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RE: Kamukta kahani बर्बादी को निमंत्रण
अपडेट - 19
अचानक से घड़ी की बेल बज पड़ती है। शाम के 7.30 बज रहे है।
समीर: लो तुम्हारा घर जाने का वक़्त हो गया। और तुम्हारा दर्द भी अब तो 100%, सही हो गया होगा। है ना?
चंचल: (शर्म से ) हम्म
समीर: तो चलो मैं निकलता हूँ। मेरे जाने के ठीक 10 मिनट बाद तुम निकल जाना।
समीर निकल जाता है आने फार्महाउस ओर चंचल निकल जाती है अपने घर।
अब आगे.......
चंचल घर पहुंचती है जहां पर सरिता चंचल का ही इंतजार कर रही थी। चंचल जैसे ही घर पहुंचती है ठीक सरिता चंचल के गले लग जाती है। चंचल भी सरिता को गले लगा लेती है। सरिता चंचल को जल्दी आने को बोलती है। चंचल फीकी से मुस्कान के साथ अपने बेडरूम की तरफ चल देती है।
सरिता चंचल के लिए चाय बनाने को रानी से बोल कर अपने बेडरूम में चली जाती है। हाल फिलहाल रानी सरिता के तो बहित क्लोज हो गयी थी लेकिन चंचल????? अभी तक वो चंचल से ठीक से बात तक नही कर सकी थी। इसी लिए रानी को थोड़ा बहुत डर था तो सिर्फ और सिर्फ चंचल का था। रानी चुपचाप चंचल के लिए चाय बनाने चली जाती है।
वहीं दूसरी और चंचल अपने बेडरूम में जाकर के अपना बैग बिस्तर पर रख देती है। और वाशरूम में जाकर के शावर के नीचे खड़ी हो जाती है। चंचल अपने कपड़ों तक को नहीं उतारती। शायद चंचल को अपने किये पर पछतावा हो रहा था। अब ये कह पाना मुश्किल था कि जो चंचल के गालों से टपक कर बह रहा था वो पानी था के आंसू....
खैर कैसे जैसे चंचल खुद को समझा बुझा कर डिनर के लिए तैयार करती है और खाना खाने को नीचे आ जाती है।
रात को करीब 1 बजे.....
समीर: वेलकम डॉक्टर, वेलकम....
डॉक्टर....:- हेलो मिस्टर समीर कहिये आपने मुझे अर्जेंट क्यों बुलाया।
समीर: यार छोड़ ये फालतू की फ़ॉर्मूलटी और गले लग जा.....
डॉक्टर और समीर जो कुछ देर पहले तक एकदम प्रोफेशनलस की तरह मिल रहे थे अचानक से एक दूसरे के गले लग जाते है।
डॉक्टर: यार देख तू मुझे जब भी बुलाता है तो किसी ना किसी की अच्छी खासी ज़िन्दगी बिगड़ जाती है। तो तू पहले ये बता काम क्या है?
समीर: एक लड़की है यार उम्र ये समझ ले बात नही सकता। वरना xossipy वाले नाराज हो जाएँगे। लेकिन अंदाजे को सिर्फ इतना कहूंगा कि उसकी झांटें अभी आयी भी नही होंगी और अगर आयी है तो वो ऐसे होंगी जैसे हो ही ना।।।
डॉक्टर: अच्छा तो उसे कोई प्रॉब्लम है क्या?
समीर: नहीं नहीं उसे कोई प्रॉब्लम नहीं है, प्रॉब्लम मुझे है। दरअसल में चाहता हूं कि वो वक़्त से पहले बड़ी हो जाये।
डॉक्टर:- (शॉक से) कितनी बड़ी? मेरा मतलब कितनी बड़ी करना चाहती हो उसे?
समीर: इतनी बड़ी की उसकी उम्र से उसका शरीर बिल्कुल भी मेल ना खाये और उसे ............(कुछ कान में बोलता है) बस इतना ही काम है।
डॉक्टर: समीssssssssर...... तुम क्या समझते हो अपने आपको? तुम चाहते हो कि मैं उस लड़की को जिसे बच्ची कहना चाहिए उसे ये सब के लिए तैयार करूँ..... तुमने क्या सोच कर मुझे ऐसा करने को कहा?
समीर अचानक से डॉक्टर के व्यवहार से चोंक जाता है। उसे बिल्कुल भी ऐसी उम्मीद नही थी। समीर डॉक्टर को समझने के लिए उसके कंधे पर हाथ रखता है लेकिन डॉक्टर तुरन्त पीछे मुड़ कर समीर का हाथ हटा देता है।
कुछ पल को तो समीर के भी होश उड़ जाते है।
लेकिन अगले ही पल डॉक्टर समीर को खींच कर अपने गले लगा लेता है।
डॉक्टर: वाह यार क्या काम बताया है।यही काम करने में तो मुझे मज़ा आता है। लेकिन क्या करूँ हमारे यहां का कानून कमबख्त हर चीज को गैरकानूनी बनाये बैठा है। तू टेंशन मत कर। बस मुझे किसी भी तरह 4-5 घंटे उसके साथ दे देना। मुझे मुश्किल से 2 आपरेशन करने पड़ेंगे। और मैं वादा करता हूँ अगर तेरे दोस्त का काम 15 दिन में रंग ना लाया तो तुझे क्या मैं इस ज़माने को कभी अपनी शक्ल नहीं दिखाऊंगा।
समीर डॉक्टर के तेवर से जो घबरा गया था अब उसके साथ से एक दम से खुश हो गया था।
आज ही कि शाम डिनर के बाद चंचल अपने पड़ोस की आंटी के घर जाती है।
ये एक क्रिस्टन फैमिली है।
चंचल: मेरी आंटी..... आंटी
मेरी::- चंचल तुम? इस वक़्त? यहाँ?
चंचल: आंटी कल मेरे आफिस से किड्स स्पेशल एक पार्टी है। आप तो जानती है हमारे यहां बच्चे नही है तो अगर आप कहें तो रिया को ले जाऊँ।
मेरी: लेकिन रिया की तो कल स्कूल है ना वो कैसे.....?
अभी मेरी ने अपनी बात पूरी भी नही की थी कि....
रिया: नो मम्मा दो दिन का तो हॉलिडे है। एक्चुअली हमारे प्रिंसिपल सिर और उनकी फैमिली के यहां कोई फंक्शन है तो पूरा स्टाफ जा रहा है।
मेरी चाहती तो नहीं थी कि रिया को चंचल के साथ भेजे लेकिन अब वो मजबूर थी आखिर पड़ोस का सवाल था और चंचल की सास को अगर पता चलता की मेरी ने रिया को आफिस फंक्शन में नहीं भेजा तो पड़ोस खराब हो जाएगा। यहीं सोच कर मेरी ने जाने की इजाजत देदी।
चंचल: आंटी आप फ़िक़्र मत कीजिये 5 से 6 घंटे में वही स्कूल टाइम में रिया को वापस घर ले आउंगी। मैं खुद साथ मे आउंगी।
मेरी: (झूंटी मुस्कान के साथ) ठीक है ले जाना।
रिया भी चंचल के साथ जाने के नाम से बहुत खुश थी। क्योंकि चंचल हमेशा रिया के लिए कुछ ना कुछ लाती रहती थी। इस लिए चंचल और रिया दोनो की अच्छी खासी पटती भी थी।
चंचल रिया से कुछ देर इधर उधर की बात करती है। इसी दौरान चंचल रिया के शरीर का जायजा लेती है।
रिया: लम्बे बाल गोरा रंग, चमड़ी ऐसी जैसे मलाई। गुलाब की तरह गुलाबी गाल एयर लाल होंठ, चेहरा इतना मासूम की हर कोई चाहे प्यार करना। नींबू से भी छोटे आकार की चुंचिया जो अभी तक विकसित हुआ भी शुरू नहीं कि, केले के तने जैसी लंबी टांगे। काम तो जैसे गायब ही हो गयी हो। हालांकि नितम्बों का आकार थोड़ा थोड़ा विकसित होना शुरू हो चुका था। लंबाई करीब 4.5 फिट। बिल्कुल विकसित होने के दहलीज पर अभी कदम भी नहीं पड़ा शायद।
चंचल मन ही मन सोच रही थी पता नही समीर इसके साथ क्या करेगा।
करीब 25 मिनट बाद चंचल वापस लौट जाती है। घर आकर चंचल सीधे अपने कमरे में जाति है और समीर को कॉल लगाने को फ़ोन उठाती है।लेकिन अचानक से उसे अपने और समीर के बीच का वाकया याद आ जाता है जिसके बाद चंचल को समझ नही आ रहा था कि वो समीर को कैसे कॉल करे। काफी मसक्कत के बाद जब चंचल तक हर जाति है तो फ़ोन बिना किये ही चंचल सोने के लिए अपने बिस्तर पर लेट जाटी है और फ़ोन को अपनी छाती पर रख कर सोचने लगती है कि समीर को कॉल करूँ या नहीं।
अभी चंचल ये सब सोच ही रही थी कि अचानक से चंचल का फ़ोन वाइब्रेट होने लगता है। जिसके वाईब्रेशन से चंचल अचानक से घबरा कर उठ बैठती है।
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RE: Kamukta kahani बर्बादी को निमंत्रण
अपडेट - 20
करीब 25 मिनट बाद चंचल वापस लौट जाती है। घर आकर चंचल सीधे अपने कमरे में जाति है और समीर को कॉल लगाने को फ़ोन उठाती है।लेकिन अचानक से उसे अपने और समीर के बीच का वाकया याद आ जाता है जिसके बाद चंचल को समझ नही आ रहा था कि वो समीर को कैसे कॉल करे। काफी मसक्कत के बाद जब चंचल तक हर जाति है तो फ़ोन बिना किये ही चंचल सोने के लिए अपने बिस्तर पर लेट जाटी है और फ़ोन को अपनी छाती पर रख कर सोचने लगती है कि समीर को कॉल करूँ या नहीं।
अभी चंचल ये सब सोच ही रही थी कि अचानक से चंचल का फ़ोन वाइब्रेट होने लगता है। जिसके वाईब्रेशन से चंचल अचानक से घबरा कर उठ बैठती है।
अब आगे.....
चंचल अपने मोबाइल को देखती है तो उसका दिल ज़ोरों से धड़कने लगता है। ये फ़ोन किसी और का नहीं बल्कि चन्चल के पति सुरेश का था। चंचल बुरी तरह से घबराई हुई थी। फिर भी चंचल ने डरते हुए फ़ोन उठा लिया।
सुरेश: हेलो चंचल एक खुशखबरी है। सुनोगी तो खुशी से पागल हो जाओगी। मैं परसों वापस आ रहा हूँ। वो भी बेहतरीन डील के साथ।
चंचल: वाव ग्रेट सुरेश। अभी कहाँ हो?
सुरेश: क्या बात है चंचल तुम ठीक तो हो ना। तुम्हारी आवाज से खुशी जाहिर नही हो रही।
चंचल: अरे नहीं नही ऐसा कुछ नही है सुरेश वो दरअसल में सो गई थी न तो शायद....
सुरेश: इट्स ओके चंचल.... अब में आ रहा हूँ ना तुम्हारी सारी शिकायतें दूर कर दूंगा। अच्छा अब तुम आराम करो। मेरा आफिस का टाइम है।
सुरेश फ़ोन काट देता है फ़ोन काटने के 5 मिनट तक चंचल एक टक फ़ोन को देखे जाती है। तभी चंचल एक बार फिर से डर जाती है। दरअसल किसी का फ़ोन आ गया था जिसके वाइब्रेशन से चंचल चोंक जाती है।
चंचल फ़ोन को देखती है तो ये फ़ोन किसी और का नही बल्कि समीर का था। चंचल डरते हुए फ़ोन उठाती है।
समीर: हेलो चंचल
चंचल: हेलो....
समीर: अच्छा सुनो तुम्हारे माल का काम कर दिया है मैंने, कल उसे ठीक 8 बजे तक मेरे पास ले आना।
चंचल: ठीक है, लेकिनssss.....
समीर: लेकिन क्या...?
चंचल: मैंने उसकी माँ को और उसे किड्स स्पेशल फंक्शन का बोलकर उसे ला रही हूँ। अगर उसे कोई फंक्शन नज़र नही आया तो.....
समीर: और तुम मुझे अब बता रही हो? रात को?
चंचल: मुझे समझ नही आ रहा था।।।।
समीर: ठीक है तुम एक काम करना...................
समीर बहुत कुछ चंचल को बोलता है और फिर फ़ोन कट जाता है।
चंचल समीर की बातों को सोच कर इतना तो कन्फर्म हो गयी थी कि मेरी आंटी ना सही लेकिन उसकी बेटी को तो बहलाया जा सकता है। तभी चंचल के मन में एक ख्याल आता है। समीर ऐसे रियेक्ट क्यों कर रहा था जैसे कुछ हुआ ही ना हो....
काफी देर तक चंचल सोचते सोचते नींद के आगोश में चली जाती है। आज काफी दिनों बाद चंचल को बेहद सुकून भरी नींद नसीब हुई थी।
सुबह पांच बजे चंचल की नींद खुल जाती है। दर असल फिर से चंचल समीर के साथ हुई घटनाओं का स्वपन देख रही थी। लेकिन अब वो जल्दी जल्दी तैयार होने लगती है। चंचल तैयार होकर एक अच्छी सी साड़ी पहन लेती है और मिरर में खुद को देखते हुए मेकअप करने लगती है। तभी चंचल के फ़ोन पर एक मेसेज आता है।
चंचल अपने फ़ोन को देखती है और मेसेज देख कर चंचल फिर से सोच में पड़ जाती है। दरअसल ये समीर का मैसेज था। समीर ने चंचल को कुछ स्पेशल कपड़े पहनने को बोला था। चंचल यही सोच रही थी कि समीर पहले से ही बहुत आगे बढ़ चुका है अब अगर वो ये कपड़े पहनती है तो उसे बढ़ावा देगी और अगर नही पहनती है तो और मेरी आंटी को दबाने में समीर उसकी मदद शायद नहीं करे। इसी सोच में चंचल के गुरुर ने जीत पा ली। चंचल एक बार फिर से समीर के बताए हुए कपड़े पहनने लगी। दरअसल ये कोई कपड़े नही थे। ये तो बस एक पर्दा था बदन पर।
खैर चंचल तैयार होकर नीचे हॉल में अपनी देवरानी के साथ चाय नाश्ता करती है और फिर ठीक 7 बजे तक रिया को पिक उप करने पहुंच जाती है।
चंचल और रिया का समीर के फार्महाउस तक का सफर.......
चंचल: रिया तुम बहुत ही क्यूट लग रही हो।
रिया: थैंक यू भाभी और आप बहुत ही ज्यादा हॉट.....लग रही है।।
चंचल: (रिया की तरफ स्माइल करते हुए) बदमाश अपनी भाभी की टांग खिंचती है।
रिया: नहीं नहीं भाभी सच्ची में आप बहुत हॉट लग रही है।
चंचल: ओके थैंक यू।। अच्छा एक बात बताओ तुम्हारा मॉडलिंग और एक्ट्रेस बनने के बारे में क्या ख्याल है।
रिया: क्या भाभी आप भी। कौन लड़की नहीं बनना चाहेगी? लेकिन आप तो मम्मा को जानती है ना। वो बहुत ओल्ड फैशनड़ है। वो मुझे कुछ कपड़े पहनने देती है वही बड़ी बात है।
चंचल: हाँ सो तो है। लेकिन अभी तुम अकेली हो कोई तुम्हे सपोर्ट नहीं करता ना इसलिए तुम कुछ नही कर सकती लेकिन कुछ मदद कर सकती हूँ।
रिया: क्या सच मे ? लेकिन कैसे? आप मम्मा को समझाएंगी? लेकिन वो तो आपको भी बुरी मानती है।
चंचल अचानक से गाड़ी का ब्रेक लगाती है और गाड़ी को साइड में पार्क करके रिया की आंखों में देखते हुए पूछती है।।
चंचल: और तुम? क्या तुम भी मुझे बुरी मानती हो?
रिया: नही नही भाभी बिल्कुल भी नहीं।
चंचल: अच्छा तो सुनो मैं अभी तुम्हे जिनके पास लेकर जा रही हूँ वो बहुत बड़े मॉडलिंग एजेंट है। मेरी कंपनी को एक नई मॉडल की ज़रूरत भी है। अगर तुम चाहो तो मैं उनसे बात कर सकती हूँ लेकिन सिर्फ तुम्हारे लिए।
रिया: क्या सच मे भाभी? (खुश होते हुए) लेकिन मम्मा?(तुरंत उदास होते हुए) अगर उन्हें पता चला तो?
चंचल: तुम टेंशन मत लो मैं तुम्हारा वर्किंग पीरियड तुम्हारे स्कूल टाइम पर ही रखूंगी। जिससे तुम्हारी मम्मा को कभी पता ही नही चलेगा और ना ही में उन्हें बताउंगी।
रिया: पर भाभी?
चंचल: रिया देखो अभी तुम्हारे पास एक अच्छा मौका है क्यों कि कल तक तो मैं अखबार में इस्तेहार निकलवा दूँगी। उसके बाद हजारों मॉडल्स की लाइन लग जायेगी। क्योंकि मुझे सच मे एक मॉडल की ज़रूरत है तो मैं खुद भी ज्यादा इंतजार नहीं कर सकती।
रिया: ठीक है भाभी लेकिन मम्मा को आपको संभालना होगा।
चंचल: वो सब तुम मुझ पर छोड़ दो।
ऐसे ही इधर उधर की बातें करते करते रिया और चंचल समीर के फार्महाउस पर पहुंच जाते है।
चंचल डोर बेल बजती है डोर बेल बजट ही तुरंत दरवाजा खुला जाता है। अंदर एक पार्टी चल रही थी। तकरीबन 20-25 गेस्ट थे। उन्हीं मेहमानों में से समीर आगे बढ़ कर चंचल का अभिवादन करता है। और तुरंत रिया की तरफ देखता है।
समीर: वाव , व्हाट आ ब्यूटीफुल क्यूट फेस.... क्या ये आपकी नई मॉडल है? जिसके बारे में अपने हमसे बात की थी।
चंचल: जी ( समीर की एक्टिंग को देखते हुए) क्या आप इसे अच्छी मॉडल के तौर पर तैयार कर सकते है।
समीर: मुझे इनसे बात करनी होगी। हेलो मैं समीर हूँ!
रिया: हेलो मैं रिया।
समीर: क्या आप सच मे मॉडल बनना चाहती है?
रिया: जी
समीर: सोच लीजिये आपको बहुत कुछ खाना पीना बन्द करना पड़ेगा और बहुत कुछ शुरू करना पड़ेगा।
रिया: (चंचल की तरफ देखते हुए) जी मे सबके लिए तैयार हूं।
समीर: (मुस्कुराते हुए) ठीक हैहम पार्टी के बाद आपके फिगर पर बात करेंगे क्योंकि ये फिगर फिलहाल मॉडलिंग के लिए परफेक्ट नहीं है लेकिन आपका फेस एक दम परफेक्ट है।
रिया अपने आपको देखते हुए थोड़ी सी उदास हो जाती है।
समीर: आप चिंता मत कीजिये मेरे एक दोस्त है जो मॉडल्स के लिए वर्क करते है वो एक बहुत अच्छे डॉक्टर है। हंसिका मोटवानी एक्ट्रेस का नाम तो सुना ही होगा। इन्होंने ही उसके फिगर को डेवलप करने में मदद की थी। शायद वो तुम्हारी भी कोई मदद कर सके।
रिया: जी थैंक यू।
समीर: ठीक है फिर पार्टी एन्जॉय करो।।
करीब आधे घण्टे बाद पार्टी खत्म हो जाती है और सभी गेस्ट धीरे धीरे बाहर निकल जाते है। अब फार्महाउस में केवल चार लोग रह जाते है। समीर, डॉक्टर, रिया, और चंचल....
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RE: Kamukta kahani बर्बादी को निमंत्रण
अपडेट - 21
रिया: जी थैंक यू।
समीर: ठीक है फिर पार्टी एन्जॉय करो।।
करीब आधे घण्टे बाद पार्टी खत्म हो जाती है और सभी गेस्ट धीरे धीरे बाहर निकल जाते है। अब फार्महाउस में केवल चार लोग रह जाते है। समीर, डॉक्टर, रिया, और चंचल....
अब आगे.....
साहब आपने उस समीर को ही क्यों चुना?
कहीं दूर कोई किसी से ये सवाल कर रहा था।
अनजान व्यवक्ति :- क्योंकि समीर ही वो एक मात्र आदमी है जो ये काम पूरी सफाई के साथ कर सकता है।
..........:- लेकिन साहब अभी तक तो समीर के काम में मुझे कोई तेजी नज़र नहीं आ रही और परसों तक सुरेश भी इंडिया पहुंच जाएगा। और अगर ऐसा हुआ तो समीर ने आपके पैसों पर केवल ऐश की है आपका कोई काम नही किया।
अनजान व्यवक्ति:- नहीं.....(गुस्से से) ऐसा नही हो सकता । सुरेश इंडिया नही आ सकता उसे वहीं रुकना होगा।
तभी वो आदमी किसी को काल लगा कर बोलता है। करीब 15 मिनट तक बात करने के बाद वो आदमी किसी और को कॉल लगाता है।
अनजान व्यवक्ति:- समीर तुमने मेरा काम अभी तक नहीं किया। अंजाम अच्छा नही होगा।
समीर: सकहब अंजाम बाद में देख लूँगा लेकिन ये आपसे किसने कहा कि मैंने आपका काम नहीं किया। आप चाहे तो में आपको साबित कर के दिखा सकता हूँ कि आपका काम तो मैं बहुत पहले ही कर चुका हूं। लेकिन हाँ केवल चंचल के साथ उस घर में अभी और भी 2 औरतें है जो मुझसे दूर है। उन तक पहुंचने में मुझे ज़रूर थोड़ा वक्त लग सकता है लेकिन काम हो जाएगा।
अनजान व्यवक्ति: अगर ये सच है तो साबित करो। आज से ठीक 15 दिन बाद तुम्हारे क्लब में पार्टी है।
समीर :- मेरा क्लब?
अनजान व्यवक्ति: म3इन जो कहा उसे सच मानो तुम्हे पार्टी की डिटेल्स मिल जाएगी।
फ़ोन कट.....
वहीं दूसरी और रिया और चंचल आपस मे बातें कर रही थी। और डॉक्टर कुछ किताबें, औजार, और मशीनें जांच कर रहा था। और समीर डॉक्टर के कहे अनुसार कुछ ड्रग्स और दवाएं कुछ ज्वैलरी वगैरा एक बैग में डाल रहा था। वहीं थोड़ी देर में 2 लड़कियां आकर समीर को एक और बेग दे जाती है।
समीर: डॉक्टर ये माल कब तक तैयार हो जाएगा।
डॉक्टर: ज्यादा से ज्यादा 10 दिन समझो। 10 दिन के बाद खुद इसकी मां को ताजुब होगा कि इसकी बेटी इतनी जल्दी बड़ी कैसे हो रही है। तुम किसी बात की चिंता मत करो। मेरी दवाओं का असर तो 48 घंटों में होना शुरू हो जाएगा।
समीर: इससे ज्यादा जल्दी नहीं हो सकता क्या?
डॉक्टर: होने को तो सब हो सकता है लेकिन समीर इस से जल्दी करने में उसकी जान को खतरा हो सकता है। या फिर वो पागल भी हो सकती है।
समीर: नहीं नहीं ऐसा नही चाहिए। जब ये माल तैयार हो ही रह है तो सोच रहा हूँ कुछ पैसे भी बना लूं। मैं 10 दिन इंतजार कर लूंगा डॉक्टर।
तकरीबन 30 मिनट बाद.....
समीर:- हेलो रिया.... कैसी लगी पार्टी?
रिया:, इट वाज ऑसम.... आई रियली एन्जॉय इट।
समीर: दैट्स ग्रेट... अच्छा चलो मैं तुम्हे किसी से मिलवाता हूँ। डॉक्टर ( समीर आवाज देता है)
डॉक्टर: हेलो रिया एंड चंचल जी...
चंचल ओर रिया: हेलो
डॉक्टर: रिया मुझे समीर ने बताया कि तुम मॉडल बनने का इंटरेस्ट रखती हो?
रिया: (शर्माते हुए) जी
डॉक्टर: वेरी गुड़ लेकिन इसमें कई परेशानी है।
रिया : जी वो क्या?
डॉक्टर: चलो मैं पॉइंट आउट करता हूँ।
1: तुम अभी मॉडल्स के तौर पर बहुत छोटी हो और चंचल जी को जो मॉडल चाहिए वो लगभग तुमसे 5 से 7 साल ज्यादा उम्र की होनी चाहिए।
2: इस जॉब मैं तुमजे स्कूल से कई बार बंक मारना पैड सकता है।
3: तुम्हारी बॉडी मॉडल्स के हिसाब से डेवलप नही हुई है।
4: फैमिली सपोर्ट बहुत ज़रूरी है
और भी कई बातें है जिनके चलते मुझे नहीं लगता कि तुम मॉडलिंग कर पाओगी।
समीर: कम ऑन डॉक्टर...ये कोई परेशानी नही है रिया के लिए। है ना रिया... चलो मैं सलूशन बताता हूँ।
1:- रिया की उम्र कम है लेकिन इसकी बॉडी को आप डॉक्टर साहब डेवलप कर सकते है।
2:और स्कूल से बंक कोई बड़ी बात नही है और फिर चंचल और मैं इसके स्कूल में जान पहचान निकल लेंगे तो वो कोई परेशानी ही नही है।
3: एक परेशानी है फैमिली सपोर्ट की वो तो अगर रिया मॉडल्स के कपड़े घर पर पहनने लगेगी तो धीरे धीरे इसकी मम्मी को भी परेशानी नही होगी। क्यों रिया?
रिया: ,जी बिल्कुल....
4: और रही मॉडल्स जैसे फिगर की तो देखो रिया की आगे है ही क्या इसलिए इसे ज़िम से कुछ खास मदद हो नही सकती। हैं लेकिन डॉक्टर साहब आपकी दवाईयों की मदद से इसको काफी हेल्प हो सकती है। और फिर रिया भी तो आप से ट्रीटमेंट के लिए तैयार है । है ना चंचल.....जी ? क्यों रिया? मैंने ठीक कहा ना?
रिया: ट्रीटमेंट.....? लेकिन....... (रिया की बात को काटते हुए)
चंचल: जी बिल्कुल ठीक कहा... रिया बिकुल तैयार है। क्यों रिया तैयार हो ना?
रिया: जीssss... लेकिन ट्रीटमेंट.....
डॉक्टर: बहोत अच्छे रिया। अगर तुम तैयार हो तो मेरा वादा है आज से ठीक 15 दिन में तुम परफेक्ट मॉडल दिखने लगोगी। उसके बाद तो तुम्हे मॉडलिंग की थोड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी तो तुम बिल्कुल तैयार हो जाओगी।
इतना बोलकर डॉक्टर पास में बने एक कमरे में चला जाता है। रिया जहां अभी भी पूरी तरह से कन्फ्यूज़ थी वही चंचल समीर से ठीक से नज़र नही मिला रही थी। और दूसरी और समीर किसी बात से परेशान नज़र आ रहा था।
तकरीबन 5 मिनट बाद डॉक्टर कमरे में आता है और रिया को एक ग्लास पानी देता है।
डॉक्टर: रीया ये पानी का ग्लास पी लो ये एक तरह की मेडिसिन है जो तुम्हारे फिगर की जांच में मेरी हेल्प करेगी।
रिया: जी....
रिया पानी का ग्लास पी जाती है। रिया के पानी पीने के बाद डॉक्टर रिया को एक सोफे पर लेजा कर बोलता है।
डॉक्टर: यहां पेट के बल लेट जाओ।
रिया के पेट के बल लेट जाने के 2-3 मिनट बाद डॉक्टर अपनी जेब से एक इंजेक्शन निकाल कर रिया की कमर से थिंदा नीचे की और लगा देता है।
डॉक्टर ने वो इंजेक्शन इतनी निपुणता से लगाया था कि रिया को उसका एहसास तक नहीं हुआ। और अगले 5 मिनट में रिया नींद के आगोश में चली जाती है।
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RE: Kamukta kahani बर्बादी को निमंत्रण
अपडेट -22
रिया के पेट के बल लेट जाने के 2-3 मिनट बाद डॉक्टर अपनी जेब से एक इंजेक्शन निकाल कर रिया की कमर से थिंदा नीचे की और लगा देता है।
डॉक्टर ने वो इंजेक्शन इतनी निपुणता से लगाया था कि रिया को उसका एहसास तक नहीं हुआ। और अगले 5 मिनट में रिया नींद के आगोश में चली जाती है।
अब आगे......
रिया के नींद के आगोश में जाते ही डॉक्टर समीर को बोलता है।
डॉक्टर: समीर इसे जल्दी से उठा कर हमारे ऑपरेशन रूम में ले चलो।
चंचल डॉक्टर की बात सुनकर चौंक जाती है।
चंचल: ऑपरेशन? कैसा ऑपेरशन?
डॉक्टर: चंचल जी आप फ़िक़्र मत कीजिये। मैं ऐसा कुछ नही करूँगा जिस से आप पर कोई आंच आये या मेरे दोस्त समीर पर कोई मुसीबत। जो ऑपेरशन मैं करूँगा उसके बारे में तो खुद रिया को पता तक नहीं चलेगा। और जब तक पता चलेगा बहुत देर हो जाएगी। इसकी मा अगर उसके बाद मेरे इलाज को उल्टा करवाना चाहेगी तब भी नही करवा पाएगी। सिवा मेरे ये काम और कोई नही कर सकता। आप मुझ पर यकीन कीजिये। और अगर फिर भी यकीन ना हो तो आप खुद मेरे साथ अंदर आ सकती है ताकि आपको कोई एतराज ना हो।
समीर: देखो चंचल डॉक्टर को अपना काम करने दो। चलो तुम्हारे डर को दूर करने के लिए मैं तुम्हे भी अंदर आने देता हूँ।
इतना बोलकर समीर रिया को उठा कर डॉक्टर के ऑपरेशन रूम में चल जाता है। वहां एक बेड था जिस पर समीर रिया को सुला देता है।
डॉक्टर: रिया तकरीबन चार घंटे तक नींद के आगोश में रहेगी। मतलब हमारे पास चार घंटे है। मैंने लंदन में मेरे दोस्त से वहाँ की टॉप पोर्न स्टार्स के फिजिक की जानकारी ली है उसी तौर पर में इसकी बॉडी को डेवलप करूँगा। और जापान में मेरी एक दोस्त है जो होर हाउस (रंडी खाना, कोठा) चलाती है। मैंने उससे ये भी जान लिया है कि नई लड़कियों को वो लोग कैसे इस धंधे के लिए तैयार करती है और अगर कोई ना होना चाहे तो क्या करना चाहिए। तो उसके हिसाब से मैं कुछ आपरेशन करूँगा जो बहुत छोटे है लेकिन 100% कारगर होंगे।
समीर: डॉक्टर साहब अब जल्दी कीजिये।
डॉक्टर समीर की तरफ देखते हुए हल्के से गर्दन हिलाता है और तुरंत एक इंजेक्श निकाल कर चंचल को बोलता है।
डॉक्टर: चंचल जी आप रिया के कपड़े उतार दे। ताकि हम अपना काम शुरू कर सके।
चंचल बड़े असमंजस में थी लेकिन उसी ने रिया के साथ ये सब करने की सोची थी अब वो पीछे नही हट सकती थी। चंचल ने तकरीबन 15 मिनट में रिया के कपड़े उतार कर उसके बदन से अलग कर दिये। रिया क्या ग़ज़ब की लग रही थी। लेकिन सीधे सोने के कारण उसके आम नाम मात्र के भी नज़र नहीं आ रहे थे। उसके निप्पल अभी उठना भी शुरू नही हुए ठीक से। और चेहरे पर एक दम मासूमियत।
डॉक्टर ने एक ट्यूब निकाली और रिया के दोनों उरोजों पर पर जो अभी तक ठीक से दिख भी नहीं रहे थे उन पर माल दिया। फिर जो इंजेक्शन डॉक्टर ने निकाला था उसे ठीक रिया की चूत के दाहिने होंठ पर लगा देता है। फिर वही इंजेक्शन की दवा उसी मात्रा में दूसरे होंठ पर भी लगा देता है।
समीर और चंचल दोनो खड़े डॉक्टर के काम को देखे जा रहे थे। फिर डॉक्टर एक चाकू जो डॉक्टर ऑपेरशन में काम लेते है , एक कैंची और एक क्लिप उठा कर चंचल को देता है।
डॉक्टर: चंचल जी हम अब रिया की हूडाक्टमी करने जा रहे है।
चंचल और समीर दोनो इसे समझ नही पाते। डॉक्टर मुस्कुराते हुए रिया के चूत को ठीक से देखता है फिर यूजर वाले हिस्से की हल्की सी चमडी कोपीन से ऊपर उठाता है। रिया की चूत वाकई में बहुत टाइट थी। जिस कारण से डॉक्टर क्लीप से उस चमड़ी को ऊपर नहीं उठा पा रहा था।
डॉक्टर : चंचल जी आप रिया की क्लीट को बाहर निकाले।
डॉक्टर चंचल को बोलता। चंचल डॉक्टर की बात सुन कर शर्म से पानी पानी हो जाती है। और समीर चंचल की हालत देख कर मुस्कुरा रहा होता है।
चन्चक अपने कांपते हाथों से रिया की चूत की ऊपर वाली चमड़ी को ऊपर की तरफ करके रिया के क्लीट को बाहर की तरफ निकाल देती है। डॉक्टर उसी वक़्त अपने चाकू से रिया की चूत की क्लीट के आस पास वाली सारी चमड़ी को चाकू से काटने लगता है। रिया की चूत की चमड़ी काटते ही वहां से खून आने लगता है। समीर रुई से उस खून को बार बार साफ कर रहा था और डॉक्टर बड़ी सावधानी से क्लीट को छोड़ कर बाकी की चमड़ी को काट जा रहा था। फिर कैंची से डॉक्टर बाकी की चमड़ी को काट कर सावधानी से ऐसी फिनिशिंग देने लगता है जिससे देखने वाले को सब नेचुरल लगे। थोड़ी देर बाद डॉक्टर एक सलूशन निकाल कर रिया की चूत पर लगा देता है। देखते ही देखते रिया की चूत से खून बन्द हो जाता है।
अब रिया की चूत चंचल देखती है तो पता चलता है कि डॉक्टर ने रिया की क्लीट से घूंघट हटा दिया। अब उसका क्लीट साफ तौर पर नज़र आ रहा था।
डॉक्टर: अब हम रिया की चूत को करीब 30 मिनट तक छोड़ देतें है और उसके उरोजों का कुछ करते है। डॉक्टर दो ड्रिप निकालता है और रिया के दोनों उरोजों मैं लगा देता है। करीब 30 मिनट में रिया के उरोजों में वो ड्रिप लग चुकी और चंचल की चूत से जो खून आ रहा था वो भी रुक चुका था। वहां किसी भी प्रकार का कोई घाव नहीं नज़र आ रहा था। इसका मतलब रिया अब ये अंदाज तक नही लगा सकती थी कि उसके साथ आखिर हुआ क्या है।
तभी डॉक्टर समीर से बोलता है।
डॉक्टर : समीर वो बी डी एस एम किट ले आओ। अब वक्त आ गया है।
समीर तुरंत एक दराज़ से वो किट निकाल कर डॉक्टर को दे देता है।
डॉक्टर उस किट में से 3 कांच की नालियां निकालता है और एक एयर प्रेसर मशीन। डॉक्टर उन दोनों को कनेक्ट कर देता है। थोड़ी देर बाद डॉक्टर्स कांच की नली को ठीक रिया के क्लीट के ऊपर लगा देता है और एयर प्रेसर को चालू कर देता है 5% , 10% , 15%, 20%, ,25%, 30%, 35%,
डॉक्टर:- समीर लग भाग डेड इंच,
समीर : नहीं यार 2 इंच कम से कम,
डॉक्टर समीर की तरफ मुस्कुराते हुए इसे तुम सच मे पागल बना दोगे। ठीक है 40% , 45%, 50%
डॉक्टर: इससे ज्यादा प्रेसर नही बढ़ा सकते । इसकी बॉडी डेवलोपमेन्ट से चल रही है।
समीर: कोई बात नही आप अपना आगे का प्रोसेस करें। डॉक्टर दो इंजेक्श। फिर से तैयार करता है। डॉक्टर पहला इंजेक्शन लगते हुए चंचल से बता है। ये है एस्ट्रेज़न सिलिका मिक्स सॉल्यूशन, इससे इसका ये क्लीट जो अभी हमे ठीक से दिखाई भी नही दे रहा था। लंबा और मोटा दोनो हो जाएगा। इतना लंबा और मोटा की रिया को पेंटी पहनने में भी दिक्कत होगी। फिर उसे कुछ और पहनना होगा जो पहनने के लिए चंचल आप उसे तैयार करेंगी। करीब 15 मिनट के इंतजार के बाद....
डॉक्टर दूसरा इंजेक्श उठाता है। चंचल ये एक कमाल की दवा है। जब हमारा पैर सो जाता है तो एक अजीब सा करंट या कहूँ तो गुदगुदी होती है। इस इंजेक्शन के बाद रिया को हमेशा अपने क्लीट मे वैसा ही फील होगा। इसके बाद ये 24×7 गर्म रहेगी। डॉक्टर एक हाई लेवल aphrodisiac का इंजेक्शन रिया के क्लीट में लगा देता है।
करेब 10 मिनट बाद डॉक्टर धीरे धीरे एयर प्रेसर कम करते हुए रिया की क्लीट से क्लीट पम्प को अलग कर देता है।
डॉक्टर फिर रिया के उरोजों की और आगे बढ़ता है। फिर से दोनों पम्प डॉक्टर रिया के निप्पल्स पर लगा कर एयर प्रेसर 50% कर देता है।
डॉक्टर: समीर 2 इंच ना
समीर: जी
डॉक्टर 2 इंजेक्शन निकाल कर बारी बारी से रिया के निप्पल मैं लगा देता है।
डॉक्टर: ये भी वही दवाएं है। इसके बाद चंचल जी रिया के निप्पल हमेशा हार्ड और सर उठाये रहेंगे। साथ ही इसी उम्र में इसके निप्पल लगभग 2 इंच के करीब लंबे और कम से कम एक इंच तक मोठे हो जाएंगे। देखना समीर रिया के निप्पल और इसका क्लीट सात दिन में प्रोग्रेस करेगा। लेकिन रिया की चूत 48 घंटों में फूल जाएगी।
चंचल: क्या मतलब?
डॉक्टर: जो हमने पहले 2 इंजेक्शन रिया की चूत के दोनों होंटो पर लगाये थे। उसके बाद रिया की चूत कैमल टॉय जैसी फूल जाएगी। अगर रिया पेंटी या लेगी पहनेगी तो इसकी चूत उसके ऊपर उभर कर नज़र आएगी।
समीर: डॉक्टर अभी भी हमारे पास 1.30 घंटा है। अपना काम हो गया या बचा है।
डॉक्टर: एक काम बचा है जो बेहद ज़रूरी है।
समीर : तो फिर उसे जल्दी पूरा कीजिये।
डॉक्टर एक गोल बेंड लेकर आता है और रिया की चूत में फिट करके उसे थोड़ा सा खोलता है।
समीर: यार और खोलो ना ठीक से दिख नहीं रहा।
समीर इतना बोलकर प्रेसर बढ़ाने के लिए आगे बढ़ता ही है कि डॉक्टर समीर को पकड़ कर दूर धकेल देता है।
डॉक्टर: तुम मेरी मेहनत खराब करना चाहते हो क्या। अगर थोड़ा और प्रेसर दिया तो रिया की सील टूट जाएगी। फिर मेरी मेहनत का कोई मतलब नही रह जायेगा समझे। अब तुम दूर खड़े होकर बस देखो लेकिन मुझे मेरा काम करने दो।
डॉक्टर इतना बोल कर एक टोर्च वाला हेलमेट पहन लेता है। फिर एक क्लिप और एक इंजेक्शन निकालता है। डॉक्टर उस क्लिप से रिया के carvex के मुँह को खोलता है।फिर उस क्लिप को वहीं छोड़ कर बाहर की तरफ वाली क्लिप को निकाल दिया है। डॉक्टर के ऐसा करते ही वो क्लिप एक छोटा सा पाइप बन जाती है।
फिर डॉक्टर उस पाइप से रिया के गर्भाशय में इंजेक्शन की दवा डाल देता जी। थोड़ी देर बाद डॉक्टर एक ड्रिप सीधे रिया के गर्भ से जोड़ कर चालू कर देता है और फिर 30 मिनट का इंतजार।
डॉक्टर:, चंचल जी अब मैंने जो किया है उसके बाद रिया जैसा माल पूरे शहर में नहीं होगा।
चंचल: डॉक्टर ये अभी आपने क्या किया है?
डॉक्टर: रिया के गर्भाशय के मुह को थोड़ा सा बड़ा किया है। और उसमें फर्टिलिटी की दवा इंजेक्ट की है।
चंचल: लेकिन क्यों?
डॉक्टर: चंचल एक लड़की माँ कब बनती है जब उसके गर्भाशय में वीर्य का प्रवेश हो। लेकिन ज्यादातर होता क्या है कि लड़कियों के गर्भाशय का मुह उनके महीने के बाद खुलता है। और किसी किसी का तो खुलता ही नही जिससे वो माँ नही बन पाती रिया को इसका सामना नही करना पड़ेगा। रिया के गर्भ का हल्का सा मुह हमेशा खुला रहेगा। मतलब जब भी कोई इसमें अपना स्पर्म छोड़ेगा तो हल्का सा इसके गर्भ में ज़रूर जाएगा। अगर वही आदमी एक दिन 2-3 बार स्पर्म को रिया में छोड़ता है तो ये 100% माँ बन सकेगी।
चंचल: लेकिन डॉक्टर माँ बनने के लिए रिया अभी बहुत छोटी है।
डॉक्टर: जानता हूँ इसी लिए तो मैं कुछ दवाएं दूंगा जो इसके मा बनने पर इसे देनी है। उससे रिया का गर्भाशय साफ हो जाएगा।
चंचल कुछ बोलना चाहती है कि।
डॉक्टर: ओके काम हो गया।
डॉक्टर अपने ताम झाम जल्दी जल्दी हटा कर चंचल को बोलता है।
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12-09-2019, 12:21 PM,
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RE: Kamukta kahani बर्बादी को निमंत्रण
अपडेट - 24
दरअसल रिया की पेंटी रिया के चलते ही रिया के क्लीट को अंदर की और दबा रही थी जिससे उसकी पैंटी एक बार फिर से गीली हो जाती है वही उसकी ब्रा हल्की टाइट हो गयी थी जो उसके निप्पल को बार बार रगड़ कर रिया को एक नया मज़ा दे रही थी। लेकिन रिया इस तरह के हालात में पूरा दिन तो नहीं निकाल सकती थी।
चँचल समीर से कपड़े लेकर शाम को करीब 5 बजे अपने घर की और निकलती है। लेकिन उस से पहले ज़रा समीर और चँचल के बीच की कहानी तो जान ले।
अब आगे....
समीर: (चँचल जब समीर के दिये हुए कपड़े लेकर निकलने लगती है तब) अच्छा सुनो....
चँचल:- (चोंक कर) ह्म्म.... क्या हुआ?
समीर: एक बात पूछूँ?
चँचल: ( आंखों के इशारे से हाँ बोलती है)
समीर: क्या तुम..... अम्म्म क्या तुम मेरी गर्ल फ्रेंड बनोगी, मेरी स्लेव न बनकर....
चँचल समीर के इस सवाल पर एक टक समीर को देखती रहती है....
समीर : देखो उस दिन जो कुछ भी हमारे बीच हुआ उसे लेकर तुम गिल्ट फील मत करना। उसमे तुम्हारी कोई गलती नही है। सारा दोष मेरा ही था।
चँचल : (हाथ कर इशारे से समीर को बोलने से रुकने का इशारा करती है) देखो उस दिन के बारे में मुझे कोई बात नही करनी। और रही गलती की बात तो हम दोनों ही गलत थे। कुछ मेरी गलती थी और कुछ तुम्हारी। अब हमें वो सब कुछ भुला देना चाहिए।
समीर : (तुरंत अपने घुटनों पर बैठ कर) चँचल अब ये नही हो सकता। मैं तुम्हे नहीं भुला सकता और उस दिन को तो बिल्कुल नहीं।
चँचल : (समीर को उसके घुटनों से खड़ा करते हुए) ये क्या कर रहे हो समीर.... प्लीज गेट अप....
समीर: नो ई वोंट... यु हैव टू ऐसेप्ट मी....
चँचल: समीर तुम समझते क्यों नहीं मैं शादीशुदा औरत हूँ। मेरा एक परिवार है। मेरी ज़िंदगी के साथ साथ मेरे पूरे परिवार के साथ खिलवाड़ होगा।
समीर: ( चँचल की बात खत्म होने से पहले) और मेरे परिवार में सिर्फ तुम हो!
चँचल समीर का जवाब सुन कर एक टक समीर की आंखों में देखने लगती है और समीर एक टक चँचल की आंखों में देखता रहता। करीब 3 -4 मिनट तक दोनों में से कोई कुछ नहीं बोलता तभी....
समीर: ( चनाचल का हाथ पकड़ कर उसे अपने फार्म हाउस से बाहर करते हुए) तुम चली जाओ चँचल आज के बाद तुम मुझे कभी भी अपनी शक्ल मत दिखाना। और तुम्हारा काम, वो रिया वाला, मैं कर दूँगा। आज के बाद फिर कभी भी मुझसे मत मिलना।
चँचल : समीर हुम् दोस्त भी तो बनकर रह सकते है।
समीर चँचल की बात सुन कर भी अनसुनी कर देता है और दरवाजा बंद कर लेता है। चँचल करीब 5 मिनट तक बाहर इंतजार करती रहती है। दो तीन दफा डोर बेल भी बजाती है लेकिन समीर दरवाजा नहीं खोलता।
थक हार कर चँचल वापस अपने घर की और निकल जाती है।
वहीं दूसरी और रिया सुबह उठ कर नहाने के बाद नाश्ता करके बाहर जाना चाहती थी लेकिन वो नहीं गयी और घर पर ही सो गई।
72 घंटों बाद....
सुबह 7.30
चँचल रिया के घर के बाहर...
चँचल: आओ जल्दी गाड़ी में बैठ जाओ। तुम्हारी हिटलर मम्मी ने देख लिया तो लेने के देने पड़ जाएंगे।
रिया तुरंत चँचल की कार में बैठ जाती है और चंचल रिया को लेकर अपने आफिस में पहुंच जाती है।
चँचल रिया को आफिस में आने के बाद तकरीबन 5 मिनट तक देखती ही रहती है। इस वक़्त जो रिया खड़ी थी वो आज से 3 दिन पहले मिली रिया से बिल्कुल अलग थी।
रिया: भाभी ऐसे क्या देख रही हो? मुझे शर्म आ रही है।
चँचल: देख रही हूं तुम पर दवा का कुछ ज्यादा ही असर हुआ है। तुम्हारा बदन तो एक दम से भर से गया है।
रिया: भाभी मेरे सारे कपड़े टाइट हो गए है। मैंने अपना साइज दुबारा चेक किया है?
चँचल: अच्छा ? तो क्या ही तुम्हारा साइज....
रिया: 28 वेस्ट, 34 एंड हाफ ब्रेस्ट, 38 हिप्स... भाभी पहले मैं आयी थी तब मेरे ब्रेस्ट 30, वेस्ट 28 और हिप्स 34 या 32 होंगे।
चँचल: कुछ भी हो रिया तुम लग बेहद खूबसूरत रही हो।
रिया : लेकिन भाभी मेरे साथ एक प्रॉब्लम भी हो गयी।
चँचल : क्या ? कैसी प्रॉब्लम? कोई साइड इफ़ेक्ट?
रिया : पता नहीं भाभी लेकिन मेरे प्राइवेट पार्ट्स मैं कुछ बदलाव आए है जो मुझे बेहद परेशान करते है। दिल करता है कि ब्रा और पेंटी पहनू ही नहीं।
चँचल : क्या? ऐसा क्या हो गया..
रिया: भाभी मुझे शर्म आ रही है बताने में।
चँचल : रिया देख हम दोनों लडकिया है यहां पर , फिर मुझे बताने में कैसी शर्म।
करीब 10 - 15 मिनट तक रिया को कन्वेंस करने के बाद रिया रिया अपनी स्कर्ट ऊपर करके चँचल को अपना क्लीट दिखाती है। जो तकरीबन डेड़ से दो इंच तक बढ़ गया था। रिया के क्लीट को देख कर चँचल पूरी तरह से चोंक जाती है।
रिया : भाभी जब मैं पेंटी पहनती हूँ तो ये इतनी बुरी तरह से रगड़ खाता है कि मेरा पिशाब निकल जाता है।
चँचल समझ गयी थी कि रिया पेंटी पहनने पर गीली हो जाती है। फिर रिया अपनी टी शर्ट ऊपर करके अपने उरोजों को चँचल को दिखाती है। रिया के निप्पल तकरीबन दो से ढाई इंच तो बड़े और पूरे एक इंच मोठे हो गए थे।
रिया: देखिये भाभी मेरे निप्पल को इनमे हर वक़्त एक अजीब सी गुदगुदी होती है। दिल करता है इन्हें दबाती रहूँ लेकिन दर्द होता है।
चँचल: रिया रिया रिया। डॉक्टर ने कहा था मॉडल बनने के बाद तुम्हे अपना ड्रेस कोड बदलना होगा। तुम्हे क्या लगता है मॉडल्स की लाइफ इतनी आसान होती है।
रिया : तो अब मैं क्या करूँ भाभी। मम्मा भी बोल रही थी कि तू बहुत जल्दी बड़ी हो रही है। अक्ल से कब बड़ी होगी गॉड जाने।
चँचल : देख कुछ कपड़े है मेरे पास जो मुझे समीर ने दिए है। वो बोल रहे थे कि तुम्हे अब ये पहनने चाहिए।
चँचल रिया को कपड़ो का सूट केस देते हुए.... रिया चँचल के हाथ से सूट केस ले लेती है।
रिया: भाभी कैसे कपड़े है। क्या मैं इन्हें पहन सकती हूँ।
चँचल: हाँ रिया! ये तुम्हारे लिए ही तो है।
रिया तुरंत सूट केस को टेबल पर रख कर खोलती है और कपड़े देखने लगती है।
सूटकेस खुलते ही रिया और चँचल कपड़ो को देखती है तो दोनों के मुठ खुल जाते है। इस बार तो रिया के साथ साथ चँचल भी शर्मा जाती है।
रिया : ये..... ये क्या है भाssभी....
चँचल: (खुद को संभालते हुए नार्मल होकर रिप्लाई देती है।) ये विक्टोरिया सीक्रेट के लेटेस्ट डिज़ाइनिंग क्लॉथ है।
रिया: लेकिन भाभी मैं इन्हें घर पर क्या बाहर भी कैसे पहनूँगी।
चँचल: रिया डॉक्टर ने और समीर में पहले ही बताया था कि तुम्हे ये सब घर पर धीरे धीरे पहनना शुरू करना होगा।
रिया: लेकिन भाभी मैं कैसे?
चँचल: रिया देखो समीर में ये कपड़े मुझे दिये है। और तुम जानती हो इन कपड़ो की मार्केट मे कीमत लाखोँ रुपये है। अगर ये तुम्हे फ्री में मिल रहे है तो तुम्हे क्या एतराज है। दूसरी बात तुम एक मॉडल हो तुम्हे कपड़ो को लेकर इतना नहीं सोचना चाहिए।
रिया: लेकिन भाभी मैं तो इनके नाम भी नहीं जानती और इन्हें पहनूँगी किसे?
चँचल: एक मिनट।
कॉल करती है। मुझे तुम अभी आफिस में चाहिए । जो रायता तुमने यहां फैलाया है उसे मेरे सर मत जड़ो। कॉल कट।
तकरीबन 20 मिनट बाद समीर आफिस में आता है। जी हां चँचल ने समीर को ही कॉल किया था।
समीर: हेलो चँचल जी, हेलो रिया।
रिया: हेलो समीर सर...
चँचल: समीर जी क्या आप रिया को इन कपड़ो के उसे और ना बताएंगे।
समीर: जी क्यों नहीं।।
रिया और चँचल समीर को रिया की बॉडी में होने वाले बदलाव के बारे में बता देती है उसके बाद समीर रिया को कपड़े बताता है।
समीर रिया को कुछ ब्रा दिखाते हुए ....
देखो रिया ये सब ओपन कप ब्रा और क्वार्टर कप ब्रा है। इनमें तुम्हारे निप्पल को ज्यादा प्रॉब्लम नहीं होगी और तुम्हारे बूब्स नीचे की तरफ नहीं लटकेंगे। लेकिन हां एक बात है इन्हें पहनने के बाद कोई भी मर्द तुमसे अपनी नज़र नहीं हटाएगा। क्योंकि अब तुम्हारे निप्पल हमेशा कड़े रहेंगे तो तुम जो भी कपड़े पहनोगी उनमे से ये बाहर की और झलकेंगे और फुल कप ब्रा नही होने से तुम्हे ऐसा लगेगा जैसे तुमने कपड़े पहने ही ना हो। लेकिन धीरे धीरे इन सब की तुम्हे आदत पड़ जाएगी
ये है तुम्हारे लिए लेटेस्ट डिज़ाइन थोंग। अब तुम पेंटी तो भूल ही जाओ। वो अब तुम नही पहन पाओगी।वो अब तुम नही पहन पाओगी। क्योंकि अब तुम्हारा क्लीट तुम्हारी उम्र से पहले ही बड़ी होगयी है तो तुम्हे क्लीट थोंग पहनने होंगे। ये थोंग केवल तुम्हारे क्लीट को कवर करेंगे। और कुछ भी नहीं इससे तुम्हे क्लीट ज्यादा परेशान नहीं करेगा। लेकिन थोड़ी बहुत परेशानी तो होगी ही। ये थोंग मेटल के बने है । क्लीट के टच होते ही ये हल्का सा वाइब्रेशन क्लीट को देते रहेंगे।
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12-09-2019, 12:22 PM,
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RE: Kamukta kahani बर्बादी को निमंत्रण
अपडेट - 26
रिया और सोनिया चँचल को बाय बोल कर निकाल जाती है....
करीब 4 बजे:- चँचल के आफिस में एक पार्सल आता है। जिसपर लिखा था फ्रॉम समीर....
चँचल जब उस पार्सल को खोलती है तो उसमें कुछ कपड़े थे ... और एक लैटर।
लैटर: चँचल आज शाम को एक छोटी सी पार्टी है तुम्हे ये कपड़े पहन कर आना है। मैं तुम्हारा इंतजार करूँगा।।
अब आगे.....
चँचल उस लैटर को पढ़ते हुए थोड़ी घबराई हुई भी थी और थोड़ी एक्साइटेड भी थी। चँचल ने जब वो बॉक्स खोलकर देखा तो उसमें वेस्टर ड्रेस में एक स्कर्ट और टॉप था साथ ही साथ उसमे अंडर गारमेंट्स भी थे।
चँचल मुस्कुराते हुए उन्हें देखती है तभी उसकी नज़र गारमेंट्स के साइज टैग पर पड़ती है। एक दम सही...ये चँचल के ही साइज के थे। चँचल एक बार फिर से शर्मा जाती है। चँचल समझ चुकी थी कि समीर को उसका साइज कैसे मालूम पड़ा होगा। आखिर ये मौका उसी ने तो दिया था समीर को।
चँचल शाम तक आफिस के काम निपटा कर समीर के फार्म हाउस जाने के लिए रेडी होने लगी थी। वहीं दूसरी और रिया और सोनिया जब रिया के घर पहुंची।
रिया: आओ सोनिया ये है हमारा घर...
सोनिया: ये तो बहुत खूबसूरत है।
रिया: अच्छा एक बात बताओ तुम्हारा सामान कहाँ है?
सोनिया: अरे चिल कर ना यार । समीर सर अभी भेज देंगे... मैं उन्हें कॉल करके एड्रेस भेज दूंगी.
अभी रिया और सोनिया की बात चीत चल ही रही थी कि रिया की माँ आ जाती है।
मेरी: रिया ये कौन है?
रिया: ( घबराते हुए) वो वो मॉम ये मेरी फ्रेंड है। मेरे स्कूल में पढ़ती है। वन वीक के लिए हमारे यहां स्टे करेगी। दरअसल इसके पेरेंट्स को थोड़ा लेट हो गया तो....
सोनिया: हेलो आंटी, मेरा नाम सोनिया है। क्या मैं आपके यहाँ रुक सकती हूं । सात दिन बाद तो मेरे माँ बाबा यहां आ ही जायेंगे....
मेरी: ओक तुम रुक सकती हो.... लेकिन कैसे माँ बाबा है तुम्हारे... तुम्हे अकेले बिना स्टे का इंतजाम किए अकेले भेज दिया। ये भी नहीं सोचा कि अकेली लड़की सात दिन तक कैसे मैनेज करेगी।
सोनिया: नहीं आंटी ऐसी कोई बात नहीं है। दरअसल मैं तो होटल में रुकने वाली थी। लेकिन ये रिया है ना इसने मुझे घर बुला लिया..
मेरी: चलो कोई बात नहीं तुम लोग खाना खा लेना। मैं अभी 2 घंटे में वापस आ रही हूं मेरी सहेली के पास जाकर।
रिया: ओके मॉम
मेर्री घर से बाहर निकल जाती है और रिया घर का गेट बंद करने जाती है। जब रिया वापस सोनिया के पास आती है।
सोनिया: बाप रे... तुम्हारी मॉम क्या हिटलर की फैमिली से है..
रिया और सोनिया कुछ देर के लिए खामोश रहती है फिर दोनों सोनिया की बात पर हसने लगती है । रिया सोनिया को अपने रूम में ले जाती है और उसे अपने साथ बेड शेयर करने को बोलती है।
सोनिया: अरे यार अब तो तुम न बेड शेयर करने की आदत डाल ही लो। पता नहीं किस किस के साथ सोना पड़े..
रिया सोनिया की बात समझे बिना ही मुस्कुराते हुए किचन में जा कर खाने का बंदोबस्त करने लगती है। तभी सोनिया घर की छत पर जाकर समीर को कॉल करती है।।
समीर: (फ़ोन उठाते ही) काम हो गया।
सोनिया: नहीं वो मैं अभी तो घर मे एंटर हुई हूँ।
समीर: तुझे मैंने वहां किस लिए भेजा है ये बात ध्यान रखना। और सुनो अगर मेरे काम करने की औकात ना बने तो वही मर जाना लेकिन मुझे शक्ल मत दिखाना। और अगर काम बन गया मेरा तो सब कुछ तुम्हारे कहे अनुसार होगा। समीर का वादा है।
फ़ोन कट...
सोनिया कुछ देर तक फ़ोन को देखते हुए सोचने लगती है।
रिया: सोनिया, सोनिया...? खाना तैयार है यार...,
सोनिया: (चोंकते हुए) इतनी जल्दी।
सोनिया जल्दी से नीचे आकर देखती है तो रिया ने नाश्ता तैयार किया था।
रिया: फिलहाल तो ये खा लो खाना मम्मी बाहर से लेकर आने को बोली है।
सोनिया: ( मुस्कुराते हुए), ठीक है खाना तो मैं खा लुंगी लेकिन पहले तुम्हे उन कपड़ों में से एक ड्रेस अभी पहन कर आना होगा।
रिया: क्या???? अभी नो वे, मम्मा ने देख लिया तो मार डालेंगी।
सोनिया: तो ठीक है मैं भी खाना नहीं खाऊँगी।
रिया: ये क्या बात हुई यार...
सोनिया: समझ गयी तो ये बात है?
रिया: क्या बात है??
सोनिया: मैं तुम्हारी अभी तक क्लोज़ फ्रेंड नहीं बनी ना इसी किये तुम मेरी बात को टाल रही हो।
रिया: ऐसा कुछ नही है यार , अगर मम्मी....
सोनिया: ओफ्फो अगर अभी अपनी मम्मा को फेस नही करोगी तो फिर कभी भी नहीं कर पाओगी समझी।
रिया: लेकिन सोनिया।।। आज ही ज़रूरी है क्या?
सोनिया: हाँ क्योंकी मैं यहां तुम्हारे पास सिर्फ 7 दिन के लिए हूँ। उसके बाद तुम जैसे मर्ज़ी वैसे करो. इन साथ दिन मैं मुझे तुन्हें ट्रैंड करना है। आज से शुरू करूँगी तो मेरे पास थोड़ा टाइम एक्स्ट्रा होगा ना।
रिया: लेकिन....
सोनिया: (रिया का हाथ पकड़ कर उसे बैडरूम की तरफ धकेलते हुए) लेकिन वेकिन कुछ नहीं जाओ। और हां सुनो। वाशरूम मैं है तुम्हारे कपड़े... तुन्हें वही पहन कर आना है।
रिया सोनिया के उतावले पैन को देख कर मुस्कुराने लगती है।
रिया वाशरूम मैं जाकर कपड़े पहनने लगती है। रिया को थोड़ा अजीब लग रहा था ऐसे कपड़े पहनना लेकिन.....
रिया अपनी ब्रा पहनती हैं।
ब्रा के बाद पेंटी कुछ नही बस एक पर्ल थोंग।
उसके ऊपर एक शार्ट और एक टी शर्ट।।
रिया कपड़े पहनने लगती है और कपड़े चेंज करके डरते हुए बाहर आती है। रिया बिल्कुल भी इन कपड़ों में कंफर्ट नहीं लग रही थी। रिया होले होले चलकर सोनिया के पास जाती है। रिया वाकई में सुपर हॉट लग रही थी। लेकिन सोनिया ने रिया को कंफर्ट करने के लिए अपने भावों को दबा कर सोनिया से कहा।
सोनिया: अच्छी तो लग रही है। ये सब तो नार्मल कपड़े है। और अगर तुम इनमे इतना शर्माओगी तब तो बन गई मॉडल। चलो थोड़ा रिलैक्स करतें है।
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