RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
सुमित्रा •ऐसा क्या कर दिया है जो आप ऐसा बोल रही है।
अन्नू•आप कुछ भी नही जानती है अगर आप जानती तो आप शर्म से अपना चहेरा किसी को नही दिखा सकती थी।
डाली•नही मैडम आप कुछ भी नही बताए नही तो माँ बर्दाशत नही कर पायेगी।
सुमित्रा•तू तो अब कुछ बोल मत नही तो मुझसे बुरा ओर कोई नही होगा।
अन्नू•आप जानती है कि रामु और डाली के जिस्मानी सम्बन्ध है और कल रात को जब ये घर के पीछे एक दूसरे के साथ सेक्स कर रहे थे तो प्रेम ने इन्हें ऐसा करते देख लिया था तो इनदोनो ने मिलकर उसे ही आरोपी शिद्ध कर दिया।
सुमित्रा तो यह सुनते ही जैसे उसके ऊपर पहाड़ ही टूट पड़ा और वह रोने लगी साथ मे डाली के गाल पर झापड़ मारने लगी जिसके कारण उसके दोनों हाथों की उंगलियों के निशान पड़ गए और बोली
सुमित्रा•डाली बोल दे कि यह सब जो बोल रहे है झूठ हैं मेरे संस्कार इतनी खराब तो नही थे
रामु•हा माँ तू सच बोल रही है यह लोग क्या कह रहे है मुझे कुछ बनी नही समझ मे आ रहा है क्या कोई भी अपनी ही बाहें के साथ ऐसी गिरी हुई हरकत कर सकता है यह सब इन लोगो की चाल है कि हम प्रेम पर लगाये हुए सभी आरोप वापस ले
यह सुनकर तो जैसे अन्नू घायल शेरनी की भांति गुस्से में उसे घूरने लगी और दहाड़ते हुए बोली।
अन्नू•तू और कितना झूठ बोलेगा अगर तू अपनी सलामती चाहता है तो तो अब सच बोल दे नही तो अब तेरा सच ओर झूठ का फैसला मसीन करेगी इस बारे में चाहे तो तू कल्लू से पूछ सक्तक है पर यह भी सोच ले अगर मैने ऐसा किया तो फिर तेरी एक भी हड्डी सही सलामत नही बचेगी।
यह सुनकर कल्लू के होश उड़ जाते है और वह तुरन्त रामु के पास जाकर बोलता है कि
कल्लू•देख रामु मैं पहले चोर था यह कहने में मुझे कोई शर्म नही ।मैं ही नही शहर के सारे गुंडे जिनके नाम सुनकर ही थर थर कापने लगते है यही है वो झूठ बोल तुझे कोई फायदा नही है उल्टा तेरी हालत और भी खराब हो जायेगी
अन्नू•कल्लू छोड़ जाने दे कहते है ना कि लातो के भूत बातो से नही मानते ।
वह हवलदार को आदेश देती है कि इसे पकड़ कर गाड़ी में दाल दो।
दो हवलदार आगे आकर उसे पकड़ने लगते है तोउसकी हालत खराब हो जाती है और वह चिल्ला उठा
रामु•यह सब सच है और वह रोने लगा
यह सुनते ही सुमित्रा बेहोश हो गयी।तब अन्नू ने हवलदार को आदेश दिया कि छोड़ दो
इतनी देर से शांत दीपा अचानक ही उठ कर आगे आकर रामु को मारने लगती है और बोलती है कि
दीपा•आज तुम्हारे कारण मैं अपने प्यार से दूर हो गयी हु अगर प्रेम को कुछ भी हुआ तो मैं तुम्हे जिंदा नही छोडूंगी।
यह सुनते ही वहां सबके पैरो ठाले जकमीं खिसक जाती है कि दीपा प्रेम से प्यार करती है यह बात तो सिर्फ दिया ही जानती थी और कोई नही ।इस लिये यह सबके लिए एक नई बात थीऔर यह कहते कहते दीपा रोने लगती है और
तब दिया उठ कर आगे आती है और उसे शांत कराति है
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