RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
तभी उधर से आरती का आना हुआ और दोनो मा बेटे अलग हो गये, फिर गीता उठकर गल्लरी मे जाकर अपने दोनो हाथ रलिंग से टिका कर बाहर सड़क की ओर देखने लगी जो कि सोफे पर से नज़र आ रही थी, आरती अजय के पास आकर फुसफुसा कर बोली क्या हुआ देवेर जी कुछ बात बनी, अजय धीरे से क्या बताऊ भाभी मेने मा को गरम तो कर दिया था लेकिन उनके सोफे पर बैठे होने के कारण मे मा की चूत पर अपने हाथ की थपकी नही मार पाया और इतने मे आप आ गई, देखो मेरा डंडा केसा तना हुआ है, आरती ने अजय के लंड को अपने हाथो से दबाते हुए उसके कॅडॅक्पन का एहसास किया उसका लंड वाकई लोहे की मोटी राड जैसा तना हुआ था, तभी आरती के दिमाग़ मे एक आइडिया आया, अजय अभी बात नही बिगड़ी है तू एक कम कर देख अपनी मा को गॅलरी की ओर इशारा करते हुए जहाँ गीता गॅलरी पर हाथ रखे झुकी हुई थी और उसकी मोटी गंद गंद की दो फैले हुए पाट अलग अलग दिशाओ की ओर तने हुए थे, अजय अभी मेरे ख्याल से मम्मी जी की चूत पनिया चुकी है तू एक काम कर पीछे से जाकर अपने खड़े लंड का निशाना बिल्कुल अपनी मा की गंद के छेद मे लगा कर जैसे तू हमेशा अपनी मा से पीछे से चिपक जाता है वैसे ही चिपक जा फिर देख रिक्षन. अजय को आइडिया अच्छा लगा यू आर ग्रेट भाभी और आरती वापस किचन मे चली गई,
अजय सीधा अपनी मा के पीछे गया और अपने खड़ा लंड गीता की गंद की दरार का निशाना साधते हुए सीधे गीता के चूतादो से मा मा कहता हुआ चिपक गया और दोनो हाथो को आगे लेजाकर गीता की मोटी मोटी छातियो का पकड़ लेता है, गीता अचानक गंद मे गढ़ते हुए डंडे के आभास से सिहर जाती है, और अजय मा तुम यहा क्यो चली आई, गीता की चूत पानी पानी हो चुकी थी उसके मूह से आवाज़ नही निकल रही थी बस वह भी अपनी गंद पीछे अजय के लंड की ओर धकेल्ति हुई चुपचाप खड़ी रही, तभी अजय क्या हुआ मा क्या मुझसे नाराज़ हो गई हो, गीता पलट कर नही बेटा मे भला अपने प्यारे बेटे से क्यो नाराज़ होने लगी और अजय को अपने सीने से लगा लिया, अजय के लिए ये अच्छा मोका था उसने भी अपने खड़े लंड को सीधे अपनी मा की चूत से अपनी कमर आगे करते हुए सटा दिया जो सीधा गीता के फड़फडे दाने पर लगा और गीता के मूह से एक हल्की सी आह निकल गई और वह अजय को अपने से चिपका कर खूब चूमने लगी और कहने लगी मेरा प्यारा बेटा कितना बड़ा हो गया है अपनी मा के बराबरी पर आने लगा है, दोनो मा बेटे के चूत और लंड से चिकनाहट बहने लगी और करीब 2 मिनिट तक दोनो एक दूसरे के बदन को अपने बदन से दबा दबा कर मज़ा लेते रहे. तभी उधर से रश्मि का आना हुआ और गीता ने अजय को ढीला छोड़ दिया और फिर तीनो बालकनी मे खड़े खड़े बाते करने लगे.
आरती दोपहर को अजय के रूम मे जाकर क्या हुआ मेरे देवेर राजा कुछ बात बनी या नही. अजय अपनी भाभी को अपने गोद मे बैठाते हुए अपनी भाभी के मोटे मोटे गदराए दूध को दोनो हाथो से मसल्ते हुए अपनी भाभी के गोरे और गुलाबी गालो को चूमते हुए ओह भाभी क्या आइडिया दिया आप ने आज तो मज़ा आ गया, क्यो देवेर जी ऐसा क्या हो गया, अरे भाभी अगर मम्मी ने साडी ना पहनी होती तो आज मेरा लंड खड़े खड़े ही उसकी चूत और गंद दोनो मे घुस चुक्का होता, और आरती के दूध को कस कर दबा देता है, आरती सीसियाते हुए अजय के पाजामे मे अपना हाथ डाल कर उसके लंड को मसल्ने लगती है, मतलब देवेर जी जैसा मैने कहा था तुमने वैसा ही किया, हाँ भाभी मैने अपना खड़ा लंड सीधे मम्मी की मोटी गंद के छेद मे पेल दिया और मम्मी के आगे हाथ लेजा कर मम्मी के मोटे मोटे दूध को अपने हाथो मे भर लिया फिर क्या हुआ, फिर मम्मी सिसियाने लगी और अपनी गंद का प्रेसर मेरे लंड पर डालने लगी फिर आगे घूम कर उसने जैसे ही मुझे अपने सीने से लगाया मैने अपना लंड मम्मी की चूत मे सीधे अड़ा दिया मम्मी मुझे कस कर अपने बदन से चिपकाकर मेरे लंड की चुभन अपनी चूत पर काफ़ी देर तक महसूस करती रही फिर इतने मे रश्मि आ गई, वाह मेरे राजा मतलब एक शिकारी बेटे ने अपनी मा को अपने लंड के जाल मे फसा ही लिया, हाँ भाभी पर पता नही मम्मी को चोदने का मोका कब मिलेगा,
फिकर ना करो देवेर जी अब तुम्हारी मम्मी जल्दी ही तुम्हे पूरी नंगी होकर अपनी चूत मे तुम्हे समा लेगी, बस इंतजार करो, भाभी यू आर वेरी स्वीट और अजय ने अपनी भाभी की मोटी चुचिया मसलते हुए उसके सर के पीछे अपना हाथ ले जाकर अपनी भाभी के चेहरे को अपने चेहरे के पास लाकर, भाभी अपनी जीभ मुझे दिखाओ, आरती अजय की इच्छा समझ गई और उसने अपनी रसीली जीभ जैसे ही अपने मूह के बाहर निकली अजय अपनी भाभी की रसीली जीभ को अपने मूह मे भरकर उसका रस पीने लगा और कस कस के अपनी भाभी की चुचियो और चूतादो को दबाने लगा. दो मिनिट तक भाभी की जीभ चूसने के बाद आरती की चूत मे पानी आ गया, अरे देवेर जी तुम चाहे जब मुझे गरम कर देते हो और फिर हम घरवालो के डर से चुदाई भी नही कर पाते और मैं तड़पति रह जाती हू. अरे भाभी लाओ मे तुम्हारी चूत चाट कर तुम्हे थोड़ा आराम देता हू जल्दी से अपनी साडी उठाओ मे 5 मिनिट के लिए दरवाजा बंद कर देता हू,
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