RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
रात करीब 1 बजे रेणु की नींद टूटी तो उसने अपने आप को देखा रेणु एक दम नंगी बिना कपड़ों के लेटे हुई थी उसकी जाँघो पे और चूत की फांकों पर उसका और बबलू का काम रस लगा हुआ था रेणु अपने आप को इस हालत में देख कर शरमाने लगी उसे बेड पर देखा बबलू वहाँ पर नही था अंदर बाथरूम से कुछ आवाज़ आ रही थी थोड़ी देर बाद बबलू बाहर आया वो भी बिल्कुल नंगा था उसका लंड एक दम तना हुआ था जो उसके चलने से इधर उधर हिल रहा था रेणु ने बबलू को देखा तो उसने शरमा कर आँखें बंद कर ली बबलू के होंठो पर मुस्कान आ गयी बबलू बेड पर आ गया और रेणु के ऊपर झुक गया
बबलू;क्या हुआ मुझे देख कर आँखें क्यों बंद कर ली
रेणु: मुझे शरम आती है
बबलू रेणु के ऊपर लेट गया और अपनी टाँगों से रेणु की टाँगों को फैला कर अपनी टाँगों को रेणु की टाँगों के बीच में कर लिया और झुक कर रेणु के होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसने लगा रेणु ने आँखें बंद किए ही अपने होंठो को खोल लिया और बबलू ने अपनी जीभ को रेणु के मूँह मे धकेल दिया रेणु बबलू की जीभ को चूसने लगी कुछ देर रेणु के होंठो को चूसने के बाद बबलू धीरे-2 नीचे आने लगा बबलू रेणु के बदन की हर इंच को चूमता हुआ नीचे आ रहा था रेणु का बदन वासना के मारे काँप रहा था बबलू ने दोनो हाथों से रेणु की चुचियों को पकड़ कर उसके निपल्स को चूसने लगा रेणु मस्ती में फिर सी अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी कुछ देर रेणु की चुचियों को चूसने के बाद बबलू नीचे आने लगा और उसकी नाभि में अपनी ज़ुबान डाल कर चाटने लगा रेणु जल बिन मछली की तरह छटपटाने लगी
रेणु:ओह्ह्ह बब्लुउउउउ क्या कर रहीईई हो उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह रेणु ने अपने हाथों से बबलू के बालों को पकड़ रखा था बबलू अपनी जीभ को रेणु के नाभि पर गोल-2 घुमा कर चाट रहा था रेणु की मस्ती का कोई ठिकाना नही था धीरे-2 बबलू रेणु की कमर से नीचे होने लगा रेणु के पूरे बदन में सिरहन दौड़ गयी उसने अपनी जाँघो को भींच लिया
रेणु:नहियीईईई जानंनन्णनिउ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह तुम सच मेंन्न्न् मुझे पागलल्ल्ल ओह और बबलू ने रेणु की चूत के दाने (क्लिट ) को अपनी झीभ से चाटना चालू कर दिया रेणु का पूरा बदन झंझणा उठा उसके मुँह से एक ज़ोर से सिसकारी निकल कर पूरे कमरे में गूँज गयी
रेणु:ओह अहह अहह बाअ नहियीईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
और बबलू ने अपने दोनो हाथों से एक झटके में रेणु के दोनो टाँगों को फैला दिया और रेणु की चूत की भगनासा को मूँह में लेकर चूसने लगा उसका पूरा बदन मस्ती में काँपने लगा रेणु के कमर झटके खाने लगी
रेणु:ऊऊऊहह बब्ब्ब्ब्बबब नहियीईईई ओह मेंन्ननननननननननणणन् अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
रेणु की कमर खुद ब खुद ऐसे झटके खाने लगी जैसे वो अपनी छूट को बबलू के होंठो पर रगड़ रही हो उसकी चूत से पानी बह कर बबलू के होंठो तक आने लगा बबलू ने रेणु की जाँघो को मोड़ कर ऊपर कर दिया जिससे रेणु की चूत और ऊपर हो गयी बबलू ने अपने होंठो को रेणु की चूत से हटाया और अपने हाथों से रेणु की चूत के फांकों को फैला कर खोल दिया अब रेणु की चूत का गुलाबी छेद बबलू की आँखों सामने था जो रेणु के काम रस से भीगा हुआ था उसकी चूत का छेद सिकुड और फैल रहा था बबलू ने अपनी जीभ को बाहर निकाल कर चूत के छेद को चाटना शुरू कर दिया रेणु फिर से मस्ती भरी आहहें भरने लगी उसने अपने हाथों को ऊपर करके तकिये को कस के पकड़ लिया और अपने होंठो को अपने दाँतों में दबा लिया मस्ती में उसकी कमर फिर से उचकाने लगी
रेणु:बुसस्स्स्स्सस्स करूऊऊऊओ जनन्न ओहह मुझीईईईईई अहह प्लेअसएसस्स्स्स्स्स्सस्स बुसस्स्स्स्सस्स करूऊऊऊओ
बबलू सीधा हो कर घुटनो के बल बैठ गया और अपने हाथों को रेणु के आगे फैला दिया रेणु ने अपने हाथों को बबलू के हाथों में दे दिया बबलू ने रेणु के हाथों को पकड़ कर उसे खींच कर बिठा दिया और खुद बेड पर खड़ा हो गया और एक हाथ रेणु के सर के पीछे गर्दन पर रख कर उसके होंठो की तरफ अपना तना हुआ लंड बढ़ा दिया रेणु ने अपनी आँखें खोली जो ठीक से खुल नही पा रही थी बबलू एक हाथ से अपने लंड को थामें आगे पीछे कर रहा था रेणु ने बबलू की आँखों मे देखा
रेणु की आँखों में वासना और प्यार दोनो की लाली रेणु की हालत बयान कर रही थी रेणु अब बबलू को किसी भी काम के लिए मना नही करना चाहती थी रेणु ने बबलू के लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया बबलू ने अपना हाथ लंड से हटा दिया और रेणु ने धीरे- 2 लंड को आगे पीछे करना चालू कर दिया फिर आँखें बंद करके अपने होंठो और मुँह को खोल कर बबलू के लंड के सुपाडे को मुँह में ले लाया और अपने होंठो को बबलू के लंड के सुपाडे पे कस लिया और बबलू के लंड को चूसने लगी रेणु के होंठो का दबाव बबलू के लंड के सुपाडा पर बढ़ता जा रहा था बबलू के लंड का सुपाडा अब रेणु के मुँह के अंदर बाहर होने लगा था रेणु अपनी जीबे से बबलू के लंड के पेशाब वाले छेद को कुरेदने लगी बबलू भी मस्ती से भर चुका था उसे उम्मीद नही थी कि रेणु इतनी जल्दी उसका लंड चूसने के लिए मान जाएगी अब रेणु ज़्यादा से ज़्यादा बबलू के लंड को मुँह में लेकर चूस रही थी लंड चूसने से पुत्च-2 की आवाज़ रेणु के मूँह से हो रही थी जो बबलू को और उतेज़ित कर रही थी
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