XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें
08-18-2021, 11:56 AM,
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें
रूबी मैडम इतनी खुश हुई कि उसने जोश में मुझे गले लगा लिया और मेरे लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी.मैंने उस डांसर लड़की की तरफ देखा और उसकी आँखें रूबी मैडम के इस व्यवाहर से विस्फारित हो रही थी लेकिन रूबी मैडम ने उस लड़की को भी घेर कर फिर हम दोनों को एक टाइट जफ्फी मारी.
मैंने मौका देख कर उस डांसर लड़की के नितम्बों पर हाथ फेर दिया और उसको अपने आगोश में ले लिया और साथ में रूबी मैडम के लबों पर एक कामुक चुम्मी कर दी.
रूबी मैडम हम दोनों को लेकर नीचे बैठक में आई और मधु मैडम से फ़ख्र से बोली- लो मैडम, आपके लिए एक लड़का डांसर भी पेश है. ज़रा इसके स्टेप्स तो देखिये?रूबी के इशारे पर और ताली की थाप पर हम दोनों डांस करने लगे जिसको देख कर मधु मैडम हैरान हो गई और ज़ोर से बोली- म्यूजिक चलाओ जल्दी से.
तब ग्रामोफ़ोन पर गाना बजने लगा और मैं और वो डांसर लड़की रूबी मैडम के सिखाये स्टेप्स पर डांस करने लगे.हम दोनों डांस में इतने लीन हो गए थे कि अपनी सुध बुध भूल कर डांस करते ही रहे जबकि बाजा बंद हो चुका था.मधु मैडम ने ज़ोर से तालियाँ बजाई और उनके साथ बाकी सब लड़कियों ने भी वाह वाह की.
सन 1954 में फ़िल्मी डांस के स्टेप्स बड़े ही आसान और सीधे और लयदार हुआ करते थे आजकल के बहुत तेज़ और उछल कूद वाले स्टेप्स के बिल्कुल विपरीत.मधु मैडम भाग कर मेरे पास आई, मुझको गले लगा लिया और कहा- सतीश यार, तुमने हमारी एक बड़ी भूल को सुधार दिया वरना वो पंचोली साहिब तो हम सब को खा जाते. क्यों रूबी, थोड़ी और प्रैक्टिस करवाएँ इसको आज रात तो कल यह डांस के लिए तैयार हो जाएगा ना?रूबी और बाकी सब लड़कियों ने भी शोर मचा कर अपनी ख़ुशी जताई.
यह सब तमाशा नैना भी देख रही थी, उसने और गाँव की सब काम वालियों ने भी बड़ी ज़ोरदार तालियाँ बजाई.आबिदा और उसके साथी डांसर्स ने भी मुझको घेर लिया और कहा- सतीश जी, कमाल का डांस करते हैं आप तो.मैं सर झुकाये सबकी तारीफ कबूल करता रहा.
मधु मैडम ने कहा- सतीश, तुम आज रात को यहीं रुको और थोड़ी रिहर्सल करो ताकि कल हम शूटिंग शुरू कर सकें.मैं बोला- यस मैडम, जैसा आप कहें.यह सुन कर डांस वाली लड़कियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई.
तभी नैना उन लड़कियों में से आबिदा और जूली वगैरह को साथ लेकर लॉन में चली गई और थोड़ी देर बाद वो वापस आई और मुझ को इशारे से अपने पास बुलाया.मैं और नैना भी लॉन में आ गए और वहाँ उसने मुझ को बताया कि सब लड़कियों को बता दिया है कि किस क्रम से उनकी चुदाई का नंबर लगाया जाएगा.
नैना बोली- यहाँ 12 लड़कियाँ हैं, उनमें से कितनी चुदवाने वाली हैं इसका पता आबिदा बेगम लगाएगी और फिर हर रात आप एक कमरे में रहने वाली दो लड़कियों को चोदा करोगे, यह काम तकरीबन एक घंटे में खत्म करके हम अपने हवेली चले जाया करेंगे. हर चुदाई के मौके पर मैं खुद रहा करूँगी आपके साथ.
मैं बोला- शाबाश नैना डार्लिंग, फिर आज किसकी बारी है? लेकिन नैना डियर वो जो हवेली में बैठी हुई हैं मधु और रूबी भी तो चुदना मांगेंगी. उनका क्या करेंगे?नैना बोली- हर रात आप दोनों में से एक को चोद दिया करना, बस हो गया काम! आज रात आप डांस के लिए तो रुक ही रहे हैं तो खाना खाकर आपको मैं खुद आबिदा और उसकी रूम पार्टनर के पास ले जाऊँगी.मैं बोला- ठीक है, रात का खाना बन गया क्या?
नैना बोली- हाँ छोटे मालिक, ये सब तो मीट खोर हैं, सब काम वालियाँ इनको शाम 7 बजे खाना परोस कर और बर्तन इत्यादि मांज कर अपने घरों में चली जाएंगी. मैंने इन के लिए कार का बन्दोबस्त कर रखा है तो इनको कोई कष्ट नहीं होने देंगे.
खाना खाने के बाद तो डांस रिहर्सल होगी जिसमें मुझ को भी आना था तो चुदाई का कार्यक्रम तो उसके बाद ही हो पायेगा.

कहानी जारी रहेगी.

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08-18-2021, 11:56 AM,
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खाना खाने के बाद तो डांस रिहर्सल होगी जिसमें मुझको भी आना था तो चूत चुदाई का कार्यक्रम तो उसके बाद ही हो पायेगा.डांस रिहर्सल रात काफी देर तक चलता रहा और जब तक रूबी मैडम ने अपनी संतुष्टि नहीं जताई तब तक यह डांस रिहर्सल चलता रहा और इस दौरान मुझको तकरीबन सब लड़कियों के साथ डांस करना पड़ा और डांस करते हुए कई मौके मिले जब उन लड़कियों ने मेरे लंड को पैंट के बाहर से छुआ और मैं भी हर लड़की के चूतड़ों और मुम्मों को छूने से बाज़ नहीं आया.कई ने आँखों आँखों में ही चुदाई के लिए निमंत्रण दिया और मैंने भी उनकी सलवार के बाहर से चूत पर तेजी से हाथ लगा कर अपनी रज़ामंदी ज़ाहिर की.
थोड़ी देर बाद रूबी मैडम चली गई हवेली और पीछे रह गए हम सब!हम सब खाने से फारिग हो गए थे तो बैठक में आकर बैठ गए और हलवा खाते हुए नैना ने बताया- अभी तो मैंने आबिदा के कमरे में जाना है जहाँ उसकी सहेली रोज़ी भी मिलेगी और उन दोनों का काम करना है.
थोड़ी देर बाद नैना ने इशारा किया तो मैं नैना के साथ उन दोनों के कमरे की तरफ चल पड़ा जहाँ पहुँच कर देखा तो दोनों ने अपनी बहुत ही पतली झीनी सी नाइटी पहन रखी थी जो मुश्किल से उनके घुटनों तक ही आ रही थी और दोनों ने नाइटी के अलावा कुछ भी नहीं पहन रखा था.दोनों की नाइटी काफी पारदर्शी थी, उन दोनों के जिस्म की साफ़ झलक मेरे लौड़े को मिल रही थी और उसके मुंह से लार निकलना शुरू हो गया था.कमरे में घुसते ही आबिदा और रोज़ी ने मुझको घेर लिया और दोनों ने खूब आलिंगन और चुम्बनों की वर्षा कर दी.नैना ने उन दोनों को कहा- आप अपनी नाइटी उतार दें!
जब उनकी नाइटी उतर गई तो वो दोनों ही बहुत सुन्दर लगी मुझको खासतौर पर आबिदा, जिसका रंग एकदम गोरा था और शरीर की उठान एकदम बढ़िया थी. उसके मम्मे गोल और सॉलिड लग रहे थे और चूत भी एकदम सफाचट थी और उसके नितम्ब भी गोल और उभरे हुए थे वो बिल्कुल एक फ़िल्मी मूर्ति लग रही थी.

उसके साथ खड़ी हुई रोज़ी भी काफी हसीन थी और बहुत ही खूबसूरत शरीर की मालिक थी, उसके उन्नत उरोज और एकदम गोल और मोटे चूतड़ और सफाचट चूत एक कामुक नज़ारा पेश कर रहे थे.रोज़ी स्वयं ही आगे आकर मेरे भी कपड़े उतारने लगी और जब वो मेरे अंडरवियर तक पहुंची तो मैंने और नैना ने एक दूसरे की तरफ देखा और इंतज़ार करने लगे कि देखें ‘अब क्या होगा!’
लेकिन रोज़ी शायद कई बार इसी तरह यह काम कर चुकी थी तो वो होशियार थी और जैसे ही मेरा लौड़ा उछल कर बाहर आया तो रोज़ी ने झट से लपक कर उसको अपने मुंह में ले लिया.मैंने और नैना ने ‘वाह वाह’ की और कहा- कमाल की फुर्ती दिखाई है रोज़ी ने!
आबिदा ने जल्दी से मुझको पकड़ लिया और अपने रसीले होटों को मेरे होटों पर रख कर एक ज़ोरदार जफ्फी मारी.मैंने भी एक हाथ उसके गोल मुम्मों पर फेरने के लिए छोड़ दिया और दूसरे से उसकी चूत में ऊँगली चलाने लगा.
उधर नैना भी नंगी हो चुकी थी, उसने रोज़ी को पकड़ लिया और उसके होटों को चूसने लगी. रोज़ी ने नैना के मोटे मुम्मों को मसलना शुरू कर दिया और इस तरह नैना ने रोज़ी को भी साथ साथ मज़ा देना शुरू कर दिया जिससे मेरा काम बहुत ही आसान हो गया.
आबिदा बहुत अधिक कामुक हो चुकी थी और बार बार मेरे लौड़े को पकड़ कर उसको खींच रही थी.मैंने उसका इशारा समझ कर उससे पूछा- कैसे चुदवाना पसंद करोगी यानि कौन सी पोजीशन से तुमको चोदूँ?आबिदा बोली- मैं तुम्हारे ऊपर बैठ कर चोदूंगी.मैं बिस्तर पर लेट गया और मेरे लंड हवा में लहलहा रहा था.
आबिदा ने दोनों टांगें मेरी दोनों और रख कर बीच में बैठ कर मेरे खड़े लंड को अपनी लबलबाती चूत के मुंह पर रखा और धीरे से मेरे लंड को चूत के अंदर ले गई और फिर झुक कर उसने मेरे लबों को अपने होटों द्वारा चूसना शुरू कर दिया, ऊपर से अपनी कमर को ऊपर नीचे कर के उसने मुझको चोदना शुरू कर दिया.
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08-18-2021, 11:56 AM,
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उसकी टाइट लेकिन एकदम रसीली चूत ने मेरे लंड को प्यार से अंदर बाहर आने दिया और मैंने उसके गोल कमर को हाथों से पकड़ कर मैं भी नीचे से अपनी कमर उठा उठा कर उसकी चुदाई का जवाब देने लगा.उधर रोज़ी नैना की चूत को बड़े प्यार से चाट रही थी, नैना ने उसके सर को कस कर अपने हाथों से पकड़ रखा हुआ था और अपनी चूत को ऊपर उठा कर उसने रोज़ी के मुंह के साथ जोड़ दिया थावो दोनों भी चुदाई में पूरी मस्त थी और एक दूसरी को पूरी आग लगा रही थी.
अब आबिदा ने जल्दी जल्दी से ऊपर से धक्के मारने शुरू कर दिए और थोड़ी देर में ही उसकी चूत से दूधिया पानी बहने लगा लेकिन वो अभी भी धक्के मारने में मस्त थी.मैंने महसूस किया कि आबिदा जल्दी ही छूटने वाली है तो मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत में डाल कर उसकी भग को मसलना चालू कर दिया और ऐसा करते ही आबिदा की चूत में उबाल आ गया और उसने अपनी कमर मेरे लौड़े के साथ जोड़ कर एक ज़ोरदार हुंकार भरी और वो ज़ोर से कांपती हुई स्खलित हो गई.उसने छूटने के साथ मुझको कस कर अपनी छाती से चिपका लिया और मेरे होटों से अपने होटों को जोड़ कर मेरा रस पीने लगी.
तब तक नैना ने रोज़ी को एक बार छूटा दिया था और वो फिर भी मेरे लौड़े की प्यासी थी. जैसे ही आबिदा मेरे ऊपर से हटी, रोज़ी मेरे साथ आकर लेट गई और मेरे लौड़े को झुक कर चूसने लगी.थोड़ी देर मैंने उसको लंड को चूसने दिया और फिर उसको घोड़ी बनने के लिए कहा, वो झट से घोड़ी बन गई और मैंने उसके पीछे बैठ कर उसकी गीली चूत में अपने तना हुआ लौड़ा घुसेड़ दिया, पहले थोड़ा से और फिर धीरे धीरे पूरा का पूरा अंदर डाल दिया और फिर हल्के हल्के धक्के शुरू कर दिये.
मैंने उसके गोल और गोरे चूतड़ों को अपने दोनों हाथों में पकड़ रखा था और आहिस्ता आहिस्ता लंड वाला पिस्टन उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा.रोज़ी को अब बहुत आनन्द आना शुरू हो गया और वो बिदकी घोड़ी की तरह अपने चूतड़ों को आगे पीछे करने लगी.हम दोनों ने धक्के मारने की लय को एक समान कर लिया और फिर कभी तेज़ और कभी धीरे धक्के मारने का सिलसिला जारी हो गया.
मैंने पूरा लौड़ा अंदर डाल कर फिर उसको धीरे से बाहर निकाल कर फिर पूरा अंदर धकेलने का चक्कर चालू कर दिया और उसकी स्पीड भी एकदम से तेज़ करते हुए मैं उसके चूतड़ों पर एक हाथ से थापी भी मारने लगा.रोज़ी ने अपना सर नीचे की तरफ करके अपने गोल चूतड़ों को मेरे लंड से बार बार जोड़ते हुए यह इशारा दे दिया कि वो झड़ने के करीब है और मैंने अब अपनी अंधाधुन्ध स्पीड को चालू करते हुए शीघ्र ही रोज़ी को उसकी मंजिल पर पहुँचा दिया.
रोज़ी का जब छूटा तो वो अपने सर को इधर उधर करने लगी और उसकी चूत का सिकुड़ना भी जारी हो गया, उसकी चूत की पकड़ मेरे लंड पर तीव्र हो गई.वो बिस्तर पर लेट चुकी थी और मैं भी उसके ऊपर ही पसरा हुआ था.
जैसे ही रोज़ी की चूत की पकड़ कुछ ढीली हुई और मेरा लंड चूत के बाहर आया तो मैं उठा और नैना जो साथ ही नंगी ही लेटी हुई थी उसकी की टांगों के बीच में बैठ कर अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा.नैना ने मुझको कस कर अपने शरीर से चिपका लिया और मेरे धक्कों का जवाब देने लगी.
रोज़ी के साथ लेस्बो सेक्स करके वो इस वक्त काफी गर्म हो चुकी थी तो ज़्यादा देर टिक ना सकी और जल्दी ही धराशायी हो गई और मुझको गहरे चुम्बन के बाद उसने छोड़ दिया.मैं उठा और अपने गीले लौड़े को हाथ में लेकर उसको हवा में लहलहाते हुए सारे कमरे में घूमने लगा.
आबिदा यह सारा दृश्य देख रही थी और उसकी आँखें हैरानी से खुली की खुली रह गई.आबिदा ने नैना से पूछा- अरे सतीश का लंड तो अभी भी खड़ा है… यह कैसे हो सकता है? सतीश क्या तुम अफीम खाते हो?नैना बोली- छोटे मालिक कुछ भी नशे की चीज़ नहीं खाते या पीते हैं और यह जो तुम लंड का नज़ारा देख रही हो वो तो जारी रह सकता है जब तक छोटे मालिक चाहें. यह इनको कुदरती वरदान है लेकिन यह इसका दुरूपयोग कभी नहीं करते.
अब मैं उठा, नैना को एक जफ्फी मारी और अपने कपड़े पहनने लगा और तब तक नैना भी पानी साड़ी और ब्लाउज पहन चुकी थी.रोज़ी और आबिदा दोनों ही नंगी उठी और मुझको एक बड़ी भाव भीनी चुम्मी और जफ्फी दी दोनों ने और बोली- सतीश यार, तुम तो कमाल की चीज़ हो, अगर हमारा बस चले तो हम तुमको अपने साथ ही ले जाएँ.नैना बोली- ऐसा कभी न करना, क्यूंकि दुनिया में बहुत सी प्यासी औरतें हैं जिनको सतीश जैसे लंड की ज़रूरत अक्सर पड़ती रहती है.
फिर हम दोनों बाइक पर बैठ कर घर आ गए और वहाँ पर्बती ने हवेली का दरवाज़ा खोला और हम दोनों अंदर आकर अपने कमरे में चले गए.नैना रसोई में गई और मेरे लिए ख़ास मसालेदार दूध ले कर आई जिसको पीने के बाद मुझ में शक्ति की एक लहर सी दौड़ गई.नैना बोली- छोटे मालिक, अब कुछ दिन तो आपको यह दूध तो पीना पड़ेगा. खासतौर से जब तक यह फ़िल्मी पार्टी यहाँ है. अच्छा अब मैं चलती हूँ.
यह कह कर वो जाने लगी तो मैंने उसको पकड़ लिया और एक बड़ी कामुक जफ्फी और लबों पर एक चुम्बन दे दिया.

कहानी जारी रहेगी.

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08-18-2021, 11:56 AM,
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अनजान औरत द्वारा मेरा देह शोषण


नैना बोली- छोटे मालिक, अब कुछ दिन तो आपको यह दूध तो पीना पड़ेगा, खासतौर से जब तक यह फ़िल्मी पार्टी यहाँ है. अच्छा अब मैं चलती हूँ.यह कह कर वो जाने लगी तो मैंने उसको पकड़ लिया और एक बड़ी कामुक जफ्फी और लबों पर एक चुम्बन दे दिया.
मैं बिस्तर पर आज सिर्फ अपने अंडरवियर में ही लेट गया क्यूंकि मैं काफी थक गया था और मुझको काफी सख्त नींद आई हुई थी.ना जाने कब मेरी नींद खुली तो मैंने महसूस किया कि कोई हाथ मेरे शरीर पर रेंग रहा है लेकिन मैं दम साधे लेटा रहा यह देखने के लिए कि यह किसका हाथ है.
थोड़ी देर इसी तरह मेरे शरीर पर रेंगने के बाद उस हाथ ने मेरे लंड को छेड़ना शुरू किया और जल्दी ही मेरा लंड एकदम से अकड़ गया लेकिन मैं बिल्कुल कुछ भी हरकत किये बगैर दम साधे लेटा रहा.फिर एक मुंह मेरे लंड को लेकर उसको धीरे धीरे चूसने लगा और जैसे जैसे वो मुंह मेरे लंड को चूसता जा रहा था, लंड और भी अकड़ता जा रहा था.
अब जैसे ही लंड को छोड़ कर मुंह हटने लगा, मैंने झट से उसको अपने हाथों में पकड़ लिया और उसके अभी भी गीले होटों पर अपने होंट रख दिए.घने अँधेरे में मुंह का मालिक एकदम अकचका गया और अपने मुंह को छुड़ाने की कोशिश करने लगा.मैंने अब अपने हाथ उस एकदम नंगे शरीर के मालिक के चूतड़ों पर रख दिए और उनको हल्के हल्के सहलाने लगा.मैंने यह महसूस किया कि शरीर किसी हसीना का ही हो सकता है.

मुंह की मालकिन ने अब मुंह छुड़ाने की कोशिश छोड़ दी थी और वो अब मेरे द्वारा की गई छेड़छाड़ का आनंद ले रही थी.अब मैं अपने हाथ उसके नितम्बों से हटा कर उसके मुम्मों पर फेरने लगा और उसके चूचुकों को छेड़ने लगा जो अब एकदम से सख्त हो चुके थे.कमरे में उस रात्रि बहुत ही घना अन्धकार था, शायद वो अमावस्या की रात थी इसी कारण हम एक दूसरे के अंग भी नहीं देख पा रहे थे.
अब उस अनजान औरत ने मुझको आलिंगनबद्ध किया और मेरे शरीर को चूमते हुए उत्तेजना की चरम सीमा पर पहुंचा दिया. अगले ही कुछ क्षणों में वो औरत मेरे दोनों तरफ पैर रख कर मेरे ऊपर बैठ गई और मेरे लौड़े को हाथ से पकड़ कर उसने अपनी गीली चूत के मुंह पर रख कर ऊपर से ज़ोर का धक्का दिया और फिर उसने बड़े ही प्रेम से मेरी चुदाई शुरू कर दी और मैं उसके गोल गोल मुम्मों को अपने हाथों में लेकर मसलने लगा.
वो कभी कभी झुक कर मेरे होटों को भी चूस रही थी और मैं भी उसके मम्मों को कभी कभी चूस लेता था.यह सिलसिला कितने समय चला, यह मुझको मालूम नहीं लेकिन ऊपर नीचे होते हुए वो एकदम रुक गई और फिर उसका शरीर ज़ोर से अकड़ा, फिर वो एकदम ढीली पड़ गई और जल्दी ही मेरे ऊपर ही पसर गई..
तब मैंने उसको अपने ऊपर से हटा कर बिस्तर पर लिटा दिया और फिर मैंने स्वयं उसकी टांगों को चौड़ा करके खुद उसको चोदने लगा और इतनी तेज़ और ज़ोरदार चुदाई की उस अनजान औरत की कि मुझको यकीन है कि वो ज़रूर एक दो बार ज़रूर झड़ गई होगी.फिर मैं उसके ऊपर से हट कर बिस्तर पर लेट गया और बड़ी शीघ्र ही मुझको नींद ने आन घेरा.
सवेरे जब मैं उठा तो वो औरत जा चुकी थी, मैं बहुत हैरान हुआ कि यह कौन हो सकती है? क्या यह रूबी थी या फिर मधु मैडम थी? इस राज़ को मैं आज तक नहीं जान सका.
सुबह जब नैना चाय देने आई तो मैंने रात वाले किस्से का ज़िक्र उससे भी किया लेकिन वो भी इस पहेली को नहीं सुलझा सकी.फिर हम दोनों ने मिल कर कमरे और बिस्तर को पूरी तरह से छान मारा लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
अगले दिन सारा दिन नदी किनारे डांस होता रहा और थोड़ी शूटिंग भी की कैमरा ऑपरेटर्स ने!उस दिन मुझको महसूस हुआ कि कितना कठिन होता है फिल्म का निर्माण करना.
एक एक शॉट को पूरा करने में कई घंटे लग जाते थे और कितनी बार एक ही तरह के डांस स्टेप्स को दोहराना पड़ता था. आज सब डांसर्स ने अपनी पूरी डांस वाली ड्रेस पहनी हुई थी और मुझको भी गाँव के जवान लड़के की पोशाक पहना रखी थी.
लंच ब्रेक में मैं नदी किनारे अपने गुप्त स्थान की तरफ चला गया जो वहाँ से थोड़ी दूर था. सोचा था कि वहाँ जाकर थोड़ी देर सो लूंगा लेकिन जैसे ही मैं उस जगह घुसा तो मेरे पीछे सैंडी नाम की डांसर भी घुस आई. मैं चौंक गया कि यह कैसे यहाँ पहुँच गई?
पूछने पर सैंडी ने बताया कि वो तो मेरे पीछे आते हुए यहाँ तक पहुँच गई थी.मैं बोला- कहो, कैसे आना हुआ यहाँ?सैंडी बोली- मैं तुमको फक करना चाहती हूँ अभी यहाँ पर!मैं बोला- यहाँ तो खतरा है सैंडी, कोई भी आ सकता है यहाँ.सैंडी बोली- कोई बात नहीं, प्लीज फक करो मुझको!और सैंडी मुझको पकड़ कर होटों पर चूमने लगी और गाँव वालों के स्टाइल की छोटी सी धोती में से मेरे लंड को ढूंढने लगी.
[b]फिर उसने मेरी धोती ढीली कर दी और मेरे लंड को अंडरवियर से निकाल लिया और उसको अकड़ा हुआ देख कर खुश हो गई. उसने भी गाऊँ वाली औरतों की तरह छोटा सा लहंगा पहन रथा था जो उसके घुटनों तक आ रहा था और उसके नीचे भी एक छोटी सी टाइट पजामी पहन रखी थी.
उसने खुद ही अपनी पजामी को नीचे कर दिया और मेरे हाथ को अपनी चूत के ऊपर रख दिया.उसकी सफाचट मुलायम चूत पर हाथ फेरते हुए मैंने उसको एक बहुत ही कामुक चुम्बन दे दिया.उसके मम्मों पर हाथ लगाया तो वो काफी कठोर महसूस हुए और उसके चूतड़ भी गोल और उभरे हुए लगे.
अब मैं पूरे जोश में आ चुका था तो मैंने उसको घोड़ी बनाया और उसकी चूत के मुँह के ऊपर अपना लौड़ा टिका कर ज़ोरदार धक्का मारा और वो पूरा का पूरा अंदर चूत में समा गया.मैंने उसको धीरे धीरे चोदना शुरू किया क्यूंकि उसकी चूत अभी पूरी गीली नहीं हुई थी. थोड़ी देर हल्के धक्कों के बाद ज़ोरदार धक्कों को शुरू कर दिया क्यूंकि किसी वकत भी कोई आ सकता था.
मैंने धक्कों की स्पीड एकदम तेज़ कर दी और सैंडी जल्दी ही तिलमिलाती हुई झड़ गई लेकिन मैंने अपनी चुदाई जारी रखी और सैंडी को भी अब बेहद मज़ा आने लगा था, वो बार बार अपनी गांड को आगे पीछे कर रही थी और मेरे धक्कों का पूरा जवाब दे रही थी.
सैंडी को कभी हल्की स्पीड और कभी तेज़ स्पीड से चोदते हुए मैं उसको फिर छूटने की कगार पर ले आया और आखरी कुछ धक्के इतनी स्पीड से मारे कि सैंडी का मुख खुला का खुला रह गया.अब सैंडी अस्फुट आवाज़ में बोल रही थी- मार डालो… और मारो… ओह्ह्ह मी गई ली रे!यह कहते हुए सैंडी ज़मीन पर लेट गई.
जब वो उठी तो जल्दी से उसने अपने कपड़े ठीक किये और कहने लगी कि वो बम्बई के मछुआरे परिवार से है और वहाँ फक करने की खुली छूट है.मैंने कहा- कॉटेज में तुम्हारे कमरे का नंबर क्या है?सैंडी बोली- मेरा और जूली का कमरा नंबर 2 है और तुमसे चुदने की हमारी बारी है आज रात!मैं बोला- तुम और जूली तो मेरे से चुद चुकी हो न… फिर दुबारा क्यों नंबर लगा रही हो?सैंडी हंस कर बोली- आज रात हम तीनों नंगे होकर चोदेंगे ना, तो उस चूत चुदाई का मज़ा ही कुछ और है.
फिर मैं सैंडी को लेकर एक घुमावदार रास्ते से वापस लौटा जहाँ अभी सब आलखन फ़रमा रहे थे. मुझको यकीन था कि सैंडी अगर चाहे भी तो वो दोबारा वो नदी किनारे वाली छुपने की जगह नहीं ढूंढ पाएगी.

कहानी जारी रहेगी.

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08-18-2021, 11:57 AM,
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फ़िल्मी डांसरों की चूत चुदाई


आज रात में कमरा नंबर 2 की डांसर लड़कियों की चुदाई तो अभी बाकी थी तो मैं जाकर उन्हीं के कमरे में थोड़ा लेट गया और ना जाने कब मेरी नींद लग गई और मैं बहुत ही गहरी नींद में सो गया.और जब मैं उठा तो देखा नैना मुझको झंझोड़ कर उठा रही थी.
मैं अकचका कर उठ बैठा और हैरानी से नैना से पूछा- क्या मैं बहुत देर सोया?नैना हँसते हुए बोली- नहीं जी, कुछ ज़्यादा देर नहीं यही कोई एक घंटा सोये होंगे आप!मैं बोला- अच्छा, आज दिन को नहीं सोया ना, शायद इसी लिए नींद आ गई थी.नैना बोली- चलिए खाना तैयार है, चल कर खा लो, बाकी सब लड़कियाँ आपका इंतज़ार कर रही हैं.मैं जल्दी से उठा और बाथरूम में अपना मुंह धोया और नैना का हाथ पकड़ कर मैं बैठक में आ गया.
सब लड़कियाँ मुझ को देख कर शोर मचाने लगी- आइये जनाब, आपका स्वागत है… इधर आ जाइए, हम सब आपकी राह में आँखें बिछाये बैठे हैं.मैं भी मज़ाकिया लहजे में बोला- मैंने सोचा आप शायद मेरी राह में अपना बिस्तर बिछाये बैठे हैं!उसी लड़की ने जवाब दिया- जी हाँ जनाब, आपके लिए पलकों के बिस्तर बिछाये बैठे हैं.मैं बोला- क्या दिलकशी है ऐ मेरे दोस्त, हम भी तो आप पर अपना सब कुछ लुटाए बैठे हैं.सब लड़कियाँ बोल उठी- वाह वाह, क्या बात है अब जवाब दे ज़ूबी.ज़ूबी बोली- ज़हे किस्मत जो आप जैसे सब कुछ लुटाने बैठे हैं.मैं बोला- लूट लो जो लूट सको ऐ मेरे सनम, जान तो क्या अपनी ईमान तक लुटाए बैठे हैं.

तभी नैना बोली- हज़रात यह लूटने लुटाने का सिलसिला बंद कीजिये और चल कर अपने उनका और उनकी उनका मिलान शुरू कीजिये.मैं बोला- चलिए जना, अपनी लेकर, हम अभी अपना लेकर आते हैं.तभी जूली और सैंडी मेरे साथ चलने के लिए तैयार हो गई, उन दोनों को देख कर मैं ज़रा चौंक गया और नैना को अपने पास बुला कर बोला- अरे इन दोनों को तो मैं यहाँ चोद बैठा हूँ, अभी फिर से इनकी चुदाई शायद ठीक नहीं होगी. कमरा नंबर 3 वालों की बारी लगा दो ना प्लीज!
नैना एकदम ठिठक गई और बोली- छोटे मालिक ठीक कह रहे हैं, इन दोनों का काम तो हो चुका है, अब कमरा नंबर 3 वालों की बारी है, कौन है 3 में बोलो प्लीज?दो लड़कियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए और मैंने उनको पहचान लिया क्यूंकि वो मेरे सामने खड़ी थीं कुछ समय पहले.
मैंने कहा- नंदा जी, और दूसरी हैं रागिनी जी, क्या मैं सही हूँ?नंदा बोली- अभी मैं लूंगी अपना चंदा, तब शुरू होगा कोई दूसरा धंधा.मैं बोला- चलो तो फिर कहीं दूर चलें, क्यूंकि धंधा है अभी कुछ मंदा.
मैं और नैना नंदा और रागिनी के पीछे उनके कमरे में पहुँच गए और दोनों ने झट शुरू कर दिया अपने कपड़े उतारने.फिर मुझको अभी कपड़े पहने देख कर रागिनी आ गई और बारी बारी उसन मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए, यहाँ तक कि मेरे अंडरवियर को उतारने के बाद ही उसने मुझको छोड़ा और फिर उसने मेरे लंड को चूसना भी शुरू कर दिया.ह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
अब मैंने दोनों लड़कियों को सीधा खड़ा रहने के लिए कहा और मैं उनको नग्न अवस्था में देख कर बड़ा ही आनंदित हुआ. दोनों के मम्मे एकदम मस्त गोल और सॉलिड थे और काले गोल चूचुक अब पूरी तरह से सख्त हो गए थे.दोनों की चूत पर घने काले बाल लहरा रहे थे जो कुछ लड़कियों की सफाचट चूत को देखने के बाद अजीब लग रहे थे.मैंने नंदा से पूछ ही लिया कि ऐसा क्यों है?
नंदा बोली- इन डांसर लड़कियों में से कुछ प्रोफेशनल डांसर्स हैं जो अक्सर डांस बार में डांस भी करती है जब इनके पास फिल्मों का काम नहीं होता तो इनको अपनी चूत को सफाचट रखनी पड़ती है लेकिन मैं और कुछ लड़कियाँ सिर्फ फिल्मों में ही डांस करती हैं सो हम पर चूत सफाचट रखने की शर्त लागू नहीं होती.मैं बोला- तो यह बात है. वैसे ना मुझ को सफाचट चूत देख कर मज़ा नहीं आता क्यूंकि चूत की शान तो उस पर छाई काली बालों की घटा होती है जो चूत के अंदर के राज़ अपने पीछे छुपा कर रखती है.
अब मैंने नैना की तरफ देखा और आगे बढ़ कर उसकी भी साड़ी उतार दी और उसको भी नंगी कर दिया.फिर मैंने बारी बारी से नंदा और रागिनी के मुम्मों को चूसा और उनके चूतड़ों को काफी देर मसला, नैना के मम्मों को भी चूसा और उनका मुकाबला दो हसीन डांसर्स के गोल और अति सुंदर मम्मों के साथ किया.
नैना के मम्मे ज़्यादा मोटे और सॉलिड थे और उनमें ज़रा भी लटकाव नहीं था जब कि उन दो फ़िल्मी सुंदरियों के मम्मे गोल और सॉलिड ज़रूर थे लेकिन उनमें थोड़ा थोड़ा लटकाव आना शुरू हो गया था.यह शायद उनके डांसर के पेशे के कारण था.

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08-18-2021, 11:57 AM,
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें
फिर नैना ने उन दोनों को बिस्तर पर लिटा दिया और आप भी उनके साथ लेट गई.सबसे पहले मैंने रागिनी की चूत में मुंह डाल कर उसकी चूत को चूमना और चूसना शुरू कर दिया और मेरी देखा देखी नैना ने नंदा की चूत को चूसना शुरू कर दिया और इस तरह हम दोनों ने मिल कर दोनों फ़िल्मी कलाकारों को चुदाई के लिए पूरी तैयार कर दिया.
अब रागिनी मेरे लंड को खींचने लगी और अपने ऊपर आने के लिए दावत देने लगी तो मैं जल्दी ही उसकी जांघों में बैठ कर उसकी चूत में सख्त लौड़ा डाल धीरे धीरे चूत की चुदाई करने लगा.बहुत ही धीरे से लंड को अंदर डालना और फिर अंदर डाल कर कुछ सेकण्ड्स के लिए बगैर हिले डुले उसको अंदर ही रहने देना, यह मेरा नई तकनीक थी जिसको औरतों और लड़कियों ने बहुत ही पसंद किया था.इस चुदाई के तरीके से कोई भी चुदने वाली औरत या फिर लड़की लंड के साथ और चुदने के लिए उतावली हो जाती थी.
अब मैंने रागिनी को बड़ी तेज़ी से चुदाई के लिए मजबूर कर दिया और वो मेरी स्पीड के आगे अपने सर को इधर उधर करने में लगी हुई थी.जल्दी ही रागिनी के शरीर में एक ज़ोरदार हरकत होना शुरू हो गई और उसकी चूत में से क्रीम के समान झाग वाला पानी निकलने लगा, जल्दी ही रागिनी झनझनाती हुई छूट गई और छूटते वक्त उसने मुझको अपने शरीर के साथ पूरी ताकत से चिपटा लिया.
रागिनी के ऊपर से हटते ही मैंने नंदा की चूत का निशाना बनाया और उसी तरीके से उसको भी चोद कर मैंने शीघ्र ही अपनी फतह का झंडा लहराया.फिर मैं लेट गया बिस्तर पर और नैना ने भी मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लंड को खूब छकाया और खुद दो बार झड़ कर मुझको भी उस्ताद बनाया.
वहाँ से कपड़े पहन कर हम दोनों हवेली जाने लगे ही थे कि नैना ने कहा- आओ तुमको बाकी लड़कियों के कारनामे भी दिखा देती हूँ. हम सबसे पहले कमरा नंबर 6 के बाहर पहुँचे तो नैना ने एक चोर झरोखे की तरफ की इशारा किया और जब मैंने अंदर का दृश्य देखा तो मैं दंग रह गया.नाईट लैंप की मद्धम रोशनी में मैंने देखा कि एक थोड़े भरे जिस्म वाली लड़की ने अपनी कमर में रबर का लंड पेटी से बाँधा हुआ था और एक खूबसूरत लड़की को बड़ी लग्न से चोद रही है और नीचे वाली कलाकार ज़ोर ज़ोर से हाय हाय कर रही थी.
नैना जल्दी से 5 नंबर कमरे के दरवाज़े में एक गोल सा छेद था, उसके पास ले गई और वहाँ देखा कि एक नंगी लड़की दूसरी लड़की की गांड में खीरे को डाल रही थी.यह दृश्य देख कर मैं हैरान रह गया और बाकी कमरों की लाइट बंद थी तो हम वहाँ कुछ नहीं देख सके.फिर हम दोनों मेरी बाइक पर बैठ कर हवेली आ गए और घड़ी में टाइम देखा तो कोई ज़्यादा समय नहीं हुआ था, यही कोई रात के 9 बजे थे, मैं अपने कमरे में चला गया.
थोड़ी देर बाद नैना मेरे लिए गरम गरम मसालेदार दूध लेकर आई और बोली- वो पर्बती कह रही थी कि छोटे मालिक हमको तो भूल ही गए. लेकिन मैंने उसको बताया कि छोटे मालिक कितना काम में फंसे है और जब तक यह फ़िल्मी धंधे वाले लोग नहीं जाते, वो बहुत ही बिजी रहेंगे. मैं पर्बती को आज रात अपनी कोठरी में सुला रही हूँ, उसके शरीर की गर्मी को शांत कर दूंगी, आप बेफिक्र रहें.
जब नैना जाने लगी तो मैंने उसके लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी और उसके गोल और उभरे हुए चूतड़ों को भी मसला.

कहानी जारी रहेगी.

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08-18-2021, 11:57 AM,
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

चिपको डांस की शूटिंग


जब नैना जाने लगी तो मैंने उसके लबों पर एक हॉट किस जड़ दी और उसके गोल और उभरे हुए चूतड़ों को भी मसला.उस रात मैं बहुत ही थका हुआ था और जल्दी ही सो गया.
पिछली रात की तरह आज भी मेरी नींद अचानक खुल गई, मैंने महसूस किया कि मेरे दोनों तरफ कोई सोया हुआ है.आज मैंने अपने साथ एक टॉर्च रखी हुई थी, जैसे ही मुझको लगा कि कोई मेरे बेड पर है तो मैंने टॉर्च की रोशनी को अपने हाथ से दबा कर देखा कि मेरे साथ रूबी मैडम और मधु मैडम दोनों ही एकदम नग्न अवस्था में लेटी हुई थी.
मैंने अपने लंड को हाथ लगाया तो मैंने महसूस किया कि वो दो तीन बार किसी चूत को चोद चुका है क्यूंकि उसमें सफ़ेद पानी की सूखी परत जमी हुई थी और मेरा पायजामा भी नदारद था.मैंने ध्यान से दोनों नंगी औरतों को देखा तो पाया कि वो दोनों बड़ी गहरी नींद में सोई हुई थी..

मैं अब जाग चुका था और मेरा लौड़ा भी एकदम मस्त खड़ा था तो मैंने सोचा चलो कुछ इन फ़िल्मी चूतों का भी दुबारा आनंद ले लें.मैंने धीरे से मधु मैडम की चूत के बालों के साथ खेलना शुरू कर दिया और साथ ही साथ उसकी चूत के भग को भी धीरे धीरे सहलाना शुरू कर दिया और साथ ही एक हाथ से रूबी मैडम के मुलायम चूतड़ों को छेड़ने लगा.
मधु मैडम की चूत जब थोड़ी पनियाने लगी तो मैंने ऊँगली रूबी मैडम की चूत और गांड में डाल कर गोल गोल घुमानी शुरू कर दी.मधु मैडम ने अब अपनी टांगें खोलनी शुरू कर दी और जैसे जैसे ही वो मेरी ऊँगली द्वारा गरम होती गई उसकी टांगें उतनी ही खुलती गई.मैं अब उठ कर मधु मैडम की जाँघों के बीच बैठ गया और अपने अकड़े लंड को उसकी चूत के ऊपर बाहर से रगड़ने लगा. फिर इस रगड़ाई को उसकी चूत के मुख पर ले आया और थोड़ा अंदर लंड को डाल कर मैं आलखन से बैठ गया और हर थोड़े समय में एक धक्का मार देता और फिर उसके चूचों को चूसता.
यह सिलसिला कोई आधे घंटे तक चला और इस दौरान मैंने महसूस किया कि मधु मैडम कम से कम दो बार चूत में उत्पन्न झनझनाहट के साथ झड़ गई और अब वो बगैर आँख खोले ही अपनी टांगें सीधी करने की कोशिश करने लगी और मैं एक आखरी गहरा धक्का मार कर उसकी चूत के ऊपर से उतर गया.मेरे उतरते ही वो साइड लेकर फिर बड़ी गहरी नींद में मगन हो गई.
उधर रूबी मैडम जो मेरे दूसरी साइड पर थी, वो अभी भी गहरी नींद में थी लेकिन मैं अभी भी उसकी चूत को सहला रहा था और धीरे धीरे उस में पैदा होते गीलेपन को महसूस कर रहा था.एक हाथ उसकी चूत पर और दूसरा उसके गोल शानदार उरोजों पर था और दोनों ही काम रूबी को गर्म करने के लिए काफी थे.
रूबी की चूत के पनीयाते ही मैंने मधु मैडम वाला तरीका अपनाया और ठीक 10 मिनट में रूबी मैडम का ज़ोरदार स्खलन कर दिया जिसका उसको शायद पता ही नहीं चला.फिर वो भी साइड लेकर सो गई.मैं भी दोनों को अपनी बाँहों में समेट कर फिर से सो गया.
सुबह जब आँख खुली तो सामने निम्मो चाय लिए खड़ी थी और दोनों फिल्म वालियाँ जा चुकी थी.शायद उसको बहुत दिनों बाद देखा था तो इसलिए मेरे दिल में उसको भी जल्दी से चोदने का विचार आ गया और मैंने उसको अपनी बाँहों में भर कर एक ज़ोरदार आलिंगन के साथ उसके लबो पर चुम्मी दे दी और उसको कुछ भी समय दिए बगैर उसकी धोती को पीछे से ऊपर कर उसको चोदने लगा, चाहे वो यह कहती रह गई कि ‘छोड़ो छोटे मालिक, कोई आ जाएगा.’
निम्मो को हरा किया जल्दी में और फिर चाय पीकर फिर लेट गया और कप ले जाते हुए निम्मो बोली- मैं तो सोच रही थी कि छोटे मालिक हम सब को तो भूल गए फिल्म वालों के आते ही.मैंने उसको अपने निकट खींच लिया और लेटे हुए ही उसके चूतड़ों पर हाथ फेरते हुए बोला- नहीं रे, तुम लोगों को कैसे भूल सकत है हम. इन फिल्म वालों को जा लेने दो, फिर हम सब मिल कर खूब रंगीली पार्टी करेंगे यहाँ.

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08-18-2021, 11:57 AM,
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें
थोड़ी देर में नैना आई तो मैंने उसको रात की दास्तान सुना दी.वो बोली- मधु और रूबी बहुत ही बदमाश हैं साली. लड़कियों को बहुत ही तंग करती हैं डांस करते हुए… चलो तैयार हो जाओ डांस के लिए जाना है न आपको.
जब हम कॉटेज पहुंचे तो बड़ी गहमागहमी चल रही थी और सब लड़कियाँ डांस के कपड़े पहनने में लगी थी और किसी का कोई ध्यान मेरी तरफ नहीं था.मैं चुपचाप ड्रेसिंग रूम में कपड़े बदलने के लिए घुसा और अभी मैंने अपने कपड़े पूरे उतारे भी नहीं थे कि दो डांसर बातें करती हुई ड्रेसिंग रूम में घुसी और मैं झट से लेडीज के कपड़ों वाली ट्राली के पीछे बैठ गया और आगे का तमाशा देखने लगा.
थोड़ी देर बाद रूबी मैडम भी ड्रेसिंग रूम में आई और उनसे बोली- आप दोनों को अपनी ड्रेस का स्टाइल पता है ना आज के लिए, क्यों?दोनों ने हामी में सर हिला दिया और तब रूबी मैडम उनको छोड़ कर कमरे से बाहर हो गई और वो दोनों लड़कियाँ अपने कपड़े उतारने लगी.मैं दम साध कर बैठा रहा और उन लड़कियों को स्ट्रिप शो को देखता रहा.
पहली लड़की ने कहा- हेमा, तुमने नीचे आज क्या पहना है?दूसरी लड़की जिसका नाम हेमा था, बोली- आज कोई पैंटी नहीं और न ही ब्रा ही पहनी है क्योंकि यह मोटे कपड़े वाली ड्रेस पहन कर बहुत ही गर्मी लगे गी शूटिंग करते वकत. और तू क्या पहन रही है नीचे?पहली लड़की बोली- फिर मैं भी नीचे कुछ नहीं पहनती ना, लगने दे थोड़ी खुली हवा इस साली चूती को? कसम से बड़ी खुजली हो रही है चूत में तू कुछ कर ना यार!
अब मैंने छुपने वाली जगह से देखा, दोनों ने अपने नार्मल कपड़े उतार दिए और बिल्कुल अल्फ नंगी हो कर कमरे में घूमने लगी.दोनों के जिस्म बड़े ही आला किस्म के थे और उनके शरीर के खास ख़ास अंग साँचे में ढले हुए लग रहे थे.क्या सुडौल मम्मे और वैसे ही गोल और उभरे हुए चूतड़ देख कर उन दोनों को चोदने का बड़ा मन कर रहा था.
दोनों ही कपड़े बदलते समय हर मौके पर एक दूसरे के जिस्म को छूना और दबाना साथ साथ कर रही थी. दोनों की चूत पर घने बाल थे तो वो प्रोफेशनल बार डांसर नहीं थी.दूसरी लड़की ने कहा- सुशी, यह सतीश द्वारा हमारी चुदाई का नंबर कब आएगा?सुशी बोली- कल तो 3 नंबर का काम हुआ है और हमारा नंबर 5 है सो शायद हमारा कल नंबर आयेगा.
हेमा बोली- तुम क्या सोचती हो, क्या यह सतीश कुछ कर भी सकता है या फिर ऐसे ही सब लड़कियाँ हेकड़ी मार रहीं हैं?सुशी बोली- यह तो वक्त आने पर ही पता चलेगा लेकिन एक बात तो माननी पड़ेगी कि साला है बहुत ही क्यूट लड़का यार. दिल करता है कि साले को कच्चा ही चबा जाऊँ चूत में डाल कर.हेमा बोली- हाँ यार, है तो क्यूट लेकिन बिल्कुल छोकरा लगता है चाहे कद बुत उसका आदमियों जैसा है और उम्मीद है उसका हथियार भी आदमियों जैसा ही होगा.जब उन्होंने अपनी डांस ड्रेस पहन ली तो एक दूसरी की बाँहों में बाहें डाल कर कमरे से बाहर हो गई और मैं भी अपनी ड्रेस पहन कर बाहर आ गया.
रूबी मैडम सबको आज का डांस सीन समझा रही थी जिसमें उन्होंने मुझको खासतौर से सम्बोधित करते हुए कहा- सतीश, आज एक खास डांस सीन तुम्हारे और हेमा नाम की डांसर के साथ लिया जाएगा जो काफी क्लोसअप में होगा और वो काफी सेक्सी भी होगा. इसलिए जैसे ही सब नदी किनारे जाते हैं तब मैं तुमको और हेमा को थोड़ी डांस सीन की प्रैक्टिस करवा दूंगी. ठीक है?मैंने और हेमा ने हामी भर दी.
थोड़ी देर में जब बाकी सब डांसर वहाँ से चली गई तो रूबी मैडम ने बाजे पर उसी डांस का म्यूजिक लगा दिया और मुझको समझाने लगी कि कैसे यह डांस करना है.रूबी मैडम ने अपने साथ प्रैक्टिस के लिए कहा और मुझको अपने पीछे खड़े कर के मेरे आगे के हिस्से को उसकी कमर के साथ जोड़ कर डांस करने के स्टेप्स सिखाने लगी.
रूबी मैडम ने सिल्क की बड़ी पतली साड़ी पहन रखी थी और जैसे ही मैंने अपना आगे का हिस्से उसके चूतड़ों के साथ में जोड़ा तो टन से मेरा लंड मेरे अंडरवियर में खड़ा हो गया और वो रूबी मैडम को ज़रूर फील हुआ लेकिन उसने भी कोई ऐतराज़ किये बगैर प्रैक्टिस जारी रखी और हमने 3-4 बार ये स्टेप्स दोहराये.

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08-18-2021, 11:57 AM,
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें
फिर रूबी मैडम ने अपनी जगह हेमा को खड़ा कर दिया और फिर हम दोनों ने यह स्टपेस कई बार दोहराये और हर बार मैंने जब अपना अगला हिस्सा हेमा के चूतड़ों के साथ जोड़ा तो हेमा के शरीर में एक सिहरन दौड़ जाती थी.मेरा तो लंड तब से ही अकड़ा हुआ था जब से मैंने यह स्टेप्स रूबी मैडम के साथ किये थे और उसकी पतली रेशमी साड़ी के साथ लंड लाला जब रगड़ खाता था तो मेरे को और रूबी मैडम के अंदर बिजली का हल्का करेंट ज़रूर महसूस होता था.हेमा के साथ यह सेक्सी डांस करते हुए मेरा लौड़ा पूरी तरह से खड़ा था लेकिन मेरे अंडरवियर के अवरोध के कारण वो दिख नहीं रहा था लेकिन जिसके साथ यह हॉट डांस किया जा रहा था उसको मेरा लौड़ा पूरी तरह से महसूस हो रहा था.
और यही हाल हेमा का था, वो हर बार मेरे लंड की लम्बाई और चौड़ाई महसूस कर रही थी और मैंने ख़ास तौर से नोट किया कि मेरा खड़ा लंड उसके चूतड़ों के साथ लगते ही उसका चेहरा लाल हो जाता था और वो कोशिश करती थी कि ज़्यादा टाइम वो मेरे लौड़े से चिपकी रहे और मुझको भी उसके ऐसा करने से बहुत अधिक आनंद आ रहा था.
फिर हम जल्दी ही नदी किनारे आ गए, वहाँ सारा स्टाफ हमारी राह देख रहा था.वहाँ पहुँचते ही कैमरा स्टाफ और स्पॉट बॉयज अपने काम में लग गए और फिर शुरू हुई वहाँ भी रिहर्सल और हमारे हॉट और सेक्सी डांस को देख कर के सबके मुंह खुले के खुले रह गए.
मेरा और हेमा का सोलो डांस हुआ और जब वो कैमरा में कैद हो गया तो मधु मैडम ने बाकी डांसरों के साथ भी यह डांस शूट किया यानि बीच में मैं और हेमा चिपको डांस कर रहे थे और हमारे चारों तरफ बाकी लड़कियाँ भी डांस करने लगी.फिर उसके बाद मेरा चिपको डांस सब लड़कियों के साथ फिल्माया गया और मेरे खड़े लंड की महिमा सब लड़कियों ने महसूस की.
लंच ब्रेक में हेमा मेरे पास आई और बोली- सतीश यार, तुमने तो मुझको बहुत गरम कर दिया, इसको अब ठंडा भी तो करो ना!मैंने आस पास देखा और अपने पास किसी को नहीं पाया तो मैंने हेमा से कहा- आओ तो फिर चलो मेरे साथ, तुमको पूरा ठंडा कर देते हैं.
मैं उसको बाइक पर बिठा कर अपनी झाड़ी वाली जगह में ले आया उसको और अंदर ले जा कर उसको कामुक किसिंग शुरू कर दी और फिर जल्दी ही उसका लहंगा ऊपर करके, पजामी को नीचे करके मैंने उसकी बहुत ही गीली चूत में पीछे से अपना खड़ा लंड डाल दिया और फिर धीरे और तेज़ धक्कों से उसकी चुदाई शुरू कर दी.
हेमा बेहद कामुक हो चुकी थी, वो जल्दी ही पानी छोड़ गई लेकिन मैं अभी भी पूरी तरह से ठंडा नहीं हुआ था तो मैं हेमा की चुदाई में लगा रहा.कोई 10 मिनट की चुदाई के बाद हेमा फिर हाय हाय करते हुए छूट गई.
अब मैंने उसको बालों से पकड़ा और उसका मुंह अपनी तरफ कर के हँसते हुए पूछा- बोल हेमा, अब क्या कहती है मेरे लंड के बारे में? यह कुछ कर भी सकता है या फिर यों ही लड़कियाँ हेकड़ी मार रही हैं इसके बारे में? बोल साली?हेमा एकदम हैरान रह गई और बोली- यह क्या कह रहे हो सतीश? यह मैंने कब कहा?
मैं बोला- ड्रेसिंग रूम में सुशी के साथ जो बातें मेरे लंड के बारे में की थी वो मैंने सब सुन ली थी. मैं तुमको यहाँ सबक सिखाने के लिए लाया हूँ? अब बोलो ना कैसा लगा मेरे लंड का स्वाद? बड़े आदमियों जैंसा है क्या मेरा लंड? तुम्हारा कुछ काम बना या नहीं?हेमा जल्दी से बोली- सॉरी सतीश, वो मैं यूँही सुशी से तुम्हारे बारे में बात कर रही थी. अगर तुम को बुरा लगा हो तो प्लीज माफ़ कर दो प्लीज सतीश.
मैंने उसको अपनी बाँहों में लेकर होटों पर एक स्वीट किस कर दी और बोला- अभी और लंड की मार खानी है या यह अभी के लिए काफी है?हेमा भी हंसने लगी- वाह सतीश, तुम्हारा लंड तो कमाल का है, अभी भी खड़ा है जबकि मेरा इसने 3 बार पानी छूटा दिया है. मैं इसको ज़रा चूम लूँ क्या?फिर नीचे बैठ कर मेरे लंड को चूसने लगी.
थोड़ी देर बाद हम दोनों वहाँ से निकल कर शूटिंग वाली जगह पर पहुँच गए और वहाँ अभी भी खाना चल रहा था.जैसे ही हम दोनों वहाँ पहुँचे तो सब लड़कियाँ अपनी खाने की प्लेटें ले कर हमारे पास आ गई और पूछने लगी- आप दोनों ठन्डे होकर आ गए क्या?मैं बोला- हाँ, बहुत बर्फ खाई तो ठन्डे तो होना ही था! आप में कोई और बर्फ खाकर ठंडा होना चाहती है क्या?सुशी बोली- क्यों हेमा, सतीश ने तुमको बहुत बर्फ खिलाई थी क्या?
हेमा बोली- हाँ, सुशी क्या ठंडी और गर्म बर्फ है, सतीश के पास आते ही गर्म हो तो ठंडा पड़ जाता है और ठंडा हो तो गरम हो जाता है. कमाल की चीज़ है इसके पास.
इन में से दो लड़कियाँ बोली- हमें कब गर्म और फिर ठंडा करोगे सतीश जी महाराज?मैं खाना खाते हुए बोला- जब तुम कहो तभी कर देंगे? वैसे आप सबने मेरा नाप तो ले ही लिया होगा. हमारा तो एक ही असूल है ‘जिस मन भावे, तिस के भीतर जावे…’सब एक साथ बोल पड़ी- हमारे मन तो बहुत भा गया है, अब भीतर कब जावेगा.मैं बोला- जब पर्दा हटेगा सामने से, अंदर चला जावे बुलाने से.ज़ूबी बोली- हटा देंगे पर्दा भी अगर हम चाहें!मैं बोला- आ जायेगा सामने जब आप चाहें.ज़ूबी बोली- वाह सतीश राजा, क्या तुकबंदी कर लेते हो यार तुम भी.मैं बोला- ज़हे नसीब जो आप मुस्कराये, तभी हमें आप इतना भाये.
थोड़ी देर में लंच खत्म हो गया और फिर से शूटिंग का काम शुरू हो गया अब मेरे साथ दो दो डांसरों ने चिपको डांस करना था और पहली थी ज़ूबी और दूसरी थी जूली.रिहर्सल में दोनों ने मेरे को खूब हाथों से छुआ हर जगह, यहाँ तक ज़ूबी तो लौड़े पर हाथ रख कर बड़ी देर तक डांस करती रही और मैं भी उन दोनों के मम्मों और चूतड़ों पर हाथ फेरने से बाज़ नहीं आता था.
जब फाइनल टेक हुआ तो वो इतना अच्छा और सेक्सी था कि मधु मैडम और रूबी मैडम ने मुझको एक बहुत ही हॉट जफ्फी मारी और जल्दी से लंड पर भी हाथ लगा दिया.

कहानी जारी रहेगी.
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08-18-2021, 11:57 AM,
RE: XXX Kahani मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

फ़िल्मी डांसरों के साथ चूत चुदाई की मस्ती


जब फाइनल टेक हुआ तो वो इतना अच्छा और सेक्सी था कि मधु मैडम और रूबी मैडम ने मुझको एक बहुत ही हॉट जफ्फी मारी और जल्दी से लंड पर भी हाथ लगा दिया.शूटिंग के बाद हम सब कॉटेज पहुँच गये और वहाँ गर्म गर्म पकोड़े और गर्म जलेबी तैयार थी तो सब शाम की चाय के साथ इन सब चीज़ों का आनन्द उठाने लगे.
कपड़े बदलने के लिए मैं ड्रेसिंग रूम में गया और वहाँ 4 लड़कियाँ कपड़े बदल रही थी. मैं वापस बाहर आने के लिए मुड़ा तो उनमें से एक लड़की ने मुझको हाथ से पकड़ लिया और बोली- क्या बात है सतीश जी? हमारे सामने कपड़े नहीं बदल सकते क्या?
मैं भी मज़ाक के लहजे में बोला- तुम बदलो अपने कपड़े तो मैं भी बदल लूंगा. बोलो मंज़ूर है?पहले वाली लड़की बोली- हाँ मंज़ूर है! क्यों बहनो? सतीश के सामने कपड़े बदलने के लिए तैयार हो क्या?सबने कुछ सोचने के बाद कहा- हाँ हाँ तैयार हैं!
पहले वाली लड़की बोली- चलो ठीक है सतीश, तो शुरू हो जाओ तुम?मैं बोला- पहले तुम और बाकी लड़कियाँ शुरू हो जाएँ तो मैं भी शुरू कर दूंगा.
पहले वाली लड़की ने अपने कपड़े उतारने शुरू किये और सबसे पहले अपना लहंगा उतार दिया और किल्ली पर टांग दिया और फिर उस ने अपनी पजामी भी उतार दी, अब वो सिर्फ अपनी पैंटी और ब्लाउज में थी.उधर बाकी लड़कियाँ भी इसी क्रम में अपने कपड़े उतारने लगी और जब सब अपने आधे कपड़े उतार चुकी तो मेरी तरफ देखने लगी.

अपनी टाइट धोती को मैंने भी उतार दिया और अपनी ऊपर की बंडी को भी उतार दिया.मैंने सबकी तरफ देखा तो वो सब भी पैंटीज और ऊपर वाले ब्लाउज में ही थी.मैं बोला- आगे बढ़ो और ब्लाउज और ब्रा भी उतारो ना सब?
अब सब लड़कियाँ थोड़ी हिचकने लगी तो मैंने ज़ोर डाल कर कहा- अपना वायदा पूरा करो लड़कियों? जल्दी से ब्लाउज और ब्रा उतारो यारो!सबसे पहले बोलने वाली लड़की ने कहा- हाँ हाँ उतारो ब्लाउज और ब्रा सब… नहीं तो हमारी हार हो जायेगी.और यह कह कर उसने अपने ब्लाउज और ब्रा को उतार कर किल्ली पर टांग दिया.अब वो सिर्फ एक पिंक पैंटी में थी और उसके सुन्दर और आकर्षक मम्मे एकदम सामने अकड़े खड़े थे.
वो चारो तरफ घूम कर अपनी सुंदरता का प्रदर्शन कर रही थी और अब उसकी देखा देखी बाकी लड़कियाँ भी ऊपर से नंगी हो गई थी और सिर्फ विभिन्न रंगों की पैंटीज में थी.सुन्दर और सडौल शरीर थे उन सबके और उनको अपनी ख़ूबसूरती पर नाज़ भी था.
इधर मेरा लौड़ा भी पूरी तरह से खड़ा था तो मैंने कह दिया- मेरे खड़े लंड के दर्शन करने हों तो मैं अपना अंडरवियर उतार देता हूँ और तुम सब अपनी पैंटीज उतार दो! बोलो मंज़ूर है क्या?सब आपस में खुसर फुसर करने लगी, फिर पहले वाली लड़की बोली- मैं तो तैयार हूँ वो इसलिए कि शायद सतीश द्वारा हमारे को फ़क करने की बारी आज या फिर कल आ जाये तो तब उसको तो दिखाना है ही, तो अब क्यों नहीं?यह कह कर उसने अपनी पैंटी उतार दी और उसकी बालों से भरी चूत सामने आ गई.
बाकी लड़कियों ने भी जल्दी से अपनी पैंटीज़ को उतार दिया और अब मेरे सामने 4 हसीना अल्फ नंगी खड़ी थी.मैं भी धीरे से सब लड़कियों के सामने अंडरवियर में घूम गया और फिर धीरे से अपने अंडरवियर में हाथ डाल दिया और धीरे धीरे उस को उतार दिया और मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया.सब लड़कियों ने हैरानी व्यक्त की और कुछ तो दौड़ को लंड को पकड़ने के लिए आगे आ गई.सबने बारी बारी उसको छुआ और कुछ ने चूमना शुरू कर दिया.
मैंने भी सब लड़कियों के मुम्मे और चूतड़ों पर हाथ फेरा और उनको मसला.अब मैंने कहा- चलो हो गया चूत और लंड दर्शन, अब चल कर खाना खाते हैं.सबने जल्दी से कपड़े पहन लिए और बाहर आ गए, सबसे पहले मैं निकला और बाद में सब लड़कियाँ भी बाहर आ गई.
आज मीट कोरमा और चावल बने थे, सबको बहुत ही अच्छा लगा और फिर सबको कुल्फ़ी भी खिलाई गई.खाने के बाद रूबी और मधु मैडम कार में बैठ कर हवेली चली गई.

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