है….अभी आती होगी…मेने फोन कर दिया है….तुम चिंता मत करो…….सब ठीक हो जाएगा…और फिर इनस्पेक्टर से बात करने लगा…..इनस्पेक्टर शर्मा ने भी काफ़ी तहकीकात की……………

राजेश: सर….मे एक प्राइवेट केमिकल कंपनी के लिए काम करता था…उसमे जॉब के साथ साथ शेर पार्ट्नर भी था….जिसका हेडऑफिस देल्ही मे था…..बतोर मार्केटिंग ऑफीसर मेने काफ़ी काम किए….मेरे ग्रूप मे 3 लोग थे…मे, मेरा बॉस, और रंभा…मेरी सेक्रेटरी….मेरे बॉस और मेने साथ साथ काम किया…पर जब रिज़ल्ट पास हुआ तो वो मुझे धोका दिया गया……मे रंभा से प्यार करने लगा था…और उससे शादी भी करना चाहता था…….सेक्स भी किया…पर वो भी बॉस के साथ मिल गयी…और एक सुबह जब मे और रंभा देल्ही की स्पाज़ रिवर के किनारे टहल रहे थे…तो बॉस ने पीछे से बार किया और मुझे मार दिया….और फिर मेरे शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़क कर जला दिया…..और वन्हा से भाग गया…..पोलीस को कोई शक़ ना हो तो उसने एक अग्यात शख्स को मेरे कपड़े पहना कर नदी मे डाल दिया…और मेरी शॅक्ल दे दी….

उसके चले जाने के बाद पास के कुच्छ नाविको ने मुझे जलने से बचाया…लेकिन तब तक 60% जल चुक्का था…तभी रश्मि भी आ गयी….उसे देख कर वो ज़ोर से चीखने लगी……….तीनो चौंक गये….सामने रश्मि और स्मृति थी…………दोनो बहने सहमे सहमे राजेश के लॉक-उप की तरफ आई…….और घूर घूर कर देखने लगी…..रश्मि को तो अपनी आँखो पर अभी भी यकीन नही हो रहा था…और ना ही स्मृति को.

रश्मि और राजेश दोनो की आँखो से आँसू की धार रुक ही नही रही थी….उसने लोहे के सलाखो को पकड़ते हुए कहा…

रश्मि : ऐसी क्या मजबूरी थी जो तुमने मुझसे च्छुपाया…दुनिया की शायद मे एक अभागन औरत हू जो कि अपने मर्द से दूर हू…इस वक़्त तुम्हे मेरी ज़रूरत है…पर मेरा दुर्भाग्य है कि मे तुम्हारा साथ नही दे रही……..हे भगवान…मे क्या करू…

राजेश: जो होना होता है हो कर ही रहता है….मे ऐसे चक्र्बुय्ह मे फँसा हू कि कुच्छ कर भी नही सकता…मे रंभा के प्यार मे ऐसा फँसा कि अपनेआपको बचा नही सका…सोचा कि तुम्हे सब कुच्छ बता दू…पर तुम्हे बताने का अवसर नही मिला….स्मृति…जब मे तुम्हारे रूम से निकला तो उस समय रंभा का फोन आया था…….ऑफीस से..उसने कहा कि बॉस अभी अभी तुम्हे एरपोर्ट पर बुला रहे है…उन्हे यूएसए जाना है……मे आनन-फानन बिना तुम्हे बताए एरपोर्ट चला गया…वन्हा मुझे पिछे से कोई मारा और फिर मुझे एक बोरे मे बंद कर ले कर चला गया…..जब आँख खुली तो खुद को एक फार्महाउस पर पाया…चारो तरफ सेक्यूरिटी गार्ड का पहरा था…मेने दो बार भागने की कोशिश की…पर घरेलू कुत्तो ने मुझे ढूँढ कर मुझे ज़ख्मी कर दिया….उस जगह पर कोई मोबाइल नेटवर्क नही काम करता है……..और फिर एक बार जब मे रंभा से मिलने गया तो वो मुझे घासलेट से जला दिया. और वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगा…..मे अब तुम्हारे काबिल नही हू…मुझे इसी हाल पर छोड़ दो….तुम अब दूसरी शादी कर लो…मे तुम्हे……डाइवर्स दे देता हू………रश्मि बुत की तरह खड़ी सिर्फ़ सुन रही थी……और राजेश बोले जा रहा था….अंत मे इनस्पेक्टर ने पूछा कि….ये बॉस है कौन?????

राजेश ने जब बॉस के बारे मे बताया तो सभी को यकीन नही हुआ…ये था नेहा का हज़्बेंड डॉक्टर. धर्मेंडर गर्ग……………………………….जो सीधा साधा दिखने वाला एक साधारण सा डॉक्टर……..आगे बोला…सुरू सुरू मे मुझे भी यकीन नही हुआ…क्योकि जब भी वो मेरे पास आता था उसके चेहर पर एक मास्क लगा रहता था……पर एक सुबह वो मुझसे बात कर रहा था…तभी जोरो की आँधी आई और मॉस्क नीचे गिर गया…मेने उसे पहचान लिया …डॉक्टर. नेहा की एंगेज्मेंट मे उसे देखा था…..तभी से वो मुझे रास्ते से हटाना चाहता था…..पर मे तुमलोगो के उप्पर कोई परेसानि नही देखना चाहता था….अगर मे तुमसे मिलता तो हो सकता है वो तुम्हे भी निशाना बना सकता था….

भैया…वो बहुत बुरा आदमी है…….मुझे बचा लो……

राज: तुम चिंता मत करो…अपना कन्फेशन पोलीस को लिखा दो…बाकी का सब मे देख लूँगा….
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08-26-2018, 09:45 PM,
#50
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
राजेश ने पोलीस को सारी बाते बता दी.....स्मृति के सेक्स अफेर से अब तक का सारा किस्सा पोलीस को सुना दिया...पोलीस ने रेकॉर्ड कर लिया और अंत मे पूछा....

पोलीस: आप मिस्टर. धर्मेन्दर को कब से जानते है.

राजेश: डॉक्टर. नेहा की एंगेज्मेंट से....

पोलीस: तो फिर उसके जाल मे कैसे फँसे और फिर उस दिन क्या हुआ जब आपने घर छोड़ा....देखो...जब तक कि पूरा क्लू पोलीस को नही दोगे....मे कुच्छ नही कर सकता और हो सकता है...कि डॉक्टर. नेहा की जान का ख़तरा हो....

राजेश: ख़तरा??????? ये तो मेने सोचा नही.......फिर बोला...इनस्पेक्टर शहाब...वाकई उसे ख़तरा होगा...बचा लीजिए उस मक्कार से...वरना वो उसे मार डालेगा....

पोलीस: तभी तो कहता हू...कि पोलीस को को-ऑप्रेट करो.....सब ठीक हो जाएगा....

राजेश ने बताया.: उस दिन घर से निकालने के बाद...जैसे कि मेने बता की रंभा का फोन आया था...बॉस ने उसे एरपोर्ट पर बुलाया था....पर जब मे एरपोर्ट आया तो वन्हा रंभा के साथ एक और आदमी मिला.....जिसे मेने कभी देखा नही था....पुच्छने पर रंभा ने बताया कि एक मेरा कज़िन ब्रो...है....मेने उसे ज़्यादा ध्यान नही दिया.......फिर मेने उससे बोला....बॉस कहाँ है...

रंभा ने बताया कि बॉस और तुम नेपाल जा रहे हो.......

राजेश: मे...? ये क्या बक रही हो.....

रंभा: हाँ...बॉस का हुक्म है...

राजेश: और तुम???

रंभा: मे कल आऊँगी....

राजेश: पर वन्हा करना क्या होगा...

रंभा: कल एक असाइनमेंट आनेवाला है...उसकी डेलिवरी देनी है....

राजेश: कैसी डेलिवरी...

रंभा: वन्हा जाने पर पता चल जाएगा...

राजेश: अब अगर मना कर दू तो?

रंभा: जैसी आपकी मर्ज़ी...तुम्हारी जगह कोई और चला जाएगा...पर सोच लो...तुम्हारा मुनाफ़ा काफ़ी होगा...

राजेश: कुच्छ सोचते हुए....तभी बॉस वन्हा आ गये....जिसे देख कर राजेश चौंक गया.....

रंभा: बॉस...आइए....आइए...ये मिस्टर. राजेश है...मेरे साथ अभी अभी जाय्न किया है.

बॉस;मे इन्हे जानता हू...क्यो मिस्टर. राजेश?

राजेश: उसे देखता रह गया...ये तो मिस्टर. धर्मेंडर गर्ग है....डॉक्टर. नेहा के पति.

रंभा: तुम इन्हे जानते हो?

राजश्: हां...इनकी अभी अभी शादी हुई है मेरी एक रिस्तेदार डॉक्टर. नेहा से.

बॉस: अब ज़्यादा मत सोचो...चलो...इसे इसका टिकेट दो...

राजेश: पर सर में कोई बॅग नही लाया हू..और ना ही घर पर कहा है.

बॉस: उसकी कोई ज़रूरत नही...

तब तक में ये भी नही जनता था कि वो आख़िर किस चीज़ का ब्यापार करते है...मे क़र्ज़ के बोझ से दबा हुआ था.....ऑफीस से काफ़ी लोन ले रखा था....मुझे पैसे हर हालत मे चाहिए थे.......पैसे कमाने का ये आइडिया रंभा ने ही मुझे दिया था...में उसके चंगुल मे फँस गया.....उसका एक्सटोर्षन और ब्लू फिल्म बनाने का कारोबार है...जो कि मुझे बाद मे पता चला....हम दोनो...यानी मेरी और रंभा की कई ब्लू फिल्म बना चुका था..और इंटरनेट और बाज़ार मे बेचे जा रहे थे......मे डरता था कि अगर रश्मि जानेगी तो क्या सोचेगी....पर अब मे क्या कर सकता था....नेपाल आने पर मुझे नज़रबंद कर दिया गया..और मुझे रोज एक लड़की और खाने को अच्छी अच्छी चीज़े मिलती थी....लड़की के साथ सेक्स करना होता था जिसका फोटो शूट होता था...ब्फ के लिए........

थोड़ी देर और इंटरॅक्षन के बाद पोलीस हरकत मे आ गयी….इनस्पेक्टर शर्मा ने गाज़ियाबाद पोलीस को इतीलाह कर दिया और कहा कि जल्द से जल्द इस आदमी की तहकीकात करो और अरेस्ट करने की कोशिश करो….दूसरी तरफ राज को डॉक्टर. नेहा की चिंता सताए जा रही थी…उसने फोन मिलाया पर डॉक्टर नेहा का फोन स्विच ऑफ बता रहा था……उसकी असिस्टेंट मिस. शीतल को मिलाया तो पता चला कि मेडम अभी अभी घर गयी है………….राज अब देहरादून से जाना चाहता था तो उसने रश्मि से कहा कि तुम यही रूको….एक तो स्मृति की शादी है और दूसरे राजेश का ख्याल रखने वाला कोई तो हो….राजेश की अग्रीम जमानत हो चुकी थी…रश्मि, स्मृति और राज ने उसकी जमानत दी…..उसे एक हॉस्पिटल मे अड्मिट करवा दिया गया….और एक सर्जन और प्लास्टिक सर्जन से कन्सल्ट किया गया…जो कि उसके चेहरे पर जो जले का निशान थॉ वो ख़तम किया जा सके….रश्मि अब ज़्यादा से ज़्यादा राजेश के साथ ही रही….इनस्पेक्टर शर्मा और राज गाज़ियाबाद आ गये…..

पोलीसने पूरी फोर्स के साथ डॉक्टर. नेहा के घर को घेर रखा था….पर वन्हा डॉक्टर. धर्मेंडर नही मिले ….उसके एक करीबी दोस्त ने कहा है कि वो अभी अभी देल्ही को रवाना हुए है और उसकी आज रात की फ्लाइट है यूएसए के लिए…..डॉक्टर. नेहा से पुच्छने पर पता चला कि ……………वो बोल तो रहे थे कि यूएसए जाना है…पर कब जाना है ये नही बताया….. ये भी नही बताया कि हमे देल्ही भी जाना है…..राज और इनस्पेक्टर शर्मा ने सोचा कि ये तो बेचारी कुच्छ नही जानती है…अपने पति की करतूतो के बारे मे….तो राज ने उसे कोने मे ले जाकर सब कुच्छ बता दिया….सुरू सुरू मे. नेहा को यकीन नही हुआ ..पर जब उसने अनिता, रंभा और राजेश के किस्से बताए तो उसे यकीन हो गया….उसने कहा…हाँ एक बार मे बाथरूम मे थी और वो किसी से बात कर रहे थे……जो कि किसी लेडी के बारे मे बात हो रही थी…जिसे नेपाल से किडनॅप किया गया था….और उसका ब्फ बनाना था…..किसी गॉडाउन मे उसका शूट होना था….पर मेरे पास कोई सबूत नही था…..इसलिए आपको नही बताया…..

राज: तुम अभी चलो मेरे घर…यान्हा ख़तरा है तुम्हारे लिए…..

डॉक्टर. नेहा: ख़तरा तो मुझे तुमसे भी है…तुम्हारी नज़र भी तो मुझपर लगी है..

राज: पर मे तो तुम्हे जान से नही मारूँगा…हां तुम मुझे जान से ज़रूर मरोगी…

डॉक्टर. नेहा: वो कैसे???और मुस्कुरा दी

राज: वो ऐसे…और झुक कर एक किस डॉक्टर. नेहा के गाल पर रख दी…..

डॉक्टर. नेहा शर्मा गयी और फिर राज के गले लग गयी….इनस्पेक्टर शर्मा ने पूरे बंगले की तलाशी ली…और फिर तीनो देल्ही की तरफ आ गये………………………………………………………………………………………..

==================================================================================

करीब 11 बजे पर डॉक्टर. धर्मेंडर को न्यू देल्ही एरपोर्ट पर अरेस्ट कर लिया गया…और फिर उसे दूसरे दिन जड्ज के सामने क्लेम लगाकर पेश किया गया….जड्ज ने सारी दलील सुनने के बाद डॉक्टर. धर्मेंडर को 14 दिन की न्यायीक हिरासत मे भेज दिया……..पोलीस अब उसकी गहन तलाशी कर रही है…..

इसी तरह सब ऑल ईज़ वेल हो गया….रश्मि और राजेश फिर साथ रहने लगे……राज को एक और शिकार मिल गया डॉक्टर. नेहा के रूप मे, स्मृति शादी के बंधन मे बँध गयी………….

एक साल के बाद:

रश्मि, नेहा और स्मृति को 1-1- बेटा हुआ…पर ये बेटा किसके वीर्य से पैदा हुआ…ये कहना मुस्किल है…पर ये जेठ जी का अंश हो सकता है……….बाकी की आप खुद सोचें…….और यही स्टोरी एंड होती है…दोस्तो फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ आपका दोस्त राज शर्मा

समाप्त
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