RE: vasna kahani आँचल की अय्याशियां
आँचल और बंसल फैक्ट्री से ख़ान के ऑफिस को चले. रास्ते में बंसल आँचल से कहते रहा की फैक्ट्री के लिए ख़ान से लोन लेना बहुत ज़रूरी है. जब वो दोनो ख़ान के ऑफिस पहुँचे तो आँचल काफ़ी चिंतित दिख रही थी.
ऑफिस में उनको एक छोटे कमरे में बैठाया गया. आँचल ने अपायंटमेंट नही लिया था इसलिए उसे इंतज़ार करने को कहा गया. बगल में एक बड़ा कमरा था जिसमे बहुत सारे लोग बैठे हुए थे.
आँचल ने ख़ान के टॉप क्लास ऑफिस में इतने सारे लोगों को इंतज़ार करते देखा तो वो इंप्रेस हुई. सोफे में बंसल उससे सट के बैठा था और एक बाँह उसने आँचल के कंधों पर रख दी. और फिर आँचल के कंधों पर उंगलियाँ फिराने लगा. आँचल के साथ अकेले उस छोटे कमरे में बैठने से वो खुश हो रहा था.
तभी उस कमरे में एक साँवली सेक्सी लड़की आई और उनके सामने सोफे में बैठ गयी. उसने एक टाइट ब्लाउज और छोटी स्कर्ट पहनी हुई थी. आँचल ने देखा उस सेक्सी लड़की ने ब्रा नही पहनी हुई है और उसके बूब्स ब्लाउज को बाहर को धक्का दे रहे हैं.
बंसल अपना मुँह आँचल के गाल से चिपकाते हुए धीरे से बोला,” ये लड़की **** हिन्दी फिल्म में एक्टिंग कर चुकी है. सना ख़ान नाम है इसका. बहुत सेक्सी लग रही है. आपको क्या लगता है मैडम ?”
आँचल को बंसल का अपने से चिपकना अनकंफर्टबल फील हुआ लेकिन लड़की ठीक सामने बैठी थी इसलिए उसने भी धीमे से जवाब दिया,” हाँ उस मूवी में ये बारिश वाले सांग में आइटम गर्ल थी.”
बंसल आँचल से और भी चिपटते हुए बोला,” मैडम ये बहुत सेक्सी लग रही है, आपको नही लगता ?”
“उननग्ज्ग…हाँ है. लेकिन ये यहाँ क्या कर रही है ?” आँचल ने पूछा.
तभी उस लड़की ने अपनी टाँगे जोकि एक के उपर एक चढ़ा रखी थी , अलग अलग कर दी. जिससे उसकी चिकनी जांघें और ब्लैक पैंटी दिखने लगी.
बंसल की नज़रें उसकी पैंटी पर ही थी.
वो आँचल के कान में बोला,” मैडम, देखो कितनी छोटी स्कर्ट पहन के आई है.”
फिर बोला,” ये ज़रूर ख़ान के पास उन फिल्मों में रोल माँगने आई होगी, जिनमे वो पैसा लगा रहा है.”
“इसने ब्रा भी नही पहनी है, साफ़ दिख रहा है.” फुसफुसाते हुए अब आँचल भी उत्तेजित होने लगी थी.
“हाँ मैडम , ये ब्रा तो नही पहनी है. लेकिन इसके छोटे हैं, आपके जैसे बड़े नही. ….. हेहेहे…..” बंसल कमीना मुस्कुराने लगा.
“उम्म्म….हूँ…..” आँचल थोड़ा झेंप गयी.
अब बंसल की हिम्मत बढ़ गयी. वो आँचल के कंधे से हाथ ले जाकर उस तरफ के बूब को साइड से दबाने लगा. आगे से साड़ी का पल्लू होने के कारण उस लड़की को ये सब नही दिख रहा था.
फिर आँचल को थोड़ा और अपनी तरफ दबाते हुए बोला,” फिल्म में रोल के लिए ये लड़की ख़ान के साथ सोएगी. पक्का है. कास्टिंग काउच मैडम…”और आँचल की क्लीन शेव कांख (armpit) और बूब पर हाथ फेरते हुए मज़े लेते रहा.
बंसल के हाथ फेरने और सेक्सी बातों से आँचल अब सिसकने लगी थी. पिछले तीन दिनसे उसकी हरकतें जारी थी. आँचल के रेजिस्टेंस को इन तीन दिनों में धीरे धीरे कम करने में बंसल सफल हो गया था.
“उम्म्म…..तुम्हारा मतलब रोल के लिए सना , ख़ान के साथ सेक्स करेगी?” बंसल के बूब्स दबाने से आँचल अब हल्की सिसकियाँ लेने लगी थी.
“हाँ मैडम, ख़ान इसे चोदेगा, बिल्कुल चोदेगा …” आँचल को सिसकियाँ लेते देख बंसल उत्तेजना से गंदे शब्द बोला. और खुश होते हुए सोचने लगा अपनी मादक बॉस का रेजिस्टेंस मैंने तोड़ ही दिया . अब ये सिसकारी लेने लगी है. धीरे धीरे गरम हो रही है. अब मैं इसे चोद पाऊँगा.
बंसल के मुँह से चोदेगा सुनकर आँचल की पैंटी गीली होने लगी.
“मैडम , उस दिन जब मैंने आपको फोन किया तो आप कौन सी मूवी देख रही थी ? उसमे भी तो चुदाई हो रही थी, मैंने समझा की आपका रेप हो रहा है….” आँचल के कान में बंसल बोला.
तभी ख़ान का सेक्रेटरी वहाँ आया और सना को बुला ले गया.
अब उस रूम में वो दोनो फिर से अकेले रह गये.
बंसल ने इसका पूरा फायदा उठाया और आँचल के बूब्स को दबाने लगा. उसके पतले ब्लाउज के बाहर से तने हुए निपल पर अंगूठा फेरते हुए बोला,” बोलो ना मैडम, वो कौन सी मूवी थी ?”
“ओह्ह …मिस्टर बंसल…..” अब आँचल थोड़ा ज़ोर से सिसकी क्यूंकी बंसल उसके निपल को चिकोट रहा था. फिर झूठ बोलते हुए बोली,” वो….उन्ह…एक ब्लू फिल्म थी……”
“मैडम पर उसमे तो मेमसाब कह रहा था कोई …” बंसल अपने पैंट में बने तंबू पर आँचल का हाथ रखते हुए बोला.
“उन्न्नह….बंसल…उहह…ये क्या कर रहे हो ? कोई देख लेगा….छोड़ दो मुझे…” आँचल सिसकी लेती हुई बोली.
बंसल आँचल के बूब्स दबा रहा था और आँचल ने पैंट के बाहर से बंसल का लंड पकड़ा हुआ था.
“अरे साली, तुम्ही ने तो मेरा लंड पकड़ रखा है और बोलती है मैं छोड़ दूं…” बंसल बोला.
आँचल के लंड पकड़ने से बंसल खुश हो रहा था की अब तो ये पट गयी है. अब चुद ही जाएगी.
तभी उस रूम में ख़ान आया , सना भी उससे चिपकी हुई थी.
बंसल और आँचल एक दूसरे से अलग होते हुए झेंपते हुए खड़े हो गये. ख़ान और सना ने सब देख लिया था लेकिन ख़ान आँचल की खूबसूरती में डूब गया और बोला,” आई ऍम सॉरी, मिसेज जोशी. मैं थोड़ा बिज़ी था इसलिए आपकी फैक्ट्री के डॉक्युमेंट्स देख नही पाया. शायद आज शाम को डिनर के टाइम , अगर आप फ्री हैं तो …”
आँचल के जवाब देने से पहले ही बंसल बीच में बोल पड़ा,” हाँ सर, ज़रूर सर, आज शाम को ठीक रहेगा.”
फिर आँचल को भी यही बोलना पड़ा,” हाँ सर, आज शाम को ठीक रहेगा.”
आँचल ने देखा , ख़ान लंबा चौड़ा , करीब 45 साल की उमर का , आकर्षक व्यक्तित्व का आदमी है. उसकी आवाज़ भी गहराई लिए हुए थी. आँचल को वो बहुत सेक्सी लगा. वो सना से ईर्ष्या करने लगी, इतने पावरफुल आदमी का इसे साथ मिल रहा है और मज़े से चुदाई भी करवाती होगी ख़ान से.
उधर ख़ान भी आँचल से बहुत प्रभावित था. क्या खूबसूरत औरत है, गोरी , लंबी है. बड़े बड़े बूब्स, शानदार गांड है. ये मोटे बंसल के साथ क्या कर रही है. इसको तो किसी अच्छे आदमी के साथ होना चाहिए. इस मादक औरत को चोदने में तो मज़ा ही आ जाएगा.
आँचल ने जब ख़ान को अपनी तरफ एकटक देखते पाया तो वो शरमा गयी. वो जानती थी ये भी मेरे उपर फिदा हो गया है. कोई मर्द नही बचा उसके रूप के जादू से.
फिर उन्होने रात 8:30 बजे एक 5 स्तर होटेल में डिनर का टाइम फाइनल किया. ख़ान सना के साथ वहाँ से चला गया और बंसल और आँचल भी ऑफिस से बाहर आ गये.
ऑफिस से बाहर आकर कार की तरफ जाते समय बंसल ने आँचल की कमर में हाथ डालकर चलना चाहा लेकिन आँचल ने उसे एक थप्पड़ जड़ दिया. बंसल गाल सहलाते हुए सोचने लगा, अब इसे क्या हुआ.
आँचल अब अपने ऊपर काबू पा चुकी थी और उसने बंसल को उसकी जगह बता दी की बॉस कौन है.
बंसल का मूड ऑफ हो गया. कहाँ तो वो मैडम हाथ में आ गयी है सोच रहा था यहाँ कमर में हाथ डालते ही थप्पड़ पड़ गया.
आँचल कार चलाने लगी. बंसल चुपचाप बैठा था. बंसल को फैक्ट्री में उतारकर वो अपने पापा के घर चली गयी.
घर आने के बाद अपने बेडरूम में पहुँचकर उसे बंसल पर बहुत गुस्सा आया. उसकी हिम्मत कैसे हुई अपनी बॉस पर हाथ डालने की.
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