RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;ह्म्म्म्म म देखो खाला सब से पहली बात भाभी की इज़्ज़त मुझे भी उतनी ही अज़ीज़ है जितनी की आपको सो डोंट वरी में उन्हे बदनाम नही होने दूँगा रही बात शादी की तो वो में अपनी मर्ज़ी से नही बल्कि अपनी अम्मी की मर्ज़ी से करूँगा वो जिससे कहेंगी जहाँ कहेंगी वहीं शादी करूँगा
और एक बात आइन्दा मुझे धमकाने या डराने की कोशिश करेंगी अगर आप तो भाभी की जगह आप मेरे नीचे होंगी ये बात अच्छी तरह याद रखना
ज़ेबा;के तो जैसे हाथ पैर फूल गये थे सॅम के तेवर देख के वो बात संभालने के हिसाब से थोड़ी नॉर्मल बिहेव करने लगती है
अर्रे बेटा सॅम तू भी ना कहाँ की बात कहाँ ले गया में तो बस ये चाहती हूँ कि शबनम की ज़िंदगी बर्बाद ना हो बस और तेरे नीचे आना इस से ज़्यादा खुशी की बात
वो बोलते बोलते शरमा सी गयी
सॅम;मौका मार दे चौका
ह्म्म्म्म ममम तो फिर इस गुलाब को भी आज रात सूंघ लेगे खाला जनंनननणणन्
ज़ेबा;के लिप्स काँपने लगते है उसने रात में सॅम की चुदाई करीब से देखी थी और सच पूछिए तो उसकी चूत में रात से ही रस टपक रहा था
सॅम;ज़ेबा के एकदम करीब जाके उसके होंठों के सामने बोलता है
रात में माँ और बेटी एक बेड पे नंगी चाहिएं मुझे
ज़ेबा;सॅम की इस बात से सिहर उठती है रोंगटे कितने सालों बाद खड़े हुए थे ज़ेबा के जिस्म के..वो कुछ बोलती उसे पहले शबनम कोफ़ी लेके वहाँ आचुकी थी
और सॅम कॉफी पीक वहाँ से चला जाता है
जब शबनम ;ज़ेबा से पूछती है कि क्या बात हुई तो ज़ेबा के होंठों पे एक हवस की मुस्कान फैल जाती है जिसे शबनम शायद भाँप ली थी
आज आबिद की रवानगी थी सूरत के लिए
उसके मामा सत्तार ख़ान का तो आना नही हुआ था अलबत्ता उन्होने अपने एक मुलाज़िम को कार लेके भेज दिया था
घर का महॉल थोड़ा गमगीन सा हो गया था ऐसा लग रहा था जैसे इस घर से कोई बेटी विदा होके अपने ससुराल जा रही थी और आबिद रो भी तो उसी अंदाज़ में रहा था
जब आबिद अपनी अम्मी नजमा से रोता हुआ चिपका तो मारे गम के नजमा की भी आँखे छलक गयी
और सभी ने आबिद को अगले 6महीनो के लिए सूरत विदा कर दिया
महक;वहीं गेट पे कार जाते देख रही थी
सॅम;सभी के अंदर जाने के बाद उसे छेड़ता है
एक दिन तू भी हमें छोड़ के चली जाएगी महक
महक;उसे पीछे पलट के देखती है पर कुछ नही कहती
सॅम;अर्रे जानवर ने आज काटा नही तेरी तबीयत तो ठीक है ना महक और सॅम उसे इधर उधर हाथ लगा के चेक करने लगता है
महक;उफफफफफफफ्फ़ हो सॅम प्लीज़ लीव मी अलोन
सॅम;थोड़ा सीरीयस होते हुए
मुझसे अभी तक नाराज़ है पार्ट्नर
महक;चुप चाप खड़ी थी
सॅम;उसके सामने आके खड़ा हो जाता है और उसके चेहरे को गौर से देखने लगता है
आइ एम सॉरी महक..
महक;तुझे लड़की और लड़के में कोई डिफ़रेंस दिखता है कि नही तुझे पता भी है तूने क्या हरकत की थी कल मेरे साथ
सॅम;अपने कान पकड़ता हुआ अच्छा बाबा बस देख अब तू हंस दे पट्ठे
महक;अपने जुड़वा भाई से ज़्यादा नाराज़ नही रह सकती थी
वो उसे धमकी वाले अंदाज़ में कहती है आइन्दा ऐसी वैसी हरकत किया ना तो फिर देख मैं स्विच बंद कर दूँगी
और दोनो भाई बहन हंसते हुए अंदर चले जाते है
महक;एक बात कहूँ सॅम'
सम;हाँ बोल ना
महक;तुझ पे यक़ीन करलूँ ऐसा तो नही लगता . सच्चा तो तू है नही
और झूठा भी नही लगता
इससे पहले कि सॅम महक को पकड़ पाता वो हिरण की तरह उछलती हुए अपने रूम में घुस जाती है और डोर बंद करने से पहले सॅम को जीभ दिखा के चिड़ा जाती है
नजमा;अपने रूम में बैठी बेटे के जाने के गम में आँसू बहा रही थी
सॅम;उसके पास बैठ जाता है
अम्मी प्लीज़ आप ऐसे रोए मत ना आपकी तबीयत खराब हो जाती है ना अम्मी
नजमा;अपने आँसू पोछते हुए में कहाँ रो रही हूँ सॅम
सॅम;नजमा;के चेहरे को देखता हुआ एक बात कहूँ अम्मी आप बहुत खूबसूरत हैं और जब आप थोड़ा सा भी रोती है ना तो आपकी नाक एकदम लाल हो जाती है तो आपकी खूबसूरती पे चार चाँद लगाती है
नजमा;अपनी मुँह भर तारीफ सुनके मुस्कुरा देती है
नजमा--ह्म्म्म्म ममम मस्का मारना बंद कर्दे बेटा सॅम तेरी नियत में अच्छी तरह जानती हूँ पर तुझे खाली हाथ ही रहना पड़ेगा ज़िंदगी भर
|