Mastram Kahani मा की मस्ती
09-25-2018, 01:51 PM,
#49
RE: Mastram Kahani मा की मस्ती
जब आरती की चूत का सारा पानी निकल गया तब उसने अपनी हालत की तरफ देखा तो एक बार तो उसके होश उड़ गये कि वो कहाँ है और क्या कर रही है,ऐसे नंगी हालत मे वो किसी गैर मर्द के आगे कैसे लेटी हुई है,अब उसको अपने आप पर शरम आने लगी और वो सोफे से उठने की कोशिस करने लगी,पर रमण था कि वो अब भी उसकी चूत को चाटे ही जा रहा था,इस कारण वो उठ नही पा रही थी,तब उसने रमण का सिर पकड़ कर उसको साइड किया,अब रमण को समझ आया कि आरती का पानी निकल गया है,और उसकी मस्ती एक बार शांत हो गयी है.

पर रमण तो पुराना खिलाड़ी था उसको पता था कि अगर अभी इसको छोड़ा तो बाद मे ये चुदवाने मे फिर से नखरा करेगी,इसलिए वो आरती की चूत को अपनी जीभ से चाटे ही जा रहा था,जिस-से कि वो फिर से जोश मे आ जाए और इस बार रमण उसकी चूत मे अपना मूसल घुसा कर उसकी कुटाई कर ही दे.

आरती ने जब देखा कि रमण तो उसकी चूत पर से हट ही नही रहा तो वो रमण को बोली कि रमण ये तुम क्या कर रहे हो,हटो यहाँ से ,पर रमण ने तो जैसे कुछ सुना ही नही और वो और तेज़ी से अपनी जीभ आरती की चूत मे आगे पीछे करने लगा,अब आरती को भी फिर से मज़ा आने लगा और उसको फिर से जोश आ रहा था.

फिर आरती ने जब सारी सेचुयेशन के बारे मे दुबारा से सोचा तो उसको लगा कि अब जब वो यहाँ तक आ ही गयी है और इस हालत मे रमण के सामने पड़ी है तो अब उसको भी सब कुछ भूल कर अपनी जवानी का मज़ा ले ही लेना ,चाहिए,अब और ज़्यादा शरमाने से कुछ भी नही होगा,और फिर जब एक बार वो रमण के सामने नंगी हो ही गयी तो अब यहाँ से वापस लौटना नामुमकिन है.

ये सोच कर आरती ने भी अपने विरोध को छोड़ दिया और अब वो रमण के साथ सहयोग करने लगी,जब रमण ने देखा कि अब आरती का विरोध बंद हो गया है और वो सपोर्ट कर रही है,तो उसने भी अपना सिर उसकी चूत से उपर किया और आरती की आँखों मे झाँक कर देखा तो उसको वहाँ पर वासना ही नज़र आई,तो वो फिर उसकी चूत पर झुक गया.

आरती भी जो अब तक कुछ नशे मे ही मस्ती कर रही थी अब पूरे होश मे चूत की चुसाइ का मज़ा ले रही थी,अब उसको अपनी चूत की चुसाइ से कोई एतराज़ नही था,और अब जो उसकी सिसकियाँ थी वो पहले से ज़्यादा रोमांचित करने वाली थी,वो जब रमण के कानो मे पड़ी तो रमण समझ गया कि अब आरती ने सारी स्थितियो को कबुल कर लिया है और अब वो अपनी चूत की चुदाई मे भी उसका सहयोग करेगी

जब रमण ये समझ गया कि अब आरती पूरी तरह से सब समझ कर चुदने के लिए तैयार है तो उसने अपना मूह उसकी चूत पर से हटा लिया,पर उसका पूरा मूह आरती की चूत के रस से भीगा हुआ था,और वो रस उसके पूरे मूह पर लगा हुआ था,रमण ने अपने मूह को फिर आरती के मूह के पास किया तो आरती को उसके मूह से अपनी ही चूत की भीनी-2 खुसबू आ रही थी,तो जब रमण ने अपना मूह आरती के मूह के पास किया तो उसने भी अपना मूह आगे करके रमण के मूह को चूम लिया,फिर दोनो ने अपने होठ आपस मे मिला दिए ,जब आरती ने उसके होठों को चूसा तो उसे अपनी ही चूत के रस का नमकीन स्वाद आया,तो एक बार तो उसे अच्छा नही लगा पर जब रमण उसके होठ चूस्ता ही रहा तो उसको भी वो स्वाद अच्छा लगने लग गया और वो अपनी ही चूत के रस को चूसने लगी,फिर उसने अपने होठ रमण के होठों से अलग किया और वो रमण के सारे मूह पर लगे हुए चूतरस को अपनी जीभ से चाटने लगी,अब तो आरती को मज़ा आने लगा था,और वो रमण के सारे चेहरे को ही अपनी जीभ से चाटे जा रही थी,रमण भी समझ गया कि आरती को अपनी चूतरस का स्वाद पसंद आ गया है तो उसने आरती की पैंटी जो कि साइड मे पड़ी हुई थी,और आरती के चूतरस से बुरी तरह से भीगी हुई थी,उसको उठा कर चूत वाले हिस्से को आरती के मूह पर लगा दिया,आरती को पहले तो समझ नही आया कि ये क्या है,पर फिर जब उसको समझ आया तो उसने अपनी जीभ निकाली और उस गीली कच्छि पर लगा दी ,कच्छि का कुछ हिसासा आरती की नाक के पास भी था तो कच्छि की खुसबू आरती की नाक मे भी जा रही थी,जो आरती को दुबारा मदहोश करती जा रही थी,और वो फिर से वासना के नशे मे आपने होश खोने लगी थी.

पर रमण जानता था कि ये नशा जो है मदहोशी का है और इस नशे मे जो चुदाई होगी उस चुदाई का मज़ा बड़ा ही जबरदस्त होगा,इसलिए वो चाहता था कि अब आरती पूरी तरह से उसके रंग मे रंग जाए,इसलिए ही उसने आरती को उसकी ही कच्छि चटानी शुरू की थी,अब आरती अपनी कच्छि को आगे से पूरी तरह से मूह मे ले कर चूस रही थी,और उसको उसमे बहुत मज़ा आ रहा था.

इधर बाहर मनु अब अंदर का नज़ारा देख कर दुबारा होश मे और जोश मे आ रहा था,अब उसका लंड अंदर अपनी मा की हरकतें देख कर दुबारा तनाव मे आ गया था.अब मनु फिर से अपने पैरो पे खड़ा हो गया था,और फिर से अंदर के नंगे नज़ारे को देख रहा था,पेर अब वो सिर्फ़ कमेरे से फोटो खींचने पे ही ज़ोर दे रहा था,आज तो उसकी लॉटरी ही लग गयी थी,कि उसको अपनी ही माँ की इतनी सारी नंगी फोटो खींचने का मौका मिल रहा था 

मनु का लंड अब फिर से तनाव मे आ गया था,और अब वो फिर से फूंकारने लगा था.

अंदर अब रमण और आरती दोनो बहुत एक्शिटेड हो गये थे,और रमण जानता था कि अब अगर आरती की बुर मे लंड नही डाला तो वो एक बार फिर से झाड़ सकती है,और उपर से उसका खुद का लंड अब उसको तंग कर रहा था,और वो अब किसी बिल मे घुसना चाह रहा था,इसलिए अब रमण ने आरती के मोटे-2 मम्मों को भी हॉर्न की तरह से दबाना शुरू कर दिया था.
Reply


Messages In This Thread
RE: Mastram Kahani मा की मस्ती - by sexstories - 09-25-2018, 01:51 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 8,303 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 3,933 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 2,758 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,749,655 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 576,451 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,340,472 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,024,397 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,799,959 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,202,437 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,161,687 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)