RE: non veg story वो जिसे प्यार कहते हैं
हर महीने के पहले शनिवार को, ये तीन आर्यन, समीर और राजेश शाम को अपनी पार्टी किया करते हैं और ये रस्म ये पिछले पाँच महीनो से पूरी कर रहे हैं बिन नागा.
तीनो एक्स रेटेड मूवी देखेंगे, फिर दारू के जाम चॅलेंज और फिर डिन्नर और ये पार्टी सुबह तक चलती रहेगी.
पार्टी हमेशा राजेश के घर ही होती है क्यूंकी तीनो में से वोही अकेला है. समीर के हाथों कबाना चिली चिकन हमेशा लाजवाब होता है और इसकी खास डिमॅंड होती है इनकी पार्टी में.
ये पार्टी समीर और आर्यन को उनके ब्रह्मचर्या वाले दिनो की याद दिलाती है . समीर ने अपनी बीवी से हर महीने इस पार्टी की मंज़ूरी ले ली है. और वो जानती है हर महीने चाहे कुछ भी हो समीर ये पार्टी नही मिस करेगा, अपने फ्रेंड्स की कंपनी शायद बीवी के चार्म्स से उसे ज़यादा अच्छी लगती है.
राजेश को हमेशा शक़ रहता था कि कैसे कोई बीवी ये मान जाएगी कि उसका पति महीने में एक दिन अपने दोस्तों के साथ गायब हो जाता है.
आर्यन, को हमेशा गिल्ट होता था कि वो अपनी पत्नी को अकेले छोड़ अपने दोस्तों के साथ वक़्त गुज़ार रहा है. त्रिवेणी ही उसे समझती थी कि ये भी ज़रूरी है उनके रिश्ते को सही ढंग से चलाने के लिए, दोनो को एक दूसरे को थोड़ा स्पेस देना ही पड़ेगा.अगर एक रात दोस्तों के साथ गुजारने से खुशी मिलती है तो इसमे बुरा क्या है. आर्यन को फिर भी ग्लानि महसूस होती थी.
राजेश सोचता था शायद उसे त्रिवेणी जैसे ही बीवी चाहिए जो उसपे थोड़ा कंट्रोल रखे. जहाँ तक वो समझता था उसकी नेज़ल आज़ादी और भरोसे के लायक नही है. शादी के बाद क्या सोचेगा, पता नही.
आर्यन को हमेशा ताजुब होता था त्रिवेणी इतनी मेच्यूर कैसे है और आँख मूंद के उसपे भरोसा करती है. ये भरोसा ही उसके अंदर ग्लानि की भावनाएँ भर देता है.
समीर जो बना रहा था उसका सत्यानाश हो गया, मूरती ने जो सुबह उसकी क्लास लगाई थी, वो उसके दिमाग़ में घूमती रही और किचन में वो क्या कर रहा था ये भूलते हुए कुछ का कुछ कर गया.
‘शिट कुछ भी ठीक नही हो रहा’ शिकायत करता हुआ वो लिविंग रूम में आ गया जहाँ आर्यन और राजेश टीवी के चॅनेल बदल बदल कर देख रहे थे.
हर चॅनेल पे सीएम का इंटरव्यू आ रहा था डॅन्स बार्स बंद करने के लिए. और इस तरहा बोल रहा था जैसे आंतक के खिलाफ जंग लड़ रहा हो.
महॉल को हल्का करने के लिए राजेश बोल पड़ा’ इसकी शक्ल तो देखो ऐसा लग रहा है किसी बार डॅन्सर ने इसकी ले ली’ समीर का मूड बहुत खराब था उसने हाइवे पे लोंग ड्राइव के लिए मना कर दिया. शायद वो कुछ और ही चाहता था, जो बाकी दोनो नही जानते थे.
वो सीधा एक डॅन्स बार के सामने गाड़ी रोकता है, मुंबई का सबसे फेमस डॅन्स बार ‘महफ़िल’ , राजेश और आर्यन दोनो ही हैरान हो गये, ये तो उन्हे बिल्कुल भी उम्मीद नही थी, कि समीर यहाँ लेके आएगा.
‘अरे बॅन अगले हफ्ते से शुरू होगा, आज तो मज़े कर लो जितना दिल चाहे’
आर्यन ने मना किया पर दिल में कहीं उसे भी इच्छा थी, एक बार तो अंदर घुस के देखे, इसलिए वो चुप हो गया. राजेश तो खिल उठा आनेवाले मज़े के बारे में सोच कर. उसने डॅन्स बार्स के बारे में बहुत सुना था और एक मूवी में भी देखा था जब वो देल्ही में था, वो देखना चाहता था असलियत में डॅन्स बार्स कैसे होते हैं.वो सोच रहा था कि यहाँ शायद वैसा बुरा नही होगा जैसा उसने मूवी में देखा था. डर था तो बस पोलीस का जो अचानक राइड करती है.
‘ओये फिकर नोट ये जगह शहेर से बाहर है और सेफ है इसीलिए तो यहाँ लाया हूँ, पोलिसेवाले यहाँ नही आते, और लड़कियाँ भी कमाल की हैं कोई नखरा नही करती जैसे सिटी के अंदर जो बार्स हैं वहाँ की किया करती हैं.’
एक लीडर की तरहा वो दोनो को अंदर ले गया, जितनी जानकारी समीर को थी, उसके हिसाब से तो वो यहाँ बार बार आता था.
जब तीनो अंदर घुस्से तो वॉटर्स ने हॅंडशेक किया मुस्कुराते हुए, राजेश को लगा जैसे प्रोटोकॉल फॉलो कर रहे हैं उसी तरहा जिस तरहा दो अंबासडॉस मिलते हैं.
फरक ये था कि वेटर्स ने जल्दी हाथ नही छोड़ा और संमीर ने एक 100 का नोट निकाल उसे थमा दिया, अब जो लड़की समीर चाहेगा उसके पास ही भेजी जाएगी, चाहे पहले किसी और ने डिमॅंड कर रखी हो. शायद दूसरा वेटर जिसने राजेश से हाथ मिलाया था यही अपेक्षा कर रहा था राजेश ने झट से अपना हाथ खींच लिया.
तीनो जल्दी ही एक सोफा पे बैठ गये, डॅन्स फ्लोर के चारों तरफ सोफे लगे हुए थे. कम से कम दर्जन लड़कियाँ कामुकता भरा डॅन्स कर रही थी और पीछे से चुने हुए गाने बज रहे थे. एक गाना शायद इन्हें बहुत पसंद था दम मूवी का – बाबूजी ज़रा धीरे चलना-. लेकिन ये डॅनसस तो यना गुप्ता के किल्लिंग चार्म्स का कहीं भी मुकाबला नही कर पा रही थीं आ लुक्स में और ना ही थिरकन में, लेकिन कॉमपेनसेट ज़रूर कर रही थी ये इशारे कर के कि वो अवेलबल हैं.
राजेश समझ गया कि इन लड़कियों से कॉंटॅक्ट करना आसान है.बस किसी को ये जताना था कि वो उनके साथ काफ़ी वक़्त गुजारेगा.इसके बाद जो लड़की चुन्नी वो आ जाएगी.
जब वो आजाएगी तो एक कोज़ी पोज़ में साथ बैठेगी और रात के लिए गरम करना शुरू करेगी , अगर तुम उसके साथ रात बिताना चाहोगे, या फिर उनके बूब्स दबाओ, उंगली करो, कुछ मज़े ले कर उन्हें जाने दो.
राजेश यही सब हर सोफे पे देख रहा था.सारी लड़कियाँ खुश नही नज़र आ रही थी, उनमे से एक तो काफ़ी परेशान लग रही थी, उसका क्लाइंट उसे स्मूच कर रहा था और हर स्मूच के लिए 10 रूपरे पकड़ा रहा था.जब राजेश ने ध्यान से उस लड़की किी तरफ देखा तो कुछ पलों के लिए उसे शरम आई , ये रेप नही तो पैड मोलेस्टेशन तो ज़रूर है.
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