RE: Kamukta Story गदरायी लड़कियाँ
उसकी सिस्कारियों से मुझको उस के भीतर जलती प्रचंड वासना की अग्नि का अहसास दिला दिया.
मैं ने उसके मुंह को चुम्बन से मुक्त कर उसके कुरते को उतार दिया.वो अब सिर्फ ब्रा के अलावा लगभग वस्त्रहीन थी. एक तरफ उसे लज्जा से मुझसे आँखे मिलाने में हिचक हो रही थी और दूसरी तरफ मेरे हाथ, जो उसके गुदाज़ बदन पर हौले-हौले फिर रहे थे, उसकी कौमार्य-भंग की मनोकामना को उत्साहित कर रहे थे. मैने उसकी ब्रा के हुक खोल कर उसके उरोज़ों को नग्न कर दिया. उसके स्तन उसकी किशोर उम्र के लिहाज़ से काफी बड़े थे. मैने पहली बार उसकी नग्न चूचियों को अपने हाथों में भर किया. मेरे हाथों ने दोनों उरोज़ों को हलके से सहालाया और धीरे-धीरे मसलना शुरू कर दिया. उसका चेहरा कामंगना और शर्म से दमक रहा था. मैने उसका चेहरा अपने हाथों में ले कर बड़े प्यार से चूम कर कहा, " बेटा, तुम जैसी अप्सरा के समान सुंदर लड़की मैने अभी तक नही देखी ."
मेरी प्रशंसा से उसका दिल चहक उठा और उसे सांत्वना मिली कि उसका शरीर भी कयामत है जो किसी को अच्छा लगता है
मैने आहिस्ता से गोद में उठाकर कर उसे बिस्तर पर सीधे लिटा दिया. उसने शर्मा कर अपने एक हाथ से अपने बड़े उरोज़ों और दूसरा हाथ अपनी जांघों के बीच, गुप्तांग को ढक लिया.
मैं उसे शर्माते देख कर मुस्कुराया और अपने कपडे उतारने लगा. मैने पहले अपने जूते और मोज़े उतार कर पतलून निकाल दी. मेरी जांघें किसी मोटे पेड़ के तने की तरह विशाल और घने बालों से भरी हुईं थीं. मैने बौक्सर-जांघिया पहना हुआ था.मैने अपनी कमीज़ खोल कर अपने बदन से दूर कर ज़मीन पर फ़ेंक दी. मेरे भीमकाय शरीर ने उसकी वासना को और भी उत्तेजित कर दिया. मेरा सीना घने घुंगराले बालों से आवृत था. मेरे सीने के बाल पेट पर भी पूरी तरह फ़ैल गए थे.
लोन्डिया सांस रोक कर मुझको अपना जांघिया उतारते गौर से देख रही थी. मैं जब जांघिये को अलग कर खड़ा हुआ तो मेरा गुप्तांग उसकी आँखों के सामने था. मेरा लंड अभी बिकुल भी खड़ा नहीं था फिर भी वो उसकी भुजा के जितना लंबा था. मेरे लंड का मोटाई उसकी बाजू से भी ज़्यादा थी. उसकी सांस मानों बंद हो गयी. उसे मेरे लंड को देख कर अंदर ही अंदर बहुत डर सा लगा.
मैं बिस्तर पर उसकी तरफ को करवट लेकर उसके साथ लेट गया. मैने उसके होंठो पर अपने होंठ रख कर धीरे से उसके होंठों को अलग कर दिया. मेरी जीभ उसके मूंह में समा गयी. उसकी दोनों बाँहों ने स्वतः मेरी गर्दन को जकड़ लिया. मैने उसके उरोज़ों को सहलाना शुरू कर दिया. वो अब मेरे मुंह से अपना मुंह ज़ोर से लगा रही थी. हम दोनों के विलास भरे चुम्बन ने और मेरे द्वारा उसकी चूचियों के मंथन ने उसकी बुर को गरम कर दिया, उसकी बुर में से पानी बहने लगा.
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