RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
“साहब आप इतने अच्छे हो की आपको कोई भी बुराई दिखाई नही देती,आपको क्या पता की रघु क्या क्या नही करता ..”.उसकी आंखे भीग चुकी थी ,मैं उसके कंधे पर हाथ रखकर उसे सहानभूति देने की कोसिस कर रहा था…
“साहब वो सभी कमीने है “
सभी ये किनकी बात कर रही है …
“क्या आपको लगता है की रघु को ये नही पता की मैं प्यारे के साथ सोती हु …”
ये मेरे लिए जानलेवा था ….मैं तो अपना मुह फाडे उसे ही देख रहा था...लेकिन कहते है ना की एक अच्छाई आपको बहुत देती है शायद मेरे साथ भी वही होने वाला था ….मैं बस उसे सुनता रहा,आज रेणु मेरी अच्छाई से खुश थी और वो मुझे वो बताने वाली थी जो मैं शायद अपने से कभी भी जान नही पाता …
“साहब ये तीनो एक ही है ,रघु ,प्यारे और रवि (मेरा माली ) तीनो को बस दारू और लड़कियों का शौक है ,और इसी शौक में के लिए वो मेरा भी इस्तमाल करते आ रहे है,रघु से शादी के बाद ही मुझे समझ आ गया था की वो ना सिर्फ नशाखोर है बल्कि वो रंडीबाज भी है,,....पहले जितने भी अधिकारी यहां आये वो सभी के सभी एक जैसे ही थे ,सभी को बस दारू और लड़की चहिये थी ,ये तीनो मिलकर इसका इंतजाम करते यहां तक की रघु ने तो मुझे भी नही छोड़ा,आप पहले नही हो जिसके पास इसने मुझे भेजा है….”
मेरा दिमाग ही चकरा गया ,भेजा है...साला मुझे लगा की मैंने इसे बुलाया है…
“वो ना सिर्फ अपने दोस्तो का बिस्तर मुझसे गर्म करवाता है,बल्कि यहां रहने वाले साहब लोगो के पास काम करने भेज कर मुझे उनके नीचे भी लाने की कोशिस करता है ताकि उनको खुली छूट मिल जाय पर जब सेआप आये इनकी एक ना चली ,आप ऐसे भी बहुत ही सीधे साधे हो ,और अपने कभी भी मुझे गलत नजरो से नही देखा था,ये लोग तो आपके आने से जैसे छटपटा गए थे...इनकी पूरी ऐयासिया धरि की धरि ही रह गयी….लेकिन मेडम के आने से ….”
वो इतना ही बोलकर रुक गयी,शायद उसे ये अहसास हो गया की उसने कुछ ज्यादा ही बोल दिया ..
“साहब मैं गरीब घर की लड़की हु,रघु ने मुझसे शादी करके मेरे मा-बाप पर एक अहसान किया है आप उसे नॉकरी से मत निकालिएगा,वो मेरे परिवार को भी पलता है,मेरे मा-बाप का खर्च भी वही चलता है...साहब उसे माफ कर दीजिएगा …”
उसकी ये दशा और उसके अतीत को सुनकर मेरी आंखों में आंसू आ गए ,जिस औरत को मैंने गलत समझ वो अपने पति की ही मारी निकली ,
“नही निकलूंगा,काजल के बारे में तुम कुछ बोल रही थी …”
वो मानो पत्थर सी निश्चल हो गयी थी ….
“देखो जो भी सच है मुझे बताओ ,मेरा यकीन करो की तुम्हे या तुम्हारे परिवार को मैं कुछ भी होने नही दूंगा…”
“साहब वो …”
उसके लिए बोलना कितना मुश्किल था वो मुझे पता था,लेकिन मेरे लिए ये जानना भी जरूरी था की कही तीनो ने तो काजल के साथ ….
“साहब वो जब आपकी शादी हुई और काजल मेडम घर आयी तो तीनो बहुत खुश हुए,मेरे घर में वो दारू पीते और मुझे चो…’वो फिर रुक गयी ,मैं उसके बालो को अपने हाथो से सहलाया और उसके होठो पर एक चुम्मन जड़ दिया ,वो मुझे आश्चर्य से देखने लगी …
“समझ ले की आज से रघु नही मैं तेरा पति हु...तेरा पूरा खयाल रखने की जिम्मेदारी मेरी है,मैं तुझे प्यारे की जगह नॉकरी भी दिलाऊंगा,और तेरे ऊपर वो जो भी अत्याचार किये है सबकी सजा उन्हें दिलाऊंगा ,तीनो को जेल भिजवा दूंगा,बस तू जैसा मैं कहु वैसा कर ...बता की सच क्या है ….खुलकर बता …”रेणु को तो मानो समझ ही नही आ रहा था वो फैसला ही नही कर पा रही थी की क्या करे ,ऐसे उसके लिए फैसला करना आसान था की वो अपने पति को छोड़े और मेरे साथ हो ले,मैं उसे सब देने को तैयार था,लेकिन ये इतना भी आसान नही था ….
“वो मुझे चो….ओ..”वो क्या बोलना चाहती थी वो तो मुझे पता था पर उसकी झिझक मेरी जान ले रही थी
“चोदते थे ,और मेडम का नाम बार बार लेते थे ….मुझे वो बना कर करते थे…”वो इतना बोलकर अपना सर झुका ली …
“और “
“आपको भी फसाने के लिए मुझे यहां भेजा था की आप को फसा कर आपको ब्लैकमेल कर सके…”
अच्छा तो मैं सोच रहा था की मैं खेल खेल रहा हु पर साला पूरा बिसात तो इनका बिछाया हुआ था…
“और “
वो कुछ बोलने ही वाली थी की बाहर के गेट के दरवाजे की आवाज से हम चौकन्ने हो गए...वो जल्दी से उठाकर बाहर चले गयी शायद किचन में और मैं अपनी चड्डी लेकर बाथरूम में …..
रात ही काजल को मैंने रेणु का मामला बात दिया ,बस ये छोड़कर की किस परिस्थिति में उसने मुझे अपने बारे में बताया था,मैंने उसे कहा की जब तुम नही थी और वो अकेले थी तो वो अपना अंग प्रदर्शन कर रही थी और मुझे ललचाने की कोशिस कर रही थी ,मैं रेणु को इतने दिनों से जनता हु वो कभी भी मेरे साथ ऐसा नही की,मुझे कुछ तो अटपटा लगा और मैंने उसे सीधे ही पूछ लिया की तुम ठीक तो हो ना,वो जोरो से रो पड़ी और सब बता दी,वो मुझे हमेशा स बहुत इज्जत से देखती थी और जब रघु और प्यारे ने उसे मेरे साथ ऐसा करने को कहा तो उससे बर्दास्त नही हुआ पर उसे बस अपनी मजबूरी के कारण ऐसा करना पड़ा ,वो मुझसे सच नही छुपा पाई….
काजल को ऐसे मैंने बिस्तर में ये सारी बातें बताई थी पर वो गुस्से से आगबबुला हो गयी ,उसका ये रूप तो मैंने पहले कभी भी नही देखा था वो चंडी की तरह क्रोधित हो गयी थी …
“उनकी इतनी हिम्मत की मेरे पति के खिलाफ साजिस रचे ,मैं उन्हें जान से मार दूंगी …”उसकी गर्जना सुनकर मेरा भी दिल कांप गया और मैंने जैसे तैसे उसे शांत करना चाहा पर वो कहा रुकने वाली थी ,मैंने उसे समझाया की उन्हें उनके किये की सजा जरूर मिलेगी,और मेरे खिलाफ षडयंत्र रचना कोई बड़ा जुर्म नही है ,असली जुर्म तो है एक लड़की को जबरदस्ती वैश्यावृत्ति में घसीटना….सालो को सालो की सजा होगी ,लेकिन हमे धैर्य से और समझ से चलना होगा हमे ,कानूनन चलना होगा…और हमे रेणु की जिंदगी के बारे में सोचना है,अगर वो ही इस बात से मना कर दे तो हम कैसे उनको सजा दिला पाएंगे ,तुम कल उससे बात करो उसे समझाओ की इस नरक से निकले और जिंदगी में आगे बढ़े ,मैं मिश्रा जी से बात करके कल जी तीनो को गिरिफ्तार करा दूंगा बाकी का प्रोसीजर पोलिश कर लेगी... ”
मेरी बात से काजल थोड़ी शांत हो गयी उसकी आंखों में अब आंसू थे ,वो मुझसे लिपट के रोने लगी…
“किसी को जबरदस्ती ये काम करना हैवानियत है जान ,.उन्हें नही छोड़ना है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए …”
मुझे डॉ की बातें याद आने लगी जो उसने काजल के बारे में कही थी ,उसका वही दर्द अब भी उसकी बातो में झलक रहा था,वो गहरी पीड़ा मुझसे छुप नही पाई ….मैं उसके बालो को सम्हालता हुआ उसे चुप करा रहा था,
“ऐसे एक बार को तो मैं भी बहक ही गया था ,रेणु के भी अच्छे बड़े बड़े है”
मैंने शरारती अंदाज में काजल से कहा ...वो बड़ी बड़ी आंखों से मुझे घूरने लगी,मेरे होठो में शरारती मुस्कान देख वो समझ गयी की मैं उसे चुपकराने के लिए ये सब बोल रहा हु...उसने मुझे एक मुक्का मारा …
“मुझमे कुछ कमी है क्या जो आपको किसी और के पसन्द आ रहे है,”
उसने अपने को मेरे सीने में गाड़ दिया ..
“मेरी जान तेरा प्यार ही तो है जो मुझे कभी बहकने नही देता..”मैं काजल को अपने से अलग किया और उसके होठो को अपने होठो में भर लिया,उसके होठो के रस में वो सुख था की मैं दुनिया की सारी परेशानी भुलकर उसमे खो जाता था...हमारी आंखे बन्द हो चली थी और हम एक दूजे में डूबने को तैयार थे,अब दुनिया की कोई परवाह हमारे बीच नही रही …
उसके नाजुक अंगों से खेलता हुआ मैं बहुत अधीर हो चला था ,आज मैं उसके अंदर ही रहना चाहता था ,वो भी अपने गीले योनि से मेरा स्वागत करने को तैयार थी ,मैं उसके योनि के गर्मी को अपने लिंग में महसूस करता हुआ बस ऐसे ही रहना चाहता था,वो गर्मी मुझे मेरी जान के प्यार का अहसास देती थी ,वो भी अपनी कमर को नही हिला रही थी और मैं भी नही ,आज हम दोनो को झरना नही था बस साथ रहना था,हमने अपने बचे हुए कपड़ो को भी उतार फेका और एक दूसरे के जिस्म की गर्मी के अहसास में खो गए...इससे ज्यादा हमे एक दूसरे से और क्या चहिये था...वो प्यार का अहसास हो ना केवल तन को बल्कि मन की गहराई को भी संतुस्ट कर देता हो ….
आज सुबह रोज की तरहः नही थी ,रेणु के आते ही काजल ने उसे अपने साथ कमरे में बुला लिया आज हम गार्डन भी नही गए ,काजल ने सुबह ही रॉकी को फोन कर दिया और मैंने मिश्रा जी को सारी बात बता दी ,वो इस बात को बहुत ही गंभीरता से लिए क्योकि इसमें वो तीन बल्कि रेणु के जिस्म का सुख भोगने वाले सारे अधिकारी भी शामिल थे और सभी को सजा दिलाना मिश्रा जी का प्रण बन गया ...रेणु के हा बोलते ही मिश्रा जी ने SP को फोन लगाया ...तीनो की गिरफ्तारी थोड़ी ही देर में होने वाली थी जिसका उन्हें इल्म ही नही था,काजल और रेणु अभी भी हमारे बैडरूम में थे और मैं बाहर था ...मैं किचन की तरफ गया तो मुझे रेणु की आवाज सुनाई दी …
“दीदी फिर सोच लीजिये ,वो आपका नाम भी उछाल सकते है…”
ये वही बात थी जो रेणु मुझे बताती हुई रह गयी थी ….
“उनकी इतनी औकात नही है की वो मेरा नाम उछाले उसे मैं सम्हाल लुंगी पर मेरे पति के खिलाफ ऐसी साजिस करने वालो को मैं बिल्कुल नही बक्स सकती,चाहे मैं बदनाम भी क्यो ना हो जाऊ “
काजल की बात सुनकर मुझे फिर से उसपर बेहद प्यार आया…..वो मेरे लिए दुनिया से भी लड़ सकती थी ,मुझे पता था की वो काजल को भी बदनाम कर सकते थे,काजल भी ये बात अच्छे से जानती थी पर उसे मेरा सम्मान ज्यादा प्यार था…
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