RE: Samuhik Chudai अदला बदली
कोमल – पासिबल है, मिनी और लाइफ क्या खराब होगी… हम एक दूसरे को वादा करेंगे की कभी भी बिना बताए हुए, एक दूसरे के पति से ऐसे ही ना चुदवाए… हम दोनों, पे डिपेंड करता है की आगे क्या होगा… वाफ़ादार रहेंगें…. महीने में, एक दिन ऐसा कुछ प्लान बनाएँगे और बाकी दिन नॉर्मल… हज़्बेंड को तो लाइन पर, कर ही लेंगे हम…. यदि तू प्रॉमिस करती है तो मैं बात करती हूँ…
मिनी – हाँ रे… हम एक दूसरे से वफ़ादार रहेंगे…
कोमल – तूने इसलिए बुलाया था या लंच भी करावगी… .?.
मिनी – चल ना, लंच बनाया है ना… चल चलते हैं…
यक़ीनन, उसकी चूत “गीली” थी और मेरी तो भबकारे मार रही थी..
कोमल की हरकतों से लग रहा था की वो “लेसबो” करना चाहती है पर मुझे लेसबो, ज़रा नहीं पसंद..
मुझे चाहिए, बस लंड जो हो “भूसंड”.. ..
खैर, जब मैंने रेस्पॉन्स नहीं दिया तो कोमल लंच करके वापस घर चली गई और हम दोनों, एक दूसरे के पति के लंड का सपना देखने लगीं..
मैंने रंगीला को कॉल करके बताया की मैंने कोमल को मना लिया है और वो अपने पति से बात करेगी…
रंगीला, काफ़ी खुश हुआ.
दूसरे दिन, सुबेह कोमल ने कॉल किया और बताया की जय बहुत ही ज़्यादा खुश है, इस “अरेंज्मेंट” से..
कोमल ने बताया की कैसे जय ने खुश हो के रात में, उसे “4 बार” चोदा..
कोमल ने गाण्ड भी खूब चुदवाई थी, उस रात.. वो बोली की तैयार कर रही थी, अपनी गाण्ड को रंगीला के लिए..
आपको बता दूँ की कोमल को, गांड चुदवाने में ज़्यादा मज़ा आता है, मुझे मुंह में लेने में, मेरे हज़्बेंड को गाण्ड चोद्ने में और जय को मुंह में देने में बड़ा मज़ा आता है..
अब मैंने और कोमल ने अपना काम कर दिया था, बाकी का काम हज़्बेंड्स को करना था.
फिर रात में, रंगीला ने बताया की उन दोनों ने मिल के प्लानिंग कर ली है..
हम दीवाली के अगले दिन, एक होटेल में जाएँगे.. स्टार्ट से ही, हम “स्वाप” कर लेंगे..
रंगीला, कोमल के साथ और मैं, जय के साथ..
ये सिर्फ़ एक “एक्सपेरिमेंट” था इसलिए एक ही रात की बुकिंग की थी.
दीवाली की रात भी, हमने साथ में सेलेब्रेट की थी.
कोमल, जय और डॉली के साथ आई थी.
डॉली, उसकी “बेटी” है.
उसकी भी उम्र, 17 हो चुकी है.
राज और डॉली भी फ्रेंड्स हैं.
राज एक साल, सीनियर है डॉली से.
हमने दीवाली काफ़ी मस्त सेलेब्रेट करी, कोई बोल भी नहीं सकता था की अगले दिन सुबेह हम किसी होटेल में जा के, कुछ “वैसा” करने वाले हैं..
रात में, वो लोग वापस चले गये.
हमारा, नेक्स्ट डे का प्लान था..
राज को रंगीला ने बता दिया था की हम एक रात के लिए, बाहर जा रहे हैं..
राज भी काफ़ी समझदार था, उसे लगा की मम्मी पापा अकेले, टाइम स्पेंड करना चाहते हैं..
उसने भी प्लानिंग करी, अपने दोस्तों के साथ आउटिंग की.
दूसरे दिन 11 बजे, कोमल और जय कार से हमारे घर के नीचे आए.
हमने, एक ही कार में जाने का प्लान किया था.
जब हम नीचे पहुचे तो देखा की जय ड्राइवर सीट पे है और कोमल, पीछे बैठी हुई थी.
हमने भी साथ दिया, मैं जय के साथ आगे बैठ गई और रंगीला कोमल के साथ पीछे.
कोमल और मैंने प्लान किया था, साड़ी पहनने का साथ में बैक लेस्स ब्लाउज.
कोमल, काफ़ी अच्छी लग रही थी लाल साड़ी में..
मैंने नीले कलर की साड़ी पहनी थी.
कार में, हमने ज़्यादा बात भी नहीं करी.
शायद, सब थोड़े रोमांचित और घबराए हुए थे..
होटेल में, चेक इन करा के हम अपने अपने रूम पहुच गये..
हमारा रूम, आमने सामने था.
मैं जय के साथ, एक रूम में चली गई और रंगीला, कोमल के साथ.
हमने पहले लंच करने का प्लान बनाया था.
उसके लिए समान रख के हम सारे लंच के लिए रेस्टोरेंट की और चल पड़े.
लंच के वक़्त ही, हमने ये डिसाइड किया की आज पूरे दिन और रात में क्या होगा..
ये हम लोग डिसकस नहीं करेंगे, एक दूसरे के हज़्बेंड के साथ.
लंच के बाद, हम अपने अपने रूम में चले गये.
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