RE: Samuhik Chudai अदला बदली
कोमल – लास्ट टाइम सही था ना, अमन वाला सेशन.. ..
मिनी – हाँ यार, बड़ा एग्ज़ाइटिंग था ना.. .. मिस्सिंग हिम.. .. बड़ा ईनोसेंट टाइप का बच्चा था.. ..
कोमल – हाँ, बहुत ही ज़्यादा ईनोसेंट था, अपनी मां की गाण्ड और बूब्स पे भी नज़र थी उस बच्चे की.. ..
मिनी – तू ब्लेम कर सकती है क्या उसे.. ..
कोमल – हा हः हहा.. .. मिनी आज अमन मिल जाता तो उसे भी चोद ही डालती.. ..
मिनी – कंट्रोल कर ले मेरी जान.. ..
कोमल – मुझे ना तुझसे अकेले में कोई बात करनी है.. ..
मिनी – बोला ना.. ..
कोमल – नहीं अभी नहीं, वापस जाएँगे तो मैं आती हूँ तेरे घर.. .. फिर बताउंगी.. ..
मिनी – फिर अभी क्यूँ बोली.. .. तू भी ना कभी कभी.. ..
कोमल – देख वो दोनों भी आ रहे, इसलिए बोला की वापस चल के अकेले में बात करेंगे.. ..
रूचि – दीदी, क्या कर रही हो.. ..
मिनी – तेरी ही चूत की बात कर रहे हैं.. .. आ जा अपनी चूत ले के.. ..
अंकिता – ये है सबसे छोटी, पर सबसे बदमाश है.. ..
मिनी – अंकिता, सच बता एंजाय कर रही हो ..?..
अंकिता – हाँ मिनी, धन्यवाद फॉर ऑल दिस.. ..
फिर मैं अंकिता को साथ ले के थोड़ा साइड चली गई..
मिनी – तूने जब बोला की तेरी गाण्ड की लग गई है, मुझे लगा तुम्हारे लिए ज़्यादा तो नहीं हो गया.. ..
अंकिता – नहीं रे, वैसे रंगीला ही गुड.. ..
मिनी – हाँ वो गाण्ड मारने में बड़ा ही अच्छा है.. ..
अंकिता – दीपक भी काफ़ी खुश हैं इस अरेंज्मेंट से.. ..
मिनी – चलो अच्छा है, ये बता तू कुछ एक्सट्रा के लिए ओपन है.. ..
अंकिता – मतलब.. ..
मिनी – देख इस अरेंज्मेंट के साथ ही मेरे, कोमल और रूचि के कुछ सीक्रेट्स हैं.. .. मैं बस पूछ रही हूँ की क्या तू उसके लिए भी ओपन है, यदि तुझे प्राब्लम है तो कोई बात नहीं.. ..
अंकिता – समझी नहीं मिनी मैं, क्या तू कोमल और रूचि के साथ भी अलग से !!!
मिनी – हाँ वो हम तीनों का अपना सीक्रेट है.. बिना लंड के.. देख हमसे ज़्यादा अच्छा कौन जानेगा की हमारी चूत को कैसे चूसा जाए.. .. इसलिए हमने ये एक्सपेरिमेंट किया था.. .. सच बोलूं तो मज़ा भी आया था.. ..
अंकिता – वाव.. .. तूने सेक्स को कितना एग्ज़ाइटिंग बना के रखा है.. .. मैंने पहले कभी किया नहीं है.. ..
मिनी – इसलिए तो मैं तुझसे अकेले मैं पूछ रही हूँ, यदि तू मना कर देगी तो मैं उन दोनों को बताउंगी भी नहीं.. ..
अंकिता – इसलिए रूचि मेरी गाण्ड देख के भी एग्ज़ाइट हो जाती है.. .. क्यूँ की वो इसे भी एंजाय करती है.. ..
मिनी – रूचि की क्या ग़लती है, मैंने भी तेरी गाण्ड देखी थी तो पहली बार तो मेरा भी मन मचल गया था.. ..
अंकिता – तुम जानती हो मिनी, मैं तुम्हें कभी ना नहीं कर सकती.. .. पहली बार होगा तो प्लीज़ थोड़ा सीखा भी देना.. .. और हाँ मैं चाहती हूँ सबसे पहले मैं तुम्हारी चूत को चुसुं.. ..
मिनी – चलो डन.. .. तू मेरी चूसना.. .. तेरी रूचि चूस लेगी.. .. रूचि की कोमल और कोमल की मैं.. ..
फिर हम दोनों ने भी रूचि और कोमल को जाय्न कर लिया..
रूचि – मिनी दीदी, आप सबसे प्राइवेट में ही बात करते हो.. ..
मिनी – हाँ, तुझे कोई प्राब्लम है.. .. तेरी लिए ही कर रही थी.. .. अंकिता भी इन है हमारे अपने सीक्रेट ग्रूप में.. ..
रूचि – वाव, धन्यवाद दीदी.. .. अंकिता दीदी आप की तो मैं ही लूँगी पहली बार.. ..
अंकिता – हाँ ठीक है.. .. अच्छे से ले लेना.. ..
रूचि – मिनी दीदी, आप कमाल की हो.. .. आपके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं है.. ..
कोमल – चल अब बाहर चलते हैं.. .. बीच भी खाली हो गया है.. .. अंधेरा भी होने लगा है.. .. हज़्बेंड्स को बुलाते हैं.. .. सब अपने अपने पार्ट्नर को खुश करो.. .. खूब मज़े से लंड चूसो सब.. ..
फिर हमने अपने हज़्बेंड्स को बुलाया..
वो थोड़ी देर में आ गये..
बीच में काफ़ी अंधेरा हो गया था..
साथ ही सारी फैमिली भी वापस चली गई थी..
हम चारों अपने अपने पार्ट्नर के साथ अपनी अपनी जगह पे चले गये..
थोड़े थोड़े डिस्टेन्स पे हमने जगह बनाया था ताकि ऑक्वर्ड ना लगे किसी को..
फिर मैंने अमन का पैंट उतरा और नीचे बैठ के उसके लंड को चूसने लगी..
अमन – मिनी दीदी, पहली बार ऐसे ओपन में कोई मेरा लंड चूस रहा है..
मिनी – टेंशन ना लो अमन, इसका भी अपना मज़ा है.. ..
अमन – हाँ दीदी चूसो, खा लो मेरे लंड को.. ..
मैंने अच्छे से उसके लंड की चुसाई करी..
फिर अमन ने मुझे उठाया और उल्टा गोद में ले ले लिया..
खड़े खड़े 69 की पोज़िशन में आ गये हम दोनों..
वो खड़े खड़े मेरी चूत चाटने लगा और मैं लटकते हुए उसके लंड को चूसने लगी..
उसने काफ़ी आराम से मेरी वजन को संभाले हुए था..
मुझे भी इस नयी पोज़िशन में उसके लंड को चूसने में मज़ा आ रहा था..
फिर थोड़ी देर में मुझे अनीज़ी फील हुआ तो मैं फिर से नीचे आ गई और उसके लंड को मुंह में लिया..
उसके लंड को चूस रही थी, कभी पकड़ के अपने गाल में थपथपति, कभी दूसरे गाल पे कभी सिर पे..
पूरे फेस पे उसके लंड से ठुकाई कर रही थी.. और फिर से उसके लंड को चूसने लगी थी..
उसका लंड भी काफ़ी गरम हो गया था, और पानी छोड़ने को रेडी था..
अमन – दीदी, इस बार आपके चुचियों में गिराने दो पानी.. .. फिर वहाँ से कलेक्ट करके पी लेना.. ..
मिनी – ठीक है यदि तुझे मेरी बूब्स में गिराना है तो वहीं गिरा और मैंने अपनी बिकनी ब्रा निकाल दी.. ..
फिर उसने लंड अपने हाथ में लिया और ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगा..
उसने सारा लंड का पानी मेरे चुचियों में गिरा दिया..
फिर, वो भी कलेक्ट करने लगा अपनी उंगलियों से और मेरे मुंह में देने लगा और मैं भी खुद से उसके लंड के रस को कलेक्ट करके अपने मुंह में लेने लगी..
पूरा रस पी लेने के बाद, मैंने फिर से अपनी ब्रा पहन ली..
फिर देखा की वो चारों भी अपना अपना सेशन कंप्लीट करके आ रहे थे..
हमने फिर अपना समान कलेक्ट किया और फ्रेश होने चले गये..
रात को डिनर के बाद हम सब अपने अपने बेडरूम गये..
मेरी गाण्ड में अभी से ही खुजली शुरू हो गई थी.. अमन भी फ्रेश लग रहा था, गाण्ड मारने के लिए..
अमन – दीदी, मेरा लंड काफ़ी देर से खड़ा का खड़ा है.. .. आपकी गाण्ड में जाने के लिए बेताब हुआ जा रहा है.. ..
मिनी – अच्छी बात है की लंड खड़ा है, गाण्ड में डालने के लिए एक दम गरम करना पड़ेगा लंड को.. ..
अमन – तो करो ना दीदी.. ..
फिर मैंने अमन की पैंट और अंडरवियर उतारी.. उसका लंड सच में एक दम टाइट हुआ पड़ा था..
मेरे बिना कुछ किए ही लंड तैयार था..
फिर जल्दी से मैंने अपने कपड़े निकाले..
गाण्ड मारने की सोच के ही शायद उसका लंड ऐसा टाइट हुआ था..
मैंने भी सोचा अभी टाइम इधर उधर लगाने से अच्छा है की गाण्ड में लगाया जाए..
मिनी – वो वहाँ से वो लोशन ले के आओ.. .. वो “अनल सेक्स” के लिए ख़ास लुब्रिकेंट है.. .. उसे मेरे गाण्ड में डालो और अपनी उंगलियों से मालिश करो.. ..
फिर अमन ने वैसे ही किया..
उसने लोशन मेरी गाण्ड के छेद में डाला और अपनी उंगलियों से गाण्ड को धीरे धीरे चोदने लगा..
मिनी – अब मेरी उस बैग में एक डिल्डो होगा.. .. वो स्पेशली “अनल सेक्स” के लिए है.. .. उसे मेरी गाण्ड में धीरे धीरे डालो और डिल्डो से चोद के मेरी गाण्ड के छेद को फैलाओ.. ..
फिर उसने वोही किया..
मेरी बैग से डिल्डो निकाली और और उसे धीरे धीरे मेरी गाण्ड में डालने लगा..
डिल्डो का साइज़ उसकी लंड से भी बड़ा था..
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