Mastram Story चमकता सितारा
09-06-2018, 04:54 PM,
#2
RE: Mastram Story चमकता सितारा
डॉली- छोड़ो मुझे.. मम्मी आ जाएँगी।
मैं- जान.. आप कुछ भूल तो नहीं रही..
(अपने होंठों पे चूमने सा भाव लाते हुए मैंने डॉली को देखा) मेरा बर्थडे गिफ्ट..?
डॉली ने अपने होंठ मेरे होंठों से मिला दिए। 
मेरे हाथ अब डॉली की पीठ पर फिसल रहे थे। मैं तो जैसे जन्नत की सैर कर रहा था। मैंने उसे चूमते हए उसके सूट के पीछे लगी चैन को खोलने लगा। 
एक हाथ से चैन खोलते हुए.. मेरा दूसरा हाथ उसकी गोलाईयों को नापने लगा। 
डॉली की सिस्कारियाँ अब तेज़ होने लगी थीं।
तभी डॉली मुझे खुद से दूर करती हुई अलग हुई और उसने कहा- जान.. अभी मम्मी घर पर हैं.. थोड़ा सब्र करो। 
मैं- वहीं तो नहीं होता जान.. खैर अभी रिजल्ट पर ध्यान देता हूँ.. कभी तो अकेली मिलोगी.. तभी सारी कसर निकाल लूँगा। 
मेरे अन्दर इस रिजल्ट को लेकर एक घबराहट सी भी थी। मैंने विज्ञान का विषय चुना था.. मैं इसके बाद एमबीए करने जाने वाला था। 
दिल्ली में मेरे एक दोस्त ने मेरे लिए सब कुछ सैट किया हुआ था.. सो मैं इस बार किसी भी तरह बस पास होने की उम्मीद कर रहा था.. नहीं तो मेरा पूरा साल बर्बाद हो जाता।
डॉली ने रिजल्ट वाली वेबसाइट खोली और उसने रिजल्ट वाले लिंक पर क्लिक किया। मेरी धड़कन तो जैसे अब जैसे आसमान छू रही थीं। 
डॉली ने मेरे एक हाथ को अपने हाथ लिया और अपने सर को मेरे सीने से लगा दिया। तभी रिजल्ट दिखना शुरू हुआ.. पूरे कॉलेज की लिस्ट एक ही पीडीएफ फाइल में थी। 
मैंने अपना रोल नंबर ढूँढना शुरू किया। 
एक बार.. दो बार.. पूरे बारह बार मैंने उस लिस्ट को मिलाया.. पर मेरा नाम कहीं भी नहीं था.. मैं पागल सा होता जा रहा था। मेरी ऐसी हालत देख डॉली ने मुझे बिस्तर पर बिठा दिया और खुद रिजल्ट देखने लग गई। 
थोड़ी देर में उसे मेरा रोल नंबर मिला, पर वो एक पेपर में फेल हुए लड़कों की लिस्ट में था।
रसायन शास्त्र (केमिस्ट्री) में मैं फेल हो गया था।
मैं तो अब तक सदमे में ही था.. अब मैं घर में किसी को क्या जवाब दूँगा.. अपने रिजल्ट के बारे में क्या बताऊँगा सबको..?
मैं तो दिल्ली जाने की लगभग सारी तैयारी कर चुका था।
वैसे ये इतनी बड़ी भी नहीं थी। पास और फेल तो जीवन के ही दो पहलू हैं। आज जो मैं फेल हुआ हूँ.. तो कल फिर से मुझे मौका मिलेगा ही.. तब मैं इसे ठीक कर दूँगा। 
हाँ.. पर एक बात तो पक्की थी कि मैं इस साल दिल्ली तो नहीं जा सकता था। क्यूंकि वैसे ही इन्होंने तीन साल के कोर्स को चार साल में पूरा किया था।
अब फिर से एग्जाम लेने में कितना वक़्त लगेगा.. मैं भी नहीं जानता था।
मेरे दिमाग में ये सब ख्याल आ ही रहे थे कि डॉली ने मेरे हाथों को अपने हाथ में ले लिया। 
मैं अभी भी बिस्तर पर ही बैठा था। डॉली मेरे बगल में बैठ गई.. हालांकि मैं अब काफी सामान्य हो चुका था.. पर फिर भी मैं अब मज़े लेने मूड में था। 
मैं बस ये देखना चाहता था कि आखिर वो मेरी परेशानी में मुझे कैसे संभालती है।
डॉली मेरे सर को अपनी गोद में रख मेरे बालों को सहलाने लगी और साथ-साथ समझाने भी लगी।
डॉली- जय (वो मुझे प्यार से यही बुलाती थी) तुम उदास मत हो.. कम से कम आज के दिन तो नहीं.. मैं भी पागल ही थी कि तुम्हें रिजल्ट दिखाने लग गई.. जब तुम्हारा नाम नहीं मिला था.. तो मुझे भी छोड़ देना था। देखो.. आज का पूरा दिन खराब कर दिया मैंने.. 
वैसे तो सच में.. मुझे उसकी सूरत देख हंसी आ रही थी।
मैं उदास सी शकल बनाते हुए बोला- जानू.. इसमें तुम्हारी क्या गलती.. मैंने पेपर सही से नहीं लिखा तो मैं फेल हुआ.. वैसे मैं तो हूँ ही इसी लायक.. सबको परेशान करता हूँ.. तो भला मेरे साथ अच्छा कैसे हो सकता है। देखो तुम्हारा दिल भी तो दुखाता हूँ न..!
डॉली- नहीं बाबू.. मैं क्यूँ परेशान होने लगी तुमसे.. वो तो बस तुम्हें चिढ़ाने को गुस्सा होने का नाटक करती हूँ.. पर जब तुम उदास होते हो तो मेरी जान निकलने लगती है।
ये कहते हुए उसने मेरे सर को चूम लिया।
अब उसकी हालत देख मुझे बुरा लगने लगने लगा। तभी मैंने डॉली के हाथ को.. जो मेरे बाल सहला रहे थे.. पकड़ कर उससे कहा- जानू एक बात कहूँ..?
डॉली- हाँ कहो..
मैं- वो अपने 42 को 32 के शेप में लाओ न.. तुम्हारी प्यारी सी सूरत देख नहीं पा रहा हूँ।
वो मेरे कान मरोड़ते हुए कहने लगी- कमीने.. मैं भैंस दिखती हूँ तुम्हें.. जो मेरे 42 के होंगे.. खैर.. इन सब बातों में मैं तुम्हें तुम्हारा गिफ्ट देना ही भूल गई।
वो उठी और अपनी अलमारी से एक पैक किया हुआ गिफ्ट ले आई। वो गिफ्ट मेरे हाथ में दे अपना गला साफ़ करने लग गई। 
मैंने अपने कान पर हाथ रखा और उससे कहा- जान अब गाना भी सुनाओगी क्या..? आज के लिए वो रिजल्ट वाला सदमा ही काफी था। इससे तो कैसे भी उबर जाऊँगा.. पर तुम्हारे गाने को भूलने में सदियाँ बीत जायेंगी।
अब गुस्सा होती हुई वो बोली- एकदम चुप हो जाओ.. वर्ना हाथ-पैर सलामत नहीं बचेंगे.. गाने का मन तो नहीं था.. पर अब तो छोडूंगी नहीं.. तुम्हें अब सुनना ही पड़ेगा। 
मैंने अपने होंठों पर ऊँगली रखी और उससे शुरू होने का इशारा किया। 
कहते हैं कि आँखें कभी झूठ नहीं कहती हैं। उसकी आँखें ही काफी थीं.. हाल-ए-दिल बयाँ करने के लिए। 
‘दिल में हो तुम.. आँखों में तुम… कैसे ये तुमको बताऊँ… पूजा करूँ.. सजदा करूँ जैसे कहो.. वैसे चाहूँ.. जानू.. मेरे जानू… जाने जाना.. जानू..’ 
वो अपनी आँखों में आते हुए आंसुओं को रोकते हुए मेरे सीने से लग गई। 
‘और कहो मेरे बदमाश जानू.. कानों के परदे फटे या नहीं?’
मैंने उसके चेहरे को सामने किया और कहा- आई लव यू..
मेरे होंठ उसके होंठों से मिल गए। 
काश.. ये पल यहीं रुक गए होते.. बस इन्हीं लम्हों में हम अपनी जिंदगी बिता देते।
मैंने उसे चूमते हुए बिस्तर पर लिटा दिया.. हम दोनों एक-दूसरे के आगोश में खो से गए थे.. हमें दुनिया का कुछ भी होश नहीं था। उसके सूट के चैन तो पहले से ही खुली हुई थी। अब मैंने उसके सूट को उसके बदन से अलग किया। 
काले रंग की ब्रा और उसी रंग की लैगिंग उस पर बहुत जंच रही थी। 
मैं उसके हर हिस्से को चूमता हुआ बारी-बारी से उसके कपड़े अलग करने लग गया। उसके ये रूप किसी अप्सरा को भी ईर्ष्या दिलाने के लिए काफी था।
मैं कुछ ज्यादा ही उत्तेजित हो चुका था। मैंने अपने कपड़े उतारे और डॉली को अपनी बांहों में भर लिया। उसके होंठों का रसपान करता हुआ उसके कूल्हों की दरार में मैंने अपनी ऊँगली फंसा दी। 
एक बार तो मेरी इस शरारत से वो चिहुंक गई। मैंने उसकी टांगें ऊपर की और उसकी योनि को अपने लिंग से भर दिया। उत्तेजना की वजह से मेरे धक्के में रफ़्तार ज्यादा थी। थोड़ी देर वैसे ही धक्कों के बाद मैंने उसे गोद में उठाया और दीवार से सटा दिया। उसकी टांगें मेरे कंधे पर थीं और उसका पिछला छेद अब मेरे लिंग के कोमलने पर था। 
मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से बंद किए और उसके पिछले छेद को एक धक्के से भर दिया। 
उसकी आवाज़ घुट कर रह गई। अब मेरे धक्के तेज़ होते जा रहे थे। आखिरकार मैं उसी अवस्था में स्खलित हो गया। 
Reply


Messages In This Thread
RE: Mastram Story चमकता सितारा - by sexstories - 09-06-2018, 04:54 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Incest Maa Maa Hoti Hai (Completed) sexstories 45 2,631 5 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest HUM 3 (Completed) sexstories 76 7,648 Yesterday, 03:21 PM
Last Post: sexstories
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 21,154 06-26-2024, 01:31 PM
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 15,321 06-26-2024, 01:04 PM
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 22,833 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 10,835 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 7,504 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,773,551 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 579,642 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,351,505 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu



Users browsing this thread: 4 Guest(s)