RE: Sex Hindi Kahani में अम्मी और मेरी बहिन
में अम्मी और मेरी बहिन-10
में सच में सोचने लगा की गांड मरवाने में भी तो कुछ तो मज़ा आता ही होगा,
तभी साहिल मुझसे गांड मरवाकर खुस था उस दिन..!
तभी जमीला ने मुझे बेड पर उल्टा लिटा दिया और मेरी गांड सहलाने लगी.
जमीला= साहिल बहुत ही मस्त गांड है तुम्हारी तो बहुत ही खुशनसीब होगा जो इसको मारेगा...
ये कहकर फिर से वो मेरी गांड चाटने लगी बीच बीच में वो अपनी अंगुली भी डाल रही थी,
अब गांड को अंगुली से दर्द नहीं हो रहा था उलटे मुझे मज़ा आ रहा था ये करवाने का..
तभी जमीला खड़ी हुई और अपना पर्स ली और उससे एक रबर का लंड निकाला और मुझसे बोली,
जमीला=साहिल क्या ये डाल दू आपकी मस्त गांड में ,,
मैंने वो लंड अपने हाथ में लिया, करीब 5 इंच का था और मेरे लंड से पतला भी था,
मैंने जमीला को कहा=दर्द हुआ तो जमीला...?
जमीला=साहिल में क्रीम लगाकर डालूंगी तुम्हे बहुत ही मज़ा आयेगा यकींन करो मुझ पर मेरे जानू.
मैंने हामी भरी तो जमीला खुश हो गयी और जमीला ने अपनी कुर्ती उतार दी,
उसके बूब अब ब्रा में केद थे और बहुत ही प्यारे बूब थे उसके..
फिर उसने अपनी ब्रा भी उतार दी.
उफ़ क्या बूब थे जमीला के बड़े बड़े बूब और काली काली टिट थी उसकी ..
फिर जमीला ने मुझे अपनी चुन्ची पिने को कहा ,
में जेसे बचपन में अम्मी का दूध पीता था वेसे ही जमीला की चुन्ची पिने लगा,
जमीला मेरा लंड हिला रही थी और मुझे उकसा रही थी,
मैंने जमीला को उसकी सलवार उतरने को कहा तो वो बोली= रुको ना जानू क्या जल्दी है,
में रुक गया,
जमीला ने फिर मेरी गांड में कोई क्रीम लगाई,
मुझे ठंडा ठंडा महसूस हुआ,
फिर जमीला ने मुझे उल्टा लेटने को कहा,
में उल्टा लेट गया,
फिर जमीला ने बड़े ही प्यार से मेरी गांड सहलाई,
फिर उसने धीरे से रबर का लंड मेरी गांड के छेद पर लगा दिया,
जमीला= साहिल आप गांड को बिलकुल ही ढीली छोड़ दो ना,
मैंने हामी भरी और अपनी गांड को अकदम ढीला छोड़ दिया,
जमीला ने धीरे से वो लंड मेरी गांड के छेद में फसा दिया,
थोडा सा दर्द हुआ पर ज्यादा नहीं.
जमीला ने मुझे टीवी देखने को कहा,
टीवी में एक मिंया बीबी मिलकर उर शिमेल का लंड चूस रहे थे,
और वो शिमेल बीबी के बूब दबा रहा था,
तभी जमीला ने झटके से वो लंड मेरी गांड में घुसेड दिया.
मेरे मुंह से चीख निकली =अह्ह्ह्हह्ह्हा उई उई अम्मी आहा,,, जमीला निकालो ना इसको प्लीज़.
जमीला=साहिल डरो मत आपकी गांड अब खुल गयी है, थोड़ी देर ही दर्द होगा फिर मज़े का शेलाब आएगा मेरे जानू,
और जमीला उस लंड को आगे पीछे करने लगी,
मुझे दर्द हो रहा था,
पर करीब 5-7 मिनिट में ही मुझे चैन आ गया,
अब जमीला जोर जोर से वो लंड आगे पीछे कर रही थी,
मुझे सचमुच मज़ा आ रहा था.
खां मेरी गांड में एक अंगुली से भी दर्द हो रहा था और अब मेरी गांड लंड भी आराम से ले रही थी,
तभी जमीला ने वो लंड बहार निकल लिया,
में जेसे मस्ती की नींद से जागा,
में बोला = क्या हुआ जमीला,लंड क्यों बाहर निकाला तुमने,
जमीला= साहिल तुम्हे मज़ा आ रहा था ना सच्च बोलो जानू..
मैंने हामी भरी,
जमीला मेरे सामने खड़ी हो गयी में बेड पर लेता हुआ था,
वो मेरे सामने आकर मेरे सर के सामने खड़ी हो गयी,
जमीला मेरे बालो से खेलने लगी और बोली=साहिल क्या तुमको सचमुच का लंड लेना है अपनी गांड में,
मुझे मज़ा आया था और अब में सच का लंड लेना चाहता था अपनी गांड में,
मैंने कहा = हाँ जमीला पर कीसका लंड लूँ में,
जमीला= तुमने कभी शिमेल को देखा है,
असलियत में साहिल,,
में = नहीं कभी नहीं जमीला, पर सुना बहुत है,काश कोई शिमेल होता और मेरी गांड को अपने बड़े से लंड से भर देता,
जमीला= मान लो अगर मेरे पास बड़ा सा लंड होता तुमसे भी बड़ा, तो क्या साहिल तुम भी चूसते,
और अपनी गांड में लेते क्या,
में = हाँ क्यों नहीं जमीला में तो मज़े से गांड मरवाता तुमसे और मज़े करता,
जमीला मेरे सामने ही थी उसने फिर अपनी सलवार उतारी,
बाप रीईईईईई अल्लाह क्या देख रहा हूँ में,
जमीला सही में ही शिमेल ही थी,
अल्लाह क्या मस्त लंड था उसका,
मुझसे भी बड़ा और एकदम गोरा गोरा...
में तो पागल ही हो गया जमीला का लंड देख कर,
क्या लंड था बहुत ही प्यारा,
बड़ा करीब 9'' इंच का था वो ,
झटके खा खा कर हिल रहा था जमीला का लंड.
लंड के टोपे पर एक बूंद पानी की थी,
लंड बिलकुल मेरे मुंह के पास था.
ये देख कर मेरी गांड में खुजली होने लगी,
मैं मौका गँवाए बिना उसके लौड़े को पकड़ सहलाने लगा,
जमीला के मुंह पे एक मुस्कराहट आ गयी थी,
उसका बड़ा लौड़ा लटक रहा था, वो मेरे सर को अपने लंड की तरफ खिंच सी रही थी,
मैंने उसके मस्त लंड को हलके से चूमा,
ये मेरा किसी लंड को चूमने का पहला ही मोका था,
अच्छा टेस्ट था लंड के पानी कानमकीन सा सोल्टी ,
फिर में बेड से उतर गया ,
मैं कुतिया की तरह घुटनों के बल चलता हुआ उसके करीब पहुँचा,
उसका लटकता हुआ लौड़ा मुझे पागल कर रहा था,
मैंने भैंस के बच्चे की तरह उसका लंड पकड़ मुँह में ले लिया,
मैं उसका लंड पूरा टोपे से लेकर आँड तक चूस रहा था ,
मैं उसका लंड पूरे जोश क साथ चूस रहा था कि तभी मुझे एक आइडिया आया,
मैंने अपने दोनों हाथों से उसके कूल्हे पकड़ लिए,
और उसके लंड को अपने मुँह में घुसाने लगा और साथ ही धीरे धीरे उसकी गाण्ड में अपनी उंगली डाल रहा था,
जैसे ही मैंने उंगली डाली, वो और जोर से मुँह में धक्के मारने लगी , उ
सको मज़ा आ रहा था, मैं अब और जोर से उंगली डाल रहा था,
मैंने जम कर उसका लंड चूसा और फिर उसने मुझे पकड़ा,
मेरी मस्त गांड पूरी नंगी की, उसने मुझे बेड पर बिठाया और मेरे पेट पर ही अपना लंड रगड़ने लगी ,
उसने मेरी टांगें उठवा ली और मुझसे कंडोम का पूछा ,
बिलाल मुझे कंडोम देकर ही गया था,
मैंने जमीला को वो पेकेट दे दिया,
जमीला ने अपने बड़े लंड पर कंडोम चढाया और फिर कंडोम पहन कर चढ़ गयी मुझ पर,
करीब 10 मिनट बाद मैंने पूछा- कैसा लग रहा है..?
उसका लंड लोहे की तरह सख्त और उसका टोपा लाल हो गया था,
इतनी देर तक जमीला का लंड चूसने क बाद मेरा लंड भी अपनी चमड़ी फाड़ कर बाहर आना चाहता था।
मैंने पूछा- तुम्हारी गाण्ड को अच्छा लग रहा है या नहीं?
वो बोला- आज तक इतना मज़ा कभी नहीं आया, बहुत ही प्यारी गांड है तेरी और मस्त लंड चूसा है तुमने,
पहले में मारू साहिल अआपकी गांड या आप मेरी मारोगे,
मैंने कहा=ओके, तो पहले मैं तेरी मारता हूँ फिर तू मेरी मारना,
जमीला = हाँ ठीक है.
मैं सर हिला कर बेड पर डॉगी स्टाइल में चढ़ गया,
जमीला अंदर से क्रीम की बोतल लाई और खूब सारा क्रीम अपनी गाण्ड की छेद पर लगाने लगी,
मैंने उसकी गांड का छेद देखा एकदम लाल लाल बिलकुल मेरी अम्मी की चूत की तरह ही था ,
फिर मैंने पहले एक उंगली घुसाई, उसे अच्छा लगा, फिर दो उंगलियाँ, उसे थोड़ा दर्द हुआ,
फिर मैंने उसे पूछा- तुम तैयार हो जमीला ?
जमीला बेड पर लेट गई और मैंने उसके मुंह में अपना लंड दाल दिया ..
वो हाँ बोल कर चुप हो गयी और मैं उसकी गाण्ड में उंगली करते हुए अपने लंड परक्रीम लगाकर कंडोम लगाने लगा.
फिर मैंने उसको पीठ को चूमना शुरू किया और धीरे से अपने लंड का टोपा उसकी गाण्ड के छेद पर लगाया,
उसके कान में कहा= जमीला तुम्हें भी मेरे लंड से बहुत मज़ा आएगा,
और उसकी गाण्ड में धीरे से टोपा घुसा दिया,
वो थोड़ा सा चिल्लायी=उई ऊईईई आहा धीरे साहिल धीरे डालो ,, पर मैंने उसका मुँह बंद का रख,
फिर मैंने दूसरा धक्का दिया और मेरा आधे से ज्यादा लंड उसकी गाण्ड में घुस गया,
उसकी आँखें दर्द के मारे बंद हो चुकी थी,
मैंने धीरे से पूरा लंड अंदर घुसा दिया और धक्के देने लगा ,
धीरे धीरे उसकी गाण्ड का छेद खुल गया और आराम से अंदर बाहर होने लगा.
अब उसकी सिससकारियाँ तेज़ हो रही थी और साथ ही मेरे धक्के भी, बीच बीच में मैं उसका लंड भी हिला रहा था.
फिर मैंने उससे पीठ के बल लेटा दिया और उसकी टाँगें उठा कर अपने कंधे पे रख ली और सामने से उसकी गाण्ड मारने लगा,
अब मैं पूरी गति से धक्के मार रहा था और वो गाण्ड उठा उठा कर मेरा लंड अपनी गाण्ड में ले रही थी,
मैंने चोदते हुए उससे पूछा- मेरा लंड कैसा है?
जमीला =तुम्हारा लंड काफ़ी लम्बा है, मज़ा आ रहा है, प्लीज़ क्या तुम मेरी गाण्ड रोज़ मार सकते हो जानू ?
मैंने कहा- हाँ !
इतना सुनते ही वो और ज़ोर से गाण्ड उछाल उछाल कर अपनी मरवाने लगी ,
वो बीच बीच में कहती =चोद दे मुझे साहिल , रंडी की तरह चोद, इस ब्लू फिल्म की तरह चुदाई कर दे आज मेरी गाण्ड की !
यह सुन कर मैं अपना पूरा लंड पूरे जोश क साथ उसकी गाण्ड में घुसा रहा था ..
करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना पानी उसकी गाण्ड की गहराई में भर दिया.
उसके बाद हम 10 मिनट तक एक दूसरे से चिपक कर सो गये.
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