Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
07-28-2018, 01:04 PM,
#78
RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
शीतल: क्यों तुमने अपनी बड़ी बेहन के पति को शराब पिला कर उसके सिग्नेचर नही लिए थे…उसकी प्रॉपर्टी के डॉक्युमेंट पर….जो तुमने उस मिनिस्टर के नाम करवाई थी….

अजय: नही दीदी मैने ऐसा कुछ नही किया….ये सब आप को किसने कहा…कॉन है जो मेरे खिलाफ आपके कान भर रहा है….

शीतल: अजय मैं सब जानती हूँ….नीलम दीदी ने आत्म हत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था….जिसमे उसने आपके बारे मे सब लिखा था…आप ने जीजा को शराब पिलाई और नशे की हालत में उनसे प्रॉपर्टी डॉक्युमेंट पर साइन करवा कर, उनकी सारी खेती की ज़मीन उस मिनिस्टर के नाम कर दी….ताकि वो अपना मॉल वहाँ बना सके…

अजय: ये सब झूठ है दीदी भला मैं ऐसा क्यों करूँगा….

शीतल: ताकि तुम्हारी अवैध ज़मीन पर दुकान और फॅक्टरी को गिराया ना जाए….और वो दुकान और फॅक्टरी तुम्हारे नाम पर हो सके….मुझे मालूम है कि, उस मिनिस्टर ने तुम्हे फॅक्टरी चालू करने के लिए 50 लाख नकद भी दिए थे……

तुम इतना कैसे गिर सकते हो…..मुझे तो तुम्हे अपना भाई कहते हुए भी शरम आती है….मैं सब कुछ जान कर भी अंज़ान बनी रही….ये मैने ही फैंसला किया था कि, विनय तुम्हारे घर पर रहेगा….ताकि आगे चल कर मैं किसी भी तरह उसको उसका हक़ दिलवा सकूँ….तुमने एक नही दो-2 हत्याए की है…दीदी भी तुम्हारी वजह से मरी है….तुम्हारे साथ मेरे मोह ने मुझे चुप रहने के लिए मजबूर कर दिया था. भाई हो ना….इसीलिए तुम्हारा बुरा ना सोच सकी….

अपनी ग़लतियों को तो तुमने छुपा लिया….पर आज अगर उस नादान से ग़लती हो भी गयी तो, क्या तुम उसे भी मार दोगे…..देखो अजय मैं ऐसा हरगिज़ नही होने दूँगी…वो मेरी बेहन की आख़िरी निशानी है…अगर तुमने ऐसी वैसी कोई हरक़त की तो, मैं सारे रिश्तेदारों को बुला कर तुम्हारी सच्चाई सब के सामने रख दूँगी….दीदी का वो सुसाइड नोट आज भी मेरे पास है…

ये कह कर शीतल ने विनोद को आवाज़ दी…और विनोद उसे लेकर उसके वॉर्ड मे चला गया….विनोद ने किसी तरह से पोलीस वालो से सेटल्मेंट करके मामले को वही दबा दिया…थोड़े दिन लगे शीतल को ठीक होने मे….उस दिन जब शीतल और विनोद घर पहुँचे तो, किरण उनके घर पर आई…..

किरण: दीदी अब आप कैसी है…..?

शीतल: मैं ठीक हूँ…तुम कैसी हो….?

किरण: मैं ठीक हूँ….

शीतल: अजय घर पहुँचा कि नही….?

किरण ने शीतल की आँखो मे देखा और एक पेपर उसकी तरफ बढ़ा दिया…शीतल ने पेपर को पढ़ना शुरू किया….उसमे लिखा हुआ था कि, अजय घर और सारा कारोबार किरण के नाम करके उनकी ज़िंदगियों से दूर जा रहा है….और वो अब लौट कर कभी नही आएगा…..

अजय सब सारी प्रॉपर्टी और पैसा किरण के नाम करके उनसे बहुत दूर चला गया था. लेकिन अब किरण की ज़िम्मेदारियाँ बहुत ज़्यादा बढ़ गयी थी….जिस दुकान से उनका घर चलता था….अब उसको भी किरण को ही संभालना था…दुकान के ऊपेर वाली मंज़िल पर अजय ने एक साल पहले रेडीमेड गारमेंट की मॅन्यूफॅक्चरिंग शुरू की थी. जिसे संभालना अभी किरण के बॅस की बात नही थी….किरण सुबह वशाली और विनय को स्कूल भेजने के बाद दुकान पर जाने लगी थी…किरण को अगले 15 दिन काफ़ी मुस्किलो का सामना करना पड़ा….

किरण रोज की दौड़ धूप से परेशान हो चुकी थी….आख़िर कार उसने फैंसला किया कि, वो गारमेंट के मॅन्यूफॅक्चरिंग का काम बंद कर देगी…और उससे दुकान के ऊपेर जो जगह खाली होगी….उसे वो अपने रहने के लिए घर की तरफ इस्तेमाल करेगी…काम बंद करने के बाद उसने ऊपेर वाली मंज़िल को दो रूम्स किचन बाथरूम मे तब्दील कर दिया. और वो वशाली और विनय के साथ वही रहने के लिए आ गयी….वो सुबह 10 बजे दुकान खोलती और रात को 7 बजे बंद करती….

दोपहर को स्कूल से आने के बाद कभी वशाली तो कभी विनय दुकान पर बैठ जाया करते और किरण को आराम करने और घर का काम करने का मौका मिल जाता…दिन इसी तरह गुजर रहे थे…वशाली और विनय दोनो बच्चे नही थे…हालाकी शीतल के हज़्बेंड ने उस बात को बाहर किसी तक पहुँचने नही दिया था…पर फिर भी वशाली और विनय इस बात से अंज़ान नही थे कि, उनके घर कुछ दिन पहले क्या हुआ था….वशाली जब भी किरण का उदास चेहरा देखती तो, उसका दिल उदास हो जाता….वो एक बार फिर से अपनी माँ को खुश देखना चाहती थी….

इसलिए दोपहर को ज़्यादा से ज़्यादा टाइम नीचे दुकान पर बैठने लगी थी…वैसे तो दुकान पर काम करने वाले दो आदमी और थे…इसलिए वशाली को सिर्फ़ बेचे हुए कपड़ों का हिसाब ही रखना होता था…धीरे-2 सब नॉर्मल होने लगा…किरण को पेट से हुए 3 महीने हो चले थे…उसको पति के जाने को जो थोड़ा बहुत गम था…वो भी वो काफ़ी हद तक भूल चुकी थी…दुकान ठीक ठाक चल रही थी….पैसो की कोई तंगी नही थी….उस दिन दोपहर का टाइम था….वशाली नीचे दुकान पर आई…और किरण से बोली. “मम्मी आप ऊपेर जाकर आराम कर लीजिए….मैं यहाँ बैठती हूँ….” 

किरण: अच्छा ठीक से…ध्यान रखना…..

ये कह कर किरण ऊपेर आ गयी….जब किरण ऊपेर पहुँची, तो वो विनय को देखने के लिए उसके रूम मे गयी….लेकिन जैसे ही वो विनय के रूम के डोर पर पहुँची तो, उसके कदम वही जम गये…विनय बेड पर बैठा हुआ था….उसकी पेंट उसके घुटनो से नीचे तक उतरी हुई थी…और वो अपने लंड को तेज़ी से हिला रहा था….ये देख किरण का कलेजा मूह को आ गया…ऐसा नही था कि, उसने इस हाल मे विनय को पहली बार देखा था….पर लेकिन मूठ मारते हुए उसने विनय को कभी पहले नही देखा था….वो बिना कुछ बोले वहाँ से अपने रूम मे आ गयी….
Reply


Messages In This Thread
RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली - by sexstories - 07-28-2018, 01:04 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 4,468 Yesterday, 01:31 PM
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 3,255 Yesterday, 01:04 PM
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 16,316 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 7,822 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 5,337 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,760,458 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 577,976 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,345,434 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,029,720 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,807,897 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 7 Guest(s)