RE: Porn Kahani भोली-भाली शीला
पंडित & शीला पार्ट--38
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गतांक से आगे ......................
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पंडित जी को गहन चिंता में डूबा हुआ देखकर प्रियंका ने उनसे पूछा : "अच्छा पंडित जी ...ये तो बताइए आपको शादी हो गयी है क्या ..?"
पंडित जी ने ना में सर हिला दिया
प्रियंका : "ह्म्म्म्म ...तब तो मैं समझ ही सकती हु ....आप जैसा जवान और सुन्दर शरीर का मालिक किसलिए पार्कों में जाकर चुदाई करता है ...''
उसकी बात का पंडित जी के पास को जवाब नहीं था ..
प्रियंका (बेड के गद्दे को दबाकर देखते हुए ) : "वैसे ....ये जगह भी बुरी नहीं है पंडित जी ...आप इतना रिस्क लेकर पार्क में जाकर क्यों कर रहे थे ..''
अब पंडित जी उसको क्या बताते ..इस बेड पर उन्होंने कितनी चूतों को मसला है, उन्हें भी याद नहीं है ..बस वो प्रियंका के सामने शेखी मारकर ज्यादा चोदु प्रसाद नहीं बनना चाहते थे ..वो चाहते थे की प्रियंका उन्हें बस एक आम इंसान जैसा ही समझे ..ना की तरकीबे लड़ाकर चुदाई करने वाला ..
और प्रियंका के मन में पंडित जी की छवि बन भी ऐसी रही थी ..वो सोच रही थी की ये पंडित कितना डरपोक किस्म का है ..अपने पास कमरा होते हुए भी ये दूर जाकर पार्क में चुदाई कर रहा था ..जैसे इसको दर हो की उसके कमरे में चुदाई करते हुए कोई देख ना ले ..
पर वो बेचारी कितनी गलत थी ..
वो कुछ और कहना चाह रही थी की तभी बाहर मंदिर से किसी ने पंडित जी को पुकारा ..और पंडित जी बाहर आ गए ..उनके पीछे -२ प्रियंका भी बाहर निकल कर अपने घर चली गयी ..
रास्ते में जाते हुए वो बहुत खुश थी ..उसने जैसा सोचा था ठीक वैसा ही हुआ था .गली के कोने में खड़ी हुई कार में बैठते ही उसने फ़ोन उठाया और कॉल लगाया
प्रियंका : "हाय शिप्रा ...काम हो गया ...येस्स ....अभी आकर पूरी बात बताती हु ..''
इतना कहकर उसने कार स्टार्ट की चल दी ..
और एक बड़े से घर के सामने आकर उसने कार रोकी और भागती हुई अन्दर पहुंची ..
बेडरूम में एक 25 साल की खूबसूरत लड़की बेचैनी से टहल कर प्रियंका का वेट कर रही थी ..और जैसे ही वो अन्दर आई उसने उसे गले से लगा लिया और अपने बेड पर बिठा कर सवालों की झड़ी लगा दी ..
''बता न ...क्या कहा ..क्या बात हुई ..कहाँ मिला आखिर वो ...''
प्रियंका : "अरे रुक जा मेरी जान ...धीरे - 2 सब बताती हु ..''
दरअसल ये थी प्रियंका की वकील दोस्त शिप्रा, जो अभी ताजा - २ वकील बनी थी ..और किसी फर्म में प्रेक्टिस कर रही थी ..
और ये दोनों बचपन की दोस्त है और एक दुसरे से कोई भी बात नहीं छुपाती...और अपने यार से चुदते हुए जब उसने पंडित जी की चुदाई देखि थी वो भी इसने शिप्रा को बता दिया था ..और तब से दोनों यही सपना देख रही थी की पंडित जी का लंड कैसे लिया जाए ..और इसके लिए शिप्रा के कहने पर प्रियंका ने वो कहानी बनायीं ..और पंडित जी को ढूँढने निकल पड़ी ..वैसे वो कहानी में सच्चाई भी पूरी थी ..
प्रियंका के बॉयफ्रेंड ने उसके साथ मंदिर में शादी भी की थी और उसे जी भर कर चोदा भी था, पर शादी के लिए हमेशा टाल - मटोल करता रहता था ..
और दूसरी तरफ लंड की प्यासी प्रियंका को चुदाई के साथ -2 बद्री का पैसा भी काफी प्यारा था ..वो हमेशा उसके लिए महंगे तोहफे और अंगूठियाँ लाता था ..और कई बार तो प्रियंका ने उससे पैसे भी लिए थे, जिनका कोई हिसाब नहीं था ..
और ये सब बातें शिप्रा अच्छी तरह जानती थी ..क्योंकि उसकी चुदाई की बातें सुनकर वो भी बुरी तरह से गर्म होकर एक दुसरे को पूरा मजा देती थी ..दोनों लेस्बियन सेक्स पार्टनर थे ..
उन्होंने एक प्लान बनाया ..बद्री को फंसाकर उससे मोटा पैसा एंठने का ..और इसके लिए शिप्रा के कहने पर ही प्रियंका ने पंडित जी को मनाया था ..ताकि बद्री पर केस चलाकर उसे फंसाया जा सके और उससे मोटी रकम ऐंठी जा सके ..
और दस दिनों की मेहनत बाद आखिरकार प्रियंका को पंडित जी मिल ही गए ..और उसने उन्हें इमोशनल करके अपने साथ कर लिया ..
उसका कोई इरादा नहीं था बद्री से शादी करने का ..उसके साथ वो चुदाई के पुरे मजे तो ले चुकी थी ..बस आखिरी बार उसे केस में फंसा कर उससे पैसे लेने थे उसे, अपनी वकील दोस्त शिप्रा की मदद से ..
पर वो दोनों ये नहीं जानती थी की वो जिसे भोला भला पंडित समझ रही हैं वो असल में उनका बाप है इन सब मामलो में ..
खेर ...जैसे ही प्रियंका ने पंडित जी से मुलाकात से लेकर बाद तक का सार वाक्य बताया शिप्रा की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा ..उसने ख़ुशी के मारे प्रियंका को फिर से अपने सीने से लगा लिया ..और उसके होंठों को चूम लिया ..
शिप्रा : "वाव ...अब मजा आयेगा ...इसे कहते हैं , एक तीर से दो शिकार ..अब वो बद्री भी फंसेगा ..और साथ में पंडित जी से अपनी सेवा पानी भी करवा लेंगे ...''
इतना कहकर वो दोनों जोर से हंसने लगी ..
शिप्रा : "अच्छा ...बता ना ...देखने में कैसा है ये पोंगा पंडित ...''
प्रियंका : "उम्म्म ....देखने में तो काफी सही है यार ...उसे देखकर लगता ही नहीं की वो पंडित है ..बस उसके कपडे ही बताते हैं की उसका काम क्या है ..वर्ना वो तो किसी हीरो जैसा लगता है ..''
शिप्रा : "पोर्न मोवी के हीरो जैसा लगता है क्या ...''
इतना कहकर दोनों ने फिर से हँसना शुरू कर दिया ..
प्रियंका : "पर यार, सच में ..उस दिन जब वो उस लड़की को पार्क में चोद रहे थे न तो उनके लंड का साईज देखकर तो मेरे होश ही उढ़ गए थे ..इतना लम्बा और मोटा था न ..सच में ..अगर बद्री न होता वहां पर तो मैं जाकर उनके लंड को अपने अन्दर ले लेती ..''
उसकी बातें सुनकर हमेशा की तरह शिप्रा ने अपनी चूत के ऊपर अपनी उँगलियों को मसलना शुरू कर दिया ..उसने एक पतली सी टी शर्ट और लोअर पहना हुआ था ..अन्दर कुछ भी नहीं था ..उसकी उँगलियाँ लोअर के गीले कपडे पर फिसल रही थी ..
प्रियंका : "वो पीछे से उसकी चूत मार रहे थे ..और उनके हर झटके से वो लड़की ऊपर तक उछल रही थी ..''
शिप्रा ने अपनी आँखे बंद कर ली ...जैसे वो सब मूवी की तरह दिख रहा हो उसे ..
प्रियंका और पास आई और अपने हाथ को सीधा शिप्रा की चूत के ऊपर रख दिया ..और उसके हाथ को वहां से हटा कर अपनी चूत पर ले आई ..और दोनों एक दुसरे की चूतों को रगड़ने लगे ..और शिप्रा ने प्रियंका के होंठों को चूसना शुरू कर दिया
प्रियंका : "मुझे तो महसूस हो रहा था की वो मुझे चोद रहे हैं ...पार्क में ..और कोई नहीं है वहां ..मैं पड़ी हुई हूँ ...नंगी ...घांस पर ..और वो मुझे घोड़ी बना कर बुरी तरह से चोद रहे हैं ...अह्ह्ह्ह्ह्ह ''
बस इतना बहुत था शिप्रा के अन्दर के जानवर को जगाने के लिए ..
प्रियंका जानती थी की अपनी सहेली को कैसे उत्तेजित करना है ..और उसने वो कर दिया था
अगले ही पल शिप्रा ने पागलों की तरह से अपने सारे कपडे उतार फेंके ..और आनन् फानन में प्रियंका को भी नंगा कर दिया
शिप्रा ने प्रियंका के अपने सामने बिठाया और उसकी आँखों में देखते हुए अपनी पेनी जीभ निकाल कर उसकी उफान खा रही चूत के ऊपर लगाकर उसे चखने लगी ..
अपनी छूट पर जीभ लगते ही प्रियंका के पुरे शरीर में उत्तेजना की एक लहर उठती चली गयी ..
प्रियंका ने शिप्रा के बालों को पकड़कर अपनी चूत के ऊपर रगड़ना शुरू कर दिया ..उसके दिमाग में तो बस पंडित जी ही घूम रहे थे जो उसके साथ वो सब कर रहे थे जो उस दिन उसने पार्क में देखा था ...
...और उसे बेड पर फेंक कर सीधा उसकी टांगो को दोनों तरफ फेलाया और अपना मुंह उसकी रसीली चूत के अन्दर दे दिया ..
''अह्ह्ह्ह्ह्ह .....ओह पंडित जी .....धीरे करो ...''
प्रियंका ने एक जोरदार सिसकारी मारी ...
और ''पंडित'' बनी हुई शिप्रा को देखकर अपनी उँगलियाँ खुद चूसने लगी ..
पंडित के रोल में शिप्रा ने उसकी चूत को चूसते हुए पूरी तरह से सुखा दिया ...प्रियंका मचलती रह गयी ..और वो ''पंडित'' सारी मलाई खा गया ..
और उसने प्रियंका की दोनों टांगो को खोलकर ऊपर लहराया ..और खुद उसके बीच आ गयी ..जैसे उसकी चूत में ''लंड'' डालने की तेयारी हो ..और उसने किया भी ऐसा ही ..नीचे झुक कर अपनी चूत के होंठ जैसे ही शिप्रा ने प्रियंका की चूत के होंठों से लगाए ..दोनों एक जोरदार सीत्कार मारकर चिल्लाने लगी ...
''अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह .......उम्म्म्म्म .......चोदो .....मुझे ...पंडित जी .....अह्ह्ह्ह .....येस्स .....डालो ....अन्दर ...तक ....मेरी चूत के .....अह्ह्ह्ह्ह ...''
पंडित बनी हुई शिप्रा भी फुफकारने लगी : "ले साली ......ले मेरा लंड ....अह्ह्ह्ह्ह ......आज तेरी चूत को फाड़ डालूँगा ...अह्ह्ह्ह ...ये ले ...''
अब तक दोनों की गीली चूत एक दुसरे से लिपटकर बुरी तरह से गीली हो चुकी थी ...और वो सारी चिकनाहट उनके धक्कों को और ज्यादा एनेर्जी दे रही थी ..शिप्रा ने अपनी चूत के दाने को प्रियंका के पुसी लिप्स से रगड़ना शुरू कर दिया ..उसकी क्लिट अब किसी छोटे लंड जैसी हो चुकी थी ..और वो उससे प्रियंका की चूत को रगड़ कर चोद रही थी ..
पुरे बेडरूम में दोनों की सिसकियाँ फेली हुई थी ...
और पांच मिनट तक रगड़ने के बाद अचानक शिप्रा ने प्रियंका को 69 के एंगल में लिया और दोनों एक दुसरे की कटोरियों से आइसक्रीम खाने लगे ..
शिप्रा की लम्बी क्लिट को प्रियंका ने लंड की तरह से चूसना और चबाना शुरू किया तो प्रियंका की चूत के अन्दर शिप्रा की लम्बी जीभ किसी लंड की तरह जाने लगी ..
दोनों ने एक जोरदार गर्जन के साथ अपनी -२ मलाई एक दुसरे के मुंह में निकाल दी ..
और गहरी साँसे लेते हुए दोनों बेड पर लेटे रहे ..
ये थी इन दोनों की कहानी, और अक्सर ये दोनों ऐसा करती थी ..ऐसा नहीं था की शिप्रा ने पहले चुदाई नहीं करवाई थी ..पर उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं था जो रोज उसकी चूत की सेवा कर सके ..इसलिए वो अक्सर रोल प्ले करते हुए कभी प्रियंका का बॉयफ्रेंड, कभी उसका भाई और कभी बाप बनकर उसकी इसी तरह से चुदाई करती थी ..और आज तो पंडित जी बनकर उसने प्रियंका को चोदा था ..
थोड़ी देर लेटने के बाद वो अपनी अगली योजना के बारे में बातें करने लगे ..
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