11-03-2020, 12:49 PM,
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desiaks
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RE: Mastaram Stories हवस के गुलाम
अंजलि बाबू का नाम सुनते ही उसे कामया के साथ घटा इन्सिडेंट याद आ जाता है.. वो अपनी सास की बातो में इतना खो गयी थी कि उसने सब कुछ भुला दिया था. अपनी सास की दादी बन ने की इच्छा अंजलि को नये सपनो की दुनिया में ले गई और सलीम की बाबू का नाम लेना अंजलि को वापस वास्तविक दुनिया में ले आता है...
अंजलि: काका..
सलीम: जी बोलिए..
अंजलि: काका एक बार देख लीजिए ना कामया को क्या वो सही है अब..
सलीम: जी में देखता हूँ.
अंजलि: थॅंक यू काका में बस 10 मिनिट में आ रही हूँ..
अंजलि इस वक़्त नहाने के बाद कपड़े चेंज कर रही थी...
सॉरी में वो सीन नहीं दिखा सकता क्यूकी अंजलि का गेट लॉक है भाई...
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