RE: kaamvasna साँझा बिस्तर साँझा बीबियाँ
रानी कुछ पल सोचने लगी। फिर बोली, "कमल भैया, ऐसी क्या बात है? अब हमारे सम्बन्ध नाजुक नहीं रहे। वह इतने गाढ़ हो चुके हैं की हम चाहते हुए भी इन्हें तोड़ नहीं सकते। अब कोई औपचारिकता वाली बात नहीं रही। मेरे पति राज तो कहते हैं की तुम्हारे लिए वह उनकी जान भी कुर्बान कर सकते हैं। जब देखो वह आपके ही गुण गाते हैं। तब मेरे बुरा मानने वाली बात ही नहीं रही। आप बेझिझक कहो जो कहना है। इस लिए अगर आपको अश्लील शब्द बोलने पड़ेंगे तो मैं सुन लुंगी और मैं वचन देती हूँ की बुरा नहीं मानूंगी। बस? अब तो कहो की बात क्या है।"
तब कमल ने कहा, "तो फिर सुनो रानी, प्लीज मेरी एक बात मानलो। तुम मुझे कमल भैया कह कर मत बुलाओ। भाई बहन के सम्बन्ध में एक मर्यादा होती है। जब हम सेक्स के बारेमें बात करते हैं तो हमने वह मर्यादा पार कर ली है। हमारा सम्बन्ध भाई बहन, भाई भाभी की सीमाओं को लाँघ कर कहीं आगे बढ़ चुका है। राज मुझे भले ही भाई कहे, तुम मुझे भाई या भैया मत कहना। तुम मुझे सिर्फ कमल कह कर बुलाना। मैं तुम्हें सिर्फ रानी कह कर बुलाऊंगा। ठीक है? तुम्हें कोई एतराज तो नहीं?
रानी तो वैसे ही राज को कमल कह कर ही अपने पति से चुदवाती थी। उसने फ़ौरन कहा, "नहीं, मुझे कोई एतराज नहीं। अब मैं तुम्हें कमल भैया नहीं, कमल कह कर ही बुलाऊंगी और तुम तो मुझे रानी कह कर बुला ही रहे हो।"
कमल: "और दूसरी बात: अब मैं साधारणतया अश्लील माने जाने वाले शब्द जैसे चूत, लण्ड, चोदना इत्यादि शब्दों का प्रयोग करूंगा क्यूंकि जो मैं बताने जा रहा हूँ उस बात में यही शब्द सही लगते है। और मैं चाहता हूँ की अब तुम भी सारी औपचारिकता छोड़ कर मुझसे भी इसी शब्दों का प्रयोग कर के बात करो। क्या ऐसा कर सकोगी?"
रानी असमंजस में पड़ गयी। थोड़ा रुकने के बाद रानी बोली, " मैं और राज, हम पति पत्नी तो ऐसे स्पष्ट शब्दों में ही बात करते हैं। भला आप के साथ मैं ऐसे शब्द कैसे प्रयोग कर सकती हूँ? पर जब आप कहते हैं की बात समझने और समझाने के लिए यह जरुरी है तो फिर ठीक है। मुझे ऐसे शब्द सुनने में कोई आपत्ति नहीं है और अगर आपको कोई हर्ज नहीं है तो फिर ऐसा ही सही। मैं भी वही शब्द इस्तेमाल करने की कोशिश करुँगी।"
कमल: :फिर वही आप? मुझे तुम कहो; आप नहीं। यह बहुत जरुरी है।"
रानी: "ठीक है ठीक है यह भी मान लिया बस? कमल अब मैं भी तुमसे साफ़ साफ़ बात करुँगी और स्पष्ट अश्लील कहे जाने वाले शब्दों का ही प्रयोग करने की पूरी कोशिश करुँगी। तुम भी बुरा मत मानना।"
जब कमल ने रानी से यह सूना तो वह ख़ुशी के मारे उछल पड़ा। फिर अपने आपको सम्हालते हुए बोला, "रानी तो सुनो, अब मैं तुम्हें सारी बात स्पष्ट और खुल्लम खुल्ले शब्दों में बताने जा रहा हूँ। सच बात यह है की मेरा लण्ड बड़ा और मोटा है। जब की कुमुद की चूत का छिद्र छोटा है। इस कारण मैं जब कुमुद को चोदता हूँ तो उसे तकलीफ होती है। मुझे भी कुमुद को तकलीफ होती है तो अच्छा नहीं लगता। दुसरा शादी के इतने सालों के बाद हम दोनों को शायद एक दूसरे को चोदने में उतना मझा नहीं आता। इसलिए मैं कुमुद को चोदते हुए कोई और औरत की अपने मन ही मन में कल्पना करता रहता था। ऐसा करने से मुझे बड़ा आनंद मिलता था और मैं और कुमुद हम दोनों ही खुश रहते थे। सब कुछ ठीक चल रहा था।"
कमल थोड़ी देर चुप रहा तो रानी ने सोचा की शायद फ़ोन का कनेक्शन कट गया था। उसने "हेलो, हेलो" बोला तो कमल ने कहा, "मैं लाइन पर ही हूँ।" तब रानी बोली, "तो कमल, इसमें चिंता की कौनसी बात है? अक्सर कई कपल एक दूसरे से सेक्स करते समय, सॉरी यार, चोदते समय किसी और का नाम लेकर या उनको चोदते हैं ऐसा सोच कर आनन्द लेते हैं। इसमें झगड़े की बात क्या है?" (रानी कैसे बताती की वह खुद भी ऐसा ही कर रही थी?)
कमल की आवाज थोड़ी गंभीर हो गयी। कमल ने कहा, "पर सुनो तो सही। सारी समस्या तो अब आएगी। एक रात मैं और कुमुद हम दोनों बड़े अच्छे मूड में थे और कुमुद भी चुदवाने के लिए बड़ी बेबाक हो रही थी। मैं कुमुद को उसके ऊपर चढ़ कर चोदने लगा। कुमुद भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। अचानक जोश ही जोश में मेरे मुंह से तुम्हारा नाम निकल गया। मैंने मेरी बीबी से पूछा, "रानी डार्लिंग, कैसा लग रहा है? तकलीफ तो नहीं हो रही है ना? ऐसे ही कुछ बोल गया।"
कमल की बात सुन कर कुछ पलों के लिए रानी फ़ोन पर ही स्तंभित हो गयी। उसने सोचा की कमल शायद बोलने में गड़बड़ कर गया। उसने पूछा, "क्या कहा? कमल, तुम ने किसका नाम लिया?"
कमल ने जवाब में कहा, "तूम ने मुझे वचन दिया है की तुम गुस्सा नहीं करोगी, तो मैं तुन्हें कह रहा हूँ की अक्सर मैं तुम्हारे बारे में ही सोचता था और कल्पना करता था की मैं कुमुद को नहीं तुम्हें चोद रहा हूँ। जब कुमुद ने तुम्हारा नाम सूना तो मुझ पर आग बबूला हो गयी और दहाड़ कर बोली, 'यह रानी बिच में कहाँ से आ गयी? क्या तुम्हारे रानी के साथ कुछ शारीरक सम्बन्ध है, या फिर तुम मुझे रानी सोच कर चोद रहे हो?" मेरे पास इसका कोई जवाब नहीं था। मैं चुप रहा। बस तब से ही मेरी बीबी कुमुद मुझसे बात नहीं करती और मुझे रात को अपने पास फटकने नहीं देती। अब तुम्ही बताओ मैं क्या करूँ? रानी प्लीज, मेरी गलती के लिए मुझे माफ़ करना और मुझसे सम्बन्ध मत तोड़ना।"
कमल की बात सुनकर राज की बीबी रानी के पॉंव के निचेसे तो जैसे जमीन ही खिसक गयी। कमल अपनी बीबी कुमुद को रानी समझ कर चोद रहा था यह सुनकर रानी एकदम गरम भी हो गयी। रानी ने महसूस किया की कमल की बात सुनकर उसकी चूत से पानी रिस ने लगा था। रानी खुद अपने पति राज को कमल कह कर उनसे चुदवा रही थी तो उधर कमल अपनी बीबी कुमुद को रानी समझ कर चोद रहा था। रानी ने नहीं सोचा था की ऐसा भी कुछ हो सकता है। पर जब वह खुद ही दोषी थी तो रानी कमल को कैसे दोष दे सकती थी? रानी के पास इसका कोई जवाब नहीं था। इसका मतलब साफ़ था की रानी और कमल एक दूसरे को चोदना चाहते थे।
काफी समय तक रानी एकदम चुप रही। उधर कमल परेशान हो रहा था की कहीं रानी ने फ़ोन काट तो नहीं दिया। कमल ने फ़ोन पर "हेलो, हेलो" कहा तो रानी ने कहा, "मैं सुन रही हूँ।"
कमल ने कहा, "देखो रानी मुझसे यह बड़ी गलती हो गयी। पर अब तुम्ही उसे सुधार सकती हो। प्लीज तुम मुझसे सम्बन्ध मत काटना। तुमने पहले ही वचन दिया है।"
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