XXX Sex महाकाली--देवराज चौहान और मोना चौधरी सीरिज़
03-08-2021, 10:27 AM,
#7
RE: XXX Sex महाकाली--देवराज चौहान और मोना चौधरी सीरिज़
जगमोहन ने कार को जर्जर हो रही छः मंजिला इमारत की पार्किंग में रोका और इंजन बंद करके बाहर निकला।
चिलचिलाती धूप जोरों पर थी। दिन के बारह बज रहे थे। उसने सिर उठाकर इमारत की छठी मंजिल को देखा, फिर रूमाल निकालकर चेहरे पर उभर रहे पसीने को पोंछता बड़बड़ा उठा।
‘मैंने जाने कौन से पाप किए होंगे, जो मुझे इस गर्मी में, सीढ़ियों से छः मंजिलें तय करनी पड़ रही हैं। ।
फिर जगमोहन इमारत के प्रवेश द्वार की तरफ बढ़ गया। ये बरसोवा का भीड़-भाड़ वाला, महंगा इलाका था। बाहर की सड़क पर जाते वाहनों का शोर भीतर तक, उसके कानों में पड़ रहा था।

ये पुरानी इमारत थी। लिफ्ट का इंतजाम नहीं था। जगमोहन जब सीढ़ियां चढ़कर छठी मंजिल पर पहुंचा तो हांफ रहा था। चेहरा और शरीर पसीने से भर चुका था। चंद पल ठिठककर जगमोहन ने सांसों को संयत किया। रूमाल निकालकर पसीना पोंछा फिर आगे बढ़ गया।

दाईं तरफ वाले फ्लैट पर पहुंचकर रुका। दरवाजा बंद था। | जगमोहन ने बाहर लगी बेल का स्विच दबाया तो भीतर कहीं बेल बजी।

गर्मी को कोसता जगमोहन इधर-उधर देखने लगा। तभी दरवाजा खुला। तीस बरस का लाल-लाल आंखों वाला आदमी दिखा। उसका चेहरा बता रहा था कि रात उसने दबाकर पी थी। जिसके निशान चेहरे पर अभी तक नजर आ रहे थे।

तुम?” जगमोहन को देखते ही उसके होंठों से निकला।

हजम नहीं हुआ मेरा आना?" जगमोहन होंठ सिकोड़कर कह उठा।

आओ।” दरवाजा पूरा खोलते वो पीछे हटता चला गया। जगमोहन ने भीतर प्रवेश किया। उसने दरवाजा बंद कर दिया। ये कमरा ड्राइंग रूम था और ए.सी. चल रहा था। जगमोहन ने उस आदमी को देखा और बोला।

रमजान भाई हैं या छः मंजिल की सीढ़ियां चढ़नी बेकार गईं?” हैं, तुम बैठो।”

सुनकर राहत मिली ।” जगमोहन ने कहा और आगे बढ़कर सोफे पर जा बैठा।

मिनट-भर बाद ही कमरे में पचास बरस के रमजान भाई ने भीतर प्रवेश किया। उसने सफेद धोती-कुर्ता पहना हुआ था। और माथे पर तिलक लगा रखा था।

रमजान भाई तुम्हारी तो जात ही पता नहीं चलती ।” जगमोहन बोला।

क्यों?” रमजान भाई बैठते हुए मुस्कराकर बोला। “मुसलमान होकर तुम हिन्दुओं की तरह रहते...” फिर भी मेरी जात पता नहीं चली?” रमजान भाई मुस्कराया। हिन्दू हो?”

नहीं” रमजान भाई ने इंकार में सिर हिलाया। “मुसलमान हो?” *नहीं ।” “इसके अलावा कौन-सी जात है तुम्हारी?”

“मैं इंसान की जात का हूं।” जगमोहन मुस्कराया।

“मैं हिन्दू नहीं, मुसलमान नहीं। इंसान हूँ मैं...बस। यही मेरी जात है। ये ही मेरा धर्म है।”
Reply


Messages In This Thread
RE: XXX Sex महाकाली--देवराज चौहान और मोना चौधरी सीरिज़ - by desiaks - 03-08-2021, 10:27 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 1,983 9 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 970 9 hours ago
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 816 9 hours ago
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,742,891 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 574,973 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,337,210 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,020,605 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,794,945 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,198,557 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,154,829 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 4 Guest(s)