RE: Nangi Sex Kahani काला साया
घर आया तो देखा भाभी जय और पायल बाते कर रहे थे,पर वहाँ मासी माँ और कनक मौजूद नही थे..!
फिर मेरे आते ही जय मेरे पास आया और कान में वो बोला जिसे सुन के में तो पूरा शॉक हो गया..!
जय:-क्या यार तू इतना गिर जाएगा मेने सोचा नही था..!
बाते तो बड़ी-2 करता था कि तुझे लड़कियाँ बस एक रात के लिए चाहिए होती हैं,और डेली नयी लड़की,पर तू तो पायल के पास गिड़गिडाता है..!
साले पायल है लेकिन बहुत अच्छी लड़की,चाय्स अच्छी है तेरे..!
में:-शॉक्ड टोन में बोला,भाई तू कहना क्या चाहता है..!.
जय:-यही कि तू पायल से प्यार करता है,उसके लिए मरता है पर उसे तुझमे कुछ ख़ास इंटेरेस्ट नही है.!
में:-तुझे ये सब किसने बताया..!..
जय:-पायल ने यार.!
में जैसे ही सोफे के पास पहुँचा तो दोनो की नज़र मुझपे गयी..!.
आक्च्युयली उनकी पीठ मेरी तरफ थी और अभी तक उन्होने मुझे नही देखा था..!.
सबसे ख़ास बात ये थी कि पायल की तो बोलती ही बंद हो गयी मुझे देख कर..!
भाभी:-राज आइ'म वेरी हॅपी फॉर यू,आख़िर तुम्हे भी कोई लड़की पसंद आ ही गयी..!
में:-पायल क्या तुम दो मिनट के लिए मेरे साथ आओगी प्ल्ज़..!
पायल:-यार आप यही बोलो में सुन रही हूँ..!
में:-पायल,मेने उसे आँख दिखाते हुए बोला.!
पायल:-चलती हूँ वेट,गुस्सा क्यो हो रहा है..!
फिर हम एक रूम में आए और मेने तुरंत डोर लॉक कर दिया..!
पायल तुरंत जाके बेड पे लेट गयी..!
में:-तुम इतनी उत्तावली हो क्या कि में तुम्हारे साथ कुछ करूँ..!
मेरे इतना बोलते ही वो बेड से उठ कर मेरे पास आई और बोली,ऐसा सोचना भी मत..!
में:-तुमने सबको ये क्यो बोला कि मेरे और तुम्हारे बीच कुछ चल रहा है,और तो और में तुमपे बिल्कुल फिदा हूँ..!
पायल:-वो-2,वो तो मेने थोड़ा इंप्रेशन जमाने को बोला था,वरना तुम जैसे लंगूर से प्यार,ईईईह.!
में:-तेरी तो रुक इधर,में लंगूर हूँ,हाँ बोल-2,और में अचानक उसे लेके बेड पे गिर गया..!
में बिल्कुल उसके उपर था,मेरे और उसके लिप्स बिल्कुल पास में थे,लेकिन तभी में उसके उपर से हॅट गया,एक बार तो उसने मेरा हाथ पकड़ के मुझे रोकना चाहा पर में नही रुका..!
बाहर आया तो देखा डिन्नर रेडी है और सब टीवी देखते हुए,डिन्नर कर रहे थे..!
मेरे आते ही कनक ने मुझे डिन्नर सर्व किया,जिसे मेने बेमन से खाया..!
में:-यार मुझे सोना है,बहुत थक गया हूँ,तो कोई सबसे बेस्ट रूम बताओ..!
कनक:-टॉप फ्लोर पर बस एक ही रूम है,बट वो सबसे शांत रूम है,वहाँ से ये पूरा जंगल दिखता है..!
फिर क्या था जल्दी से डिन्नर किया और अपने बॅग्स लेके उपर आ गया..!
फिर फ्रेश होके शवर लिया और बाल्कनी से ठंडी-2 हवा और उस सुहाने मौसम का मज़ा लेने लगा..!
कुछ देर वहाँ रहने के बाद में रूम में आने के लिए मुड़ा,पर अचानक मेने उस जंगल के आख़िरी छोर पे कुछ चमकती हुई चीज़ को देखा.!
जो मुझे अपनी तरफ बहुत ही ज़्यादा अट्रॅक्ट कर रही थी..!
में इतना खो गया था कि 5 मंज़िल से नीचे कूद गया और सीधा जंगल में आ गया..!
चोट तो बहुत आई पर जल्द ही सारे घाव भर गये,पर मुझे उस चमकती
चीज़ के पास जल्द से जल्द पहुँचना था..!
फिर में बस आगे बढ़ता गया,मुझे खुद नही पता था कि में जा कहा रहा हूँ..!
करीब 20 मिनट लगातार चलने के बाद भी में जंगल के आख़िरी छोर पर नही पहुँचा..!
अब पता नही क्यो मुझे ऐसा लग रहा था कि कुछ बहुत ख़ास मुझसे दूर जा रहा है..!
में लगभग दौड़ते हुए आगे बढ़ रहा था,मुझे पता ही नही चला कि कब में हवा में उड़ने लगा..!
अचानक में रुका और तेज रफ़्तार की वजह से में पेड़ से टकरा गया,वो पेड़ उसी वक़्त ख़तम हो गया..!
तभी मेने वो रोशनःी देखी में जब उसके पास पहुँचा तो वहाँ कोई नही था,वहाँ बस एक नदी थी..!
मेने जैसे ही उसमे झाँका तो देखा कि कुछ था जो मुझे उस नदी की ओर खींच रहा था..!.
में बेखौफ़ उसमे आगे बढ़ता गया बढ़ता गया,कुछ ही देर में नदी के अंदर था,बिल्कुल बीच में..!
तभी मेने एक बहुत ही मीठी आवाज़ सुनी..!
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