Kamukta Story मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन
03-08-2019, 02:47 PM,
RE: Kamukta Story मेरा प्यार मेरी सौतेली मा�...
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मैं नीचे वाली मंज़िल पर आया और वही चारपाई पर लेट गया…..पता नही चला कब आँख लग गयी….शाम को सबा ने मुझे ऊपेर आकर उठाया….बाहर सर्दी बढ़ने लगी थी….सबा ने मुझे बताया कि, वो नाज़िया और नरगिस के साथ मार्केट जा रही है शॉपिंग करने के लिए…..उसने मुझे भी साथ चलने के लिए कहा….पर मेने नाज़िया की वजह से मना कर दिया….मैं उठ कर सबा के साथ नीचे आ गया….सोचा कि थोड़ी देर टीवी देख कर टाइम पास कर लूँगा…. उसके बाद और कोई ख़ास बात नही हुई सबा नाज़िया और नरीग्स के साथ शॉपिंग के लिए चली गयी….जब सबा और नाज़िया वापिस आई तो, मुझे पता चला कि, नरगिस मार्केट से सीधा अपने घर (अपने अम्मी अब्बू के घर) चली गयी थी….

नीचे कुछ ख़ास बात नही हुई….खाना खा कर मैं ऊपेर आ गया….रूम में पहुँचा कर बेड पर लेटा ही था कि, सबा रूम में एंटर हुई, मैं उठ कर बैठ गया… सबा के होंठो पर फेली हुई स्माइल बता रही थी कि, वो मुझे कुछ ख़ास बात बताने वाली थी….”क्या हुआ बड़ी खुश नज़र आ रही हो…..?” मेने सबा की तरफ देख कर मुस्कुराते हुए कहा…

. सबा ने भी स्माइल करते हुए कहा….” तुम्हारे लिए एक खूसखबरी है….”

मैं: क्या….?

सबा: लगता है तीर निशाने पर लगा है…..

मैं: हुआ क्या बताओ भी……

सबा: जब हम शॉपिंग कर रहे थे…..तब नरगिस ने नाज़िया से थोड़ा साइड में होकर मुझे कहा कि, आप तीनो (यानी मैं तुम और रानी) कल हमारे घर आजाए…उसकी तरफ से दावत है….

मैं: तो इसमे कॉन सी ख़ास बात है…..

सबा: तुम भी समीर…..बिल्कुल बुद्धू हो…उसने ये बात नाज़िया के सामने नही की… मतलब सॉफ है कि, वो तुम्हारी तरफ अट्रेक्ट हो रही है…दूसरी बात और सुनो… कल उसके अम्मी अब्बू और भाई जिस लड़के की शादी है….वो सब लड़की वालो के घर जा रहे है… और नाज़िया भी जा रही है…तो वो घर पर अकेली होगी….

मैं: ओह्ह अच्छा…..पर फिर भी तुम और रानी भी तो वही होंगे….

सबा: आगे की कल सोचेंगे….शायद उसने ही कुछ सोच रखा हो….शायद तुम्हारे साथ वो बात को आगे बढ़ाना चाहती हो….तुम कल उससे घुलने मिलने और दोस्ती करने की कॉसिश करो….वैसी भी वो लंडन जैसे मॉडर्न और खुले सिटी से रह कर आए है… तुम्हे तो पता है ही….कि वहाँ के लोग कितने अड्वान्स होते है….शायद वहाँ का पानी भी उसे लग गया हो….

मैं सबा की बात सुन कर सोच में पड़ गया…”अब ज़्यादा सोचो मत….कल के कल देखेंगे….अब आराम करो….” ये कह कर सबा वहाँ से उठ कर चली गयी….फिर पता नही चला कब नींद आई…. अगली सुबह जब उठा तो, मूड बहुत फ्रेश था….नहा धोकर और फ्रेश होकर नीचे आया तो, देखा कि, आज नाश्ता जल्दी बना दिया गया था…और नाज़िया अपने चाचा के घर जाने के लिए रेडी हो रही थी….रानी ने मुझे चाइ और नाश्ता दिया… अभी मेने नाश्ता ख़तम ही किया था कि, नाज़िया का एक कज़िन उसे लेने के लिए आ गया… और नाज़िया उसके साथ चली गयी….उसके जाने के बाद सबा ने नाज़िया की अम्मी ज़ाकिया को बताया कि, आज हमें मार्केट जाना है….कुछ घर के लिए शॉपिंग करनी है…. 

उसके बाद हम तीनो तैयार हुए….और वहाँ से निकल कर नरगिस के घर की तरफ चल पड़े…कल ही वापिस आते हुए, सबा और नाज़िया उसको उसके घर तक छोड़ कर आई थी… इसीलिए सबा को पता था कि, नरगिस का घर कहाँ है….रास्ते में सबा ने मुझे एक स्लिप दी.. जिस पर एक लॅंडलाइन नंबर. लिखा हुआ था….”समीर ये नंबर. मिलाओ….ये नरगिस के घर का नंबर है….” मेने अपना मोबाइल निकाला और नंबर. मिला कर सबा को दिया….तो सबा हम से थोड़ा आगे जाकर कुछ देर बात करने के बाद आई….और मुस्कुराते हुए बोली…. “चलो….” मेने इशारे से पूछा कि, आख़िर बात क्या है…उसने नरगिस को फोन किस लिए किया तो, सबा ने थोड़ा धीरे-2 चलते हुए कहा…”वो मेने नरगिस से पूछना था कि, उसके घर वाले चले गये कि नही…..”

मैं: तो फिर क्या कहा उसने….

सबा: चले गये है….अब चुप चाप चलते रहो….रानी को इस बात का कोई ईलम नही है…मेने उसे इसके बारे में नही बताया है….

रानी जो कि हमसे थोड़ा आगे चल रही थी….इसलिए उसे नही पता था कि, हम क्या बात कर रहे है….थोड़ी देर बाद हम नरगिस के घर के बाहर थी….और नरगिस घर के गेट पर ही खड़ी थी…..”अर्रे आपी आप…..?” नरगिस ने ऐसे हैरान होते हुए कहा… जैसे उसको मालूम ही नही हो कि, हम उसके घर आने वाले है….और दूसरी तरफ सबा ने भी ऐसी ही रिएक्ट किया….जैसे हम उसके घर नही कही और जा रहे हो…. “आइए नही अंदर….” नरगिस ने आगे बढ़ कर सबा को गले मिलते हुए कहा….”वो हम मार्केट जा रहे थे…..शॉपिंग करने के लिए…”

नरगिस: अच्छा…अब अगर आप इधर से गुजर ही रहे हो तो, कम से कम अंदर तो चलिए…चाइ नाश्ता ही कर लें….

नरगिस ने सबा का हाथ पकड़ कर अंदर खेंचते हुए कहा….”आओ समीर अंदर आओ…” नरगिस ने मेरी तरफ देख कर स्माइल करते हुए कहा….हम तीनो नरगिस के साथ अंदर आ गये….अंदर आते ही नरगिस ने मेन गेट को लॉक किया और हमे घर के हॉल में ले गयी….जहाँ एक तरफ सोफा सेट और दूसरी तरफ किचन के पास डाइनिंग टेबल लगा हुआ था….नरगिस ने हमे बैठने के लिए कहा….और हम तीनो सोफे पर बैठ गये… “आप बैठो आपी में आपके लिए चाइ बना कर लाती हूँ….” ये कह कर नरगिस किचन में चली गयी…हम तीनो चुप चाप बैठे हुए थे….”रानी जाकर नरगिस की मदद करो….” सबा ने रानी को कहा तो, रानी चुप चाप उठ कर किचन में चली गयी…

जैसे ही रानी किचन में गयी…..सबा मेरे और करीब होकर बैठ गयी…”सुनो समीर जब हम यहाँ से जाने वाले होंगे तो, तुम कोई बहाना बना लेना…. कह देना कि, मेरे सर में दर्द हो रहा है…..या कोई और बहाना बना देना….पर हमारे साथ नही चलना….यहीं रुक जाना…बाकी आगे तुम खुद ही उस्ताद हो….” सबा ने मुस्कुराते हुए कहा….तो मैं भी सबा की बात सुन कर मुस्कुराने लगा…..”नरगिस की फुद्दि में ऐसा थपु ठोकना कि वो भी मेरी तरह तुम्हारे लंड की गुलाम हो जाए…..”

इतने में नरगिस और रानी बाहर आ गये….नरगिस ने चाइ के कप्स की ट्रे पकड़ी हुई थी…तो रानी ने स्नॅक्स वाली ट्रे पकड़ी हुई थी…दोनो ने आकर ट्रे को टेबल पर रखा और नरगिस ने पहले सबा को चाइ का कप दिया और फिर मुझे…उसके बाद रानी और नरगिस भी अपना चाइ का कप लेकर बैठ गये…..हम सब चाइ पी रहे थे…और सबा और नरगिस इधर उधर की बातें कर रही थी….पर मेरा ध्यान तो सिर्फ़ नरीग्स के कसे हुए जिस्म पर अटका हुआ था….28 साल की जवानी से भरी हुई नरगिस का जिस्म एक दम भरा हुआ था….उसकी थाइस बहुत मोटी और गोश्त से भरी हुई थी….उसने ब्लॅक कलर का कुर्ता और नीचे वाइट कलर की पाजामी पहनी हुई थी….जो उसकी गोश्त से भरी रानो को और ज़्यादा नुमाया कर रही थी….वाइट कलर की पाजामी उसके रानो पर इस क़दर कसी हुई थी…कि पाजामी का कपड़ा भी पूरा स्ट्र्च हो रखा था…

जिसकी वजह से उसकी नीचे पहनी हुई रेड कलर की पैंटी भी सॉफ नज़र आ रही थी… तभी अचानक सबा की कोहनी मेरे बाज़ू से टकराई….और मेरे हाथ से चाइ का कप गिर गया….और सारी चाइ मेरे लेफ्ट थाइ पर पेंट के ऊपेर से गिर गयी….चाइ ज़्यादा गरम तो नही थी….पर फिर भी एक पल के लिए मैं दर्द से कराह उठा….ये देख कर रानी सबा और नरगिस तीनो एक दम से घबरा गये….मैं जल्दी से खड़ा हुआ… तो नरगिस दौड़ कर टवल ले आई….और मेरी रान को पेंट के ऊपेर से सॉफ करने लगी…. “ज़्यादा जलन हो रही है समीर…..” सबा ने मेरी तरफ देखते हुए कहा…और जैसे ही मेने सबा की तरफ देखा तो, सबा ने मुस्कुराते हुए आँख मार दी….”आओ बाथरूम में जाकर अपनी थाइ पर ठंडा पानी डाल लो…..सकून मिलेगा….नरगिस बाथरूम कहाँ है….” 

नरगिस: आइए….मैं ले चलती हूँ…..

उसके बाद नरगिस मुझे और सबा को बाथरूम में ले गयी….”समीर अपनी पेंट उतार कर थाइ पर ठंडा पानी डाल लो….छाले नही पड़ेंगे…” ये कह कर सबा बाथरूम से बाहर चली गयी…मेने डोर बंद किया और अपनी पेंट उतारी और टॅप खोल कर अपनी रान पर पानी डालने लगा…..जहाँ पर चाइ गिरी थी….वहाँ पर हल्का सा लाल हो गया था…पर सूकर था कि, चाइ ज़्यादा गरम नही थी….इस वजह से ज़्यादा तकलीफ़ नही थी....और जो थोड़ी बहुत थी भी…वो पानी डालने से ख़तम हो गयी थी….थोड़ी देर बाद बाथरूम के डोर पर नॉक हुई….तो मेने थोड़ा सा डोर खोला….और बाहर झाँक कर देखा तो, नरगिस हाथ में टवल लेकर खड़ी थी….”ये लीजिए…. इसे कमर पर लपेट कर बाहर आ जाएँ….पेंट वही रख दें….मैं मशीन में धो कर सुखा देती हूँ….”

मैं: नही इसकी क्या ज़रूरत है….मैं घर वापिस जाकर चेंज कर लूँगा….

नरगिस: नही वो गीली पेंट पहनने से रशेष हो जाएँगे….आप टवल लपेट कर बाहर आ जाएँ…..ज़्यादा वक़्त नही लगेगा…..

ये कह कर नरगिस वापिस चली गयी…..अब मेरे जिस्म पर नीचे सिर्फ़ एक वाइट कलर का अंडरवेर था….और ऊपेर शर्ट और जॅकेट थी….मेने अपनी कमर पर टवल लपेटा और बाहर आ गया….जैसे ही में हाल में पहुँचा तो, देखा वहाँ कोई नही था… तभी नरगिस एक रूम से बाहर निकली….”आप बैठिए…..मैं क्रीम लेकर आती हूँ… उससे आपको जल्दी आराम मिल जाएगा….” नरगिस ने मुस्कुराते हुए कहा….और रूम में जाने लगी तो, मेने उसे आवाज़ देकर रोका….

मैं: सुनिए……

नरगिस ने एक बार पलट कर मुझे देखा "जी"

मैं: वो सबा आंटी और रानी कहाँ है….

नरीग्स: वो तो शॉपिंग के लिए चली गये….सबा आपी कह कर गयी है की, आप यहाँ से घर चले जाए…आप ऐसी हालत में कहाँ ख्वार होते फ़िरोगे…

मैं: अच्छा…

और फिर वो रूम में चली गयी.. .. मैं सोफे पर बैठ कर नरगिस के बारे में सोचने लगा कि, ऐसी जवान लड़की को चोदने में कितना मज़ा आएगा....और ये सोचते सोचते ही मेरा लंड मेरे अंडरवेर में एक दम तन चुका था.....अब अगला दाव खेलने का समय आ चुका था....मेने अपनी कमर पर लपेटे हुए टवल को निकाल कर साइड पर रख दिया…मेने वाइट कलर का अंडरवेर पहना हुआ था...और मेरा लंड पूरा तना हुआ एक साइड में मेरी रान के साथ ऊपेर की तरफ चिपका हुआ था....जैसे ही मुझे नरगिस के कदमो की आहट सुनाई दी....मेने अपने लंड को अपने अंडरवेर में ऐसे सेट किया कि, उसकी लंबाई और मोटाई सॉफ पता चले. .
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