Maa Sex Chudai माँ बेटे का अनौखा रिश्ता
08-17-2018, 02:14 PM,
#30
RE: Maa Sex Chudai माँ बेटे का अनौखा रिश्ता
रीमा मेरे को मस्ती भरी निगाँहो से देख रही थी। उसकी आँखो मे फिर से वासना के डोरे पडने लगे थे। मैं अभी भी उसकी गोलाईयो पर हाथ फेर रहा था जिससे उसकी घुडियाँ मेरी हथेली से टकरा रही थी। उसकी कडी कडी घुडीयाँ मेरी मस्ती और बढा रही थी मेरा लंड तो कब से लौहे की रॉड के तरह खडा था जैसे रीमा सुन्दरता की देवी को सलामी दे रहा हो। फिर मैंने अपने अपने हाथो को उसके मम्मो के नीचे रख दिया और उसके मम्मो को उठा कर उनका वेट पता करना चाहता था। जैसे ही मैंने उसके मम्मो को अपने हाथो से उठाय तो मेरे हाथ उसके मम्मो के भार से नीचे हो गये। रीमा ने यह देख लिया और बोली थोडे भारी है बेटा तुमको पहली बार मे थोडी दिक्कत होगी मैं कुछ मदद करू क्या इनको उठने मे।मैंने कहा हाँ माँ तुम्हारे मम्मे तो बहुत भारी है। तुम्हारा एक एक मम्मा १ किलो से कम नही होगा। रीमा बोली हाँ बेटा इतने बडे और भारी हैं तभी तो सबकी नजर इन पर रहती। ला बेटा तू पहली बार मम्मो को छू रहा है इसलिये तु इस काम मे थोडा अनाडी है। २-४ बार मेरे मम्मो से खेलेगा तो सीख जायेगा भारी मम्मो को उठाना फिर तेरी माँ है किस लिये तुझे सीखाने के लिये ही तो। मैं कहा तुम ठीक कहती हो माँ। रीमा ने बडे प्यार से मेरी तरफ देखा जैसे एक माँ अपने बटे की तरफ देखती है और कहा बेटा ला इन मोटी मोटी गोलाईयो का भार मुझे दे दे। तेरे अनाडी हाथ इनका बोझ अभी नही उठा सकते। तू पहले देख तेरी ये माँ कैसे इनको उठाती है और कैसे इनको अपने हाथो मे सम्भाल कर रखती जिस देख कर तू भी कुछ दिनो मैं सीख जायेगा की मेरी मस्त गोलाईयो का भार उठाना।

रीमा का इस तरह से मुझे अनाडी कहना पता नही मुझे क्यो अच्छा लगा। और बात भी सही थी रीमा इतने सारे लंडो को अपनी चूत मे लील चूकी थी कि उसे पता था की एक जवान छोकरा पहली बार एक मस्ताने बदन के साथ खेलने मे क्या क्या गलती कर सकता है। और मे अपने आप को बहूत खुशकिसमत समझ रहा था की रीमा से मुझे चुदायी का ज्ञान मिल रहा है। फिर मैंने अपने अपने हाथ रीमा के मम्मो पर से हटा लिये और मेरे हाथ हटाने से उसके मम्मे एक झटके के साथ नीचे गिरे। फिर रीमा बोली ला बेटा मैं तुमको दिखाती हूँ कि मेरी इन बडी बडी गोलाईयो के साथ किस तरह से खेलते हैं। मेरी आँखे तो सिर्फ उसकी चूचीयो पर ही जमी हुयी थी।

फिर रीमा ने अपनी दोनो हथेलियो को एक दम सीधा कर लिया और उनको अपनी चूचीयो की गोलाईयो के बिलकुल नीचे रख लिया और फिर मेरे तरफ देखते हुये अपनी हथेलियो के अपनी गोलाईयो को उपर उठा लिया। जिससे उसकी थोडी लटकी हुयी चूचीयाँ उपर को उठ कर सीधी हो गयी और उनकी घुडीयाँ एक दम तन कर नूकीली होकर मेरे तरफ शरारत भरी नजर से देखने लगी जैसे कह रही हो देखा रीमा ने कितने प्यार से हमको अपनी हथेलियो से सीधा कर दिया। इस समय जिस तरह से रीमा ने अपनी चूचीयो को अपने हाथो से उठा रखा था ऐसा लग रहा था जैसे वह अपनी इस मस्त चूचीयो को थाली मे परोस कर मुझे दे रही है और कह रही हे ले बेटा ये तेरी माँ तेरी जिंदगी का सबसे मस्त खिलौना तेरे लिये लेकर आयी है।

फिर रीमा ने कहा देखा बेटा तेरी माँ ने कैसे इनको अपनी हथेली मे उठा लिया। हाँ माँ देखा अगली बार मैं भी ऐसे ही इनको उठाउगाँ। फिर रीमा ने कहा ले बेटा अब मैं इनको इसी तरह उठा कर रखती हूँ तु मेरी चूचीयो के साथ खेल ले जैसे खेलना चाहता है। मेरे मुँह से उसकी चूचीयो को देख कर लार निकल रही थी। मेरे सामने गोरी गोरी बडी बडी चूचीयाँ थी जिन के साथ खेलने के मैंने कितने सपने देखे थे क्या क्या करने का सोचा था आज मैं वह सब कर सकता था। फिर मैंने उसकी चूचीयो पर अपने हाथ रख दिये और उनपर अपने हाथ फिराने लगा मेरा मन बहुत उनको मसलने का कर रहा था पर सबसे पहले मै उसकी चूचीयो पर हाथ फेर कर उनकी गोलाईयाँ नापना चाहता था।

फिर मैं इसी तरह उसकी चूचीयो के साथ खेलता रहा रीमा फिर से मस्त हो चली थी। और आँखे बंद करा कर अपनी चूचीयो कि मुझसे हाथ फिरवा रही थी। रीमा मस्ती मे बोली बेटा तेरे हाथो मै क्या जादू है तूने तो फिर से मेरे बदन मे मस्ती भर दी। लगता है तुझे मेरी चूचीयाँ पंसन्द आयी है। मैंने कहा हाँ माँ बहुत। मुझे उसके मम्मो पर हाथ फेरते हुये बहुत देर हो गयी थि अब मैं उसके मम्मो को मसल देना चाहता था। रीमा भी अपनी चूचीयो कि कूटायी करना चाहती थी बोली बेटा अब बहुत देर हो गयी इनपर हाथ फेरते हुये अब जरा इनको मसल भी मजा ले पूरा इनको मसल कर पता कर कितनी कडी है मेरे चूचीयाँ।

हाँ तुम ठीक कहती हो माँ मेरा भी मन बहुत कर रहा है इनको मसलने का पर मैं क्या करु इन चूचीयो ने मुझको समोहित कर लिया है और बस मैं इनकी सुन्दरता को ही निहारता जा रहा हूँ। हाँ मैं समझ सकती हूँ बेटा एक तो तूने आज तक चूचीयाँ नही देखी और देखी तो मेरी गोरी बडी भारी चूचीयाँ। मेरी चूचीयाँ देख कर तो अच्छे अच्छे खिलाडियो का होश गुम हो जाता है फिर तुने तो इस विधालय मे अभी दाखिला लिया है। फिर रीमा बोली बेटा अब मुझसे खडा नही हुआ जा रहा है। अब मैं सोफे पर अपनी टाँग फैला कर बैठती हूँ फिर तू मेरी चूचीयो को मसल और प्यार कर। फिर वह पलट कर अपनी कमर हिलाती हुयी सोफे के पास गयी और पलट कर सोफे पर बैठ गयी और फिर उसने अपनी टाँगे फैला ली।
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