04-05-2020, 02:07 PM,
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hotaks
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RE: XXX kahani नाजायज़ रिश्ता : ज़रूरत या कमज़ोरी
राज ने अपने हाथ से मेरा चेहरा उठाया
और मेरी आँखों मे देखते हुए
राज: तो शुरू करे
मे: उसकी आँखों मे देखते हुए
थॅंक्स जैसा तुम चाहो
और वो मेरा हाथ पकड़ कर सोफे के पास ले गया और मुझे सोफे पे बैठा दिया और खुद मेरे सामने खड़ा हो गया
अब पोज़िशन ऐसी थी कि
उसके पॅंट का उभरा हिस्सा मेरे चेहरे के सामने था
यानी उसका लंड मेरे चेहरे से 5 इंच की दूरी पे था.
मे उसी उभरे हुए हिस्से को देख रही थी तभी राज
राज: पॅंट के ऊपर से क्या देख रही हो माँ इसको बाहर निकाल कर देखो तो आप को और ज़्यादा अच्छा लगेगा और मुझे भी
मे उसको देखने लगी
राज: क्या देख रही हो मेरी प्यारी हॉट आंड सेक्सी माँ बाहर निकालो और एंजाय करो अपने बेटे के लंड को
मे उसकी आँखों मे देखते हुए
मे: बहुत बेशरम हो गये हो तुम
और बोलते हुए उसका ट्राउज़र उतारने लगी
और उसके ट्राउज़र को नीचे कर दिया अब वो सिर्फ़ कमर के नीचे फ्रन्चि मे खड़ा था.
और अब उसका वो हिस्सा और ज़्यादा उभरा हुआ लग रहा था
हो क्यों ना बड़ा ही इतना था
राज: इसे भी उतारो ना माँ तभी तो देख पाओगी अपने बेटे के लंड को जो आप को भी बहुत अच्छा लगता है
और उसकी आँखों मे देखते हुए उसकी फ्रेंची को उतार दिया एक झटके से और उस झटके की वजह से उसका लंड भी एक दम मेरे होठों से आ कर लगा
और जिसकी वजह से मुझे अपने मूह को पीछे हटाना पड़ा
राज: सिर पीछे क्यूँ हटाया माँ सिर्फ़ मूह ही तो खोलना था आप को बाकी का काम अपने आप हो जाता
मे: पागल हो गया है मेरे मूह मे घुस जाता
राज: तो क्या हुआ वो भी तो मुट्ठी मारने का स्टाइल है
बस इस मे हाथ की जगह मूह का ईस्तमाल होता है.
मे: चुप हो जाओ राज नही तो मे
राज: नही तो क्या
चलो अब सुरू हो जाओ ज़ल्दी से अब और बर्दास्त नही होता
मे: मैने बोला था ना कि मुझे कुछ नही आता तुम्हे बताना पड़ेगा
राज: तो सुरू करो मेरी प्यार होटी माँ
मे: क्या
राज: वैसे तो मे लंड पे आप की पैंटी लपेट कर मुट्ठी मारता हूँ पर अब जब आप अपने हाथ से मूठ मारोगी तो उसकी ज़रूरत नही है और पैंटी को साइड रख देता है
और मेरा हाथ पकड़ कर अपने लंड पे रख देता है
और मे अपना हाथ हटा लेती हूँ
राज: कम ऑन माँ अब शर्म कैसी शुरू करो ज़ल्दी से
और मेरा हाथ दोबारा पकड़ कर अपने लंड पे रख देता है
जो कि बहुत ही गरम हो रखा था और मेरे हाथ के लगने से झटका खा रहा था
मे: देखो ना राज ये कैसे झटके खा रहा है पकड़ में ही नही आ रहा
राज: क्या करे ये माँ आज ये बहुत खुश है कि आज ये उसके हाथ मे है जिसके नाम की रोज मुट्ठी मारता था
मे: मतलब
राज: माँ सच तो ये है कि मैने अपनी पहली मुट्ठी आप के नाम को ले कर ही मारी थी और
ये कहूँ कि मुट्ठी मारना आप को देख कर ही सीखा तो ग़लत नही होगा
मेरी मुट्ठी मरने की वजह भी आप ही हो
मे: मे मतलब
राज:अब जब यहाँ तक आ गये है तो अब आप से क्या छुपाना
पहली बार जब मैने दोस्तो से मुट्ठी मारना सीखा और पता लगा तो सब से पहले मैने आप के ,,,,,,,,
राज का लंड अब भी मेरे हाथों मे ही था
मे: मेरे क्या
राज: आप को इमॅजिन कर के मारी क्यों कि जब मुट्ठी मार रहा था तो पानी नही निकला पर जब आप को न्यूड इमॅजिन किया जब जा कर
मेरा पहली बार पानी निकला और उस दिन से आज तक आप को ही इमॅजिन कर के अपना पानी निकाल ता हूँ और जब से पैंटी मिलने लगी है तब से और ज़यादा मज़ा आ रहा है और पानी भी ज़्यादा निकल रहा है .
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