XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें
08-04-2021, 12:24 PM,
#42
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें
दोनों चली गई तो मैं लेट गया और फिर मुझको झपकी लग गई, उठा तो शाम के 7 बज चुके थे.मैंने डाइनिंग टेबल पर खाना खाया, मैं अकेला ही था.फिर मैं बाहर निकल गया और कोठी के आस पास चक्कर लगाने लगा.
थोड़ा समय ही घूमा हूँगा कि एक आदमी मेरे से बोला- साहिब, माल चाहिए क्या?‘कैसा माल?’‘कोई लड़की या औरत?’मुझको समझने में थोड़ी देर लगी, मैंने कहा- कहाँ है लड़की?‘साहिब हाँ बोलो तो ले जायेंगे आपको वहाँ!’‘कितने पैसे लगेंगे?’‘यही कोई 50 रुपए!’‘नहीं भैया, मुझको कुछ नहीं चाहिये.’
यह कह कर मैं वापस कोठी के अंदर आ गया और जाकर अपने बैडरूम में पायजामा कुरता पहन लिया और बिस्तर पर लेट गया.थोड़ी देर बाद पहले गंगा आई और फिर बाद में पारो भी आ गई, दोनों ने अपने बिस्तर बिछा लिए और दोनों लेट गई.अब मैं सोच में पड़ गया कि गंगा को कैसे चोदूँ? यह सब मेरी गलती है. पारो को न बुलाता तो अच्छा प्रोग्राम चल रहा था मेरा और गंगा का.यह सब सोचते हुए में जाने कब सो गया.
रात को अचानक मेरी नींद खुली तो देखा कि पारो गंगा के बिस्तर में उसके साथ लेटी हुई थी और उसकी धोती को ऊपर करके उसकी चूत में उँगली से मसल रही थी.पारो की अपनी धोती भी जांघों के ऊपर पहुँच गई थी और गंगा का हाथ भी पारो की चूत से खेल रहा था.पारो की चूत एकदम काले मोटे बालों से ढकी थी.
यह नज़ारा देख कर मैं भी पारो की साइड पर बिस्तर में लेट गया और अपना हाथ उसकी चूत के ऊपर फेरने लगा, कभी उसकी चूत के मुंह को हाथ से मसल रहा था और कभी उसके मोटे मम्मों को दबाने में लगा था.पारो की चूत एकदम गीली हो चुकी थी, उसकी आँखें अभी भी बंद थी.
मैंने चुपके से उसकी धोती को और ऊपर उठाया और पारो की टांगों को चौड़ा कर के अपना खड़ा लंड उस की चूत के ऊपर रख दिया.पहले थोड़ा डाला और फिर उसको धीरे से पूरा डाल दिया.मैंने पारो की आँखों की तरफ देखा जो पूरी तरह से बंद थीं. मुझको लगा कि वो गहरी नींद में सोई थी.गंगा की धोती भी ऊपर उठी हुई थी और उसका हाथ भी पारो की चूत पर था और वो भी पारो की चूत से खेल रहा था.उसका हाथ मेरे लंड से रगड़ रहा था.
पारो की कमर नीचे से ऊपर उठ कर मेरे लंड का स्वागत कर रही थी, उसकी पनिया रही चूत से लप लप की आवाज़ निकल रही थी. थोड़े से धक्के और मारे तो पारो की चूत झड़ गई, उसने कस कर मुझ को चिपटा लिया और कस के बांधे रखा जब तक वो पूरी झड़ नहीं गई.
अब मैंने गंगा को देखा, वो भी चूत में ऊँगली कर रही थी.मेरा खड़ा लंड अब गंगा की चूत में जाने को उतावला हो रहा था.पारो अब करवट बदल कर गहरी नींद में सो गई थी.मैं अब उठ कर गंगा वाली साइड में चला गया और उसकी धोती ऊपर उठा कर लंड का एक ज़ोर का धक्का दिया और वो पूरा उसकी चूत में समां गया.
वो तब भी आँखें बंद कर के सोई हुई लगी. उसको मैंने धीरे धीरे चोदा और उसकी गीली चूत से फव्वारा छूटा दिया.फिर मैंने दोनों की धोती ठीक कर दी और आकर अपने पलंग पर लेट गया.मेरा लंड अभी भी खड़ा था लेकिन मन में ख़ुशी थी कि दो औरतों को चोद कर पट्ठा अभी रात भर सलामी देने को तैयार है.थोड़ी देर में मुझको नींद आ गई और सुबह जब नींद खुली तो दोनों औरतें जा चुकी थी.
थोड़ी देर बाद गंगा मेरी चाय लेकर आई, मैंने उससे पूछा- रात कैसे कटी?वो बोली- छोटे मालिक, ऐसी गहरी नींद थी कि कुछ भी पता नहीं चला.मैं बोला- मुझको भी बड़ी गहरी नींद आई थी.
नाश्ता करके मैं कॉलेज चला गया और दोपहर 2 बजे वापस आ गया.पारो मुझ को ठंडा पानी देने आई, उसके चेहरे को गौर से देखा लेकिन रात की चुदाई का कोई निशाँ नहीं था.कुछ अजीब सा लगा कि इन दोनों की नींद इतनी पक्की है कि इनको पता ही नहीं चला कि वो दोनों रात को चुद गई हैं.
थोड़ी देर बाद गंगा भी आई और बोली- पारो पूछ रही है की रात को क्या बनाएँ?मैंने कहा- कुछ भी बना लो और तुम ना… पारो को पटाओ ताकि हमारा चूत लंड का खेल जारी रहे. उससे पूछो कि वो अपनी चूत की भूख कैसे शांत करती है.गंगा ने हाँ में सर हिला दिया और चली गई.
रात को खाना खाने के बाद मैं बिस्तर में लेटा ही थी कि गंगा आ गई और वो बोलना शुरू हो गई- छोटे मालिक, पारो एक विधवा है जो 3 साल पहले अपने पति को खो चुकी है. तब से वो किसी गैर मर्द के साथ नहीं गई और अपनी काम की भूख सिर्फ उंगली से शांत करती है. वो कह रही थी कि कोई अच्छा आदमी मिल जाएगा तो वो दोबारा शादी कर लेगी. जब मैंने उससे पूछा कि अगर तुमको कोई आदमी केवल कामक्रीड़ा के लिए मिल जाए तो तुम क्या उससे काम क्रीड़ा के लिए राज़ी हो जाओगी? वो कुछ बोली नहीं सिर्फ इतना कहा कि ऐसा समय आने पर मैं देखूंगी.
मैं बोला- अच्छा देखेंगे. मैं सोच रहा हूँ कल वही तरकीब इस्तेमाल करूँगा जो मैंने पहले भी आज़माई थी.

Reply


Messages In This Thread
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें - by desiaks - 08-04-2021, 12:24 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 1,093 1 hour ago
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 810 2 hours ago
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 14,980 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 7,196 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 4,903 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,758,115 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 577,660 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,344,283 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,028,541 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,806,077 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 26 Guest(s)