RE: Muslim Chudai Kahani सबाना और ताजीन की चुदाई
शबाना नीचे खड़ी होकर झुक गई और अपने हाथ बेड पर रख दिए. अब वो बेड का सहारा लेकर गंद उठाए खड़ी थी. जगबीर उसके पीछे आकर खड़ा हो गया. शबाना ने अपनी गंद उठा दी और आराम से जगबीर के लंड का अपनी चूत में घुस जाने का इंतेज़ार करने लगी. जगबीर ने शबाना के पैरों को फैलाया और अपने लंड को पकड़कर और शबाना की उठी गंद पर रगड़ने लगा. वो उसके पीछे खड़ा होकर उसकी उठी हुई गंद से लेकर उसकी चूत तक अपने लंड को रगड़ रहा था. शबाना की सिसकारियों से कमरा गूँज रहा था. शबाना की चूत के मुँह पर उसने अपने लंड को अड्जस्ट किया और धीरे धीरे बड़े प्यार से लंड के सुपरे को उसकी चूत में पहुँचा दिया. शबाना ने मदहोश होकर अपनी गंद और उठा दी, और जगबीर ने अपना लंड एक झटके से पूरा का पूरा शाना की चूत में धकेल दिया. शबाना को एक झटका सा लगा और उसकी सिसकारियाँ फूट पड़ी. जगबीर ने दोनों हाथों से उसकी कमर को पकड़ा और नीचे से ज़ोर ज़ोर से झटके मारने शुरू कर दिए, और शबाना की कमर को पकड़ कर एक लय में उसके जिस्म को हिलाने लगा. शबाना का पूरा जिस्म हिल रहा था उसे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे उसकी चूत को कोई उठा उठा कर जगबीर के लंड पर पटक रहा था, और जगबीर का लंड उसकी चूत को चीरते हुए उसके पेट में घुस रहा था.
शबाना की सिसकारियाँ अब मदहोशी की चीखों में बदल चुकी थी, उसकी चूत के थपेड़े जगबीर के लंड पर बेतहाशा पड़ रहे थे. जगबीर ने उसकी कमर को कस कर पकड़ रखा था और शबाना की गंद से लेकर उसके कंधों तक के जिस्म को झकझोर कर रख दिया था. जगबीर भी उसे बुरी तरह चोदे जा रहा था, शबाना के पैर उठने लगे थे, जगबीर ने उसकी कमर को छ्चोड़ दिया और उसकी जांघों को अंदर की तरफ से पकड़ कर उसे उठा लिया. अब शबाना अपने हाथों को बेड पर टिकाए हवा में लहरा रही थी, और जगबीर उसकी चूत में बेतहाशा धक्के लगाए जा रहा था. जगबीर के धक्के एकदम तेज़ हो गये और शबाना की चूत में जैसे ज्वालामुखी फॅट गया. पता नहीं किसका पानी कब गिरा, दोनों के शरीर अब रुकने लगे. जगबीर ने शबाना के पैरो को ज़मीन पर रख दिया, शबाना घूमी और धदाम से बेड पर गिर गयी. "जगबीर मज़ा आ गया..लव यू डार्लिंग" . जगबीर उसकी बगल में लेट गया. शबाना ने उसके होंठों को चूम लिया. दोस्तो इस तरह जब जावेद घर पर नही होता था तब शबाना अपने यार प्रताप या जगबीर को बुला कर अपनी गर्मी शांत करती थी आपको कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त............
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