XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
02-05-2021, 02:46 PM,
#42
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
काफ़ी दिनो की परेशानी के बाद...एक नयी सुबह...सोसाइटी में....

सुबह के 6 बज रहे थे....और एक घर की घंटी बजी....

वो घर है आत्माराम भिड़े का...

कोई घंटी पे घंटी बजाए जा रहा था...

भिड़े :- ए माधवी देख कौन है...कितनी घंटी कोई मार रहा है..शायद दूध वाला होगा...

और अपने हाथ से माधवी को हिलाता है..

माधवी :- उःम्म्म क्या है...क्यूँ तंग कर रहे हो..

भिड़े :- अरे जा के देख कोई है दरवाजे पर..

माधवी :- हाँ जाती हूँ..

और आधी नींद में बाहर आती है...और गेट खोलती है...सामने दूध वाला खड़ा होता है....

दूध वाला माधवी को देख के चौंक जाता है....वो बस उसे देखता हे रहता है....माधवी की आधी नाइटी उसके शोल्डर्स से नीचे खिसकी हुई होती है...जिससे उसका कुछ चुचि का हिस्सा दिखाई दे रहा था...यही नही...आज तो दूध वाले के और भी मज़े आने वाले थे....उसकी नाइटी पता नही कैसे उपर की तरफ हुई थी...और फँस गई थी...जिससे उसके आधी से ज़्यादा गोरी गोरी जाँघ दिखाई दे रही थी...

तभी दूधवाला देखते हुए बोला...मेम्साब कितना दूं....

माधवी :- क्या मतलब?

दूध वाला :- हड़बड़ाता हुआ...मेरा मतलब है दूध....

माधवी :- 2 किलो चाहिए..अभी रूको में पतीला लेके आती हूँ...और वो चली जाती है...

जैसे ही वो पलटी...दूधवाले माधवी की गोल गोल और मस्त बड़ी गान्ड को देखने लगता है....उसका बम्बू खड़ा हो जाता है.....वैसे तो वो रोज़ दूध देने आता था..लेकिन आज माधवी को अधनंगी देख के उससे रहा नही गया...

फिर माधवी आई उसने दूध लिया...और दरवाजा बंद कर दिया...

आज तो सुबह सुबह ही ... मज़े आ गये...अब दिल अच्छा कटेगा....दूधवाला बड़बड़ाते हुए निकल गया.....

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अब सूरज चढ़ने लगा था....8 बज गये थे....हर रोज़ की तरह हमारे जेठालाल सोए पड़े थे....और हर बार की तरह ही दया उसे जगाने आती है...

दया :- टप्पू के पापा उठ जाइए....8 बज गये हैं..बापूजी गुस्सा करेंगे...

जेठालाल :- नींद में...हाँ बॅस 5 मिनट और दाययाअ...

दया मन में सोचती है ....आज फिर से कुछ करना पड़ेगा...नही तो बापूजी आ जाएँगे और फिर इन्हे डाँट पड़ेगी...

और जेठालाल का हाथ उठा के अपने चुचों पे रख देती है....और धीरे धीरे उसका हाथ हिलाने लगती है...

वैसे बता दूं..कि दया बहुत चालाक है ..शकल पे मत जाइए उसकी....उठाना तो उसका बहाना है ..क्यूँ कि उसको भी पता है..कि उसे मज़े मिलते हैं ऐसे उठाने में...

अब दया बहुत तेज़ी से हाथ चुचों पे रख के हिला रही थी..उसके मुँह से हल्की से सिसकयाँ निकल रही थी...वो बहुत धीमी आवाज़ में ले रही थी..आह ओह्ह...

कुछ देर बाद जेठालाल को लगा उसका हाथ कुछ मुलायम चीज़ को छू रहा है....उसने आँख खोल के देखा...तो दया अपना हाथ पकड़ कर उससे चुचों को दबा रही थी.....अब जेठालाल को भी मज़ा आने लगा था...अब उसने सोचा कि क्यूँ ना दया को और थोड़ा मज़ा दे दूं...

एक दम से दया के मुँह तेज़ अहह...निकली ...क्यूँ कि अब जेठालाल दया के चुचों को मसल्ने लगा था....अब वो उन्हे ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था...

दया :- टप्पू के पापा धीरे....कोई आ जाएगा...ही माआ....

जेठालाल :- क्यूँ अब क्या हुआ...अभी तो बड़े मज़े ले रही थी...अब क्यूँ डर रही है....और फिर वो जोरों से उसके निपल खीच लेता है...

इससे दया की सिसकियाँ और तेज़ी से निकल जाती है....

दया :- टप्पू के पापा बॅस...अब और नही....में तो आपको उठाने आई थी....आयईी दयाअ....आराम से...

फिर जेठालाल उसके चुचों को छोड़ देता है...उस वक़्त दया उसे ऐसे देखती है..जैसे पूछ रही हो..में तो बस ऐसे ही बोल रही थी...आपने सच में मुझे छोड़ दिया....

फिर जेठालाल दया को नीचे की ओर इशारा करती है....

लेकिन दया समझ नही पाती...वो बोलती है...

दया :- क्या बोल रहे हैं??

जेठालाल :- ए डोबी नॉनसेन्स...अब तूने अपनी चुचियाँ मसलवा के मेरा वो खंबे जैसा हो गया है...अब तू उसे शांत करेगी कि नही...

दया :- शरमाते हुए....आप भी ना...और अपना हाथ नीचे ले जाने लगती है...तभी..

बापूजी :- जेठिया...ओ जेठिया....उठा कि नही...

जेठालाल :- हड़बड़ाते हुए...हाँ बाबूजी उठा हुआ हूँ...

बाबूजी :- चल अच्छी बात है...जा जल्दी से नहा धो ले...फिर हम साथ में नाश्ता करेंगे....तब तक में अख़बार पढ़ लेता हूँ...

दोस्तों कनफयूज मत हो...बापूजी हॉल में से चिल्ला रहे थे...ना कि जेठालाल के कमरे से....

दया हंसते हुए किचन में भाग जाती है...

जेठालाल :- हे भावगन तू कौन से जन्म का बदला लेता है मुझसे...हॅश..आज शुरुआत ऐसी हुई है..तो बाकी का दिन कैसा जाएगा...और अपने बाथरूम की तरफ चल देता है....

जेठालाल बाथरूम से नहा धोके...हर बार की तरह...सूरज भगवान को जल चढ़ाने गलरी में जाने लगता है...

सूरज भगवान को देख के जल चढ़ा देता है....और जल चढ़ाने के बाद जैसे ही अंदर जाने के लिए अंदर मुड़ता है...तभी
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RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा - by desiaks - 02-05-2021, 02:46 PM

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