RE: Kamukta Kahani जुआरी
हाथ के खर्चे के लिए उसे कुछ पैसे चाहिए थे, अभी कामिनी मेडम की तरफ 10 दिन का हिसाब निकलता था, जो रास्ते के लिए बहुत थे... वो उनके पास गयी और उन्हे सारी गाथा सुनाई...
कामिनी चुपचाप अंदर गयी और उसके 10 दिन के पैसे लाकर उसके हाथ में रख दिए...
जब वो चलने को हुई तो मेडम ने पीछे से उसे पुकारा और बोली : "अब जल्दी से जा और सारा समान लेकर यही आ जा...पीछे जो सुर्वेंट क्वाटर है, उसमे रह लेना तुम दोनो...''
ये सुनते ही वो एक झटके से पलटी...
कामिनी ने मुस्कुराते हुए सिर हिला कर उसे वो करने को कहा...
बेचारी रोते-2 उसके कदमों में गिर गयी....
उसे बड़ी मुश्किल से चुप करा कर कामिनी ने उसे घर भेजा...
शाम तक वो एक ऑटो में ज़रूरत का सारा समान लेकर कुणाल के साथ वहां शिफ्ट हो गयी.
उनके आलीशान बंगले के ठीक पीछे एक छोटा सा लॉन था, और साइड में एक क्वाटर बना रखा था उन्होने, पहले वहां हरिया काका रहा करते थे, पर उनके मरने के बाद वो करीब 1 साल से ऐसे ही पड़ा था...
पूरे दिन की सफाई के बाद पायल ने उस 2 कमरे के क्वाटर को चमका डाला...
बस एक परेशानी थी वहां , अंदर बाथरूम नही था...
क्वाटर के साइड में एक नलका था, जिसके आगे एक छोटी सी दीवार थी, बस उसी की आड़ में बैठकर नहाया जा सकता था... टाय्लेट ठीक उसके पीछे था.
पायल को ना जाने देने और उसे वहां रखने के पीछे भी कामिनी का एक मकसद था...
वो इतनी मेहनती नौकरानी नही छोड़ना चाहती थी...
जब से वो आई थी, उसका घर हमेशा चमकता रहता था...
और साथ में जो वो उसकी मालिश वाला काम करती थी, उसकी वजह से तो उसे और भी ज़्यादा लगाव सा हो गया था पायल से...
एक अच्छा काम करने वाली नौकरानी जो अच्छी मालिश भी करती हो, कहाँ मिलती है आजकल...
अगर कामिनी किसी स्पा में जाकर बॉडी मसाज करवाए तो वो पायल की सैलेरी के बराबर की रकम होती थी...
हालाँकि कामिनी को पैसों की कोई कमी नही थी, पर घर में ही जब ऐसी सर्विस मिले तो बाहर क्यों जाना.
पर वो बेचारी ये नही जानती थी की उसका ये कदम उसकी जिंदगी पलट कर रख देगा.
कामिनी के पति विजय को जब पता चला तो उसने भी कुछ नही कहा अपनी बीबी से...
घर के मामलों में वो वैसे भी कोई दखल नही देता था...
और वैसे भी, उसकी काफ़ी दिनों से पायल पर नज़र थी...
अब वो उनके घर के पीछे ही रहेगी तो शायद काम बन सकता है...
उसकी बीबी तो वैसे ही अक्सर NGO के काम से बाहर रहती थी...ऐसे में वो पायल पर चांस मार सकता था...
पर मुसीबत ये थी की उसका पति भी साथ था...
पता नही उसे ऐसा मौका मिल पाएगा या नही जब उसकी बीबी कामिनी और पायल का पति कुणाल दोनो घर पर ना हो...
पहले भी उसने अपनी कई नौकरानियों की चूत बजाई थी...
पर पायल पर हाथ डालने की उसमें अभी तक हिम्मत नही हुई थी...
वो जानता था की उसकी बीबी की ख़ास है वो, ज़रा सी भी चूक का मतलब था, अपनी बीबी के सामने जॅलील होना, जो वो हरगिज़ नही चाहता था.
विजय जब अगली सुबह उठकर अपने जॉगिंग शूज़ पहन रहा था तो उसने अपने बेडरूम की खिड़की से पीछे की तरफ झाँका... इस वक़्त सुबा के 5 बाज रहे थे... और उसकी किस्मत तो देखो, पायल उसे नहाती हुई दिख गयी...
और वो भी खुल्ले में..
उसे तो अपनी आँखो पर विश्वास ही नही हुआ..
हालाँकि वो काफ़ी दूर थी, दीवार की आड़ में भी थी...
और हल्का फूलका अंधेरा भी था...
पर फिर भी उसके नंगे जिस्म का एहसास उसे सॉफ हो रहा था...
ज़िम जाना तो वो एकदम भूल सा गया और वहीं छुपकर वो उसे नहाते हुए देखने लगा..
पायल को तो अभी तक यही पता था की कोठी में इस वक़्त सभी सो रहे होंगे..
और वैसे भी उसे इस तरहा खुल्ले में नहाने की आदत थी...
गाँव में तो वो एक साड़ी लपेट कर नहा लेती थी कुँवे पर...
लेकिन यहाँ कौन देखेगा, यही सोचकर वो नंगी ही नहा रही थी.
साबुन को जब उसने अपने काले कबूतरों पर रगड़ा तो खिड़की पर खड़े विजय ने अपना लंड पकड़ लिया और जोरों से हिलाने लगा...
एक नौकरानी उसे इस कदर उत्तेजित कर सकती है, ये उसने सोचा भी नही था...
पर ये हो रहा था, शहर का जाना माना नेता, अपनी नौकरानी को नहाते देखकर अपना लंड मसल रहा था...
मसल क्या रहा था उसने तो अपने लंड को बाहर ही निकाल लिया...
और उसे देखकर मूठ मारने लगा...
ऐसी उम्र में आकर उसे ये सब शोभा नही देता था, वो चाहता तो किसी भी कॉल गर्ल के सामने पैसे फेंककर उसकी मार सकता था या उससे लंड चुसवा सकता था, अपनी खुद की बीबी कामिनी भी कम सैक्सी नही थी,पर अपनी नौकरानी को सिर्फ़ नहाते देखकर वो खुद अपना लंड रगड़ने पर मजबूर हो गया था, ये बहुत बड़ी बात थी.
उफफफफ्फ़..... क्या मोम्मे है साली कुतिया के...... एकदम कड़क माल है....''
और फिर नहा धोकर पायल बिना कपड़ों के, किसी हिरनी की तरह छलांगे मारती हुई अपने रूम में घुस गयी...
उसके हिलते चूतड़ देखकर विजय की उत्तेजना चरम पर पहुँच गयी और उसने अपना माल वहीं झाड़ दिया.
इतने सालो बाद खुद मुठ मारकर झड़ा था विजय...
अब किसी भी कीमत पर उसे पायल को भोगना था.
पर उससे पहले उसे पायल के पति का कुछ करना पड़ेगा...
वो साला हरामखोर बनकर पूरा दिन घर पर बैठेगा तो वो कुछ कर ही नही पाएगा.
उसके दिमाग़ में एक आइडिया आ गया, पर अभी के लिए उसे जिम के लिए निकलना ज़रूरी था, और वहां से उसे गोल्फ कोर्स जाना था, जहां एक जाने माने उद्योगपति ने एक बहुत बड़ी रकम पहुँचाने का वादा किया था आज..
बाद में उसे क्लब भी जाना था, जुए का चस्का था उसे भी.
वो तैयार होकर निकल गया.
कुणाल की जब नींद खुली तो पायल काम पर जा चुकी थी...
उसे तो हमेशा से ही देर तक सोने की आदत थी...
टाइम देखा तो 12 बजने वाले थे...
बाहर आकर देखा तो नहाने के लिए कोई अलग जगह उसे दिखाई ही नही दी...
वैसे भी जब तक वो अपनी चॉल में रह रहा था, वहां भी वो खुल्ले में ही नहाता था...
इसलिए अपने कपड़े उतार कर, सिर्फ़ अपना कच्छा पहने हुए वो नहाने पहुँच गया.
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