RE: Nangi Sex Kahani सौतेली माँ से बदला
साफ सफाई करने के बाद, उसने सलमा को एक पेनकिलर देकर सुला दिया…
नीलोफर, वहां से सीधा वसीम के कमरे में गई, जहाँ वसीम नंगा ही सो गया था..
उसने वसीम को उठाया और बोला की तुमने ये ठीक नहीं किया…
वसीम तो गुस्से में ही था, उसने नीलोफर के गाल पर एक ज़ोर का तमाचा मारा और बोला – चुप, बहन की लौड़ी… अगर बुरा लग रहा है, तो निकल जा मेरे घर से… नहीं तो, चिंता मत कर… बहुत ही जल्द, तेरी भी बारी आएगी… उस वक़्त में तुझे बताऊँगा, मैं क्या क्या कर सकता हूँ और कितना बड़ा कमीना हूँ… समझी… चल निकल, यहाँ से…
ये सुनकर नीलोफर के पैर काँपने लगे और वो, वहां से चली गई…
10 बजे, मैंने वसीम के घर जाकर डोर बेल बजाया तो नीलोफर ने दरवाजा खोला…
वो, बहुत घबराई हुई सी थी…
उसने मुझे अपने साथ, सलमा के कमरे में बुलाया।
मुझे पहले तो थोड़ा अजीब लगा तो मैंने मना कर दिया। लेकिन, वो मेरे पैरों पर गिर गई तो मैं बिना कुछ कहे, उसके पीछे चला गया..
वसीम अभी तक सो रहा था और सलमा की दोनों बेटियाँ स्कूल जा चुकीं थीं…
मैं जैसे ही कमरे में घुसा तो नीलोफर ने दरवाजा बंद कर दिया तो मैंने नीलोफर से कहा – ये क्या कर रही हो… ??
आज तक नीलोफर, सलमा या उसकी दोनों बेटियों में से किसी ने भी मुझसे बात नहीं की थी..
नीलोफर ने फिर से मेरे पैर पकड़ लिए और बोली – बचा लीजिए, हम सबको..
मैंने उसे ऊपर उठाया और पूछा की किससे बचाऊँ… ??
तो उसने कहा – “आपके दोस्त वसीम से”…
ये सुनते ही, मैंने पूछा – क्यूँ… ?? क्या किया, वसीम ने… ??
उस वक़्त सलमा सो रही थी और नीलोफर ने उसके उपर, एक रज़ाई डाल दी थी..
लेकिन समझ आ रहा था की वो, अंदर बिना कपड़ो के ही रज़ाई में सो रही थी…
नीलोफर ने सलमा के जिस्म से रज़ाई हटा दी…
मैं उसके बदन को देख कर चीख पड़ा और अपनी आँखे बंद कर लीं…
नीलोफर ने कहा – देखिए, आपके दोस्त की करतूत…
क्यूंकि सलमा बहुत गोरी थी तो इसीलिए वसीम ने, जो उसके पूरे बदन का भरता बना दिया था। वो, बिल्कुल साफ साफ दिखाई दे रहा था…
उसका पूरा बदन “लाल और नीला” हो गया था..
फिर नीलोफर ने मुझे, उसके जिस्म की सारी जगह दिखाई। (चूत, गाण्ड, बूब्स, सभी।)
सलमा के दोनों बूब्स फूल के वॉटरमेलन, जितना बड़ा हो गया था.. ..
उसकी दोनों निपल्स, सूज के नींबू जीतने हो गये थे.. ..
फिर मैंने उसकी चूत देखी.. अभी भी, उसकी चूत का मुँह खुला हुआ था.. जिसमे कम से कम दो लण्ड तो आराम से घुस सकते थे और चूत सूज कर कूपा हो गई थी..
चूत खुली होने के कारण, अंदर तक दिखाई दे रहा था..
अभी भी, थोड़ा थोड़ा खून निकल रहा था।
ठीक यही हालत, गाण्ड की भी थी.. ..
उसका भी छेद, सूज गया था!!!
फिर, मैंने नीलोफर से पूछा – ये सब आख़िर कैसे हुआ… ??
तो उसने मुझे रात की सारी बात बताई, जिसे सुन कर मेरे भी होश उड़ गये.. क्यूंकि वसीम, बहुत ही संत किस्म का लड़का था।
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