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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-12
गतान्क से आगे.......
यह सब सुनते सुनते नैना को एहसास हुआ कि उस ने आंटी की बातों को बहोत
ज़यादा फील किया है और उस की चूत भी भीग चुकी थी. यह हाल सिर्फ़ नैना का
नही था बल्कि आंटी का भी ऐसा ही हाल था. दोनो की आँखो से सॉफ दिख रहा था
कि वो दोनो झर्र चुकी हैं. दोनो लॅडीस ही थी इस लिये ऐक दूसरे की आँखो को
फ़ौरन पढ़ लिया. और अगले ही लम्हे आंटी ने नैना को जैसे 10,000 वॉट का
झटका लगा दिया.
आंटी: नैना बेटा जेसा इस वक़्त तुम्हारा हाल हो रहा है ना. सेम मेरा भी है.
नैना: जी केसा हाल?
आंटी: चलो चलो अब बात मत बनाओ तुम्हारी आँखे सब बता रही हैं तुम्हारी चूत
का हाल. हाहहहाहा
नैना: शर्मा गयी और बोली कि रोमॅन्स ही इतना हॉट था कि असर सा हो गया.
आंटी: देखो नैना अगर सुन.ने से ऐसा होगया है तो सोचो असल मे मैरे पे क्या
बीती हो गी उस रात. बस अब जब कभी वो रात याद आ जाती है तो मैं ऐसे ही हॉट
हो जाती हूँ और सोचते सोचते नज़ाने कब झर्र जाती हूँ. देखो शलवार भी भीग
गयी.
नैना को यकीन नही आ रहा था वो इतनी ज़यादा ओपन डिस्कशन भी कर सकती है
किसी से. पूरी ज़िंदगी मे कभी भी ऐसा नही हुआ था. होता भी केसे उस की
लाइफ मे उस के करीब उस की अपनी अम्मी थी जिन से वो कभी ऐसी बाते नही करती
थी. सास थी कि बस शुरू क 10 महीने ही पास पास रही लैकेन पिछले 8 माह से
उन का मूड हवा होया हुआ था तो करती भी तो किस करती शेर अपनी लाइफ? नैना
को अब अपना आप काफ़ी स्ट्रॉंग फील हो रहा था. वो अब अपने आप को अकेला फील
नही कर रही थी. उसे लगना शुरू होगया कि कोई है जो उस के दुख शेर कर सकता
है. कोई है जो उसे इन पुरानी घिसी पिटी ऐक जैसी सोचों से बाहर निकाल सकता
है. यही सोच रही थी कि आंटी की आवाज़ आइ. नैना मैं ज़रा वॉशरूम से हो आऊ
वॉश कर के अपने कारनामे को जो अभी अभी किया और तुम भी वॉश कर आओ ताकि कोई
सबूत ना रहे इस वारदात का. और ज़ोरे दार क़हक़ा बुलंद हुआ. हाहहहहहहाहा.
और दोनो वॉशरूम मे चली गयीं.
थोरी ही देर मे दोनो वॉशरूम से वापिस आ गयीं और टीवी ऑन कर के दोबारा
बाते करने लगी.
आंटी: हां तो नैना तो क्या सबक़ सीखा तुम ने?
नैना: हैरान होते हुए सबक केसा सबक?
आंटी: ओहो आइ मीन क्या नया हासिल हुआ आज सेक्स से रिलेटेड?
नैना: ओह अछा. हासिल यह हुआ कि कभी भी किसी से ओपन सेक्स डिस्कशन नही
करनी चाहिये वरना चूत भीग जाती है. हाहहहहाहा.
आंटी: नैना तुम भी ना बहोत बड़ी च्छूपी रुस्तम निकली हो. मुझे नही पता था
कि तुम ऐसी निकलो गी अंदर से.
नैना: (ऐक दम से परेशान हो गयी जेसे उस ने लास्ट जो बात की उस मे उसे चूत
का जिकर नही करना चाहिये था और शायद आंटी को यह बुरा लग गा गया है. यही
सोचते हुए बोली) केसी निकालु गी मतलब?
आंटी: हाहहहाहा तुम भी बहोत ही भोली हो नैना. मैं मज़ाक कर रही थी और तुम
सीरीयस हो गयी. अछा 4 बज रहे हैं लैकेन अभी तक शान नही आया टी के लिये और
जिम्मी ने भी फ्रेंड क पास पहॉंच के कॉल नही की.
नैना: हां मैं भी यही सोच रही थी.
आंटी: क्या जिम्मी की कॉल का? और मुस्करा दी.
नैना: नही शान नही आए अभी तक इस का.
आंटी: ओह अछा. रूको मैं जिम्मी को कॉल करती हूँ और तुम शान से प्लान पूछ लो.
नैना: ओके बेहतर मैं कॉल कर के आती हूँ.
सीन चेंज नैना
कॉल कर के वापिस आ गयी है. ळैकेन आंटी अभी तक फोन पे बात कर रही हैं.
आंटी: अरे जिम्मी बेटा ज़यादा नुक़सान तो नही हुआ ना? अछा ओके. अछा कहाँ
तक पहुचे हो? ठीक. यानी 15मिनट मे पहुच जाओ गे? चलो दट राइट. जल्दी आओ
बेटा हम टी पे वेट कर रहे हैं आप का. ओके बाइ.
नैना खामोशी से सुनती रही आंटी की बाते. फोन बंद होते ही आंटी बोली हां
क्या कहता है शान?
नैना: जी उन का सेल फोन ऑफ जा रहा हे और सॅड सी शकल बना ली.
आंटी: ओहो किसी मीटिंग मैं होगा चलो परेशान ना हो आ जाए गा. जिम्मी भी बस
पहुचता ही होगा नेक्स्ट 15मिनट मे.
नैना: ओके. अछा आंटी और भी बताए ना कोई मज़े की बात?
आंटी: हैं मज़े की बात? केसे मज़े चाहिए. मेरी जान को?
नैना: मुस्कुराते हुए. आंटी आप तो ना बस बात को पकड़ लैति हैं. कोई भी
मज़े की बात सुनाए ना अपनी और अंकल की?
आंटी: हां हां ज़रूर लेकिन किचन मे चल के बताती हूँ. साथ साथ टी बनाते
हैं और साथ साथ बाते करते हैं. यह कहते हुए दोनो किचन की तरफ़ चली गयीं.
नैना: अछा पहली बार अंकल ने आप को कब दैखा था और किस एज मे?
आंटी: म्म्म्ममममममम ठीक से याद नही एज तो आइ थिंक आइ वाज़ 22 जब हम लोग
ऐक पार्टी मे थे और वहाँ आर्यन से मेरा 1स्ट्रीट इंटरॅक्षन हुआ.
नैना: टी वाला बर्तन चूल्हे पे रखते हुए. आअँ हां केसे?
आंटी: सच बताउ या झूट?
नैना: आप की मर्ज़ी, सच बतायेन्गि मैं तब भी मान लूँ गी और झूट बतायेन्गि
तो तब भी क्योंकि मैं ने आप का पास्ट नही दैखा हुआ. सो चाय्स ईज़ युवर्ज़
और अलमारी से प्लेट्स निकालने लगी.
आंटी: अरे तू ऐसी बाते भी करती है? कितनी प्यारी बात की तू ने यक़ीन मानो
दिल खुश होगया. अब तो झूट बोलने का सवाल ही पैदा नही होता. आंड बिलिव मी
यू आर दा फर्स्ट वन जिसे मैं सच्ची बात बताउन्गि कि मेरा और आर्यन का
फर्स्ट इंटरॅक्षन केसे हुआ था.
नैना: पूरी बात सुन के ऐक दम से खामोशी से आंटी की तरफ़ सवालिया नज़रों
से देखने लगी जैसे कोई बहोत ही बड़ा राज़ खुलने वाला है ओर फिर थोड़ी देर
खामोश रहने के बाद साथ ही बोली जी थॅंक्स कि आप ने मुझे इस क़ाबिल समझा
और मुस्करा दी.
आंटी: अरे तुम तो मेरी बेटी हो, सच्ची अगर मेरी भी बेटी तुम्हारी तरहा
होती तो मैं कितनी सुखी होती?
नैना: अरे आंटी आप किस तरफ चली गयीं. पार्टी मे क्या हुआ यह बताओ ना.
आंटी: अछा बताती हूँ ना ऐक तो तुम्हारी चूत को ऐक दम आग लग जाती है. हाहहहहाहा
नैना: आंटी प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ आप फिर शुरू हो गयीं?
आंटी: ओके ओके सॉरी. वेसे केसी हो रही है चूत? हाहहहहहहाहा. ओह ओके. सॉरी
अगेन. तो हुआ कुछ यूँ कि, यार प्ल्ज़ अब की दफ़ा अपनी चूत गीली ना कर
बैठना. हाहहहहाहा.
नैना: आंटी प्ल्ज़ अब आप ने ऐसा कहा ना दोबारा तो किचन मे चाय फिर आप
अकेले ही बनाओगि . मुझे नही पता. और शकल बना ली.
आंटी: क्यो मैं अकेली चाय बनाऊँ गी तो तुम क्या बाहर बैठ के चूत रब करो
गी? हाहहहहहहहहहहाहा. ओके आइ आम सॉरी बस तंग करने का दिल कर रहा था. ओके
लेट मी स्टार्ट. आंटी को आइडिया हो गया था कि अब ये मज़ाक उन्हे महँगा
पड़ सकता है सो बोली.
हुआ कुछ यूँ कि पार्टी अपने टॉप लेवेल पे थी. सब लोग किसी ना किसी तरीक़े
से बिज़ी थे. कोई डॅन्स कर रहा था तो कोई ड्रिंक, कोई टेबल टॉक तो कोई
ड्रिंक हाथ मे ले कर यहाँ वहाँ वॉक. सब कुछ बहोत ही अछा लग रहा था. मैं
और मेरी फ्रेंड जो कि डॅड के फ्रेंड की बेटी थी ऐक जगह बैठ कर बाते कर
रहे थे. मरीया नाम था उसका. पार्टी मे उस वक़्त सब से सेक्सी लड़की वो
थी. हर किसी की नज़र उस पर थी. वो बहोत ही कॉन्फिडेंट थी और हर किसी को
रेस्पॉन्स कर रही थी. उस के सामने बैठ कर तो मुझे अपना आप ऐसा लग रहा था
जैसे फूल के साथ किसी ने काँटा रख दिया हो. ळैकेन पार्टी मे मेरा कोई और
फ्रेंड भी तो नही था सो उसी के साथ बैठ गयी. डॅड अपने बिज़्नेस के लोगों
मे बिज़ी थे और इसी तरह मोम भी उन बिज़्नेस्मेन की वाइफ्स के साथ बिज़ी
थी. पार्टी मे ऐक अजब सरूर था हल्का म्यूज़िक हर कोई अपनी मस्ती मे मगन.
मैं ने पूरे हाल मे नज़र घुमा कर दैखा कि इस वक़्त पार्टी मे सब से
हॅंडसम और खूबसूरत लड़का कॉन है. ळैकेन मुझे कोई खास नही लगा. लड़कियो मे
तो सब से हॉट मरीया ही थी. बट लड़का कोई नही था. मैं ने मरीया से कहा कि
वो दैख कर बताए. उस ने इधर उधर देखा और ऐक लड़के की तरफ़ फिंगर करते हुए
कहा कि वो वाला. मैं ने दैखा तो मुझे तो बिल्कुल ही अछा नही लगा नज़ाने
मरीया को उस मे क्या नज़र आ रहा था.
फोन रिंग हुआ लॅंडलाइन पर
नैना: आंटी वेट मैं फोन सुन के आइ.
नैना: हेलो? जी आप आए नही अभी तक आप का फोन भी बंद जा रहा है और आंटी टी
पे वेट कर रही हैं आप का? अछा लैकेन आप आ जाते तो आंटी को अछा लगता आप
दोपहर को लंच पर भी नही थे............ ळैकेन मैं ने तो ऐसी कोई बात नही
की................... ओके बात तो सुनो, हेलो, हेलो आर यू देर? और फोन रख
दिया. और वहाँ ही बैठ कर रोने लगी. फिर ख़याल आया कि आंटी किचन मे वेट कर
रही हैं तो आँसू सॉफ कर के किचन मे जाने लगी तो सामने आंटी खड़ी थी.
नैना: आंटी आप यहाँ?
आंटी: आइ आम सॉरी वो तुम फोन पे ऊँचा बोल रही थी तो रहा नही गया तो आ
गयी. क्या हुआ बेटी शान नही आ रहे?
नैना: जी वो नही आ रहे. क्या मैं इतनी बुरी हूँ कि मेरा इतना भी ख़याल
नही है उन्हे? और रोने लगी.
आंटी: क्यों क्या होगया?
नैना: मैं ने कभी उन पे शक नही किया कभी तो वो मुझे क्यो कह रहे थे कि
तुम मुझ पे शक कर रही हो कि मेरा नंबर ऑफ था. मैं यहाँ ऑफीस मे काम के
लिये बिज़ी होता हूँ ना कि किसी लड़की के साथ एंजाय कर रहा होता हूँ.
समझी? तुम बीवीयो को तो घर बैठ कर बाते बनानी आती हैं सिर्फ़. आंटी बिलीव
मी मैं ने तो सिर्फ़ इतना कहा था कि आप का सेल बंद था.
आंटी: कोई बात नही बेटा हो जाता है कभी कभी ऐसा. (आंटी ने बात को ज़्यादा
डिसकस करना ज़यादा मुनासिब नही समझा लैकेन वो सारी सूरत.ए.हाल को फ़ौरन
ही समझ गयी थी कि नैना किस तरहा की लाइफ जी रही है लैकेन खामोश रही और
नैना को तसल्ली देते हुए बोली आ जाओ किचन मे चलते है).
नैना: ओके और उठ के किचन की तरफ़ चल पड़ी.
अब आंटी की फर्स्ट इंटरॅक्षन विथ आर्यन वाली बात अधूरी रह गयी थी क्योंकि
नैना का मूड ऐक दम से ऑफ हो गया था. नैना खामोशी से किचन मे काम करने लगी
और थोड़ी देर बाद बोली.
नैना: आइ आम सॉरी आंटी.
आंटी: सॉरी फॉर व्हाट?
नैना: इस सब के लिये जो अभी थोड़ी देर पहले हुआ.
आंटी: अरे नही नही यह तो अब हर घर की कहानी बनती जा रही है कि हज़्बेंड
को दिन मे कोई और खुश कर देता है और बीवी बेचारी रह तक.ती रह जाती है.
नैना: ऐक दम से खुश कर देता है मतलब?
आंटी: ओहो यह हम क्या उल्टी सीधी बाते कर रहे हैं छोड़ो वो पार्टी का बता
रही थी मैं.
नैना: नही आप जो मैं पूछ रही हूँ वो बताओ. इस दफ़ा नैना का लहज़ा थोड़ा सख़्त था.
आंटी: आइ मीन कि कोई भी नयी लड़की का लाइफ मे आना. लाज़मी नही है कि शान
भी ऐसा हो. तुम बस पॉजिटिव ही सोचा करो.
नैना: जी मैं तो आज तक पॉजिटिव ही सोचती आइ हूँ तभी तो आज यह हाल है कि
गेस्ट घर पे हैं और होस्ट घर से बाहर . दोस्तो ये पार्ट यही पर ख़तम करता
इससे आगे की कहानी अगले पार्ट मे आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..........
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-13
गतान्क से आगे.......
डोर बेल हुई. नैना गेट ओपन करने गयी. आगे जिम्मी खड़ा था.
जिम्मी: हेलो नैना जी.
नैना: आ जाओ अंदर जिम्मी और यह हाथ मे क्या उठा रखा है?
जिम्मी: यह समोसे, यह पकोडे, यह बिस्किट्स, यह क्रीम केक.
नैना: गेट बंद करते हुए अंदर कमरे की तरफ़ आते हुए चलते चलते बोली. ओके
वहाँ सामने रख दो और जाते हुए घर ले जाना.
जिम्मी: अरे नही नैना जी यह मैं अपने घर की लिये नही यहाँ के लिये लाया
हूँ चाय के साथ खाएँगे ना.
नैना: अरे यह क्या क्या तुम ने? बंदा पूछ तो लेता है. तुम गेस्ट हो ओके?
जिम्मी: ओके बट पूछता तो आप ने रेफ्यूज़ कर देना था कि मत लाना तो मैं ने
पूछा ही नही और नैना को आँख मार दी.
नैना जिम्मी की इस आँख मारने वाली हरकत पे ऐक दम परेशान सी हो गयी और ऐक
पल के लिये सोचने लगी कि वो इतना फ्री क्यू हो रही है जिम्मी से? फिर
ख़याल आया कि वो भी तो कितना कर रहा है दैखो क्या क्या ले कर आया है. चलो
क्या हुआ जो आँख मार दी. मज़ाक मे ही तो मारी है. मज़ाक मे सब चलता है.
अंदर ही अंदर अपने आप से बाते करने लगी और साथ ही जिम्मी की आवाज़ ने डरा
दिया.
जिम्मी: क्या हो गया नैना जी. इतनी देर से तमाम चीज़े आप को पकड़ा रहा
हूँ और आप हैं कि हाथ आगे क्या हुआ है लैकेन ग्रिप नही कर रही?
यह सुन के नैना ने अपने राइट आर्म को देखा जो कि इस पोज़िशन मे था कि
जैसे जिम्मी से माँग रहा हो कुछ. ऐक दम से हाथ पीछे किया और बोली ओह आइ
आम सॉरी लाओ दे दो मुझे और मुस्कुरा दी. समान ले कर किचन मे चली गयी.
किचन मे गयी तो देखा कि आंटी पहले से सब कुछ रेडी कर चुकी थी, प्लेट्स,
टोमॅटो केच्युप, चटनी.
आंटी: क्या कहता है जिम्मी?
नैना: अरे आप ने उस से कहा था यह सब लाने को फोन पे?
आंटी: नही तो. ज़रा दिखाओ तो क्या लाया है? आआहा हां यह सब तो वो बचपन से
बहोत लाइक करता है चाय के साथ. इसी लिये ले आया होगा.
नैना: अरे मुझे कह दिया होता यह सब पसंद है तो मैं यहाँ घर पे ही बना
देती जिम्मी को.
नैना की बात ख़तम ही नही हुई थी कि पीछे से जिम्मी की आवाज़ आइ. हाए नैना
जी हमारे नसीब इतने अच्छे कहाँ और मुस्करा के बोला कि केसा फिट डायलॉग
बोला है? हाहहहहाहा. डोंट वरी जी आप को भी तकलीफ़ दूँ गा ज़रूर अब तो
वैसे ही दीवार के साथ दीवार मिल रही है तो आइ होप कि बहोत जल्द आप के हाथ
के बने हुए समोसे खाने को मिलेंगे और अपनी मोम को आँख मारते हुए बोला.
क्यो मोम?
आंटी: हां हां क्यों नही बेटा. क्यों नैना ठीक कहा ना?
नैना: अगर ऐसे ही शररटाईन करता रहा ना तो फिर तो कभी भी नही. और स्माइल कर दी.
आंटी: ओह मुझे फाइनान्षियल आड्वाइज़र को कॉल करनी थी कंपनी के, कि वो
रिपोर्ट सब्मिट कर दे. मैं कॉल कर के आइ तुम दोनो गुप करो और मुस्कुरा के
किचन से बाहर चली गयी.
जिम्मी: जी तो आप क्या फ़ार्मा रही थी बेगम साहिबा ओह आइ मीन नैना जी?
नैना: यही कि आप अगर यह शररटाईन बंद कर दे तो आप को समोसे खाने को मिल जाएँगे.
जिम्मी: हाए आपका हूकम सिर आँखों पर जी. आप ऐक मर्तबा कह कर तो देखिए जान
ना वार दे आप पे?
नैना: व्हातत्तटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त?
जिम्मी: हहेहेहहे. केसा लगा मेरा यह फिल्मी डायलॉग? मैं अक्सर ऐसे डायलॉग
बोलता रहता रहता हूँ. कभी कभी मोम कहती हैं मैं पागल हो गया हूँ.
नैना: जी मोम बिल्कुल ठीक कहती हैं.
जिम्मी: आपको मैं केसा लगता हूँ?
नैना: व्हातत्तटटटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त? यह केसा सवाल है?
जिम्मी: केसा केसा? सीधा सा सवाल है मैं आप को केसा लगता हूँ?
नैना: आइ गेस मोम आप को बाहर बुला रही हैं.
जिम्मी: अरे ऐक तो आप ऐक दम सीरीयस हो जाती हैं. डर ही लगा रहता है. ओके
आइ आम सॉरी मुझे लगता है मैं ने ग़लत क्वेस्चन पूछ लिया. और कह के बाहर
चला गया.
नैना को जिम्मी के इस क्वेस्चन पे हैरत हुई कि उस ने ऐक दम ऐसा सवाल क्यो
किया? ळैकेन फिर अपने ही बिहेवियर पे अफ़सोस भी होने लगा कि उसे जिम्मी
को ऐसे नही बोलना चाहिये था. देखो नाराज़ हो के बाहर चला गया किचन से.
चलो उसे जा के सॉरी बोलती हूँ.
जेसे ही नैना का ऐक क़दम जिम्मी की तरफ़ बढ़ा फिर जेहन मे सोच आइ कि नही
वो क्यो सॉरी बोले? जिम्मी ने ग़लत ही तो क्वेस्चन किया कि वो मुझे केसा
लगता है? आइ आम मॅरीड और वो मुझ से ऐसे क्वेस्चन क्यो कर रहा है? कहीं
उसे यह आइडिया तो नही हो गया कि मैं शान के साथ खुश नही हूँ? या फिर कहीं
आंटी ने उसे कुछ बता ना दिया हो अबाउट मी आंड शान? नही जिम्मी तो घर पे
ही नही था जब मैं ने आंटी को सब बताया था शान का. तो फिर जिम्मी ने क्यो
पूछा कि मैं केसा लगता हूँ? नैना के दिमाग़ मे ऐक दम कयी ख़यालात ने जनम
ले लिया था अबाउट जिम्मी. नैना जिम्मी को ऐक बहोत अच्छा लड़का समझती थी
और उसे यह भी पता था कि जिम्मी उसकी बहोत रेस्पेक्ट करता है और वो कभी भी
नैना के बारे मे ग़लत नही सोचे गा.
अचानक उस के दिमाग़ मे नज़ाने कहाँ से ख़याल आ गया कि उसे चेक करना
चाहिये कि जिम्मी उसे ग़लत निगाह से देखता है या नही? जिम्मी की नज़र मे
मेरी कितनी रेस्पेक्ट है. यह देखने के लिये नैना ने अपने दोपटे को और
अपनी ब्रा को ऐसे अड्जस्ट किया जिस से उस के बूब्स विज़िबल दिखने लगे. और
बूब्स को थोड़ा ऊपेर कर लिया कि टॉप से क्लीवेज भी दिखने लगे और बाहर
पड़े रेफ्र्जरेटर से कुछ निकालने के बहाने एग्ज़ॅक्ट्ली जिम्मी के सामने
जा के खड़ी हो गयी. और इस तरहा से जिम्मी को देखने लगी कि जिम्मी को पता
ना चले कि वो उसे दैख रही है. जिम्मी (जो टीवी दैख रहा था) की नज़र ऐक दम
नैना पे पड़ी. उफ्फ क्या सेक्सी लुक्स दे रही थी नैना. ळैकेन अगले ही
लम्हे जिम्मी ने अपना रुख़ बदल लिया और दूसरी तरफ़ मूँह कर क बैठ गया
जैसे उस ने कुछ दैखा ही ना हो और दोबारा नैना की तरफ नही दैखा.
नैना कुछ देर ऐसे ही कुछ ढूँढती रही और फिर किचन मे चली गयी. किचन मे
जाते साथ ही उसे बहुत ही खुशी हुई कि यस वो जैसा सोच रही है जिम्मी वैसा
ही है. उस ने ऐक मर्तबा दैखा और दोबारा नही दैखा. अब उस से रहा नही गया
और सीधा किचन से बाहर निकली और जिम्मी के सामने जा कर बैठ गयी.
जिम्मी: टी रेडी हो गयी मोम को बुलाउ?
नैना: टी रेडी हो गयी है.
जिम्मी: ओके मैं मोम को बुलाता हूँ.
नैना: ऐक मिनट जिम्मी.
जिम्मी: जी?
नैना: वो आइ आम सॉरी कि मैं ने आप से ऊँची आवाज़ मे बात की और आप को बुरा लग गया.
जिम्मी: कोन सी बात? (जेसे उसे कुछ याद ही ना हो)
नैना: वोही किचन मे जो आप ने क्वेस्चन पूछा था उस के रेप मे जो मैं हर्ष हो गयी थी.
जिम्मी: ओह इट्स ओके नो प्रोब. यह आप का राइट है, ग़लती तो मेरी है जी जो
ऐक दम से इतना फ्री हो गया. मुझे ही ख़याल रखना चाहिये था. नेक्स्ट टाइम
आइ'ल्ल बी केर्फुल.
नैना: (अपने आप पे बहुत शर्मिंदा होते हुए कि दैखो कितना नाइस है जिम्मी
इसे तो ज़रा भी बुरा नही लगा मेरा यह बिहेवियर) और फिर मुस्करा दी ओके
थॅंक्स जिम्मी.
जिम्मी: ओके मैं मोम को बुलाता हूँ और वो चला गया.
नैना सब कुछ बहोत अछा लग रहा था. उसे ऐक दम से अपना परिवार पूरा लगने
लगा. जैसे तमाम खोई हुई खुशियाँ वापिस आ गयी हों. उसे अब यकीन होने लगा
कि वो अब इस घर मे अकेली नही रही जो सारा दिन अपनी सोचों मे खोई रहती है.
अपने अंदर उसे एनर्जी फील होने लगी. उसे ऐक दम से सब एनर्जेटिक लगने लगा.
दिल ही दिल मे बहोत खुश थी आज नैना.
थोड़ी ही देर मे आंटी जी अंदर दाखिल हुईं.
आंटी: सॉरी नैना कॉल थोड़ी लंबी हो गयी. यह हिसाब किताब के काम भी ना
बंदे को पागल कर देते हैं. अगर आर्यन ज़िंदा होते तो झट से निपटा लेते सब
काम.
नैना: चले अब आर्यन जूनियर जो रेडी है झट से काम निपटाने के लिये. बस कुछ
मंत्स हैं.
आंटी: हहेहेहेहहे अछा नाम दिया है वेसे जिम्मी को. क्यो ना हम यही नाम रख
दे और साथ ही जिम्मी को आँख मार दी.
जिम्मी: जी मोम बस अब यही होना बाक़ी रह गया था. हाहहहाहा सब हंस पड़े.
फिर इकट्ठे बैठ कर टी पीने लगे और इधर उधर की बाते होती रही. टी पी कर
जिम्मी ने कहा ओके मोम मैं घर जा रहा हूँ मुझे स्टडी करनी है. आप जब फ्री
हो जाए तो आ जाइयेगा. और कह कर चला गया.
आंटी और नैना दोनो किचन मे आ गयीं और मिल कर काम करने लगी. आंटी को लगा
कि अब नैना का मूड ठीक होगया है और नॉर्मल ही बाते कर रही है. बाहर सूरज
भी गायब हो रहा था और अंधैरा छाता जा रहा था.
नैना: बर्तन वॉश करते हुए. आंटी फिर क्या हुआ?
आंटी: क्या फिर क्या हुआ?
नैना: वोही जो आप बात बता रही थी फर्स्ट इंटरॅक्षन विथ आर्यन?
आंटी: ओह अछा तुम्हारे दिमाग़ मे अभी तक वो बात चल रही है? मैं तो समझी
कि तुम भूल ही गयी हो गी वो बात.
नैना: नही मैं बाते नही भूलती जो ऐक दफ़ा सुन लूँ या मैरे साथ बीत जाए
हमैशा याद रहती है. वेसे भी जब से शादी हुई है यादे ही तो मेरा सहारा
हैं.
आंटी: ओके डोंट बी सॅड. अछा कहाँ पहुची थी मैं?
नैना: कुछ सोचते हुए. हां वो आप ने उस लड़के को दैखा जो मरीया को अछा लगा
था मगर आप को नही.
आंटी: अरे तुम्हारी मेमोरी तो बहोत तेज है.
हां तो फिर अभी हम यही डिसकस कर रहे थे कि ऐक खूबसूरत सा यंग लड़का मरीया
के पास आया और उस से डॅन्स की रिक्वेस्ट करने लगा. मरीया ने भी फ़ौरन हां
कर दी और उस लड़के का हाथ पकड़ के फ्लोर पे चली गयी जहाँ सब कपल्स डॅन्स
कर रहे थे. मैं थोड़ी देर वहाँ बैठी और बोर होने लगी. फिर कुछ घुटन सी
फील होने लगी तो मैं ने सोचा कि ऊपेर टेरेस मे चली जाती हूँ फॉर फ्रेश
एर. और मैं जूस का ग्लास ले कर ऊपेर टेरेस मे चली गयी.
नैना: फिर?
आंटी: बर्तन अपनी जगह पर रखते हुए. फिर क्या मुझे ठंडी ठंडी हवा बहोत ही
अछी लग रही थी कि अचानक आवाज़ आइ.
वो आए हमारे घर मे खुदा की क़ुदरत है
कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं
क्रमशः..........
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-14
गतान्क से आगे.......
मैं ने मूड कर देखा तो मुझे कुछ नज़र ना आया और मैं हैरान हुई कि आवाज़
कहाँ से आ रही है. फिर मैं ने ध्यान हटाया और बाहर लाइट्स को देखने लगी.
अचानक ऐक फिर आवाज़ आइ.
तूने मयखाना निगाहो मे छुपा रखा है
होशवालो को भी दीवाना बना रखा है
नाज़ केसे ना करूँ बंदा नवाज़ी पे तेरी
मुझ से नाचीज़ को जब अपना बना रखा है
जब भी गम मिलता है सीने से लगा लेता हूँ
मैं ने हर दर्द को तक़दीर बना रखा है
मैं ने गौर किया तो वाहा टारेस पे ही अंधेरे मे कोई ब्लॅक कलर के पेंट
कोट मे मौजूद था. मैं ने थोड़ा सख़्त लहजे मे बोला कॉन है वहाँ? और वहाँ
से आवाज़ आइ.
ए मेरे परदा नशीन तेरी ताजवाजो के निसार
मैने इश्क़ तेरी दुनिया से छुपा रखा है
मैं ने फिर ज़ोर से कहा कि कॉन है तो वो शख्स आहिस्ता आहिस्ता मेरी तरफ़
बढ़ा. मैं परेशान हो गयी कि कोई ड्रंक है. लेकिन जब वो रोशनी मे आया तो
वो आर्यन थे. खूबसूरत जवान, ऊँचा कद, कहीं से भी ड्रंक नही लग रहे थे.
मैं ने उन्है पहली दफ़ा दैखा था. ना जाने क्यो लग रहा था कि वो मुझे पहले
से जानते हैं.
इस से पहले मैं कुछ कह पाती. वो मेरे पास आए और आते ही मुझे अपनी बाँहों
मे भर के अपने होन्ट मैरे होंटो पे रख दिये.
नैना: ओह तो फिर?
आंटी: फिर क्या बस किस थी कि ख़तम ही नही हो रही थी. और उन के हाथों की
ग्रिफ्त इतनी ज़यादा मज़बूत थी कि मैं छुड़ा ही नही पा रही थी. और शोर इस
लिये नही मचा सकती थी कि सब यह ना समझे कि ड्रंक हैं दोनो और ऊपेर ग़लत
काम कर रहे हैं सो खामोश रही. ळैकेन क्या मस्ती थी उन की किस मे कि कुछ
ही लम्हे मे मैं भी उन से लिपटी चली गयी. और किस ने तो जैसे मुझ पे नशा
सा चढ़ा दिया हो.
नैना: पहली ही मुलाक़ात मे किस? ना जान ना पहचान?
आंटी: वोही तो. अच्छा सुनो तो सही. और काम संभाल के दोनो टीवी लाउंज मे आ गयीं.
फिर किसी तरहा से हमारा किस ख़तम हुआ और मैं नीचे की तरफ़ जाने लगी और
उन्हे कहा की थ्ट्स नोट फेर. और उन्हों ने जवाब मे कहा
दूर रह कर ना करो बात करीब आ जाओ
याद रह जाए गी यह रात करीब आ जाओ
आ जाओ इक मुद्दत से तमन्ना है तुम्हे चूमने की
आज बस मे नही जज़्बात करीब आ जाओ
बस उन की शायरी मे तो जैसे मॅगनेट जेसी कशिश थी और मेरे कदम वहाँ ही रुक
गये. और अगले ही लम्हे मैं उन की बाँहों मे थी. किस्सस का तूफान ऐक
मर्तबा फिर आने लगा. अब की बार तो लिप्स के साथ साथ चीक्स, नेक, इयर्स भी
तूफान की रेंज मे आ गये थे. हाथ थे कि कभी मैरे सन्तरो के बाग मे सैर
करने लगते तो कभी घूमते हुए बॅक साइड पे सफ़र करने लग जाते. मुझे कुछ समझ
नही आ रही थी कि क्या करूँ. दिल था कि कह रहा था कि यह सिलसिला ख़तम ना
हो. दिमाग़ था कि कह रहा था कि ऐक अजनबी से पहली मुलाक़ात मे यह सब? मगर
दिल जीत गया और मैं ने अपने आप को आर्यन के हवाले कर दिया.
किस्सिंग ख़तम हुई तो उन्हों ने मेरी आँखो मे आँखे डाल के कहा कि जानू आइ
आम आर्यन. मुझे पता था कि तुम ज़रूर ऊपेर आओ गी कब से मैं ऊपेर इंतजार कर
रहा था तुम्हारा. और चलते हुए टारेस की साइड पे खड़े हो के यह पोएटरी
कहने लगे.
शबनमी रात हो और हर तरफ़ अंधैरा हो
एक चादर मे लिपटे दो बदन ऐक तेरा और ऐक मेरा हो
तेरे मखमली बदन मे खुश्बू के चमन मे सदिओं तक वो रात चले
तेरे होंठो को जब सी दूं मैं अपने होंठों के धागे से
इक सन्नाटे मे खामोशी से तेरी बाँहों ने मुझ को घैरा हो
मेरे जिस्म मे घर मिल जाए तुझको तेरे जिस्म मे मेरा बसेरा हो
बिस्तेर पर तेरे मेरे सिवा, सिर्फ़ जुनून और खामोशी का डेरा हो
और साथ ही बोले विल यू मॅरी मी ?
नैना: हाउ सेक्सी आंड हाउ रोमॅंटिक? फिर आप ने क्या कहा?
आंटी: तुम होती तो क्या कहती?
नैना: मैं क्या कोई भी लड़की होती तो हां बोल देती.
आंटी: तो मैं भी तो लड़की ही थी. फ़ौरन हां बोल दिया. बस हां बोलना ही था
कि आर्यन करीब आए और मैरा हाथ पकड़ के टारेस के साथ वाले रूम मे ले गये.
और वहाँ उन्हों ने अपनी पोएटरी को प्रॅक्टिकल मे कॉनवर्ट कर दिया.
नैना: क्या किया हुआ रूम मे?
आंटी: अरे मैं वो बताने बैठ गयी ना तो रात यहाँ ही रुकना पड़ जाए गा. हाहहहहाहा
नैना: तो क्या है रुक जाओ ना?
आंटी: अरे नही भाई इतनी जल्दी भी क्या है बता दूंगी. वेसे भी शान आने
वाले हों गे और जिम्मी भी वेट कर रहा हो गा.
नैना: (दिल बिल्कुल भी नही कर रहा था कि आंटी ऐसे चली जाए पर ज़यादा
इन्सिस्ट भी नही कर सकती थी कि आंटी के ऊपेर बॅड इंप्रेशन ना पड़े) सो कह
दिया ओके आंटी ठीक है.
आंटी: ओके मैं चलती हूँ. कल बात होती है फिर. और यह कह कर गेट की तरफ़ चल दी.
नैना गेट क्लोज़ कर के आइ और टीवी लाउंज मे आ के बैठ गयी और शान के आने
का वेट करने लगी और आज पूरे दिन को याद करने लगी.
नैना आज बहोत खुश थी क्योंकि काफ़ी दिन बाद आज नैना को दिन भर अपनी
पुरानी यादों को खुरचने के अलावा भी कुछ करने का मौक़ा मिला था. पूरा दिन
इतना जल्दी गुज़र गया कि पता ही नही चला कि कब सुबह हुई और कब रात हो
गयी. पूरा दिन बहोत ही हॅपी हॅपी गुज़र गया. नैना पूरा दिन इतना बिज़ी थी
कि उसे अपने अतीत मे जाने की ज़रूरत ही पेश ना आइ. ऐक ही दिन मे नैना की
आंटी के साथ इतनी पक्की दोस्ती हो गयी थी जेसे बचपन के साथी हों. आंटी थी
ही इतनी अच्छी और ज़िंदा दिल कि दिल करे के बाते करते जाओ और बहोत ज़यादा
को-ऑपरेटिव भी.
नैना को आज काफ़ी दिन बाद अकेला पन फील हो रहा था. आंटी और जिम्मी के
जाने के बाद घर खाली खाली सा लग रहा था. हालाँकि ऐसा रोज़ होता था लेकिन
आज नैना को तन्हाई का शिदत से एहसास हो रहा था. दिल कर रहा था कि कॉल कर
के आंटी को बुला ले. ळैकेन फिर यह सोच के इरादा बदल लिया कि आज पूरा दिन
भी तो वो साथ ही थी और वेसे भी थोड़ी देर मे शान आ जाएँगे .
नैना ने टीवी ऑन किया और रिमोट से चॅनेल चेंज करने लगी. वन बाइ वन न्यूज़
चॅनेल्स चल रहे थे. नैना ने ऐक चॅनेल जंप किया तो अचानक उसे शान की झलक
दिखी. फ़ौरन चॅनेल वापिस लगाया तो ऐक फीमेल बीच से प्रोग्राम कर रही थी
जो कि बीच पे मौजूद कपल्स के बारे मे था कि वो बीच पे आ के केसा फील करते
हैं और बीच किस तराहा उन के रोमॅंटिक जज़्बात को ज़्यादा उभारता है.
लड़की की बॅक पे ऐक कपल खड़ा था. लड़के का फेस दूसरी तरफ था. नैना ने सब
से पहले लड़के के ड्रेस पे नज़र डाली. उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ यह तो
वोही ड्रेस है जो आज शान पहन के गये थे. वोही स्काइ ब्लू शर्ट और ब्लॅक
ड्रेस पॅंट. लड़की की शकल थोड़ा क्लियर दिख रही थी. नैना ने थोड़ा गौर
किया तो नैना के पैरों के नीचे से ज़मीन निकल गयी, ये वोही लड़की थी जो
उस दिन लॅडीस अंडर गारमेंट्स की शॉप पे शान के साथ थी.
प्रोग्राम होस्ट इस कपल की तरफ़ बढ़ी और कपल को कहा एक्सक्यूस मी. लड़का
पलटा तो नैना की आँखे खुली की खुली रह गयीं, यह तो शान ही थे और बीच पे
उस लड़की के साथ. प्रोग्राम होस्ट ने क्वेस्चन किया लेकिन शान ने आन्सर
करने से इनकार कर दिया और सॉरी कह कर कॅमरा के आगे से हट गये.
यह 2न्ड टाइम था कि शान ने नैना से झूट बोला था और ऑफीस का काम कह कर उस
लड़की के साथ बिज़ी थे. आज पूरा दिन शान घर पे भी नही आए थे ईवन लंच या
टी पे भी नही आए. यानी यह आज पूरा दिन इस लड़की के साथ थे और बीच पे सैर
की जा रही थी. नैना को बहोत ज़यादा गुस्सा आया और बैठ के शान की इस
बेवफ़ाई पे रोने लगी. नैना अभी शान की इसी हरकत पे रो रही थी कि शान की
कॉल आ गयी.
शान: हेलो नैना क्या कर रही हो?
नैना: कुछ नही अपनी किस्मत पे रो रही हूँ.
शान: क्या मतलब किस्मत पे रो रही हो?
नैना: आप बेहतर समझते हैं.
शान: क्या कहना चाहती हो खुल के बताओ.
नैना: आप घर आओ तो बात करती हूँ.
शान: इसी लिये तो कॉल की कि आज मैं घर नही आ पाउन्गा. सुबह हेड ऑफीस मे
तमाम रेकॉर्ड पेश करना है स्टाफ पर्फॉर्मेन्स का उस की तैयारी कर रहे हैं
मैं और मेरा ऑफीस मेट. सो आज पूरी रात काम करेंगे.
नैना: क्या आप आज घर नही आएँगे?
शान: क्या पहले मैं ने लतीफ़ा सुनाया है? यही कहा है कि घर नही आ रहा.
नैना: आप को पता है कि मैं घर पे अकेली हूँ. आप उस फ्रेंड को यहाँ क्यों
नही ले आते. पूरी रात बैठ कर काम करो आराम से?
शान: प्लीज़ मुझे मशवरा देने की ज़रूरत नही, मुझे बेहतर पता है कि मैं ने
क्या करना है. और तुम बच्ची नही हो अपनी हिफ़ाज़त खुद कर सकती हो, घर के
तमाम डोर्स लॉक करो और चुप कर के सो जाओ.
नैना: ओके और कुछ?
शान: कुछ नही. अगर कोई प्रोबलम हो तो कॉल कर लेना.
नैना: थॅंक्स मैं बच्ची नही हूँ अपना ख़याल खुद रखी सकती हूँ. और फोन बंद कर दिया.
तो भाई लोगो ये पार्ट यही पर पर ख़तम कर रहा हूँ आगे की कहानी अगले पार्ट
मे दोस्तो कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..........
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09-06-2018, 07:29 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-15
गतान्क से आगे.......
फोन बंद करने के बाद नैना जी भर के रोई और उसे यकीन हो गया कि बात यहाँ
तक पहॉंच चुकी है कि शान ने उस लड़की के यहाँ रात गुज़ारना शुरू कर दी
है. नैना को कुछ समझ नही आ रही थी कि क्या करे. शान के पेरेंट्स तो वैसे
ही उसे बुरा भला कहते थे और अपने पेरेंट्स को कॉल कर के वो परेशान नही
करना चाहती थी. आख़िर घूम फिर के बात आंटी पे आ गयी. यही फ़ैसला किया कि
आंटी को बुला लूँ और फोन उठा के आंटी को कॉल की.
जिम्मी: हेलो
नैना: हेलो जिम्मी?
जिम्मी: जी आप कॉन?
नैना: जिम्मी मैं नैना बात कर रही हूँ. आंटी से बात हो सकती है?
जिम्मी: ममा तो बाथ ले रही हैं. ख़ैरियत?
नैना: नही इट्स ओके बस उन्ही से बात करनी थी.
जिम्मी: ओके मैं कॉल बॅक करवाता हूँ.
नैना: ओके
जिम्मी: वेट वेट वेट, ममा आ गयीं यह बात कर लो.
आंटी: जी नैना बेटा क्या हुआ?
नैना: आंटी वो शान आज रात नही आएँगे, आइ आम होम अलोन क्या आप आ सकती हैं?
आइ आम रियली सॉरी टू डिस्टर्ब यू. आक्च्युयली मैं बहोत ज़यादा बोर हो रही
थी.
आंटी: हां क्यो नही. ओके मैं आती हूँ. बाइ.
जिम्मी: मोम कहाँ जा रही हैं?
आंटी: वो शान आज रात नही है घर पे तो नैना अकेली है सो वो बुला रही है.
जिम्मी: मैं भी आ जाऊ?
आंटी: अरे नही तुम स्टडी करो अपनी. बहुत शौक़ है तुझे नैना के घर जाने
का? और मुस्करा दी.
जिम्मी: मोम आप भी ना. ओके जाओ मैं डोर लॉक कर दूं सब.
आंटी: ओके गुड नाइट बेटा.
जिम्मी: गुड नाइट.
--------------
डोर बेल रिंग्स.
नैना ओपन्स दा डोर: आइए आंटी जी अंदर. और डोर्स लॉक कर के दोनो अंदर आ गयीं.
नैना: म्म्म्ममममममम लुकिंग सेक्सी आंड फ्रेश.
आंटी: लाइन मार रही हो?
नैना: हहेहेहेहहे नही तारीफ कर रही हूँ.
आंटी: ओके थॅंक्स. अच्छा शान क्यो नही आ रहा आज?
नैना: कह रहे थे कि कोई ऑफीस का काम है. पता नही कॉन सा ऑफीस का काम है
जिस के लिये रुकना पड़ गया.
आंटी: म्म्म्ममममममममममम वेसे वो लड़की कॉन है?
नैना: कॉन सी लड़की?
आंटी: वोही जो शान के साथ बीच पे घूम रही थी?
नैना: क्या आप ने भी दैखा टीवी पे?
आंटी: नही मैं ने नही जिम्मी ने बताया कि शान टीवी पे आए थे बीच पे थे
किसी और लड़की के साथ.
नैना: मुझे क्या पता. मुझे तो लगता है यही वो ऑफीस का काम है जिस की वजा
से शान नही आए. मुझे बताओ मैं क्या करूँ?
आंटी: अरे परेशान ना हो. मैं हूँ ना तुम्हारे साथ और आँख मार दी. अच्छा
चल अब सच सच बता कि शान ऐसा क्यो कर रहा है तेरे साथ?
नैना: बस ऐक ही वजा है. शादी को 18 महीने हो गये हैं. लेकिन अभी तक कोई
औलाद नही है.
आंटी: अरे तुम तो कह रही थी कि शान बच्चा नही चाहते.
नैना: झूट कह रही थी. हक़ीक़त तो यह है बच्चा हो ही नही रहा.
आंटी: फॉल्ट किस मे है?
नैना: शान मे. आइ आम 100% शुवर कि फॉल्ट शान मे है. क्यो कि मैं ने अपने
टेस्ट्स करवाए थे मैं बिल्कुल ठीक हूँ.
आंटी: तो शान के टेस्ट रिपोर्ट क्या कहती हैं?
नैना: वो टेस्ट कराए तब ना. सब उन्ही की सुनते हैं. वो बाघैर टेस्ट के
ठीक हैं. पर्फेक्ट हैं और मैं टेस्ट्स के बाद भी खराब हूँ. शान कहते हैं
मैं ने अमेरिका मे टेस्ट्स करवाए थे, मैं बिल्कुल ठीक हूँ और बच्चा पैदा
कर सकता हूँ. तुम मनहूस हो. आंटी अब आप ही बताओ कि मैं क्या करूँ? जाऊ तो
जाऊ कहाँ. बच्चा ना होने की वजा से शान के पेरेंट्स मुझ से नफ़रत करते
हैं. और मैरे पेरेंट्स मजबूर हैं.
आंटी: तुम शान से अलहदा क्यो नही हो जाती?
नैना: नही बिल्कुल भी नही. मैं नही चाहती कि मैं अलहदा होउ और शान दोबारा
शादी कर ले और अगर बच्चा हो गया तो सब मुझे बुरा भला कहेंगे.
आंटी: अभी तो तुम कह रही थी कि मैं ठीक हूँ और शान नही तो बच्चा केसे?
नैना: कुदरत का कुछ पता थोड़ा ही ना होता है?
आंटी: कहती तो तुम ठीक हो. चलो इस बारे मे भी कुछ सोचते हैं. अच्छा वो
क्या पड़ा है सामने?
नैना: वो हमारा शादी का आल्बम है.
आंटी: दिखाओ ज़रा. अरे वाह तुम तो बहोत प्यारी लग रही हो दुल्हन के रूप
मे. और शान भी बहोत प्यारा लग रहा है. और पिक्चर देखते देखते उस पिक्चर
पे आ गयी नैना और शान की इकट्ठी सेज से सजी बेड पे बनी थी. शायद यह शादी
के सेशन का लास्ट फोटो था. आंटी बस ख़तम?
नैना: जी इस के बाद भी क्या फोटोग्राफर को फोटो बनाने देते?
आंटी: हां तो बनाने देते क्या था उस बेचारे का भी भला हो जाता. हाहहहहहाहा
नैना: आंटी आप जिम्मी की शादी पे जिम्मी को यह आइडिया दी जिये गा. हाहहहहाहा
आंटी: अरे चल तू तो बहोत तेज हो गयी है मेरे ही खंजर से मुझ पे वॉर कर
डाला. अछा चल बता कि इस के बाद क्या हुआ.
नैना: क्या होना था वोही हुआ जो हर सुहाग रात मे होता है.
आंटी: अरे बट केसे हुआ. मुझे पता है लड़की को अपनी सुहाग रात पूरी उमर
नही भूलती. सुहाग रात का ऐक ऐक मिनट याद रह जाता है. चल बता ना.
नैना: नही मुझे शरम आ रही है.
आंटी: अछा मेरी और आर्यन की चुदाई की दास्तान सुन के शरम नही आइ? अपनी
चुदाई की दास्तान सुनाने मे शरम आ रही है? उस वक़्त तो केसे गीली चूत ले
कर वॉशरूम मे भाग निकली थी और अब शरम?
नैना: ओके ओके आंटी, आप तो शुरू ही हो गयीं. हहेहेहहे
आंटी: हां और क्या तुम ने गुस्सा दिला दिया मुझे.
नैना: ओके आइ आम सॉरी माइ स्वीट आंटी ओके बताती हूँ. अच्छा मैं यहाँ गोद
मे सिर रख के लेट जाऊ?
आंटी: हां क्यो नही आ जाओ और बताओ कि क्या हुआ. अच्छा कुछ भी सेन्सर नही
होना चाहिये. जेसा हुआ वेसा ही. ओके?
नैना: जी जी जो हूकम.
नैना: तमाम लोग रस्मे पूरी कर के रूम से बाहर चले गये. शान ने डोर लॉक
किया रूम का और मेरे पास आ के बैठ गये. थोड़ी देर यौ ही बैठे रहे. फिर
आराम से मेरा घूँगत उठाया और मेरे चीक्स पे ऐक किस कर के हाथ पकड़ लिया.
मैं कन्फ्यूज़ नही हुई क्योकि हाथ पकड़ना, किस करना शादी से पहले भी होता
रहा था हम दोनो के बीच. सो हाथ आगे कर दिया और उन्हों ने अपनी शेरवानी की
पॉकेट से रिंग निकाली और मेरी फिंगर मे डाल दी. यह वाली रिंग थी आंटी. और
अपनी फिंगर आगे कर दी.
आंटी: अच्छा यह वाली. बहुत प्यारी रिंग है.
नैना: थॅंक्स. फिर उन्हों ने मेरी बहोत तारीफ की लुकिंग ब्यूटिफुल और पता
नही क्या क्या. फिर हम दोनो ने मिल के काफ़ी देर बाते की शादी से पहले
होने वाली तमाम करवाईं के बारे मे कि किस तरह छुप छुप के किस करते थे
हहेहहे. और आज यह हाल है कि हम सब के सामने ऐक कमरे मे बंद हैं और कोई
मना करने वाला नही है जो मर्ज़ी करो और यह जो मर्ज़ी करने वाली बात मैं
ने कही थी और शान ने इसे पिक कर लिया.
फ्लॅश बॅक
-----------------------------
शान: जो मर्ज़ी करे?
नैना: हां जी जो मर्ज़ी करो.
शान: क्या क्या करे?
नैना: वोही करे जो आज तक नही किया.
शान: क्या नही किया आज तक?
नैना: मैं ने तो नही किया, क्या आप ने कभी किया? हहेहहे
शान: हां क्या लैकेन थोड़ा थोड़ा किया.
नैना: क्या थोड़ा थोड़ा क्या?
शान: वोही जो अभी हम मुकामल करने वाले हैं वोही थोड़ा थोड़ा क्या.
नैना: अछा जी. वेसे कब यह थोड़ा थोड़ा क्या?
शान: क्यो बताऊ?
नैना: नही बताएँगे तो मैं यह थोड़ा थोड़ा मुकामल नही होने दूँगी. हहेहहे
शान: यानी बताना पड़ेगा?
नैना: और क्या पहले थोड़ा थोड़ा फिर पूरा पूरा. हहेहहे
शान: ओके थोड़ा तोड़ा तो हम ने आप के साथ ही किया था. याद है वो रात जब
हम आप की ब्रा के दीवाने हो गये थे. हहेहेहेहहे
नैना: अच्छा जी. बड़ा याद रखा हुआ है आप ने वो थोड़ा थोड़ा? हहहे
शान: हाए केसे याद ना रखूं उस दिन तो तुम ने यकीन मानो मेरी जान निकाल दी
थी. कसम से मुझे अगर तुम ना रोकती ना तो यह थोड़ा थोड़ा उसी रात पूरा हो
जाना था. हाहहहाहा.
नैना: हां और जब ऊपेर से मोम आ गयी थी तो वो दैख लैति ना तो हम दोनो पूरे
पूरे ज़मीन के अंदर चले जाते. हाहहहाहा
---------------
आंटी: वाह क्या रोमॅंटिक सुहाग रात थी तुम्हारी. क्या सारी रात यही बाते
करते रहे या कुछ किया भी?
नैना: अरे आंटी सुनो तो सही. क्या यह हो सकता है कि जिस लड़का लड़की ने
शादी से पहले थोड़ा थोड़ा किया हो और सुहाग रात को पूरा ना किया हो?
हाहहहहहहहाहा
आंटी: अछा फिर क्या हुआ?
क्रमशः..........
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09-06-2018, 07:31 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-20
गतान्क से आगे.......
नैना और शान की लाइफ मे आज फर्स्ट टाइम इतनी बड़ी लड़ाई हुई थी. और वो भी
इतनी कि नैना को शान ने चाँटा तक दे मारा. नैना ने तो रो रो कर बुरा हाल
कर दिया. वो जा भी तो कहीं नही सकती थी. पेरेंट्स इतने दूर थे कि 24
अवर्स का सफ़र था. और उन को बता के परेशान नही करना चाहती थी.
रात के 10 बज चुके थे लेकिन शान अब तक घर वापिस नही आए थे. नैना का
गुस्सा भी थोड़ा ठंडा हो चुका था. नैना ने फोन उठाया और शान को कॉल की.
शान ने नैना का फोन अटेंड नही किया. नैना ने दो दफ़ा और ट्राइ किया तो
शान ने नैना की कॉल कट कर दी. जिस पे नैना को बहोत दुख हुआ कि अपनी वाइफ
की कॉल अटेंड नही कर रहे. थोड़ी देर मे नैना के सेल पे मैसेज आया जिस मे
लिखा था कि वो आज रात भी घर नही आएगे और वो नैना की शकल नही देखना चाहते.
नैना ने गुस्से से फोन सोफे पे फैंका और आ के अपनी किस्मत पे रोने लगी.
काफ़ी देर यौं शान के बिहेववर और फास्ट फुड वाली लड़की के बारे मे सोचने
के बाद उस ने सोचा कि आंटी को क्यो ना बुला लिया जाए क्योकि उसे मालूम था
कि वो आज रात भी अकेली ही होगी. लेकिन फिर यह सोच के अपने आप को ही माना
कर दिया कि नही आंटी क्या सोचेगी. आंटी को तो नही पता ना कि शान घर पे आए
थे और यह सब कुछ कर के गये हैं. फिर सोचने लगी कि आंटी को तो सब कुछ
मालूम है कि मेरे और शान के बीच क्या चल रहा है और आज उन्हों ने अपनी
आँखों से शान को फास्ट फुड मे दैखा था. फिर सोचा कि बुला ही लूँ तो बेहतर
है. उठी और आंटी को फोन करने ही लगी थी कि नैना के सेल पे मैसेज आया.
नैना ने यह सोच के फ़ौरन सेल फोन उठाया कि शान का मैसेज ही होगा. लेकिन
वो मैसेज आंटी का था जिस मे लिखा था कि नैना तुम जाग रही हो? नैना के तो
जैसे मन मे लड्डू फूट पड़ा कि अभी ही सोच रही थी और आंटी का मैसेज आ गया.
और साथ ही नैना के मूँह से निकल पड़ा थिंक ऑफ देविल, देविल ईज़ हियर. और
खुद ही हँसने लगी. फिर सेम यही लिखा मैसेज मे कि आंटी थिंक ऑफ देविल,
देविल ईज़ हियर. हहेहहे आंड यस जाग रही हूँ आंड मिस्सिंग यू. और मैसेज
सेंड कर दिया.
नैना का मैसेज सेंड करना ही था कि लॅंडलाइन फोन पे रिंग हुआ. नैना ने फोन
उठाया तो दूसरी तरफ़ आंटी थी.
आंटी: जी जनाब तो मिस किया जा रहा है हमे?
नैना: जी आंटी. दिल नही लग रहा मेरा.
आंटी: दिल नही लग रहा या जिस्म नही लग रहा बेड पे? हहहे
नैना: आंटी प्ल्ज़ आइ आम सीरीयस. मेरा मूड बहोत सख़्त खराब है.
आंटी: हाए क्या हुआ मूड को?
नैना: क्या आप आ सकती हैं?
आंटी: हाँ आ तो सकती हूँ.
नैना: ओके आओ फिर बताती हूँ.
आंटी: ओके मैं आती हूँ और फोन रख दिया.
सीन चेंज (शान & दट गर्ल)
शान नैना के घर से हो कर सीधा उसी लड़की के घर पे चला गया था. लड़की का
नेम सोना था.
दोस्तो इस सोना का भी भूतकाल जान ले इससे कहानी को समझने मे आसानी होगी
आपका दोस्त राज शर्मा
(फ्लॅशबॅक- बॅकग्राउंड ऑफ सोना)
वो बहोत ही अमीर माँ बाप की लड़की थी और अमीर होने के साथ साथ उसका माइंड
भी काफ़ी ओपन था. सोना के डॅड आउट ऑफ कंट्री होते थे जो कमा कमा कर यहाँ
भैज रहे थे जब कि यहाँ सिर्फ़ सोना उसकी मदर और उस की बड़ी सिस रहते थे.
सोना की बड़ी सिस कोई 36 यियर्ज़ की हों गी और वो डिवोर्स्ड थी. सोना और
शान की मुलाक़ात राह चलते हुई थी जब सोना की कार खराब हो गयी थी और शान
ने उसकी हेल्प की थी गाड़ी को घर तक लाने मे और उसे सेफ्ली घर तक पहुचाने
मे. क्योंकि दट टाइम शी वाज़ टोटली ड्रंक. उस दिन से शान और सोना की
फ्रेंडशिप का सिलसिला शुरू हुआ और जो इतना बढ़ गया कि शान ने अब सोना के
घर रात गुज़ारना भी शुरू कर दी. सोना और उसकी फॅमिली (सिस्टर & मदर) इतने
ओपन माइंडेड थे कि उन्हे शान का उन के घर रहने मे कोई ऐतराज़ ना था.
बल्कि तीनो मिल कर शान के ज़ख़्मो पर नमक डालने का काम करते थे शान के
सामने नैना की बुराइयाँ और सोना की अच्छी आदते गिनवा कर.
(फ्लश फ़वड- शान & सोना)
शान नैना के घर से हो कर सीधा उसी लड़की के घर पे चला गया था. सोना को
आने से पहले ही उस ने कॉल कर दी थी कि मैं आ रहा हूँ. इस लिये सोना शान
को घर पे ही मिली जब कि सोना की सिस और उस की मदर अलहदा अलहदा पार्टीस मे
गयी हुई थी. शान सोना के घर मे काफ़ी गुस्से से दाखिल हुआ. सोना ने ये
देखते ही बोला क्या हुआ माइ स्वीट शानू? क्या नैना से लड़ के आए हो?
शान: हां और क्या सारा मूड खराब कर दिया उस मनहूस ने. और सारा मज़ा खराब
कर दिया आज दोपेहर मे लंच का.
सोना: शान के पास और बॅक शान के राउंड आर्म्ज़ डाल के बोली डोंट वरी माइ
जानू मैं हूँ ना अपनी जान के पास?
शान: यॅ इसी लिये तो तुम्हारे पास चला आया और दोनो चलते चलते जा के सोफे
पे बैठ गये.
शान: आज रख दिया मैं ने ज़ोरे का चांटा उस के मूँह पे कमीनी कहीं की.
सोना: ठीक किया बिल्कुल तुम ने जानू. ऐसा ही करना चाहिये था तुम्हे उस
मनहूस के साथ ऐक तो तुम्हे बच्चा नही दे सकी और अब तुम्हारी सारी खुशियो
पे पानी फेर रही है. (सोना के इस जुमले ने शान के लिये जैसे जलती पे
पेट्रोल का काम किया).अपनी बात पूरी कर के ऐक दम बोली ओह सॉरी जान मैं ने
तुम से पूछा ही नही. क्या लो गे टी, कॉफी, या ड्रिंक?
शान: आंटी और सोनिया (सोना की सिस) कहाँ हैं?
सोना: मोम हों गी किसी पार्टी मे और सोना की फ्रेंड की आज बर्त.डे थी सो
वो वहाँ गयी है. मोम तो शायद वापिस आ जाए बट सोना शायद वापिस ना आए आज
रात.
शान: ओके. देन गिव मी कॉफी. सिर मे दर्द हो रहा है सख़्त.
सोना: ओके और उठ के जाने लगी.
शान: कहाँ जा रही हो?
सोना: कॉफी बनाने.
शान: सब नोकेर कहाँ हैं?
सोना: अरे भाई टाइम तो दैखो रात के 10 बज रहे हैं. नोकेर 9 बजे छुट्टी कर
जाते हैं उस के बाद सब खुद करना पड़ता है.
शान: ओके मैं भी चलता हूँ साथ किचन मे और दोनो किचन मे चले गये.
सोना: शान जानू ऐक बात बोलू?
शान: हां बोलो.
सोना: तुम मेरे लिये क्या क्या कर सकते हो?
शान: कुछ भी.
सोना: कुछ भी?
शान: यप कुछ भी आज़मा के दैख लो.
सोना: इतना कॉन्फिडेन्स है खुद पे?
शान: बिल्कुल है कोई शक?
सोना: नही कोई शक नही.
शान: मुस्कुराते हुए. होना भी नही चाहिये. हहहे
सोना: ओके वक़्त आने पे इम्तिहान लूँगी तुम्हारा और मुस्कुरा के ऐक कप
शान के हाथ मे थमा दिया.
दोनो वॉक करते करते कॉफी के कप साथ लिये फर्स्ट फ्लोर पे टारस मे आ गये.
बाहर बहोत ठंडी हवा चल रही थी.
सोना: शान यू नो आइ लव दिस कूल ब्रीज़. दिल करता है कि बस इस मे खो जाऊ.
अच्छा ऐक बात बोलू?
शान: हां बोलो.
सोना: मैं ज़यादा सेक्सी हूँ या नैना?
शान: यह केसा सवाल है?
सोना: बताओ ना जान मैं ज़यादा सेक्सी हूँ या नैना?
शान: ऑफ्कोवौर्स यू सोना.
सोना: अछा बताओ ना जानू कहाँ कहाँ से सेक्सी हूँ ज़यादा?
शान: ओवर ऑल सेक्सी हो नैना से ज़यादा.
सोना: यार प्ल्ज़ अब यह शरीफों की तरह बिहेव करना छोड़ो. तुम अपने घर पे
नही हो तुम यहाँ हो हमारे घर और यू मस्ट नो दा रूल यहाँ कोई चीज़ सेन्सर
नही होती सब कुछ ओपन. ओके?
शान: ओके बॉस. ओक लेट मी टेल यू. ओके तुम सब से पहले सेक्सी हो ...........
जेसे ही शान कुछ कहने लगा सामने मेन गेट ओपन हुआ और बाहर से ऐक बड़ी
गाड़ी अंदर दाखिल हुई. सेक्यूरिटी गौर्ड़ ने गेट लॉक किया और अपने कॅबिन
मे चला गया.
सोना: मोम आ गयी हैं.
शान: यप आ तो गयी हैं मगर यह साथ लड़का कॉन है?
सोना: अरे हो गा मोम का कोई फ्रेंड. मोम अक्सर जब पार्टीस मे जाती हैं तो
वापिसी पे कोई हॅंडसम लड़का ज़रूर होता है साथ.
आंटी ड्रंक लग रही थी. गाड़ी से बाहर निकली और उस लड़के का हाथ अपने हाथ
मे ले के बेड रूम की तरफ़ चल दी. लड़का आंटी की उमर का हाफ होगा बट बहोत
हेअल्थि लग रहा था.
शान: ही ईज़ गोयिंग इन बेड रूम विथ युवर मोम?
सोना: ओह कॉम ऑन. क्या मोम का दिल नही करता एंजाय करने का? अगर डॅड वहाँ
अमेरिका मे एंजाय कर सकते हैं तो क्या मोम को कोई हक़ नही है?
शान खामोशी से सोना की बाते सुन रहा था और उसे बहोत अजीब लग रहा था यह
सब. उस ने ऐसा कुछ सुना तो हुआ था लैकेन उसे आज प्रॅक्टिकली देखने का भी
पूरा मौक़ा मिल रहा था और काफ़ी हैरान था कि ऐसे भी लोग हैं इस दुनिया मे
जिन के सामने शरम, हया, रिलिजन कोई मीनिंग्स नही रखता. उन्हे कोई शरम फील
नही होती कि बाहर जो सेक्यूरिटी गार्ड है वो क्या सोचता होगा? नोकर भी तो
यह सब देखते हों गे वो क्या सोचते हों गे? क्या इज़्ज़त हो गी इन लॅडीस
की उन की नज़र मे? यह सोच रहा था कि सोना की आवाज़ उस के कान मे पड़ी.
सोना: हेलो जनाब कहाँ खो गये?
शान: ओह सॉरी आइ वाज़ जस्ट थिंकिंग कि .............
सोना: जस्ट थिंकिंग कि?
शान: आइ वाज़ जस्ट थिंकिंग कि यू आर वेरिंग वेरी सेक्सी ड्रेस. और स्माइल कर दी.
सोना: आं हां. वेसे कॉफी ख़तम हो गयी हो तो रूम मे चले?
शान: यआः शुवर.
और दोनो सोना के रूम की तरफ़ जाने लगे. जाते हुए जब दोनो आंटी के रूम के
सामने से गुज़रे तो शान थोड़ी देर रुक के अंदर से आवाज़ सुन.ने लगा. सोना
ने शान को नोटीस कर लिया और बोली अरे मेरी जान क्या लाइव दिखा दूँ? शान
घबरा गया. क्या लाइव दिखा दूं?
सोना: अरे यही मोम का लाइव पॉर्न सीन? हहेहहे
शान: नही इट्स ओके. लेट्स मूव.
सोना: अरे अब रुके हैं तो दैख ही जाते हैं. और सोना ने थोड़ा सा रूम का
दरवाज़ा ओपन कर दिया जो कि लॉक नही था. आंटी को पता था कि घर पे सिर्फ़
मैं और सोना ही हों गे और सोना को तो सब पता है सो लॉक नही किया डोर.
शान ने देखा कि आंटी और वो लड़का दोनो विदाउट शर्ट थे और वो लड़का आंटी
क़ी बड़ी बड़ी चूचियो के ऊपेर शराब डाल के निपल्स सक कर रहा था और आंटी
के हाथ मे भी शराब का ग्लास था.
सोना: अरे यहाँ तो अभी मनो रंजन शुरू ही नही हुआ अभी ट्रेलर चल रहा है.
चलो छोड़ो लेट्स गो टू और रूम और दोनो बेड रूम मे चले गये.
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सीन चेंज (नैना & आंटी)
डोर बेल. नैना ने डोर ओपन किया और आंटी अंदर आ गयीं. नैना ने डोर लॉक
किया और दोनो वॉक करते करे टीवी लाउंज मे आ गयीं.
आंटी: हां बोलो क्यो नही लग रहा दिल और शान कहाँ है?
नैना: वो गुस्से मे घर से चले गये और मैसेज कर दिया कि आज नही आएँगे.
आंटी: यानी वो उसी लौंडिया के पास चला गया हो गा आज फिर.
नैना: यआः मुझे भी यही लगता है.
आंटी: शान का कुछ करना पड़ेगा.
नैना: क्या करना पड़ेगा? आप ने पहले भी कहा था मगर अभी तक कुछ किया ही नही?
आंटी: उसे उस के हाल पे छोड़ दो. देखना वो ऐक ना ऐक दिन ज़रूर लौट के आए
गा और तुम से माफी माँगे गा.
नैना: अरे आप शान को नही जानती, वो जान दे दे गा मगर माफी वाला काम नही
करे गा और वो भी मुझ से. ना भाई ना.
आंटी: अरे मेरी बच्ची तू देखती जा. और फिर दोनो मिल के बाते करने लगी.
क्रमशः..........
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