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RE: XXX Chudai Kahani प्यारी मौसी
प्यारी मौसी पार्ट--6
गतान्क से आगे........
मेरे इस आक्षन से वो हड़बड़ा गयी और उसने अपनी दोनो टाँगें फैला दी मैं उसकी
दोनो टाँगों के गॅप में बैठ गया और उसका पेटीकोट एक दम उपर कर दिया.
फिर मैने उसके दोनो चूतड़ को अपने दोनो हाथों से दबा दिया अब मेरे लिए उसकी
गांद मारना तो और भी आसान था.
अब मैने पहले उसकी गंद ही मारने की सोची क्योंकि साली जब पायल के साथ मस्ती
कर रही थी अपनी गंद ज़्यादा ही मतकाती थी और गांद मरवाने में बहुत नखरे
भी करती है.
अब मैं मौसी को उठाकर बेड पर चित लिटाकर पटक दिया और एकदम उसके उपर
सवार हो गया नही तो मौसी फिर मेरी पकड़ से निकल जाती.
मैं एक एक कर अपनी लूँगी को खोल कर अपना अंडरवेर भी उतार दिया और फिर
बनियान उतार कर एक दम नंगा हो गया पर इस दौरान मैने मौसी को पूरी तरह से
अपने नीचे दबा के रखा.
उसकी चिकनी और मुलायम मक्खनी स्किन को दबाने में तो बड़ा मज़ा आ रहा था.
लेकिन मैं मौसी को भी पूरा नंगा कर लेना चाहता था जिससे साली शरम के
मारे हल्ला ना कर सके,
क्योंकि साली खुद नंगी होगी तो पायल के उठने के डर से हल्ला नही करेगी.
उसको मालूम है कि पायल भी नंगी है और मैं कही उसे छ्चोड़ कर पायल पर
पिल गया तो मौसी अपनी चूत पर उंगली करती ही रह जाएगी.
पहले मैने एक हाथ से उसके पेटीकोट की गाँठ खोल दी और एक झटके में उसे
नीचे किया और दूसरा झटका पावं से देते हुए पेटीकोट को दूर फेंक दिया.
फिर मैने मौसी के कमर तक के हिस्से को ज़ोर से दबाकर रखा और उपर थोड़ा
ढीला छ्चोड़कर उसका ब्लाउस एक झटके में उसके बाजू से बाहर निकाल दिया.
अब साली वो भी एकदम नंगी थी और में भी और बगल में कंबल के अंदर
दूसरी चूत (पायल) सोती सुंदरी बनी हुई थी.
दोस्तों और सहेलियों आप अंदाज़ लगाओ क्या सिचुयेशन है,लंड एक है और छेद 6
और अभी तक एक छेद ने भी लंड का स्वाद नही चखा है.
मैने मौसी को उसके पेट के बल दबाकर रखा था और कोई मौका ना देकर उसकी
चूची दबा ली और उसकी गांद की वॅली में अपना लंड रखकर पहले बाहर
से ही रगड़ मारना सुरू किया.
मौसी बोल रही प्ल्ज़ कुश आराम से बहुत दर्द होता है तुम एकदम कसाई होकर पिल
जाते हो कुछ तो ख़याल करो मेरी गांद फट जाएगी.
प्लीज़ कुश मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है क्यों मेरी गांद फाड़ने पर लगे हो.
आज तक मैने कभी गांद नही मरवाई है.आज फाड़ डालोगे क्या मेरी गांद.
तुम तो मुझे बिल्कुल रंडी समझने लगे हो. मैने कहा अरे घबराती क्यों हो अब
जब नंगी हो गयी हो तो रंडी बनने में क्या शरम वैसे भी हर औरत का यह
रंडी वाला टाइम है.
तुम तो समझदार हो आइडीयल वुमन के मेरिट्स तो पता होने चाहिए,कि सुबह मोम,
दिन में दोस्त, शाम को लवर और रात में रंडी.
मौसी बोली वैसे तुम्हारी बात करते गांद फट जाती है पर यहाँ तो मेरी गांद
फाड़ने की बातें और रंडियों के स्पेशलिस्ट बन रहे हो.
मैने कहा तुम भी तो दिन में बड़ी सती सावित्री बनी फिरती हो मुझे देखते ही
अपना सर आँचल से ऐसे ढकती हो जैसे में तुम्हारा ससुर लगता हूँ.
इस तरह बातें करते हुए मैने मौसी की गांद के छेद का निशाना लेते हुए
अपना लंड पूरी ताक़त से उसकी गंद में ठोक दिया जैसे ट्यूब वेल की ड्रिलिंग
मशीन का ड्रिल ज़मीन में ठूकता है.
मौसी इतनी ज़ोर से चीखी उउउउउह्ह मेर्र्र्रीईइ माआन्न, माअररर द्दाल्ल्लाअ
स्साअल्ल्ली न्नईए.
मौसी की इस चीख से शायद पायल जाग गयी थी पर उसने कंबल से बाहर
मूह नही किया.
या तो वो दोबारा सो गयी या चुपचाप हमारी गंद मस्ती का नज़ारा देख (सुन) रही
थी.
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RE: XXX Chudai Kahani प्यारी मौसी
मैने अपने लंड को बिना हिलाए डुलाए मौसी का ध्यान टालने के लिए उसके पेट और
आर्म्पाइट्स पर चूमना और चाटना शुरू कर दिया और मेरा लंड उसकी गंद की गहराई
में पूरा समाया हुआ था लेकिन मौसी को अभी उसका अहसास नही कराना चाहता था.
मौसी पेट और बूब्स के बल चित लेटी हुई और उसके चूचिया बेड पर चिपकी
हुई सी थी मैने धीरे धीरे एक हाथ से उसके चूचो पर भी दबाव बना
शुरू कर दिया और पूरी स्पीड से उसकी बॅक, नेक, आर्म्पाइट और उसके बूब्स की जध
पर भी होंठों (लिप्स) से चुम्मा ले लेता था.
मैने उसकी बॉडी के उपर के पूरे हिस्से पर अपनी जीभ, होंठो और कभी
कभी ज़्यादा मस्ती के लिए हल्का सा काट भी लेता था और उसको फूलटो मस्त करने
की पूरी कोशिश कर रहा था.
अब जब मौसी की गंद मस्ती में बिल्कुल मस्त हो गयी तो वो मस्ती में अपने पैर
पटक कर और अपने चूचे उठाकर मुझे अपने बूब्स दबवाने और गंद ठोकने के
लिए और एग्ज़ाइट कर रही थी.
दोस्तों/सहेलियों में भी उसकी मस्ती का पूरा ख़याल रखते हुए उसके सर से
पैरों तक हर पार्ट को पूरा एग्ज़ाइट करने में लगा था यहाँ तक की मैं अपने
दोनो पैरो से उसकी टाँगों, पैरों और फुट फिंगर पर भी मसाज करके उसकी
प्यास को बढ़ाने की कोशिश कर रहा था.
अब तो वह गंद मस्ती में अपने चूतड़ उठा उठा कर अपनी गंद के रास्ते को और
खोलकर गंद मस्ती का सिग्नल दे रही थी.
जब मुझे पूरा विश्वास हो गया कि वो पूरी तरह मस्त हो गयी है तो मैने धीरे
धीरे अपने लंड को उसकी गंद में लेफ्ट राइट अंदर ही घुमाना सुरू कर दिया
जिससे उसको परेशानी भी ना हो और मुझे भी मेहनत कम करनी पड़े.
मैं गंद मस्ती के लिए केवल उसकी गंद पर ही कॉन्सेंट्रेट ना करके उसकी पूरी
बॉडी को एग्ज़ाइट कर रहा था.
मेरे ऐसा करने से वो अपनी गंद और चूतड़ और ज़ोर से उपर नीचे करने लगी
और मस्ती में में मोन करने लगी अहह, कुउहह, एम्म, ऊऊहह,
माआज़्ज़ा आआ गययायाअ कुउस्स्स्स्सह आौर ज्ज्ज्जॉर्र्र्सस्ससी ढाका लागाऊव
आअज्जजज टू फछद के ही राआआआख दूवग़ग्गीई,
फॅट जाए साली पर ऐसा मज़्ज़्ज़्ज़्ज़ म कुउुउउस्स्स्शह.
मुझहह्े तो पााात्ताआआ हीईीई नहियीईई त्ााअ गंदड़ मसत्त्तिईइ
कककककाा म्माज़्ज़ाआ आअहह. मौसी की सी चीख पुकार से पायल जाग गयी थी या
वो पहले ही जागी हुई थी और अब कंबल से मूह बाहर निकाल कर चुपचाप हमे
देख रही थी पर वो शायद नींद और नंगे होने की वजह से चुप थी.
इससे मुझे बड़ी राहत मिली क्योंकि मेरा अगला टारगेट तो उसी की गंद थी और फाइनल
टारगेट उसकी चुदाई.
मौसी की गंद मस्ती में आने के बाद मैं तो एक दम नॉर्मल और रिलॅक्स हो रहा
था क्योंकि मुझे बिल्कुल मेहनत नही करनी पड़ रही थी वो अपनी गंद और
चूतड़ उठा उठा कर अपनी गंद खुद मरवा रही थी,
मैं बस उसके चूचों और उपर की बॉडी पर अपने होंठों से अपना प्यार बरसा
रहा था.
इस समय सचमुच मैं और मौसी मस्ती की फाइनल स्टेज पर थे और दोनो दुनिया
से और बगल में लेटी पायल से बेख़बर गंद मस्ती का आनंद ले रहे थे और
मुझे भी पहली बार गांद मारने में इतना मज़्ज़ा आया.
जब मौसी कुच्छ थकने लगी तो मैने अपने लंड का ज़ोर दिखाना सुरू कर दिया और
अब मैं उसकी गांद में अपना लंड पूरी ताक़त से उपर नीचे पेलने लगा और
मौसी फिर मस्त हो गयी और घुटनो पर टिककर अपनी गंद को उपर कर लिया ताकि
उसकी गंद में मेरा लंड पूरी तरह समाता रहे.
बगल में लेटी पायल चुप दिखती थी पर शायद उसके अंदर भी मौसी की चुदाई
को देखकर वासना(सेक्षुयल डिज़ाइर) का तूफान ज़रूर उठ रहा होगा.
कुच्छ देर बाद मेरे लंड के अंदर हरकत होनी सुर हो गयी और मुझे लगा कि
मेरा माल बाहर आने वाला है तभी मौसी बोली कुश प्लीज़ अब मैं थक रही
हू थोड़ा रूको और इतना कहकर वह चित लेट गयी मैने भी उसके दोनो हाथों को
अपने हाथों से दबाकर अपना लंड पूरे दबाव के साथ उसकी गंद में ठोक दिया.
तभी मेरे लंड की पिचकारी उसकी गंद में छ्छूट गयी और वो कहने लगी कुश
लगता है तुम्हारे पिचकारी की बौछार हो गयी है.
इसके बाद मैं कुछ देर लंड उसकी गंद में डाले हुए ही शांति से उसके उपेर
लेटा रहा फिर मैने धीरे से अपना लंड बाहर निकाला और वह
बिल्कुल मुनक्के की तरह सिकुड गया था.
जैसे ही मैने अपना लंड बाहर निकाला मौसी की नज़र बगल में लेटी पायल की
तरफ गयी और उसने मेरी नज़रें बचाते हुए पायल को आँख मारी
(जैसे की चुदवाने का राइट टाइम आ गया है).
फिर मौसी ने अपने ब्लाउस को पहना और पेटीकोट को बांधने लगी और मैने अब
पायल की ठुकाई करने की सोची.
जैसे ही मौसी अपनी सफाई के लिए बाहर गयी मैने एकदम कंबल उठाया और
पायल एकदम नंगी पीठ के बल लेटी थी.
मैं बिना देर लगाए पायल के पेट के उपेर बैठ गया और उसकी दोनो
चूचियो को दोनो हाथों से पकड़ लिया और अपना लंड उसकी दोनो चूचियों के
बीच में रखकर चुदाई वाली स्टाइल में रगड़ने लगा.
यह सब इतनी जल्दी हुआ की पायल कुछ समझ ही नही पाई.
इससे मेरा लंड सॉफ हो गया दूसरा मेरे लंड की रगड़ से मेरा लंड भी फिर से
टाइट होने लगा और पायल की ठुकाई की तय्यारी सुरू हो गयी.
इस बार जैसे ही पायल मस्ती में आने लगी और आ उूउउ म्म्म्ममममममम करने
लगी तो मैने मौका देखते ही अपना लंड उसके खुले मूह के अंदर डाल दिया.
ऐसा करके मैने अपने लंड का इंट्रोडक्षन पायल को करा दिया.
पायल मेरे से किसी भी तरह बच नही सकती थी और उसे मज़ा ज़रूर आ रहा
था क्योंकि वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे उसकी बेबी उसका चूचियों
से दूध पी रही हो.
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08-04-2018, 12:59 PM,
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RE: XXX Chudai Kahani प्यारी मौसी
मौसी बोली आबे कपड़े पहनने की क्या ज़रूरत थी वह कौन सा तुझे समझ रही है.
इस पर पायल बोली यार बच्चों पर इसका भी असर पढ़ता है,
तो मौसी बोली अरे अगर वो जागी हो तो क्या तो चुदवाति नही है क्या तो पायल
बोली नही मैं उससे सुलाने के बाद ही नंगी होती हूँ.
मैने कहा यार तुम बेकार में चुदाई का मज़ा खराब मत करो.
मौसी बोली अब कुश तुम्हारे धक्के में दम नही रहा और तुम थक रहे हो चलो
लेट जाओ और मुझे अपनी गंद का ज़ोर दिखाने दो मैने कहा ठीक है मौसी जान
और मैने पोज़िशन बदल कर मौसी को अपने उपर ले लिया.
मौसी पूरी तरह से मस्ती में थी और मैं सचमुच थोड़ा थक रहा था तो
मौसी ने रिवर्स गियर में गाड़ी दौड़ानी सुरू कर दी और हमारी चुदाई एक्सप्रेस
सरपट उसकी डबल बेड पर दौड़ने लगी.
मौसी चुदाई की मस्ती से चीखने लगी कुउस्शह जाअरा तुम भी नईएचए ज़ूर्र्रर
से, कुउउउस्ष और्र्रर ज़ोर सीए आआअहह एमेम माज़्ज़ा एयेए राआाहा हाईगूड
आज़ाजजजज्ज तो चुदाई काअ मज़्ज़्ज़ा एयेए गया.
मैने भी मस्ती में नीचे से अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और मैं भी कस्के और ज़ोर से
धक्का पेली करने लगा.
जिससे मौसी की चूत में और हलचल होने लगी और वह कभी अपने दोनो हाथ
पटकती, कभी अपना सर पटक कर और कभी अपनी गंद उठाकर मस्ती का आहस्सास
करा रही थी.
जब मेरा लंड ईज़िली आगे पीछे होने लगा तो मैने अपने लंड को मौसी की चूत
में धीरे धीरे राउंड स्टाइल में उप्पेर नीचे घुमाना सुरू कर दिया.
मौसी ने मस्ती में अपनी दोनो टाँगो से मेरी कमर को जाकड़ रखा था और अपनी
दोनो बाहों को मेरी पीठ पर जाकड़ रखा था.
वह कभी मेरे बदन पर काट कर तो कभी मस्ती में उऊहह आअहह करके और
कभी चूतड़ उठा उठा कर चुदवा रही थी और मुझे और एग्ज़ाइट
कर रही थी.
अचानक मुझे अपने लंड के अंदर सरसराहट महसूस हुई और लगने
लगा कि अब में झड़ने वाला हूँ तो मैने अपने को स्टिल कर लिया और उसकी चूत
के अंदर अपने लंड को रोक सा दिया.
मौसी बोली कुउस्शह लागता तुम्हारी पिचकारी निकलने वाली हाई माइन लेट
जाअति हुउँ आआओर तुउँ मेरे उपाअर आआ जाओ,
मीरी चूत तुम्हारे क्रिययेयम कीए लीइये ईकदुऊं ताय्यर हाऐी तुउँ घबराव
नाआआही.
फिर मैं आराम से उसकी चूत पर अपने लंड का प्रेशर लेकर झुक गया
और मेरे लंड का सारा माल उक्स्की चूत की गहराई में कही गुम हो गया.
मौसी की चूत मेरी क्रीम से तर हो गयी और इसका स्वाद लेकर मौसी भी मस्त हो
गयी और रिलॅक्स होकेर पड़ गयी.
मुझे लगा कि वो भी अंदर से जहड़ चुकी थी और उसकी थॅकी हुई रिलॅक्स आँखें
और बॉडी की थकान उसके सॅटिस्फॅक्षन का सिग्नल दे रही थी.
उधर पायल ने अपनी बेबी को फीड देकर सुला दिया और आराम से बगल में बेड
पर लेट.
पायल की मस्त बॉडी को देखकर मेरा लंड फिर मस्त होने लगा था और
मुझे यह भी पता था कि पायल की चूत अभी प्यासी ही रह गयी है और मैं
उसकी गहरी, चिकनी मुलायम चूत का टेस्ट अपने टाइट और जवान लंड को कराना
चाहता था और पायल की चूत भी मेरे लंड का स्वाद लेने के लिए ज़रूर मचल
रही होगी क्योंकि उसके लिप्स और गंद ने लंड का स्वाद चख लिया था.
इतनी बात तो पक्की थी की पायल की गंद और लिप्स में बड़ा दम था और उसने
मेरे लंड की जम कर खातिर की थी.
अब बारी थी पायल की चूत का मज़ा लेने की और में कह सकता था की उसकी चूत
ज़रूर मेरे लंड को जन्नत की सैर कराएगी.
मैने अपने लंडको मौसी की चूत से बाहर निकाला और उसको फिर से मौसी के बूब्स के
बीच रखकर चुदाई स्टाइल में ऐसा रगड़ा जैसे पहले नए उस्तरे (रेज़र) को
लेदर पर रगड़ा करते थे.
मैं भी अपने रेज़र को मौसी की चूत के लेदर में रगड़ रहा था.
औरत की चूत के लिए मेरा लंड किसी रेज़र से कम नही है और लेडी बूब्स मेरे
लंड के लिए शर्प्नेर से कम नही.
सचमुच मौसी के बूब्स पर रगड़ने से मेरा लंड ऐसा ही शार्प हो गया जैसे
शर्प्नेर से पेन्सिल शार्प हो जाती है.
लेकिन मैं मौसी की जीभ (टंग) को भी अपने लंड का टेस्ट देना चाहता था
तो मैने अचानक मौसी के बाल पीछे से पकड़े और जैसे ही मौसी ने मूह
खोला मैने अपना लंड उसके खुले मूह में डाल दिया.
अब मैने अपने लंड से मौसी के मूह में हल्के से धक्का लगाया तो मौसी उउम्म्म्म
करने लगी और मुझे ऐसा करने से हाथ से रुकने का इशारा करने लगी.
अब मैने अपने लंड को स्टिल कर दिया और जैसे ही मैने ऐसा किया मौसी ने अपने
मूह से मेरे लंड की मालिश सुरू कर दी.
कभी वो मेरे लंड को हल्का सक करती थी तो कभी अपने लिप्स से प्रेस करती
और कभी अपनी टंग से चाटने (लीक ) लगती.
बीच में वो अपने मूह से लंड निकालकर मेरे टेट्रिस को चाटने लगती और कभी
मेरे लंड के टॉप पर किस करती तो कभी उसे भी अपनी टंग से चाट्ती थी.
मौसी की इन्न हरकतों से मेरा लंड एकदम लोहे की रोड की तरह टाइट और गर्म हो
गया तो मैने पायल की तरफ देखा जो बगल में नंगी अपनी चूत पर हाथ
रखकर मचल रही थी और अपनी चुदाई का इंतज़ार कर रही थी.
पायल की मस्त नंगी बॉडी देखकर मेरा लंड और पूरी बॉडी मचल उठी और
मैं भी उसकी चुदाई के लिए मचलने लगा और मैं मौसी को छ्चोड़कर पायल की
चुदाई का फ़ैसला किया और मेरा लंड तो पहले ही मुझे उसकी चूत में डालने के
लिए परेशान कर रहा था.
मौसी को जब लगा कि मेरा लंड पायल की चूत के लिए तय्यार हो गया है तो
उसने भी मेरे लंड को अपनी क़ैद से आज़ाद कर दिया
क्योंकि उसके तीनो छेदो (चूत, गंद और मूह) की तो में पहले ही चुदाई कर
चुका था.
वो काफ़ी थॅकी हुई सी लग रही थी और उनसे अपने कपड़े उठाए और उनको पहनेने
के बाद बगल के बेड पर कंबल लेकर सो गयी.
अब मैने पायल की तरफ़ देखा तो वो ललचाई हुई सी मेरे खड़े लंड की
तरफ देख रही थी और उसकी हालत ऐसी थी जैसी चूहे को देखकर बिल्ली की
होती है.
मुझे ऐसा लगा कि इंग्लीश में चूत को पुसी और लंड को कॉक पायल
जैसी को देखकर ही कहा होगा.
क्योंकि उसकी चूत(पुसी) मेरे लंड (कॉक) को खाने के लिए ललचा रही थी.
जैसे ही मौसी कंबल ओढकर लेटी मैने पायल को अपनी तरफ़ खीच लिया और उसकी
पाजामी नीचे खीच दी और उसको कमर से पकड़ अपने से लिपटाना चाहा तो पायल
बोली अरे रूको जल्दी क्या है.
इतना कहकर उसने अपना सूट उतार दिया और अपनी पाजामी भी टाँगो से नीचे
खींचकर उतार कर अलग कर दी.
पायल ने ना तो पॅंटी पहनी थी और ना ही ब्रा वो तो उसने पहले गंद
मस्त के टाइम ही उतार दिए थे या मैने उसके उतार दिए थे.
मौसी के ऑपोसिट पायल चुदाई में पूरा कोवापरेट कर रही थी और उसकी मस्त
चूत जिस पर छ्होटे छ्होटे बाल थे एक दम मस्त लग रही थी.
पायल के साथ मुझे चुदाई का नया एक्सपीरियेन्स हुआ क्योंकि वो बिल्कुल भी नही
शर्मा रही थी और जब तक मैं कुच्छ करता उससे पहले ही मेरा मूव्मेंट
समझकर अपने को तय्यार कर लेती थी.
दोस्तो देखा आपने पायल की चुदाई हो गई पर अभी मस्ती बाकी है पढ़ते रहिए प्यारी मौसी
आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..............
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